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BitCoin: क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े ये चार तथ्य जानकर आपके होश उड़ जाएंगे

देश और दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) की लोकप्रियता दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। निवेश के परंपरागत माध्यमों की तुलना में cryptocurrency में जोखिम के साथ-साथ रिटर्न भी ज्यादा है। मार्केट में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) निवेश के लिए उपलब्ध हैं। ऐसे में निवेश के लिए सही क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) का चुनाव करना बहुत जरूरी है।

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BitCoin: क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े ये चार तथ्य जानकर आपके होश उड़ जाएंगे

हर तरफ क्रिप्टो की चर्चा

पिछले कुछ साल में समय में आपने बिटकॉइन (BitCoin) के भाव में उतार-चढ़ाव से जुड़ी खबरें जरूर देखी होंगी। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर आपने डॉगकॉइन (DogeCoin) से जुड़े मीम भी जरूर देखे होंगे। वास्तव में पिछले कुछ समय में क्रिप्टो करेंसी (CryptoCurrancy) से संबंधित काफी खबरें आ रही हैं। क्रिप्टोकरेंसी का लोगों में क्रेज बढ़ा है। खबरों में आने की सबसे बड़ी वजह CryptoCurrancy का बेहतरीन रिटर्न होना है।

बिटकॉइन और RIL

-ril

पिछले कुछ सालों में क्रिप्टो (Crypto) का ​क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े अहम तथ्य बाजार बहुत तेजी से बढ़ा है। भारत में करीब 15 क्रिप्टो (Crypto) एक्सचेंज कामकाज कर रहे हैं जिनका रोजाना का कारोबार करीब ₹1500 करोड़ का है। बिटकॉइन (BitCoin) का मार्केट कैप 50,57,561 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह देश की सबसे अमीर कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के मार्केट कैप 14,11,500 करोड़ से करीब 3 गुना है।

क्रिप्टो का विशाल बाजार

इस समय दुनिया भर में जितनी भी क्रिप्टोकरंसी में ट्रेडिंग की जा रही है उन सब का मार्केट कैप 1635 अरब डॉलर है। अकेले बिटकॉइन का मार्केट कैप 50 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है। यह भारत में छह बड़ी कंपनियों के मार्केट कैप से अधिक है। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस टेक्नोलॉजी, हिंदुस्तान युनिलीवर और एचडीएफसी शामिल है। अगर बात दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी इथेरियम की करें तो उसका मार्केट कैप भारत की अगली 6 लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप के बराबर है। इसका मतलब यह है कि दुनिया की 2 सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी भारत की 12 बड़ी कंपनियों से ज्यादा बड़ी है।

रोजाना का कारोबार

भारत में इस समय क्रिप्टोकरंसी की कुल ट्रेडिंग के रोजाना के आंकड़े करीब 1500 करोड़ रुपये के हैं। भारत में शेयर बाजार में रोजाना ₹2,00,000 की ट्रेडिंग होती है। इस हिसाब से क्रिप्टो करेंसी में इस समय शेयर बाजार की तुलना में 1 फ़ीसदी से भी कम रकम की ट्रेडिंग हो रही है।

बढ़ रही है निवेशक की संख्या

भारत में इस समय करीब एक करोड़ एक्टिव इन्वेस्टर हैं जो क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग करते हैं। शेयर बाजार में निवेश करने वाले और ट्रेडर की संख्या करीब 6 करोड़ है। शेयर बाजार की तुलना में करीब 20 फ़ीसदी लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश और ट्रेडिंग कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल कॉइन खरीदने कारोबार में 1.5 करोड़ से अधिक भारतीय शामिल हैं।

क्रिप्टो में हर वक्त निवेश

शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का एक समय निर्धारित है। आप सुबह 9:00 बजे से शाम 3:30 बजे तक ही ट्रेड कर सकते हैं। क्रिप्टो मार्केट में ट्रेडिंग का कोई फिक्स समय नहीं है। क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज 24 घंटे खुले रहते हैं। इनमें कोई छुट्टी, शनिवार रविवार या वीकेंड नहीं होता। आप सिर्फ दिन में ही नहीं रात में भी क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग कर सकते हैं। शेयर और बॉन्ड मार्केट के कामकाज करने का निर्धारित समय है जबकि वीकेंड और छुट्टियों वाले दिन इन एक्सचेंज में कारोबार नहीं होता।

Cryptocurrency: निवेश, कानून, टैक्स, रिस्क क्या है? HOLD करें या बेचें? जानें मन में चल रहे सभी सवालों के जवाब

Cryptocurrency latest news: क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में हल्ला मचा है. कुछ देशों में इसे लीगल टेंडर माना है. वहीं, कहीं पूरी तरह से बैन है. हालांकि, कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां इस पर कोई सफाई नहीं है. अब भारत में इसको लेकर रेगुलेशन तैयार होने हैं.

Cryptocurrency: केंद्र सरकार की क्रिप्टोकरेंसी पर शिकंजा कसने की तैयारी है. खबर के बाद से ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी का भाव गिर गए हैं. क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट (Regulation on Cryptocurrency) करने वाला विधेयक पेश करेगी. बिल (Cryptocurrency bill) में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Private Cryptocurrency) पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है.

RBI को मिलेगी डिजिटल करेंसी का फ्रेमवर्क

क्रिप्टोकरेंसी टेक्नोलॉजी (Cryptocurrency technologies) को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील भी दे सकती है. हालांकि, किने क्रिप्टोकरेंसी में ढील दी जाएगी ये साफ नहीं है. वहीं, बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा.

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क्रिप्टो में अभी तक क्या हुआ?

क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन (Cryptocurrency regulations) के लिए संसद में बिल लाएगी सरकार. बिल में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Private Cryptocurrency) पर पाबंदी लगाने की चर्चा है. कुछ अपवादों को छोड़कर निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगना तय है. RBI अपनी खुद की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करेगा. दूसरे देशों में देखें तो अमेरिका (US), यूरोप समेत कई बड़े देशों में फिलहाल क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेशन नहीं है.

क्रिप्टो को कानूनी दर्जा कहां?

El Salvador, क्यूबा और यूक्रेन में क्रिप्टो के लिए अलग कानून है. दुनिया में केवल El Salvador में क्रिप्टोकरेंसी लीगल टेंडर (Cryptocurrency legal tender) है. IMF ने El Salvador में क्रिप्टो को लीगल करेंसी इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई थी. वहीं, क्रिप्टोकरेंसी पर चीन, इंडोनेशिया, Egypt में पूरी तरह से बैन है. वियतनाम, रूस, ईरान और तुर्की में क्रिप्टो पर आंशिक रूप से बैन किया गया है.

भारत में क्रिप्टो मार्केट का हाल

- भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है.
- भारत में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है.
- भारत की 7% से ज्यादा जनसंख्या के पास क्रिप्टोकरेंसी मौजूद.
- भारत में ​क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े अहम तथ्य क्रिप्टोकरेंसी में 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश.
- क्रिप्टो में निवेश करने वालों की औसतन उम्र 24 साल.
- 60% क्रिप्टो निवेशक टियर II और टियर III शहरों से हैं.
- भारत में छोटे एक्सचेंज के अलावा 16 एक्सचेंज पर क्रिप्टो ट्रेडिंग होती है.
- 65% लोगों ने पहले इन्वेस्टमेंट के तौर पर क्रिप्टो में निवेश किया है.

भारत Vs ग्लोबल

दुनियाभर में क्रिप्टो निवेशकों की संख्या
देश निवेशक
भारत 10 करोड़
अमेरिका 2.74 करोड़
रूस 1.74 करोड़
नाइजीरिया 1.3 करोड़

भारत Vs ग्लोबल

- भारत में 16 एक्सचेंजेज, दुनिया में 308 एक्सचेंज.
- कुल 10 हजार से ज्यादा क्रिप्टो करेंसी.

क्रिप्टो में क्या हुआ?

क्रिप्टो के एक्सचेंज

एक्सचेंज (प्रतिदिन वॉल्यूम $)
BINANCE $35 अरब
OKEx $10 अरब
COINBASE $7.4 अरब
KRAKEN $1.47 अरब
BITFINEX $1.04 अरब
WAZIRX $27.5 करोड़
COINDCX $11.2 करोड़
ZEBPAY $3.6 करोड़

क्रिप्टो में निवेश पर खर्च

- हर एक्सचेंज पर चार्जेज अलग-अलग.
- प्रति ट्रेड 0.5-1% की फीस.
- बैंक से वॉलेट में पैसे डालने पर 5-20 रुपए फीस.
- पैसे निकलने के लिए भी देनी होती है फीस.
- AMC फीस 30-300 रुपए प्रति महीने.

क्या है भारत में कानून ?

क्रिप्टो पर कानून

- 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने RBI के प्रतिबंध को हटाया.
- भारत में क्रिप्टो अवैध नहीं.
- बैंक क्रिप्टो खरीदने-बेचने से इनकार नहीं कर सकते.

सरकार क्यों ला रही है रेगुलेशन ?

RBI की चिंता

- क्रिप्टोकरेंसी के चलते इकोनॉमी में अस्थिरता संभव.
- क्रिप्टो का असर महंगाई और फॉरेक्स पर संभव.
- RBI का जल्द डिजिटल करेंसी लाने का प्रस्ताव.

सरकार क्यों ला रही है रेगुलेशन?

- निवेशकों के निवेश की सुरक्षा जरूरी.
- क्रिप्टो से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों पर रोक जरूरी.
- टेरर फंडिंग, हवाला में क्रिप्टो का इस्तेमाल.
- क्रिप्टो पर रोक संभव नहीं, लेकिन रेगुलेशन जरूरी: स्थायी समिति.
- PM मोदी की तमाम देशों से अपील, गलत हाथों में ना जाए क्रिप्टो.
- RBI और SEBI भी क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित.

क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?

क्रिप्टो के क्या हैं पॉजिटिव?

- नए जमाने की एसेट क्लास.
- नई टेक्नोलॉजी पर बना है.
- सरकार या रेगुलेटर का कोई हस्तक्षेप नहीं.
- लेनदेन में प्राइवेसी.

क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?

- सरकार ​क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े अहम तथ्य या सेंट्रल बैंक का कोई कंट्रोल नहीं.
- गलत कामों में इस्तेमाल की आशंका.
- फ्रॉड और स्कैम के कई मामले.
- बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव.
- ट्रांजैक्शन चार्ज ​क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े अहम तथ्य बहुत ज्यादा.

किन बातों पर साफ नियम बनाने की जरूरत

1. किसे पब्लिक या किसे प्राइवेट क्रिप्टो माना जाए?
2. क्या सिर्फ लेनदेन पर लगेगी रोक या निवेश पर भी?
3. जिनके पास क्रिप्टो है उनका क्या होगा?
4. क्रिप्टो को कौन रेगुलेट करेगा?
5. सरकार क्रिप्टो को क्या मानेगी, लेनदेन की करेंसी या निवेश के लिए एसेट?
6. टैक्स कितना लगेगा?

टैक्स कितना लगेगा?

- शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स?
- GST?
- STT?
- कोई टैक्स नहीं?

क्या क्रिप्टोकरेंसी को खत्म कर देगा RBI का ई-रुपी, समझिए पूरा मामला

भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने पिछले महीने अपनी डिजिटल करेंसी पर एक कॉन्सेप्ट नोट प्रकाशित किया. यह आरबीआई को कई केंद्रीय बैंकों (अंतिम गणना में 60 से ज्यादा) में से एक बनाता है.

क्या क्रिप्टोकरेंसी को खत्म कर देगा RBI का ई-रुपी, समझिए पूरा मामला

(आर श्रीधरण) भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने पिछले महीने अपनी डिजिटल करेंसी पर एक कॉन्सेप्ट नोट प्रकाशित किया. यह आरबीआई को कई केंद्रीय बैंकों (अंतिम गणना में 60 से ज्यादा) में से एक बनाता है, जो अत्यधिक संदिग्ध और अस्थिर क्रिप्टोकरेंसी के जवाब में अपनी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पर काम कर रहे हैं. केंद्रीय बैंक अपनी CBDC के बारे में क्या सोच रहे हैं. जवाब साफ है. क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता ने उन्हें चिंतित कर दिया है. करीब 900 बिलियन डॉलर की वैश्विक पूंजी के साथ आज 20,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं (उनके मूल्यों में भारी गिरावट के बावजूद – 9 नवंबर, 2021 को अकेले बिटकॉइन का मार्केट कैप 1.28 ट्रिलियन डॉलर था).

मैं उस खेमे में से हूं जिनका मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई वास्तविक मूल्य नहीं होता (इसलिए इसे उपयुक्त उपनाम ‘शिटकॉइन’ दिया गया है जो बाजार में उथल-पुथल ला सकती है), लेकिन उसके पीछे की ब्लॉकचेन तकनीक काफी काम की चीज है. आज कोई भी शक्तिशाली कंप्यूटर वाला व्यक्ति अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च कर ‘माइनिंग’ कर सकता है. यह एक अच्छी प्रिंटिंग प्रेस वाले किसी भी व्यक्ति का खुद का नोट छाप कर चलाने जैसा है.

यह व्यवस्थित लेकिन हमेशा नाजुक रहने वाली मौद्रिक प्रणाली है, जो वित्तीय बाजारों में एक व्यवधान की तरह है जिससे केंद्रीय बैंक सबसे ज्यादा डरते हैं. इसलिए अधिकांश केंद्रीय बैंकों ने क्रिप्टो को वैधता नहीं दी है. वास्तव में कई ने तो उन पर प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि, केंद्रीय बैंक इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा के लाभ को देख रहे हैं. वे यूजर्स को क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित जोखिम के बिना उसकी सभी सुविधा देने की सोच रहे हैं. (मेरे अनुसार नकद प्रबंधन के खर्चों पर महत्वपूर्ण बचत जैसे दूसरे कारण भी हैं, लेकिन डिजिटल करेंसी शुरू करने की सोच के पीछे केवल यही मुख्य कारण नहीं हैं.)

ई-रुपी बनाम क्रिप्टो

इससे पहले कि हम जानें की ई-रुपी क्या है और यह कैसे काम करेगा, आइए सबसे पहले सारांश में ई-रुपी और क्रिप्टोकरेंसी के बीच का अंतर जान लें:

• बिटकॉइन के विपरीत ई-रुपी एक फिएट मुद्रा होगी, जिसके पीछे एक जारी करने वाला प्राधिकरण (अथॉरिटी) होगा. जबकि बिटकॉइन के पीछे कोई जारी करने वाला प्राधिकरण नहीं होता है.

• ई-रुपी का मूल्य पारंपरिक रुपये के बराबर होगा और इसमें विनिमय करने की शक्ति होगी, इसलिए यह क्रिप्टो की तरह अस्थिर नहीं होगा.

• ई-रुपी को क्रिप्टो की तरह एक डिस्ट्रीब्यूटेड पब्लिक लेजर (Ledger) की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि रिकॉर्ड रखने का काम केंद्रीय बैंक करेगा. हालांकि, यह मध्यस्थ बैंकों को खत्म करने के लिए स्मार्ट टोकन जैसी ब्लॉकचेन तकनीक की कुछ विशेषताओं का इस्तेमाल कर सकता है.

• क्रिप्टो की तरह, ई-रुपी लेन-देन को रफ्तार देगा और लेन-देन की लागत को कम या खत्म कर देगा. क्रिप्टो की तरह, टोकन-आधारित ईरुपी के मामले में अकाउंट को रखने वाला इसका स्वामी होगा.

सीबीडीसी कैसे काम करेगी?

अब अगर आप सोच रहे हैं कि ई-रुपी और डिजिटल बैंकिंग में क्या अंतर है, तो इसका जवाब यह है कि ई-रुपी केंद्रीय बैंक (रिजर्व बैंक) की देनदारी होगी, जो इसकी बही-खातों में दिखाई गई होगी. इसके विपरीत आपके कमर्शियल बैंक खाते में मौजूद डिजिटल पैसा बैंक की देनदारी होती है और वह अकेले ही लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है. इसके अलावा बैंक में जमा पैसा आपको ब्याज से आय देता है, लेकिन ई-रुपी के साथ होल्डिंग्स पर ब्याज के भुगतान के पक्ष और विपक्ष दोनों के अपने तर्क हैं. कारण: सीबीडीसी को बैंक में जमा धन के साथ प्रतिस्पर्धा करने से रोकना है. आरबीआई आखिर में, जो भी निर्णय ले मगर यह निश्चित है कि ई-रुपी पारंपरिक रुपये के साथ सह-अस्तित्व में होगा.

आरबीआई की नोट की तरह, सीबीडीसी के दो अलग-अलग यूजर्स होंगे: पहला, खुदरा (आप और मेरे जैसे लोग) और दूसरा थोक यानी बैंक. बैंक सीबीडीसी का इस्तेमाल दूसरे बैंकों से लेन-देन में करेंगे. जबकि आप और हम नियमित लेनदेन के लिए इसके टोकन-आधारिक वर्जन का इस्तेमाल करेंगे.

क्या सीबीडीसी क्रिप्टो को खत्म कर देगा?

क्रिप्टो जमा करने वाले सीबीडीसी पर पैनी नजर रखे हुए हैं. उन्हें केंद्रीय बैंकों के अपने क्षेत्र में दखल देने का विचार पसंद नहीं आ रहा है. आखिरकार, बिटकॉइन मौद्रिक रुपये को खत्म करने के उद्देश्य से सामने आया. यह किसी देश के मुद्रा पर कब्जे के खिलाफ एक विद्रोह जैसा था. बिटकॉइन के समर्थकों ने सवाल किया कि किसी मुद्रा को जारी करने, बढ़ाने या मूल्य कम करने की शक्ति केवल उसे जारी करने वाले देश के हाथ में ही क्यों हो? राष्ट्र के बजाय लोगों का एक समूह अपनी निजी मुद्रा क्यों नहीं चला सकता, जिसे राजनेताओं और नौकरशाहों की इच्छा के मुताबिक नहीं, बल्कि कंप्यूटर एल्गोरिथम के तर्क के अनुसार प्रबंधित किया जा सकता हो. विचार के रूप में तो यह बहुत ही अच्छा है मगर यह अनजाने खतरों से खाली नहीं है. क्रिप्टो बाजार में साल भर की उथल-पुथल ने यह साबित भी कर दिया है.

केंद्रीय बैंकों को विश्वास है कि सीबीडीसी क्रिप्टो को खत्म कर देगा. वास्तव में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर ने इस साल जून में एक आईएमएफ वेबिनार में रिकॉर्ड के रूप में इस पर काफी कुछ बताया. उन्होंने कहा कि अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य बिलकुल शून्य होता है, उनकी कीमत काल्पनिक स्तरों पर होती है. बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (बीआईएस) के अधिकारियों ने भी यह कहा है कि सीबीडीसी के आने के बाद क्रिप्टो का कोई भविष्य नहीं होगा.

इसके बावजूद, फिलहाल हमें सीबीडीसी से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं लगानी चाहिए. कोई नहीं जानता मौद्रिक प्रणाली पर सीबीडीसी का क्या प्रभाव होगा और क्या खुदरा ग्राहक इसे अपनाएंगे. हालांकि, एक बात साफ है. केंद्रीय बैंकों के ई-मनी के वजूद में आने के बाद से क्रिप्टो करेंसियों के भविष्य पर हमेशा तलवार लटकी रहेगी.

(आर श्रीधरन टीवी9 कन्नड़ के प्रबंध संपादक हैं, जो क्रिप्टो को शंका की नजर से देखते हैं.)

भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज | Top Cryptocurrency Exchanges in India Hindi

आप इस पोस्ट को पढ़ रहे है इसका अर्थ है आप Cryptocurrency के बारे में जानते है आजकल शायद ही कोई होगा जिसने Bitcoin का नाम ना सुना हो लेकिन आपके मन में ये सवाल आया होगा की आखिर इस Cryptocurrency को खरीदे कैसे और बेचे कैसे इसका सीधा सा जवाब है exchanges जहां से आप इनको खरीद बेच सकते है। अब हम आपको बताएंगे भारत के Top Cryptocurrency Exchanges In India वो भी हिंदी में।

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Latest news in Hindi

CoinDCX

  • जब cryptocurrency exchange की बात आती है तो पहले नंबर पर रहता है भारत का CoinDCX का नाम सबसे पहले आता है।
  • CoinDCX का मुख्यालय भारत के मुंबई में है और इसको 2018 में लॉन्च किया गया।
  • क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज के रूप में इनके एक आंकड़े के मुताबिक इस 7.5 मिलियन लोगो द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
  • आप इसमें कम से कम ₹100 से ट्रेडिंग स्टार्ट कर सकते है।
  • इससे आप Bitcoin, dogecoin, ethereum जैसी 200 cryptocurrency में निवेश कर सकते है।

Zebpay

  • Zebpay की स्थापना 2014 में हुई और तब से लेकर आज तक इसमें 5 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता जुड़ गए है।
  • Zebpay की सबसे बड़ी खासियत की ये 162 देशों में उपलब्ध में है।
  • Zebpay वेब, आईओएस और एंड्रॉइड पर उपलब्ध है।

WazirX

  • WazirX भी आपको Bitcoin, Ethereum, Ripple, Litecoin आदि cryptocurrency में लेनदेन की सुविधा देता है।
  • इसकी अपनी खुद की Cryptocurrency token का नाम WRX है।
  • WazirX वेब, एंड्रॉइड और आईओएस मोबाइल, विंडोज और मैक ऐप आदि पर उपलब्ध है।

CoinSwitch Kuber

  • CoinSwitch Kuber से भी आप ₹100 से Bitcoin में ट्रेडिंग स्टार्ट कर सकते है।
  • वर्तमान में भारत में इसके सबसे ज्यादा उपयोगकर्ता है और इनकी संख्या 11 मिलियन है।
  • इसमें आप 80+ cryptocurrency में इन्वेस्ट कर सकते है।

binance

  • binance भी फिलहाल भारत में काफी ज्यादा चर्चा में है।
  • इनका न्यूज ब्लॉग आपको खबरों तक पहुंचा सकता है।

Note:- आज हमने भारत के सबसे अच्छे क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के बारे में जाना cryptocurrency के बारे में जानने के लिए जुड़े रहे Jodhpurnationaluniversity.com से।

cryptocurrency बहुत risky है, कृपया अपने रिस्क और अपने सामर्थ्य से काम लें और किसी के बहकावे में न आए और किसी भी तरह के नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं है।

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