© Reuters. वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में कम होगी महंगाई: आरबीआई गवर्नर

क्रिप्टोकरेंसी बिल पर जल्द हो सकता है आखिरी फैसला, क्रिप्टो को 'असेट' के तौर पर GST के तहत लाने के सुझाव

Cryptocurrency Draft Bill : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही क्रिप्टोकरेंसी के नियामकीय फ्रेमवर्क पर आखिरी फैसला ले सकते हैं. वहीं. भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने क्रिप्टो या डिजिटल करेंसी को एक खास तरह की प्रतिभूति मानने और उस पर प्रतिभूति संबंधी मौजूदा नियमों के बजाय नए नियम लागू करने का सुझाव दिया है.

क्रिप्टोकरेंसी बिल पर जल्द हो सकता है आखिरी फैसला, क्रिप्टो को

Cryptocurrency Bill Draft : क्रिप्टोकरेंसी बिल ड्राफ्ट पर हो सकता है आखिरी फैसला.

भारत में क्रिप्टोकरेंसी बिल (Cryptocurrency Bill) को लाने की तैयारियां चल रही हैं. इस बीच क्रिप्टोकरेंसी बिल के ड्राफ्ट को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं. अलग-अलग कयास और उम्मीदें लगाई जा रही हैं. इस बीच भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने क्रिप्टो या डिजिटल करेंसी को एक खास तरह की प्रतिभूति मानने और उस पर प्रतिभूति संबंधी मौजूदा नियमों के बजाय नए नियम लागू करने का सुझाव दिया है. संगठन ने यह सुझाव भी दिया है कि इन्हें आयकर कानून और जीएसटी कानून के दायरे में भी लाना चाहिए. कई मार्केट एनालिस्ट्स ने भी क्रिप्टो को करेंसी के बजाय असेट यानी संपत्ति की परिभाषा में रखने की बात कही है.

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वहीं, एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही क्रिप्टोकरेंसी के नियामकीय फ्रेमवर्क पर आखिरी फैसला ले सकते हैं. Reuters ने शुक्रवार को Economic Times की एक रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देते हुए बताया है कि वित्त मंत्रालय ने क्रिप्टोकरेंसी पर ड्राफ्ट बिल तैयार कर लिया है, लेकिन सरकार के कुछ हिस्सों का मानना है कि अभी इसपर और चर्चा किए जाने की जरूरत है. रिपोर्ट में बताया गया है कि आज अधिकारी एक बैठक कर सकते हैं, जिसके बाद बिल पर एक आखिरी सहमति बन सकती है. बता दें कि बिल अभी चल रहे संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाना है.

CII ने कौन-कौन से कदम उठाने की दी है सलाह?

CII ने एक बयान में कहा है कि क्रिप्टो या डिजिटल मुद्राओं को एक विशेष प्रतिभूति मानने के बाद उन पर नियामकीय निगरानी सिर्फ प्रतिभूति जारी करने तक ही नहीं बल्कि उनके सौदों एवं कब्जे पर भी रखी जाए. सीआईआई का कहना है कि इन क्रिप्टोकरेंसी के लिए भारत में केंद्रीकृत एक्सचेंज बनाए जा सकते हैं लेकिन उनका सेबी के पास पंजीकरण कराना जरूरी हो और उन्हें केवाईसी संबंधी मानकों का बखूबी पालन करना होगा. इसके साथ ही इन एक्सचेंज को प्रतिभागियों के पास मौजूद क्रिप्टो या डिजिटल मुद्राओं को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी निभानी होगी.

सीआईआई ने इसके लिए केंद्रीकृत एक्सचेंज के पास न्यूनतम पूंजी एवं गारंटीशुदा फंड को भी सुनिश्चित करने का सुझाव दिया है. उसने शर्त रखी है कि एक्सचेंजों को समय-समय पर निर्धारित होने वाली निवेशक खुलासा संबंधी शर्तों को भी पूरा करना होगा.

क्रिप्टो पर टैक्स भरने की सलाह

क्रिप्टो बिल आने से पहले क्रिप्टो पर टैक्स भरने की चर्चा भी जोर पकड़ रही है. क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा एक बहुत बड़ा मुद्दा उससे होने वाली आय का है. वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रखा है या उससे उन्हें जो आय हुई है उसका इनकम टैक्स रिटर्न में खुलासा नहीं किया है तो वो परेशानी में पड़ सकते हैं. उनका कहना है कि आधे लोगों ने इसे बिजनेस इनकम दिखाया है. वो ये मान रहे हैं कि 30 प्रतिशत टैक्स चुकाकर वो बच जाएंगे.

लेकिन अगर क्रिप्टोकरेंसी पर 50-60 फीसदी टैक्स लगता है तो उन्हें नुकसान होगा. ऐसे में पिछले वित्त वर्ष का 2020-21 के आईटीआर नहीं भरा है तो इसका ध्यान जरूर रखें. अगर आईटीआर भर चुके हैं और इसका उल्लेख नहीं किया है तो कर विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है.

Video : कॉफी एंड क्रिप्टो - बैन नहीं होगा क्रिप्टो, असेट क्लास का मिल सकता है दर्जा

2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है

अगले साल ITR फॉर्म में नया कॉलम, क्रिप्टो निवेशकों को इन पांच बातों का जानना है जरूरी

ITR For Crypto Currency, NFT Income in FY 2022-23: वित्त वर्ष 2023 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल एसेट्स पर 30 फीसदी की दर से (सेस व सरचार्ज अतिरिक्त) टैक्स लगाने का प्रावधान किया है. रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज के मुताबिक अगले साल अब आईटीआर फॉर्म में एक अलग कॉलम होगा जिसमें टैक्सपेयर्स क्रिप्टो व अन्य वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से हुई कमाई का खुलासा कर सकेंगे. इस कमाई पर उसी तरीके से टैक्स कैलकुलेट किया जाएगा जैसे कि घुड़दौड़ जैसे अन्य स्पेक्यूलेटिव ट्रांजैक्शंस पर होता है. इन पर कोई डिडक्शन या अलाउंस नहीं मिलेगा और नुकसान को अन्य स्रोत से हुई आय से सेट ऑफ यानी एडजस्ट भी नहीं किया जा सकेगा. क्रिप्टो निवेशकों को इन पांच बातों को जानना चाहिए-

क्रिप्टो पर टैक्स प्रावधान नया नहीं
बजाज के मुताबिक क्रिप्टो व अन्य वर्चुअल डिजिटेल एसेट्स (VDAs) से हुई हमेशा से टैक्स के दायरे में थी और टैक्सपेयर्स को आईटीआर में इसे अन्य स्रोत से हुई आय के रूप में दिखाना होता था. अब नया यह हुआ है कि इस मुद्दे को लेकर बजट में निश्चितता लाई गई है. हालांकि बजाज के मुताबिक बजट के प्रावधान का इसकी वैधता से कोई लेना-देना नहीं है और इसे लेकर संसद में बिल आने पर ही स्थिति तय की जा सकती है.

वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में कम होगी महंगाई: आरबीआई गवर्नर

शेयर बाजार 09 जुलाई 2022 ,17:15

वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में कम होगी महंगाई: आरबीआई गवर्नर

© Reuters. वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में कम होगी महंगाई: आरबीआई गवर्नर

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

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नई दिल्ली, 9 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शनिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में भारत में मुद्रास्फीति (महंगाई) धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है।इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक ग्रोथ, नई दिल्ली द्वारा आयोजित कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में बोलते हुए, दास ने कहा, बाजार आपूर्ति के ²ष्टिकोण से सही दिखाई दे रहा है और कई उच्च आवृत्ति संकेतक 2022-23 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में रिकवरी की ओर इशारा कर रहे हैं। हमारा वर्तमान आकलन यह है कि 2022-23 की दूसरी छमाही में महंगाई धीरे-धीरे कम हो सकती है।

भारत में महंगाई के इतिहास पर बात करते हुए, आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा, 2022 की शुरुआत में महंगाई वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही तक चार प्रतिशत के लक्ष्य दर से काफी कम होने की उम्मीद थी, 2022-23 के लिए अनुमानित औसत महंगाई दर 4.5 प्रतिशत है।

आरबीआई गवर्नर ने यह भी कहा है कि वर्तमान दौर मुद्रास्फीति के ग्लोबलाइजेशन का है। पूरी दुनिया इससे प्रभावित हो रही है। आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि कोरोना महामारी से प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था में सुधार होने लगा है मगर महंगाई अब भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है और यह अब भी केंद्रीय बैंकों के अनुमानों के ऊपर है।

दास ने कहा, मैक्रो-इकनॉमिक और फाइनेंशियल स्टैबिलिटी बनाए रखने के लिए मूल्य स्थिरता जरूरी है। इसलिए केंद्रीय बैंक व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखने और इसे बढ़ावा देने के उपाय करेगा। हमारे नियंत्रण से परे कारक अल्पावधि में मुद्रास्फीति को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन मध्यम अवधि में इसकी चाल मौद्रिक नीति द्वारा निर्धारित होगी।

उन्होंने आगे कहा, इसलिए, मौद्रिक नीति को मुद्रास्फीति को स्थिर करने के लिए समय पर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि अर्थव्यवस्था को मजबूत स्थिति में और सतत वृद्धि की राह पर कायम रखा जा सके।

उन्होंने कहा कि 2022-23 के लिए व्यावसायिक पूवार्नुमानकर्ताओं के सर्वेक्षण से पांच प्रतिशत पर औसत मुद्रास्फीति अनुमान भी काफी सौम्य रहा।

उन्होंने कहा कि हालांकि, यह फरवरी 2022 से रूस-यूक्रेन युद्ध से आगे निकल गया, जिससे वैश्विक कच्चे तेल और अन्य कमोडिटी की कीमतों में तेज उछाल आया।

दास ने कहा, वैश्विक खाद्य कीमतें मार्च में ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं और उनका प्रभाव खाद्य तेल, फीड लागत और घरेलू गेहूं की कीमतों में महसूस किया गया। अभूतपूर्व गर्मी की लहर के कारण रबी गेहूं के उत्पादन में कमी ने गेहूं की कीमतों पर और दबाव डाला।

उनके अनुसार, आरबीआई का उद्देश्य अर्थव्यवस्था की रक्षा करना और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखना है।

उन्होंने कहा, हमारा प्रयास सॉफ्ट लैंडिंग सुनिश्चित करने का रहा है। ये उद्देश्य आज भी हमारे कार्यों का मार्गदर्शन करते हैं और भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा।

दास ने कहा कि वैश्वीकरण के लाभ कुछ जोखिमों और चुनौतियों के साथ आते हैं। जटिल आपूर्ति श्रृंखलाओं के माध्यम से दुनिया भर में खाद्य, ऊर्जा, वस्तुओं और महत्वपूर्ण आदानों 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है की कीमतों पर आघात पहुंचाया जाता है।

उन्होंने कहा, वास्तव में, हाल के घटनाक्रम घरेलू मुद्रास्फीति की गतिशीलता और व्यापक आर्थिक विकास में वैश्विक कारकों की अधिक मान्यता के लिए कहते हैं, जो बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए देशों के बीच नीतिगत समन्वय और संवाद को बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।

उनके अनुसार, इस तरह के अपरिहार्य वैश्विक झटकों के खिलाफ इंश्योरेंस अंतत: ठोस आर्थिक बुनियादी बातों, मजबूत संस्थानों और स्मार्ट नीतियों पर बनाया गया है। व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए मूल्य स्थिरता महत्वपूर्ण है।

दास ने कहा, हम व्यापक आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने और बढ़ावा देने के व्यापक लक्ष्य के साथ अपनी नीतियों को जांचना जारी रखेंगे। इस प्रयास में, हम अपने संचार में स्पष्ट और पारदर्शी रहते हुए अपने ²ष्टिकोण में लचीला बने रहेंगे।

अगर आप Crypto में पैसा लगाते हैं तो ये खबर जरूर पढ़ें, Online Game खेलने वाले गलती से भी न छोड़ें; 62 करोड़ डॉलर के क्रिप्टो चोरी

San Francisco: अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करते हैं तो ये खबर आपके लिए है. अगर आप ऑनलाइन गेम भी खेलते हैं तो आप इस खबर को छोड़ने की गलती बिल्कुल न करें. क्रिप्टो करेंसी के लिए आजकल लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है और ऑनलाइन गेम अकेलेपन को दूर करने का सबसे बड़ा हथियार बन गया है. हैकरों ने इन्हीं कमजोरियों का फायदा उठाते हुए एक डिजिटल लेजर से 62 करोड़ डॉलर से ज्यादा की क्रिप्टो करेंसी चुरा ली है.

Updated: March 30, 2022 12:02 PM IST

अगर आप Crypto में पैसा लगाते हैं तो ये खबर जरूर पढ़ें, Online Game खेलने वाले गलती से भी न छोड़ें; 62 करोड़ डॉलर के क्रिप्टो चोरी

San Francisco: अगर आप क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करते हैं तो ये खबर आपके लिए है. अगर आप ऑनलाइन गेम (Online Game) भी खेलते हैं तो आप इस खबर को छोड़ने की गलती बिल्कुल न करें. हैकर्स (Hackers) क्या कुछ सकते हैं, इसको लेकर शायद ही किसी को कोई शक हो. क्रिप्टो करेंसी के लिए आजकल लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है और ऑनलाइन गेम अकेलेपन को दूर करने का सबसे बड़ा हथियार बन गया है. हैकरों ने इन्हीं कमजोरियों का फायदा उठाते हुए एक डिजिटल लेजर से 60 करोड़ डॉलर से ज्यादा की क्रिप्टो करेंसी चुरा ली है. इस डिजिटल लेजर (Digital Ledger) का इस्तेमाल मशहूर ऑनलाइन गेम एक्सी इनफिनिटी (Axie Infinity) खेलने वाले लोग करते हैं.

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रोनिन नेटवर्क (Ronin Network) ने बताया कि उसके ब्लॉकचेन (Blockchain) में मौजूद 1 लाख, 73 हजार, 600 ईथर (Ether) और 2 करोड़, 50 लाख से ज्यादा मूल्य के स्टेबलकॉइन को निशाना बनाया गया है. बताया गया कि 23 मार्च को जब यह चोरी की गई उस समय इसकी कीमत 54 करोड़ डॉलर से अधिक थी. मंगलवार को जब इसका खुलासा हुआ उस समय चोरी किए गए क्रिप्टो की वैल्यू 615 मीलियन यानी 61.5 करोड़ डॉलर आंकी गई. इस तरह से यह क्रिप्टो करेंसी की दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी चोरी है. कंपनी ने रोनिन ब्रिज पर 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है फिलहाल रोक लगा दी है, ताकि फिर कोई हमला न हो.

रोनिन नेटवर्क ने इस चोरी की जानकारी देते हुए जो पोस्ट किया, उसमें बताया कि चोरी किया गया ज्यादातर फंड अब भी हैकरों के वॉलेट में ही मौजूद है. कंपनी ने बताया कि स्काई मेविस और बैटल और ट्रेडिंग गेम एक्सी इनफिनिटी के निर्माताओं को सुरक्षा में इस चूक की जानकारी तक मिली, जब एक यूजर ने बताया कि वह अपने ईथर विदड्रा नहीं कर पा रहे हैं.

हालांकि, रोनिन नेटवर्क अब भी हैकिंग के इस मामले की जांच कर रहा है, लेकिन हैकर्स के पास डिजिटल फंड को निकालने के लिए जरूरी प्राइवेट पासवर्ड मौजूद हैं. रोनिन नेटवर्क का कहना है, हम जानते हैं कि विश्वास अर्जित करना होगा और भविष्य में भी ऐसे हमलों को रोकने के लिए जरूरी मजबूत सुरक्षा उपायों व प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करना होगा, 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है ताकि ऐसे किसी हमले से बचा जा सके.

रोनिन के अनुसार वह लगातार कानूनी प्रवर्तन अधिकारियों, फॉरेंसिक क्रिप्टोग्राफरों और अपने निवेशकों के साथ काम कर रहे हैं, ताकि किसी भी यूजर को कोई नुकसान न हो.

ज्ञात हो कि इसी साल जनवरी में हैकरों ने ब्लॉकचेन आधारित डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस प्लेटफॉर्म बैजरडाओ (BadgerDAO) से 12 करोड़ डॉलर मूल्य के क्रिप्टो टोकन चुरा लिए थे. इससे पहले कि यह प्लेटफॉर्म इस साइबर अटैक 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है को रोक पाता, हैकरों ने कई वॉलेट को खाली कर दिया था. पिछले साल दिसंबर में भी साइबर अपराधियों ने 8 करोड़ डॉलर मूल्य की क्रिप्टो करेंसी क्यूबिट फाइनेंस से भी चुरा ली थी.

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Amazon अगले साल तक करेगी कर्मचारियों की छंटनी, जानिए कंपनी के सीईओ ने दी क्या जानकारी

Amazon Layoff News: Amazon का शीर्ष नेतृत्व विभिन्न स्तर पर छंटनी के लिए कार्यबल का विश्लेषण करेगा. जस्सी ने कहा कि वे इस चीज को सबसे पहले रखेंगे कि उनके ग्राहकों एवं कंपनी की लंबी अवधि की सेहत के लिए कौन सी चीजें सबसे ज्यादा जरूरी हैं.

Amazon Lay off News

उन्होंने एक नोट में कहा, "पूरी कंपनी के लीडर्स अपनी टीम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और वर्कफोर्स लेवल, भविष्य के निवेश की जरूरत और ग्राहकों तथा बिजनेस की लंबी अवधि की सेहत से जुड़ी प्राथमिकताओं पर गौर कर रहे हैं. इस साल का रिव्यू कठिन है क्योंकि इकोनॉमी की हालात चुनौतीपूर्ण बनी हुई है और पिछले कई वर्षों के दौरान हमने तेजी से हायरिंग की है."

2023 की शुरुआत में प्रभावितों को किया जाएगा सूचित

Jassy ने दावा किया कि प्रभावित कर्मचारियों को 2023 की शुरुआत में फैसले से अवगत करा दिया जाएगा. उन्होंने कहा, "उन निर्णयों के बारे में 2023 की शुरुआत में प्रभावित कर्मचारियों एवं संगठनों को जानकारी दी जाएगी. हमने अब तक यह काम पूरा नहीं किया है कि वास्तव में कितने पदों पर असर देखने को मिलेगा (हम जानते हैं कि हमारे स्टोर और पीएक्सटी ऑर्गनाइजेशन में छंटनी होगी) लेकिन हर टीम लीडर डिटेल्स तैयार होने के बाद अपनी संबंधित टीमों को सूचित कर देगा. जैसा इस हफ्ते भी हुआ हम व्यापक रूप से सार्वजनिक या आंतरिक ऐलान से पहले सीधे प्रभावित कर्मचारियों से संवाद करेंगे."

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