Indore News: मेहमानों से दान देने या मिठाई खरीदने का आग्रह न करे पुजारी व दुकानदार

Indore News: मंदिर परिसर में फूल से बनाई जाने वाली अगरबत्ती के स्टाल लगाएं। दुकानों में पेस्ट कंट्रोल करवाएं और भोजनशाला में शुद्धता व सफाई का विशेष ध्यान रखें। मंदिर परिसर में हेल्पडेस्क बनाने व परिसर में इंदौर व आसपास के धार्मिक स्थलों की जानकारी प्रदर्शित करें।

Updated: | Tue, 13 Dec 2022 11:23 AM (IST)

Indore News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर के प्रमुख मंदिरों में जब प्रवासी भारतीय मेहमान आए तो उनसे दान देने के लिए पुजारी आग्रह न करें, उन्हें दानपेटी की ही जानकारी दें। इसके अलावा मंदिर परिसर की प्रसाद दुकानों पर दुकानदार मिठाई खरीदने की होड़ और ग्राहक को अपने दुकान पर बुलाने का आग्रह न करें। मेहमान जिस भी दुकान पर पहुंचे उसका वहां उससे सम्मानजनक तरीके से बात करें। इस संबंध में सोमवार को खजराना मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक संगठनों की बैठक हुई। इसमें अपर आयुक्त अभिषेक गहलोत, खजराना मंदिर, बिजासन मंदिर, रणजीत हनुमान मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर सहित अन्य मंदिर समिति के अन्य सदस्य एवं पूजन व प्रसाद सामग्री विक्रेता शामिल हुए।

अपर आयुक्त गेहलोत ने सभी दुकानदारों को निर्देशित किया कि वे निर्धारित गणवेश में रहें। मंदिर परिसर व दुकानों के आसपास 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके साफ-सफाई का ध्यान रखे। मेहमानों को परोपकारी गतिविधियों की जानकारी दे। इसके अलावा मंदिर परिसर में फूल से बनाई जाने वाली अगरबत्ती के स्टाल लगाएं। दुकानों में पेस्ट कंट्रोल करवाएं और भोजनशाला में शुद्धता व सफाई का विशेष ध्यान रखें। मंदिर परिसर में हेल्पडेस्क बनाने व परिसर में इंदौर व आसपास के धार्मिक स्थलों की जानकारी प्रदर्शित करें।

बैठक में पुजारी व प्रबंधन समिति द्वारा प्रसाद किट मेहमानों को देने की बात कही। इसमें विशेष धार्मिक दुपट्टा, भगवान की प्रतिकृति का स्मृति चिन्ह 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके व मंदिर में बनाए जाो वाले लड्डू होंगे। इस तरह मंदिर में आने वाले प्रवासी भारतीयों को सम्मान और विशेष आदर दिए जाने के इंतजाम किए जा रहे है। सभी मंदिरों पर आकर्षक रोशनी भी की जाएगी।

Airport की तरह जल्द दिखेंगे Tatanagar समेत कई अन्य रेलवे स्टेशन, 160 km/घंटा की स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन

टाटानगर समेत कई अन्य रेलवे स्टेशनों का जल्द कायाकल्प होने वाला है. जल्द ही ये रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तरह दिखेंगे. वहीं, 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें भी दौड़ेगी. इस योजना पर काम अंतिम चरण में है. इसके अलावा अन्य पांच स्टेशनों को खुद्रा स्टेशन की तर्ज पर विकसित करने की योजना है.

Jharkhand News: टाटानगर समेत कई अन्य रेलवे स्टेशन का जल्द होगा कायाकल्प.

Jharkhand News: टाटानगर रेलवे स्टेशन (Tatanagar Railway Station) समेत चक्रधरपुर, राउरकेला और झारसुगुड़ा रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होगा. चारों स्टेशनों के विकास पर दो हजार करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव है. ये स्टेशन एयरपोर्ट की तरह दिखेंगे. प्रत्येक स्टेशन को विकसित करने पर 450- 500 करोड़ रुपये खर्च करने की स्वीकृति रेलवे बोर्ड से मिल गयी है.

DPR तैयार कर बोर्ड को भेजी जाएगी

चक्रधरपुर डीआरएम वीके साहू ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि डीपीआर तैयार कर डिवीजन छह माह में बोर्ड को भेज दी जायेगी. बोर्ड से स्वीकृत और बजटिंग होने की प्रक्रिया में तीन साल लगेंगे. इसके बाद किसी एजेंसी को काम दिया जायेगा. यह काम बिना रेल परिचालन बाधित किये किया 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके जायेगा. इस मौके पर सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक, एआरएम विनोद कुमार आदि मौजूद थे.

खुद्रा स्टेशन की तर्ज पर विकसित होंगे पांच स्टेशन

डीआरएम ने बताया कि रायरंगपुर, डांगुवापोसी, बादामपहाड़, बड़बिल समेत पांच स्टेशनों को खुर्दा स्टेशन की तर्ज पर विकसित किया जायेगा. इस पर 17 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि आसनबनी से झारसुगुड़ा तक चौथी लाइन का निर्माण भी किया जाना है. तीसरी लाइन का काम जून 2023 तक पूरा हो जायेगा. चौथी लाइन बनने से मालगाड़ी और ट्रेनों के परिचालन में आसानी होगी.

World Animal Day: रांची के बिरसा जैविक उद्यान के दो एशियाई शेरों को PVUN ने लिया गोद, पढ़ें पूरी खबर

World Animal Day: रांची के बिरसा जैविक उद्यान के दो एशियाई शेरों को PVUN ने लिया गोद, पढ़ें पूरी खबर

160 किलोमीटर प्रति घंटा से ट्रेन चलाने का लक्ष्य

रेल मंडल में फिलहाल 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेनें चल रही है. नौ माह में इन्हें 160 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलाने का लक्ष्य है. डीआरएम ने बताया कि गोविंदपुर स्टेशन पर अभी बंद कुछ मेमू एवं पैसेंजर ट्रेनों को स्टाॅपेज दिया जायेगा. गोविंदपुर स्टेशन को और विकसित किये जाने का प्लान है. बादामपहाड़-रायरंगपुर रेलमार्ग पर भी स्टेशनों में सुविधाएं बढ़ायी जाएगी. चक्रधरपुर डिवीजन में 20 लोडिंग प्वाइंट बनाये जाने हैं, जिनमें से 14 बनकर तैयार हो गये हैं, छह पर काम चल रहा है. निजी कंपनियां को भी प्वाइंट बनाने में मदद दी जायेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, टेक & ऑटो, क्रिकेट और राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

ट्रेन के कन्फर्म ई-टिकटों की कालाबाजारी, 21 पर्सनल आईडी से टिकट बुक करा बेचता था ब्लैक में

गुरुग्राम में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। यह आरोपी ट्रेन के कन्फर्म ई-टिकटों की कालाबाजारी करता था। आरोपी शख्स आईआरसीटीसी की पोर्टल पर पर्सनल आईडी का इस्तेमाल कर टिकट बनाता था। रेलवे नियमों के तहत इस तरीके से टिकट बेचना अवैध है।

gurugram fake id

हाइलाइट्स

  • शक्ति पार्क में आरपीएफ ने छापा मारकर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया
  • आईआरसीटीसी की पोर्टल पर पर्सनल आईडी का इस्तेमाल कर टिकट बनाता था
  • रेलवे नियमों के तहत इस तरीके से टिकट बेचना अवैध है, 24 टिकट बरामद

ऐसे किया जा 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके रहा था फर्जीवाड़ा
आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक आरोपी व्यक्ति ने अलग-अलग नाम से आईआरसीटीसी की पोर्टल पर आईडी बना रखी थीं। जो ट्रेन के खुलते ही कॉमन नाम से टिकट बुक कर ली जाती थी। जो एक टिकट में दो या तीन लोगों के नाम ऐड किए जाते थे और इन्हीं लोगों के मिलते जुलते नाम से ग्राहकों को एडवांस में बुकिंग टिकट बेच दी जाती थी। जो इमरजेंसी या त्योहार के चलते आदमी आसानी से खरीद लेते थे, क्योंकि त्योहारों पर ट्रेनों में काफी भीड़ बढ़ जाती है और कंफर्म टिकट मिलने की संभावना नहीं होती है।

हजारों यात्रियों का आवागमन
गुड़गांव से राजस्थान, गुजरात, 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके महाराष्ट्र, यूपी, बिहार, उत्तराखंड समय देश के अन्य हिस्सों में तीन जाती है। यहां से मुंबई, जम्मू, दिल्ली समेत देश के प्रमुख शहरों के लिए अच्छी कनेक्टिविटी है। ऐसे में फर्जी आईडी पर धड़ल्ले से टिकट जारी होने पर दूसरे व्यक्ति के नाम-पते पर देश के एक कोने से दूसरे कोने तक जाने की सुविधा है। यही नहीं, दूसरे शहरों में जाकर 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके इन आईडी के सहारे मोबाइल व अन्य महत्वपूर्ण सामान खरीदने, होटलों में ठहरने, आर्थिक अपराध से लेकर आतंकी नेटवर्क में दुरुपयोग की आशंकाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। गुड़गांव से रोजाना 20 से 25 हजार यात्री लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ते हैं।

आईपी पते की होगी जांच
आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक अगर किसी निजी अकाउंट से एक बार में 6 से ज्यादा तत्काल टिकट बुक होते हैं या लगातार उस अकाउंट से टिकट बुक हो रहे हैं तो आईपी पते के जरिए जांच की जाती है। साथ ही निजी अकाउंट से मिलने वाले टिकट पर लिखा होता है कि यह टिकट बिक्री के लिए नहीं है। ऐसे टिकट पर यात्रा करने वाला अगर वैध कागजात नहीं दिखा पाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके की जा सकती है।

ये है तत्काल का समय
एसी के लिए तत्काल बुकिंग सुबह 10 बजे और स्लीपर के लिए सुबह 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके 11 बजे का समय तय है। इसके पहले टिकट बुक नहीं होता। चंद सेकेंड में ही टिकटों की बिक्री हो जाती है, जिससे आम यात्री को लाभ नहीं मिल पाता और फर्जी आईडी बनाकर एजेंट टिकट बुक करवा लेते हैं।

Indian Railways: प्राइवेट ट्रेनों के साथ प्राइवेट मालगाड़ी भी चलाने की तैयारी में रेलवे

Indian Railways, Indian Railways Freight Trains, Private Trains In India: भारतीय रेलवे पटरी पर प्राइवेट ट्रेनें ही नहीं, बल्कि प्राइवेट मालगाड़ी भी दौड़ाने का फैसला किया है. बता दें कि जल्द ही पटरी पर प्राइवेट ट्रेनेंचलती नजर आएंगी. सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है कि मार्च 2023 से प्राइवेट ट्रेनें चलनी शुरू हो जाएंगी. इसके अलावा भारतीय रेलवे, प्राइवेट ट्रेनों के साथ प्राइवेट मालगाड़ी को भी चलाने की योजना बना रहा है.

Indian Railways, Indian Railways Freight Trains, Indian Railways Private Trains, Private Trains In India

Indian Railways, Indian Railways Freight Trains, Indian Railways Private Trains, Private Trains In India

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 27 जुलाई 2020,
  • (अपडेटेड 27 जुलाई 2020, 1:17 PM IST)

भारतीय रेलवे पटरी पर प्राइवेट ट्रेनें ही नहीं, बल्कि प्राइवेट मालगाड़ी भी दौड़ाने का फैसला किया है. बता दें कि जल्द ही पटरी पर प्राइवेट ट्रेनें (private trains) चलती नजर आएंगी. सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है कि मार्च 2023 से प्राइवेट ट्रेनें चलनी शुरू हो जाएंगी. इसके अलावा भारतीय रेलवे, प्राइवेट ट्रेनों के साथ प्राइवेट मालगाड़ी को भी चलाने की योजना बना रहा है. संभावना जताई जा रही है कि जब प्राइवेट ट्रेनें पटरी पर दौड़ना शुरू करेंगी, तो प्राइवेट मालगाड़ियों के लिए भी घोषणा कर दी जाएगी.

रेलवे, प्राइवेट मालगाड़ी चलाने के लिए डेडिकेटेड कोरिडोर को तेजी से ट्रैक कर रहा है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने कहा कि 2023 में प्राइवेट ट्रेनों के रोलआउट से पहले एक रेलवे रेगुलेटर बनाया जाएगा. चेयरमैन वीके यादव ने कहा कि एक बार डीएफसी के तैयार हो जाने के बाद हम प्राइवेट मालगाड़ी को चलाने की योजना बना रहे हैं. वे वैगन और कंटेनर में इंवेस्ट करेंगे. इस तरह रेगुलेटर के पास पैसेंजर ट्रेनों और मालगाड़ियों को रेगुलेट करने की जिम्मेदारी होगी.

उन्होंने कहा, प्राइवेट मालगाड़ी को दौड़ाने का फैसला सचिव के समूहों ने लिया, जिन्होंने सभी संभावित आर्थिक नजीतों पर विचार किया. बता दें कि प्राइवेट कंटेनर ट्रेन 2006 से सीमित तरीके से संचालित है. हालांकि, अन्य प्रकार की मालगाड़ियां को इजाजत नहीं दी गई हैं. वहीं, सड़क मार्ग की तुलना में रेलवे से सामान भेजना ज्यादा सस्ता पड़ता है.

151 प्राइवेट ट्रेनें शुरू करने की योजना

वहीं, भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने वर्ष 2023 से प्राइवेट ट्रेनें चलाने की दिशा में टाइमलाइन जारी करते हुए कहा कि वर्ष 2026-27 तक कुल 151 प्राइवेट ट्रेनें शुरू करने की योजना है. इसके तहत 2023 में प्राइवेट ट्रेनों के पहले सेट की शुरुआत होगी जिसमें 12 ट्रेनें चलाई जाएंगी. इन ट्रेनों को चलाने के लिए प्राइवेट कंपनियों की ओर से शुरुआत में करीब 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.

प्राइवेट ट्रेनें चलाने के लिए भारतीय रेलवे ने 8 जुलाई को रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन (आरएफक्यू) के लिए विज्ञापन जारी किया था. प्राइवेट ट्रेनें चलाने के लिए रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन प्रोसेस के नवंबर तक फाइनल होने की उम्मीद है. मार्च 2021 तक निविदाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा और मार्च 2023 से रेलगाड़ियों का संचालन शुरू हो जाएगा.

रेलवे के अनुसार, इनमें से 70 फीसदी प्राइवेट ट्रेनों का निर्माण भारत में 'मेक इन इंडिया' के तहत होगा. इसे चलाने वाली प्राइवेट कंपनी ही उसके मेंटेनेंस, खरीद और ट्रांसपोर्टेशन के लिए जिम्मेदार होगी. बताया जा रहा है कि प्रत्येक ट्रेन में कम से कम 16 डिब्बे होंगे. ट्रेनों को ऐसे डिजाइन किया जाएगा कि वे 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी.

पीएम मोदी के मिशन को जन-जन 2023 में TRON खरीदने के अन्य तरीके तक पहुंचाएगा पर्यावरण मंत्रालय, 2023 से शुरू होगा अभियान : यादव

पीएम मोदी के मिशन को पर्यावरण मंत्रालय जन-जन तक पहुंचाएगा। इसके लिए अभियान 2023 से शुरू किया जाएगा। मंत्रालय प्रधानमंत्री के मिशन के अनुसार पर्यावरण सहयोगी जीवनशैली अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करेगा। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दी।

नई दिल्ली,पीटीआइ : पर्यावरण मंत्रालय (Ministry of Environment) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के लाइफ मिशन का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य करेगा। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दी है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय प्रधानमंत्री के मिशन के अनुसार पर्यावरण सहयोगी जीवनशैली अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करेगा। इसके लिए 2023 से अभियान शुरू किया जाएगा।

पीएम मोदी ने अक्टूबर 2020 में मिशन को किया लांच

भूपेंद्र यादव ने यह बात 15 दिन चले अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में भाग लेकर लौटने के बाद कही है। पीएम मोदी ने यह मिशन संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस की उपस्थिति में अक्टूबर 2020 में लांच किया था। मिस्त्र में हाल ही में हुए पर्यावरण सम्मेलन में पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली की अवधारणा को कई देशों के प्रतिनिधियों ने बहुत पसंद किया और उसे प्रयोग में लाने की इच्छा जताई।

Mann Ki Baat: साल की आख‍िरी

प्रधानमंत्री के मिशन को बनाया जाएगा लोकप्रिय

पर्यावरण मंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री के मिशन को अब देश में लोकप्रिय बनाया जाएगा। इसके लिए नीति आयोग एक कार्यक्रम तैयार कर रहा है जिसमें निष्प्रयोज्य वस्तुओं के पुन: प्रयोग के तरीके बताए जाएंगे। साथ ही पानी और बिजली की खपत कम करने के सुझाव दिए जाएंगे।

भारत में कब-कब हुए बड़े आतंकी हमले

प्रदूषण होगा कम

उन्होंने कहा कि पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाने से प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। वैसे संयुक्त राष्ट्र और नीति आयोग इस दिशा में प्रयासों में पहले से ही लगे हुए हैं।

रेटिंग: 4.84
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 307