Intraday traders, who enter and exit the market the same day, pay more attention to shorter timeframes such as the hourly and 4-hour charts for entry signals, and the daily chart for the broader trend.
Candlestick Analysis
Looking at Japanese candlestick chart you can ask a question why this chart looks like this – black and white rectangles on the field. The idea of this chart came from Japan of the 18th century where the biggest rice traders जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण used candles to see the rice price change. When the price had been changed traders took a new candle and cut it. So the rest piece of the candle was equal to the current price and they put it in the candles raw. The traders studied the candles and found the patterns which helped them to forecast the future rice price. Later in the early 90’s of the 20th century this chart was used by the brokers and Japanese rice जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण traders’ knowledge was integrated into the modern exchange market. In this way the candlestick analysis appeared. The candlestick analysis uses different combinations of Japanese candlesticks to foresee the future price movement.
Japanese Candlestick Patterns
तकनीकी विश्लेषण का एक रूप, जापानी कैंडलस्टिक चार्ट एक बहुमुखी उपकरण है जिसे किसी अन्य तकनीकी उपकरण के साथ जोड़ा जा सकता है, और यह किसी भी तकनीशियन के बाजार विश्लेषण को बेहतर बनाने में मदद करेगा। उनका इस्तेमाल अटकलों और हेजिंग के लिए किया जा सकता है, वायदा, इक्विटी या कहीं भी तकनीकी विश्लेषण के लिए लागू किया जाता है। अनुभवी तकनीशियनों को पता चलेगा कि अन्य तकनीकी उपकरणों के साथ जापानी कैंडलस्टिक्स में शामिल होने से तकनीकों का एक शक्तिशाली तालमेल कैसे बनाया जा सकता है; शौकीनों को पता चलेगा कि कैंडलस्टिक चार्ट एक स्टैंड-अलोन चार्टिंग विधि के जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण रूप में कितने प्रभावी हैं। आसानी से समझने वाली भाषा में, यह शीर्षक पाठक को बाजार विश्लेषण के लिए इस तेजी से लोकप्रिय और गतिशील दृष्टिकोण में लेखक के अध्ययन, अनुसंधान और व्यावहारिक अनुभव के वर्षों को दर्शाता है। व्यापक कवरेज में मूल बातें से सब कुछ शामिल है, जिसमें सैकड़ों उदाहरण हैं जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण जो दिखाते हैं कि लगभग किसी भी बाजार में कैंडलस्टिक चार्टिंग तकनीक का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.
Basic Candle Stick Pattern:
Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण है। कैंडल के रंग से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।
यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।
कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -
एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India
Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
What timeframe to choose for the chart
Traders use monthly, weekly, daily, 4-hour, hourly, 15-minute and even 1-minute timeframes.
Ideally, traders pick the main timeframe they are interested in and then choose a longer and a shorter timeframe to complement the main one.
The longer timeframes typically contain fewer and more reliable signals. The shorter timeframes usually contain more signals जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण with less accuracy.
There are several types of traders, and they have different trading styles.
Swing or position traders prefer holding trades for days or weeks.
They mainly focus on the daily charts for their trades. They can also make use of a weekly chart when defining the long-term trend, as you can जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण see on the example. And track a 4-hour chart when defining the immediate short-term trend.
Heiken Ashi और Renko के बीच अंतर
Heiken Ashi चार्ट दो क्रमागत कैंडल्स की जानकारियों के आधार पर औसत के सूत्र का उपयोग करता है| इसी जापानी कैंडलस्टिक विश्लेषण बीच, Renko चार्ट केवल स्पष्ट आकार वाली गतिविधियाँ दिखाता है| Renko चार्ट में बॉक्स के आकार होते हैं जो समय द्वारा नियंत्रित नहीं होते बल्कि अप और डाउन चाल को फॉलो करते हैं| Heiken Ashi हर निश्चित समयावधि में नयी कैंडलस्टिक बनाती है जबकि Renko केवल तब नया ब्लॉक बनाती है जब कीमत में एक विशेष वृद्धि होती है|
Swing के लिए उचित नहीं होती है
Heiken Ashi तकनीक विश्लेषण के लिए दो क्रमागत सत्रों की जानकारी का उपयोग करती है, इसलिए इस अक्सर दीर्घावधि ट्रेडिंग के लिए प्रयोग किया जाता है| जो ट्रेडर Swing ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं उनके लिए यह ठीक नहीं है| फिर भी, ट्रेडरों को अक्सर तत्काल कदम उठाने पड़ते हैं लेकिन Heiken Ashi समय पर प्रतिक्रिया नहीं देती है| थोड़ी बहुत ट्रेडिंग करने के बाद आपको यह पता चलने लगेगा|
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