क्रिप्टो एक्सचेंज का एक वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है.

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प्रगति मैदान में 14 से सजेगा ट्रेड फेयर, करीब 800 कंपनियां आएंगी, लद्दाख को जम्मू-कश्मीर मंडप में ही दी गई जगह

नई दिल्ली . प्रगति मैदान में शुक्रवार से 39वां इंटरनेशनल ट्रेड फेयर शुरू हाेने जा रहा है। इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। 14-27 नवंबर तक चलने वाले इस मेले में इस बार 20 से अधिक देश भाग लेंगे। वहीं 800 से अधिक कंपनियां अाैर संस्थाएं अाएंगी। मेला परिसर में चल रहे निर्माण कार्य अाैर सुरक्षा कारणाें की वजह से मेले में राेज 35 हजार दर्शकों ही एंट्री दी जाएगी।

पिछली बार के मुकाबले इस साल बिजनेस डे 4 की जगह 5 दिनों का होगा। इस बार मेले की थीम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रखी गई है। आम लोगों के लिए 19 नवंबर से खुलेगा। हॉल नंबर 7 में थीम मंडप बनाया जा रहा है। इसमें थीम आधारित कंपनियां भाग लेंगी। फेयर में 38 राज्याें काे जगह दी गई है। मेघालय इस बार फेयर में शामिल नहीं हो रहा है। फेयर में सांस्कृतिक कार्यक्रम कम होंगे। ट्रेड फेयर पूरी तरह प्लास्टिक फ्री होगा और आने वाले लोग भी सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं कर पाएंगे।

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Binomo एक सुरक्षित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है और अंतर्राष्ट्रीय वित्त आयोग का "A" कैटगरी का सदस्य है.

पिछले एक दशक में ऐसी ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइटों में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है जो नए ट्रेडर के अलावा अनुभवी ट्रेडर को भी ए . अधिक पढ़ें

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  • Last Updated : January 29, 2022, 15:46 IST

मार्केट में नए जमाने के निवेश विकल्पों की भरमार होने से, ज्यादातर लोग पारंपरिक निवेश स्कीम जैसे कि बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट के जरिए पैसे की सेविंग करने के बजाय ट्रेडिंग जैसे आधुनिक वित्तीय विकल्पों को अपना रहे हैं.

हमने पिछले कुछ वर्षों में टेक्नोलॉजी में एक जबर्दस्त तरक्की देखी है. बैंक में लंबी कतारों में खड़े होने और थकाऊ कागजी कार्रवाई करने से लेकर, ऐप के जरिए घर बैठे आराम से ऑनलाइन ट्रेडिंग करने तक हमने निवेश करने के तरीकों में भारी बदलाव देखा है.

पिछले एक दशक में ऐसी ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइटों में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है जो नए ट्रेडर के अलावा अनुभवी ट्रेडर को भी एक प्लेटफॉर्म प्रदान करती हैं. इसके अलावा, इनके जरिए आसानी से और बिना किसी ट्रेड कब खोलें? झंझट के डिजिटल रूप से पेमेंट किए जा सकते हैं. इसलिए बहुत से लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग को कमाई का नया जरिया बनाने के लिए उत्सुक हैं.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.

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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे ट्रेड कब खोलें? इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?

इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.

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कौन कर सकता है ट्रेडिंग?

ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.

यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.

Olymp Trade पर SMA संकेतक और 5 मिनट ट्रेड के साथ लाभ कैसे कमाएँ

2 sma रणनीति

में बहुत सारे उपकरण हैं तकनीकी विश्लेषण। उनमें से एक को सरल मूविंग औसत कहा जाता है, संक्षेप में एसएमए। यह परिसंपत्ति की औसत कीमत की गणना करता है। एसएमए का तकनीकी विश्लेषण में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, हालांकि, यह ध्यान रखें कि एक एकल चलती औसत को सबसे सटीक उपकरण के रूप में चित्रित नहीं किया जा सकता है। यह औसत की गणना करने के लिए कई मूल्य बिंदुओं को इकट्ठा नहीं करता है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ देरी होती है। लेकिन यह व्यापार प्रविष्टि के बिंदुओं की पहचान के लिए एक आदर्श उपकरण प्राप्त करने के लिए एक और एसएमए जोड़ने के लिए पर्याप्त है।

इस गाइड में, मैं आपको एसएमए 5 और एसएमए 4 के साथ 30-मिनट के पदों की ट्रेडिंग की तकनीक के साथ पेश करूंगा Olymp Trade.

Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर SMA4 और SMA30 को कॉन्फ़िगर करना

लॉग इन करने के बाद Olymp Trade खाता, संपत्ति चुनें और 1 मिनट का जापानी कैंडलस्टिक्स चार्ट सेट करें। संकेतक आइकन मारो और एसएमए का चयन करें। फिर आप पेन आइकन पर क्लिक करके अवधि, चौड़ाई और लाइन का रंग बदल सकते हैं। आइए अवधि को 4 में बदलें।

सबसे पहले आपको 2 SMA को चार्ट में संलग्न करना होगा

अगले एसएमए में, आप पहले वाले के समान ही जोड़ देंगे। आपको केवल मापदंडों को बदलने की आवश्यकता होगी। 30 के लिए अवधि निर्धारित करें और एक अलग रंग चुनें, इसलिए दो लाइनें पहचानने योग्य हैं।

एसएमए की अवधि और रंग कैसे बदलें

Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर SMA संकेतकों की जोड़ी के साथ एक्सएनयूएमएक्स-मिनट पोजीशन का ट्रेड कैसे करें

जगह में सब कुछ - SMA 4 और 30, 1- मिनट चार्ट, 5- मिनट की अवधि

5-मिनट लॉन्ग पोजीशन कब खोलें

SMA रेखाओं का निरीक्षण करें। जब SMA4, SMA30 के नीचे चल रहा हो, तो तब तक प्रतीक्षा करें जब ट्रेड कब खोलें? तक यह SMA30 को पार नहीं कर लेता और उसके ऊपर चलना नहीं शुरू कर देता। फिर बुलिश कैंडल को छूने के लिए SMA4 का थोड़ा और इंतजार करें। अब एक लॉन्ग पोजीशन में प्रवेश करने का समय आ गया है।

दोनों दिशाओं में दो सफल ट्रेड

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

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Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.

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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?

इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.

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कौन कर सकता है ट्रेडिंग?

ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.

यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.

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