How to open Demat Account, what are the benefits of opening it? डीमैट अकाउंट कैसे खोले, इसे खोलने के क्या लाभ हैं?

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How to open Demat Account, what are the benefits of opening it? डीमैट अकाउंट कैसे खोले, इसे खोलने के क्या लाभ हैं?

जिस प्रकार से बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट /एफडी में निवेश करने के लिए बैंक खाता होनाing account आवश्यक है। ठीक उसी प्रकार पूंजी को शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है। शेयर मार्किट में पूंजी निवेश करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए 1996 डिपॉजिटरी एक्ट बनायी गयी। इस एक्ट के अनुसार कंपनी के शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को डिजिटल रूप दे दिया गया है। डीमैट अकाउंट में शेयर के डाक्यूमेंट्स के अतिरिक्त म्युचुअल फंड, बांड, डिबेंचर एवं सरकारी सिक्योरिटीज भी रखा जा सकता है। इस खाते को खोलने के लिए भरतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) द्वारा दो डिपाजिटरी अधिकृत की गयी है – एनएसडीएल और सीडीएसएल। इन दोनों डिपाजिटरी के अंतर्गत डीपी (डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट) होते हैं। डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट कोई बैंक, ब्रोकर , वित्तीय संस्थान हो सकते हैं। एनएसडीएल और सीडीएसएल संस्था के अंतर्गत रजिस्टर्ड डीपी के माध्यम से डीमैट अकाउंट ऑनलाइन खोला जा सकता है। आइये जाने डीमैट खाता किस खोला जा सकता है और इसे खोलने के क्या लाभ हैं?

Demat Account kya hai डीमैट अकाउंट क्याs, है

शेयर मार्किट में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से निवेश करने के लिए डीमैट खाता खोलना अनिवार्य है। इस खाते के बिना शेयर खरीदा या बेचा नहीं जा सकता है। डीमैट खाते में शेयर अथवा सरकारी प्रतिभूतियों के डाक्यूमेंट्स डिजिटल रूप में सुरक्षित रहते है। शेयर में निवेश के इच्छुक व्यक्ति को अपने डीमैट अकाउंट को बैंक खाते से लिंक करना होता है। जिससे शेयर खरीदने पर या बेचने पर शेयर के मूल्य का भुगतान निवेशक के बैंक खाते से ऑनलाइन हस्तांतरित किया जा सके। इसी प्रकार शेयर से प्राप्त होने वाले प्रॉफिट का हस्तांतरण डीमैट अकाउंट से लिंक्ड बैंक खाते में कर दिया जाता है।

Demat Account opening Documents डीमैट खाता खोलने के दस्तावेज

  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज़ फोटो
  • बैंक बचत खाता के पासबुक के पहले पेज की फोटोकॉपी

How to open Demat Account डीमैट अकाउंट कैसे खोले

डीमैट अकाउंट एनएसडीएल और सीडीएसएल संस्था में से किसी एक से रजिस्टर्ड डीपी की मदद से खुलवाया जा सकता है जैसे – एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एक्सिस डायरेक्ट, फेयर और जेरोदा को किसी भी ब्रोकरेज में जाकर खोला जा सकता है।

  • अपनी सुविधानुसार डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अपना नाम,मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, निवास स्थान का एड्रेस आदि लिख कर फॉर्म भरने के माध्यम से वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा।
  • इसके बाद आपके द्वारा दर्ज किये गए मोबाइल नंबर पर ओटिपी का मेसेज प्राप्त होगा।
  • otp लिखने के बाद वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी।
  • इसके बाद डीपी संस्था का एग्जीक्यूटिव आपके एड्रेस पर मिलने का टाइम बुक करेगा।
  • फिर तय समय पर आकर डीमैट अकाउंट से सम्बंधित डाक्यूमेंट्स की हार्ड कॉपी लेने और अकाउंट खोलने का फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी करेगा। इस प्रकार आपका डीमैट अकाउंट खुल जाएगा।
  • एक रजिस्टर्ड डीपी संस्था में अधिकतम तीन डीमैट अकाउंट खोला जा सकता है। इसके अतिरिक्त बैंक अकाउंट की हीं तरह एक से अधिक डीपी के अंतर्गत डीमैट अकाउंट खोल जा सकता है।

Benefits of opening a Demat Account डीमैट अकाउंट खोलने के लाभ

  • डीमैट अकाउंट के माध्यम से ऑनलाइन शेयर किसी दुसरे व्यक्ति के डीमैट अकाउंट में ट्रान्सफर किया जा सकता है। इसके लिए स्टाम्प ड्यूटी नहीं लगती है।
  • इस अकाउंट की सुविधा होने से शेयर बेचने या खरीदने पर दो दिन के अन्दर खाते में क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है? हस्तांरित हो जाती है। पहले महीनों का वक्त लग जाता था।
  • डीमैट अकाउंट में शेयर के डाक्यूमेंट्स डिजिटल रूप में सुरक्षित रहने से खोने या चोरी होने का खतरा नहीं रहता है।
  • शेयर खरीदते , हस्तांतरित करते या बेचते समय किसी प्रकार के भौतिक डाक्यूमेंट्स को दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
  • पहले केवल एक शेयर को बेचा और खरीदा नहीं जा सकता था। किन्तु अब डीमैट अकाउंट के जरिये ऑनलाइन केवल एक शेयर भी बेचा और ख़रीदा जा सकता है।

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डीमैट अकाउंट कैसे खोले?

आधुनिक डिजिटलीकरण के कारण, अब व्यक्तिगत निवेशकों के लिए डीमैट खाता खोलना आसान हैं। शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए शेयर बाजार में लेन-देन करने के लिए डीमैट खाता आवश्यक हैं। इस आर्टिकल में हम देखेंगे की डीमैट अकाउंट की परिभाषा क्या हैंं और डीमैट अकाउंट कैसे खोलें।

डीमैट खाता क्या हैं?

इससे पहले, जब निवेशक स्टॉक खरीदना और बेचना चाहते थे, तो उन्हे प्रत्यक्ष रूप से रसीदों/ प्रमाणपत्रों का आदान-प्रदान करके निवेश प्रक्रिया फिज़िकली करनी पडती थी। डिपॉजिटरी एक्ट 1996 ने डीमैटरियलाइजेशन या डीमैट की शुरुआत की, जिसके तहत इन भौतिक प्रमाणपत्रों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्टोर्ड की जानेवाले असेट्स में बदल दिया गया। इस प्रक्रिया की वजह से शेयर मार्केट्स में शामिल जोखिम ना के बराबर हो गायी हैंं।

डीमैट खाता मतलब

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ये जानने से पहले की डीमैट अकाउंट कैसे खोलें, आइये जानते हैंं की डीमैट खाता क्या होता हैंं| डीमैट अकाउंट आपके द्वारा खरीदे गए सभी शेयरों को स्टोर करता हैं। डीमैट खाता न केवल स्टॉक बल्कि अन्य निवेश एसेट्स जैसे म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, ईटीएफ आदि को संग्रहीत करता हैं। अनिवार्य रूप से तीन प्रकार के डीमैट खाते होते हैंं –

  1. रेगुलर डीमैट अकाउंट
  2. एनआरआई (NRI) डीमैट अकाउंट (रीपैटरीएबल)
  3. एनआरआई (NRI) डीमैट अकाउंट (नॉन-रीपैटरीएबल)

डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया क्या हैं? क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है?

डीमैट खाता ऑनलाइन खोलने के लिए आवश्यक प्रक्रिया और अत्यावश्यक दस्तावेज नीचे दिए गए हैंं –

डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें?

डीमैट खाता ऑनलाइन खोलना पूरी तरह से सुरक्षित हैं क्योंकि यह सेबी द्वारा अनिवार्य सुरक्षा उपायों के अनुरूप हैं। डीमैट खाता खोलने की पूरी प्रक्रिया इस प्रकार हैंं –

  1. आपको डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट को चुनना होगा।
  2. ऑनलाइन फॉर्म भरें|
  3. आपके मूल विवरण, पता विवरण, आर्थिक विवरण और बैंक विवरण की जानकारी क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है? भरे।
  4. आपके पास नॉमिनी जोड़ने का विकल्प भी हैं।
  5. इसके बाद आपको निचे बताए गए आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
  6. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन को पूरा करें|
  7. ई-साइन चुनें, जो आपकी खाता खोलने की प्रक्रिया को गति देता हैं।
  8. यदि आप का केवाईसी वेरिफाईड हैंं और आपने ई-साइन का विकल्प चुना हैं तो आपका पंजीकरण सफलतापूर्वक पूरा करने के लगभग 4 घंटे के भीतर आपको एक ट्रेडिंग कोड/क्लाइंट आईडी मिल जानी चाहिए।
  9. अंत में, आपको डीपी को पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी की हस्ताक्षरित प्रति को कुरियर करना होगा, जो पंजीकरण पूरा करने के समय आपके पंजीकृत ईमेल आईडी पर आपको मेल कर दी जाएगी।

डीमैट खाता खोलने के लिए अत्यावश्यक दस्तावेज

सेबी द्वारा डीमैट खाता खोलने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया हैं।

आधार कार्ड पहचान और पते दोनों के प्रमाण के रूप में कार्य करता हैं।

बैंक खाता होने के प्रमाण के रूप क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है? में आवश्यक। ये बैंक अकाउंट आपके डीमैट खाते से जोड़ा जाता हैंं|

अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) अनुपालन के लिए वैध पासपोर्ट फोटोग्राफ होना अनिवार्य हैंं।

डेरिवेटिव और कमोडिटी में व्यापार करने के लिए आवश्यक निम्नलिखित दस्तावेजों का उपयोग आय प्रमाण के रूप में किया जा सकता हैं –

  • अंतिम 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
  • लेटेस्ट आईटीआर स्टेटमेंट
  • लेटेस्ट वेतन विवरण
  • डीपी होल्डिंग स्टेटमेंट

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निष्कर्ष

शेयर बाजार में निवेश करने और अन्य निवेश साधनों की तुलना में बेहतर मुनाफा कमाने की आपकी तलाश में ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने का तरीका सबसे महत्वपूर्ण हैं। किसी भी नामांकित ब्रोकर के साथ, ऑनलाइन डीमैट खाता खोलना अत्यंत आसान और सुविधाजनक हैं।

ऊपर बतायी गयी प्रक्रिया और विवरणों को ध्यान में रखते हुए, आप भी पूरी तरह से परेशानी मुक्त तरीके से डीमैट खाता खोल सकते हैंं। यदि आप इक्विटी में निवेश करना चाहते हैंं और लंबी अवधि के लिए निवेश करके कम्पाउंडिंग से लाभ प्राप्त करना चाहते हैंं, तो आगे बढ़ें और अभी अपना डीमैट खाता खोलें।

अगर आपको डीमैट अकाउंट कैसे खोले की जानकारी अच्छी लगी हो तो इस आर्टिकल को सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर जरूर शेयर करें और अगर आपके कोई सवाल हैं तो आप कमेंट बॉक्स के माध्यम से बता सकते हैं।

डीमैट अकाउंट - अर्थ, प्रकार, लाभ, डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें

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डीमैट खाता क्या है?

डीमैट खाता एक ऐसा खाता है जो निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों या प्रतिभूतियों को रखने की अनुमति देता है। खरीदे गए शेयरों को डीमैट खाते में जमा किया जाता है और इसी तरह बिक्री के समय, प्रतिभूतियों को खाते से डेबिट किया जाता है। इस खाते का उपयोग शेयरों, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड, आदि जैसे निवेश का एक विस्तृत विकल्प रखने के लिए किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडों का न्यायिक उपयोग करने के लिए 1996 में शेयरों के डीमैटरियलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। डीमैटरियलाइज्ड या डीमैट खाता इलेक्ट्रॉनिक मोड में शेयरों को रखने में मदद करता है और लोगों को सुरक्षित तरीके से बिक्री के मामले में शेयरों को खरीदने और आय एकत्र करने में मदद करता है।

डीमैट खाते के प्रकार:

डीमैट खाते की तीन अलग-अलग श्रेणियां हैं जो नीचे उल्लिखित हैं:

1. नियमित डीमैट खाता

नियमित डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो उन निवेशकों या व्यापारियों के लिए उपयुक्त है जो भारतीय निवासी हैं।

2. प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता

प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो उन निवेशकों या व्यापारियों के लिए उपयुक्त है जो अनिवासी भारतीय (NRI) हैं। इस प्रकार का डीमैट खाता विदेशों में पूंजी स्थानांतरित करने की अनुमति देता है। हालांकि, गैर-निवासी एक्सटर्नल (NRE) बैक खाते की आवश्यकता है।

3. गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता

गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो फिर से अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए उपयुक्त है, लेकिन विदेशों में धन का हस्तांतरण नहीं हो सकता है। इस प्रकार के डीमैट खाते के साथ संबद्ध होने के लिए एक अनिवासी आयुध (NRO) बैंक खाते की आवश्यकता होती है।

डीमैट खाते के लाभ:

डीमैट खाते के कई लाभ हैं जो नीचे उल्लिखित हैं:

1. सुगमता

डीमैट खाते नेट बैंकिंग के माध्यम से निवेश और लेनदेन के स्टेटमेंट की आसान पहुंच प्रदान करते हैं। डीमैट खाते के माध्यम से लेनदेन और निवेश का विवरण आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।

2. प्रतिभूतियों का सरल डिमटेरियलाइजेशन

डिपॉजिटरी प्रतिभागी (DP) के अनुरोध पर, भौतिक रूप में प्रमाणपत्र आसानी से इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित किए जा सकते हैं, और इसका विपरीत भी संभव है।

3. कम जोखिम

भौतिक रूप में प्रतिभूतियों को रखने से चोरी या नुकसान का जोखिम होता है। लेकिन इन जोखिमों को पूरी तरह से डीमैट खाते के माध्यम से खारिज कर दिया जाता है जो निवेशक को इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रतिभूतियों को संग्रहीत करने देता है।

4. शेयरों के हस्तांतरण में आसानी

ट्रेडों पर शेयरों का हस्तांतरण भी डीमैट खाते के माध्यम से एक बहुत ही सरल प्रक्रिया बन गई है क्योंकि भौतिक प्रतिभूतियों जैसे स्टैंप ड्यूटी और अन्य शुल्कों में किए गए कुछ खर्चों को समाप्त कर दिया गया है। निवेशक के खाते में स्थानांतरण के लिए ली गई कुल लागत और समय भी कम हो गया है।

5. शेयरों क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है? का नकदीकरण

डीमैट खातों के माध्यम से शेयरों का नकदीकरण या बिक्री एक बहुत ही सरल और त्वरित प्रक्रिया बन गई है।

6. प्रतिभूतियों के आदान-प्रदान में ऋण

डीमैट खाता धारक खाते में रखी प्रतिभूतियों के बदले आसानी से ऋण प्राप्त कर सकता है। दूसरे शब्दों में, डीमैट खाते में प्रतिभूतियों का उपयोग ऋण प्राप्त करने के लिए संपार्श्विक के रूप में किया जा सकता है।

7. वैश्वीकरण का पहलू

डीमैट खाते वैश्विक निवेशकों को भारतीय शेयर बाजारों तक सरल पहुंच प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। और इसलिए, देश में विदेशी निवेश प्राप्त करने में मदद करता है।

ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें?

डीमैट खाता खोलना, एक बहुत ही सरल और परेशानी रहित प्रक्रिया है। खाता खोलने के चरण नीचे दिए गए हैं:

1. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) सेलेक्ट करें।

2. आवश्यक विवरण के साथ खाता खोलने का फॉर्म भरें और इसके साथ आवश्यक दस्तावेज जमा करें। डीमैट खाता खोलने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।

3. फॉर्म जमा करने के बाद, नियमों और विनियमों की प्रतिलिपि, समझौते की शर्तें, शुल्क जमाकर्ता प्रतिभागी द्वारा प्रदान किए जाएंगे।

4. इन-पर्सन सत्यापन भी अनिवार्य है और इसलिए, डीपी अधिकारी कर्मचारियों के एक सदस्य को खाता खोलने के रूप में प्रदान किए गए विवरण को सत्यापित करने के लिए व्यक्ति से संपर्क करना होगा।

5. सत्यापन के बाद, डीपी स्टाफ का सदस्य एक खाता संख्या या ग्राहक आईडी देगा। इन विवरणों को ऑनलाइन भी चेक किया जा सकता है।

6. डिमैट खाते के लिए एक वार्षिक रखरखाव शुल्क भी लिया जाता है जो खाता लेनदेन शुल्क को कवर क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है? करता है। ये शुल्क डीपी द्वारा निर्धारित संरचना के अनुसार लागू होते हैं।

डीमैट खाता - अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. डीमैट खाते कितने प्रकार के होते हैं?

डीमैट खाते तीन प्रकार के होते हैं: नियमित डीमैट खाता, प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता और गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता।

2. क्या डीमैट खाते के माध्यम से ऋण लिया जा सकता है?

डीमैट खाताधारक अपने खाते में रखी प्रतिभूतियों के माध्यम से आसानी से ऋण प्राप्त कर सकते हैं।

3. डीमैट खाते में प्रतिभूतियों का न्यूनतम बैलेंस क्या है?

डीमैट खाते में आवश्यक प्रतिभूतियों की कोई न्यूनतम शेष राशि नहीं है।

4. DP क्या है?

DP का अर्थ है डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स जो NSDL और CDSL जैसी डिपॉजिटरी के बीच मध्यस्थ का काम करते हैं। एक बैंक के समान, व्यापारी अपने डीमैट खाते को DP के साथ अन्य सुविधाओं के साथ खोल सकते हैं जो उन्हें निवेश या व्यापार करने की सुविधा प्रदान करते हैं।

5. क्या पार्ट डीमैटरियलाइजेशन की अनुमति है?

हां, निवेशक अपनी होल्डिंग को पूरी तरह या आंशिक रूप से डीमैटरियलाइज कर सकते हैं।

LIC IPO: एलआईसी के IPO को सब्सक्राइब करने के लिए आपको पड़ेगी डीमैट खाते की जरूरत, जानें- कैसे खोलें खाता

LIC IPO: अगर आप एलआईसी पॉलिसीधारक हैं, तो एलआईसी ने आपके हिस्से के लिए 10 फीसदी आरक्षित करने का प्रावधान कर रहा है. ऐसे में आपके पास डीमैट खाता नहीं होगा तो आप एलआईसी आईपीओ को सब्सक्राइब नहीं कर पाएंगे.

Updated: February 9, 2022 3:51 PM IST

LIC IPO News: Latest Update on LIC IPO Date Here | Read Details

LIC IPO: एलआईसी के बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DHRP) इस सप्ताह बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास दाखिल किए जाने की संभावना है. निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांता पांडे पहले ही कह चुके हैं कि डीआरएचपी (DHRP) में इस इश्यू के आकार का उल्लेख किया जाएगा.

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पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इश्यू का एक हिस्सा एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित होगा, एलआईसी के आईपीओ इश्यू साइज (Issue Size of LIC) का 10 फीसदी तक पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित होगा.

एक बार मसौदा दस्तावेज दाखिल हो जाने के बाद, सेबी इसके माध्यम से जाएगा और डीआरएचपी (DHRP) में उल्लिखित सब कुछ ठीक होने पर अपनी मंजूरी देगा. इसके बाद एलआईसी (LIC) के आईपीओ (IPO) की सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया शुरू होगी और शेयर आवंटन की प्रक्रिया भी होगी.

डीमैट खाता

  1. जो लोग एलआईसी के आईपीओ की सदस्यता प्रक्रिया में भाग लेने के इच्छुक हैं, उनके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए.
  2. डीमैट खाता या डीमैटरियलाइजेशन खाता किसी भी व्यक्ति के लिए आवश्यक है जो शेयरों में निवेश करने में रुचि रखता है.

डीमैट खाता कैसे खोलें

  • यदि आपने डीमैट खाता नहीं खोला है, तो आप आसान चरणों का पालन करके ऐसा कर सकते हैं.
  • आपको एक ब्रोकर का चयन करना होगा जिसके माध्यम से आप एक डीमैट खाता खोलना चाहते हैं.
  • ब्रोकर डिजिटल निवेश प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन बैंक और स्टॉक ब्रोकर हो सकते हैं.
  • चयन करने के बाद, आपको ब्रोकर की वेबसाइट पर जाना होगा और डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया शुरू करनी होगी.
  • आपको नॉमिनी असाइन करने, फॉर्म भरने और नो योर कस्टमर (KYC) को पूरा करने की जरूरत है.
  • आपको पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण, बैंक खाता विवरण और आय प्रमाण जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे.
  • दस्तावेजों को जमा करने और सत्यापन पूरा होने के बाद, आपको ब्रोकरेज शुल्क का भुगतान करना होगा.
  • क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है?
  • ब्रोकरेज हाउस के साथ अनिवार्य रूप से इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा जो ऑनलाइन या ऑफलाइन किया जाएगा.
  • एक बार डीमैट खाता खोलने का अनुरोध स्वीकृत हो जाने पर, आपको एक अद्वितीय 16-अंकीय लाभकारी स्वामी पहचान संख्या या डीमैट खाता संख्या प्राप्त होगी.
  • आप 16 अंकों की संख्या का उपयोग करके अपने डीमैट खाते में ऑनलाइन लॉग इन कर सकते हैं.

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Demat Account अभी के समय में होना है जरूरी, जानिए क्‍या हैं इसके फायदे और यह क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है? क्‍यों है महत्‍वपूर्ण

Demat Account अभी के समय में होना है जरूरी, जानिए क्‍या हैं इसके फायदे और यह क्‍यों है महत्‍वपूर्ण

नई दिल्‍ली, नेहल वोरा। भारत ने अप्रैल 2019 की तुलना में अप्रैल 2020 तक 5.3 मिलियन निवेशकों को जोड़ा है और यह आंकड़ा न्यूजीलैंड की लगभग पूरी आबादी के बराबर है। नए निवेशकों के जुड़ने के साथ ही नए डीमैट खाते खोले गए हैं। इसका उद्देश्‍य है कि इलेक्ट्रॉनिक साधनों का उपयोग कर निवेशकों को सुविधा प्रदान की जा सके। एक डीमैट अकाउंट की सहायता से ट्रेडिंग बेहद आसानी से, तेज और अधिक सुरक्षित तरीके से की जा सकती है और आप निवेश और शेयरों की निगरानी भी सुनिश्चित कर सकते हैं।

सेक्‍टोरल रीफॉर्म्‍स को अपनाने का है अवसर

चालू वर्ष 2020 में महामारी एक कहर बनकर आई और आज दुनिया का कोई देश ऐसा नहीं है जो इससे प्रभावित नहीं हुआ हो। इस तरह के व्यवधान अर्थव्यवस्थाओं को इस बात के लिए मजबूर करते हैं कि वे अपनी स्थिति के बारे में नए सिरे से विचार करें और साथ ही निवेशकों को भी अपने निवेश और निवेश करने के तरीकों पर एक बार फिर विचार करने पर मजबूर होना पड़ता है। इसमें कोई संदेह नहीं कि इस तरह के कठिन समय से निपटने के लिए हमें अपनी प्राथमिकताओं पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता होती है, लेकिन अक्सर यह लंबे समय तक सेक्टोरल रीफॉर्म्‍स को अपनाने का अवसर भी प्रदान करता है।

डीमैट खाते पर आपको मिलती हैं ये सुविधाएं

वर्तमान समय में एक डीमैट खाता किसी भी निवेशक को अपने घर के आराम से निवेश और लेनदेन का प्रबंधन करने में सक्षम बनाता है। इसके अतिरिक्त, निवेशकों के डेटा और विनियमों और वैधानिक अनुपालन के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था भी होती है और इस तरह डीमैट खाता निवेश करने के लिए एक सुरक्षित विकल्प बनकर सामने आता है। डीमैट खातों में प्रमाणीकरण संबंधी विशेषताएं भी होती हैं जो एक सुरक्षित और बेहतर विकल्प के रूप में कार्य करती हैं और कागजी तौर पर शेयरहोल्डिंग से जुड़े चोरी, नुकसान या क्षति के रूप में सामने आने वाले जोखिम को खत्म करती हैं। सब कुछ डिजिटल प्रारूप में ऑनलाइन संचालित किया जाता है और इसीलिए डीमैट खाता बेहद सुविधाजनक और कम समय लेने वाला है।

अपने निवेश की कर सकते हैं निगरानी

एक डीमैट खाता निवेशकों की परेशानियों को दूर करता है और उन्हें एक ही खाते में कई प्रतिभूतियों को संरक्षित करने की अनुमति देता है। इससे एक छत के नीचे सभी वित्तीय उत्पादों पर नजर रखना आसान हो जाता है। चूंकि डीमैट खाते इलेक्ट्रॉनिक रूप से संचालित किए जा सकते हैं, इसलिए उनके साथ निवेशकों को अनेक विकल्प मिलते हैं। इसका तात्पर्य यह है कि आप कहीं से भी अपने निवेश की निगरानी कर सकते हैं। वर्तमान चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, भौतिक दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी है और डीमैट खाते के साथ, आपको आवश्यक रूप से कंप्यूटर के सामने बैठना नहीं है और लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या अन्य ऐसे स्मार्ट उपकरणों का उपयोग करके आप अपने निवेश तक पहुंच सकते हैं।

ऑनलाइन लेनदेन करने के अलावा, निवेशक नामांकन के रिकॉर्ड को अपडेट कर सकता है और बैंक और अन्य व्यक्तिगत विवरणों को भी अपडेट किया जा सकता है। साथ ही, प्रत्येक लेनदेन के लिए ईमेल और एसएमएस अलर्ट निवेशकों को भेजे जाते हैं जो सुरक्षा और डीमैट खाते की निर्भरता को बढ़ाते हैं।

डीमैट का लाभ उठाने के लिए अपना ईमेल और मोबाइल नंबर रखें अपडेट

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डीमैट खाते के लिए पंजीकृत ईमेल पते और मोबाइल नंबर का उपयोग विभिन्न सत्यापन उद्देश्यों, महत्वपूर्ण अपडेट और खाते को रीस्टोर करने के लिए किया जाता है। इसलिए डीमैट खाते की सभी सुविधाओं तक पहुंचने के लिए ईमेल पते और मोबाइल नंबर को अपडेट करना भी महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, डीमैट खाते निवेश को प्रबंधित करने के लिए सरल, तेज और सुविधाजनक तरीके से आपका साथ निभाते हैं। यह आपके सभी शेयरों, म्यूचुअल फंडों और अन्य संबंधित निवेशों को एक स्थान पर जोड़ता है।

डीमैट खातों ने त्वरित और सरलीकृत विधियों को अपनाया है और इस तरह समय लेने वाली प्रक्रियाओं को दूर किया है। संक्षेप में कहें तो डीमैट खाता ट्रेडिंग में आसानी के साथ-साथ निवेश के पेपरलेस मैनेजमेंट को संभव बनाता है और इसमें पूरी पारदर्शिता भी रहती है।

आसानी से अपने निवेश का कर सकते हैं प्रबंधन

जब हम ऑनलाइन सुविधाजनक, भरोसेमंद और सुरक्षित प्रौद्योगिकी के माध्यम से निवेश प्रबंधन के बारे में बात करते हैं, तो इस महामारी के दौरान निश्चित तौर पर एक डीमैट खाते को ही सर्वाधिक महत्व दिया जाता है। एक डीमैट खाता निवेश को प्रबंधित करने के लिए एक आसान और समय की बचत करने के साथ अनुकूल और सुरक्षित दृष्टिकोण प्रदान करता है। इस तरह हम वित्तीय नियोजन के लिए एक सरल, सहज और भरोसेमंद चैनल के रूप में डीमैट खाते को अपना सकते हैं।

(लेखक CDSL के MD और CEO हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)

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