आपका माल जब्त कर लिया जाएगा और यदि आप सही लाइसेंस के बिना आयात और निर्यात कर रहे हैं तो देरी हो जाएगी।

व्यापार अनुपालन क्या है और यह क्यों मायने रखता है?

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व्यापार अनुपालन क्या है और यह क्यों मायने रखता है?

आज के वैश्विक बाजार में, कंपनियां जापान के भीतर और बाहर दोनों में व्यापार करती हैं। आपकी आपूर्ति श्रृंखला विभिन्न व्यापार समझौतों, अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों और टैरिफ आपको दिन का व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? वर्गीकरण आपको दिन का व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? का पालन करने पर निर्भर करती है।

फिर भी, यहां तक कि इन विशिष्टताओं के साथ, कई कंपनियों को अनजाने में आयात और निर्यात उल्लंघन प्राप्त करते हैं, और इन उल्लंघनों से व्यापार अनुपालन कार्यों के साथ विफलता के लिए भारी दंड और जुर्माना होता है ।

अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय पहले से कहीं अधिक जटिल है, और यही कारण है कि आपको निर्यात नियंत्रण, सीमा शुल्क प्राधिकरणों और निर्यात कानूनों के नियमों की स्पष्ट समझ की आवश्यकता है। नतीजतन, निर्यात और आयात दिन-प्रतिदिन के कार्यों का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है । चूंकि आपका व्यवसाय वैश्विक व्यापार पर निर्भर करता है, इसलिए आपकी कंपनी को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आपके संचालन में ठोस वैश्विक व्यापार अनुपालन हो।

प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए कंपनियों को अपने आयात और निर्यात को नियंत्रित करने वाले कानूनों और विनियमों की व्यापक समझ होनी चाहिए आपको दिन का व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? । बहुत आसानी से, यही व्यापार अनुपालन के बारे में है!

व्यापार अनुपालन क्या है?

व्यापार अनुपालन का अर्थ है अंतर्राष्ट्रीय निर्यात, व्यापार और वित्तीय कानूनों का अनुपालन करना।

इसका पालन करने के लिए किसे जरूरी है?

सभी उद्योगों के व्यवसाय अनुपालन आवश्यकताओं का पालन करने के लिए बाध्य हैं। यह सिर्फ दूरसंचार, आईटी, अनुसंधान, एयरोस्पेस या वित्तीय संस्थानों जैसे सुरक्षा के प्रति संवेदनशील उद्योगों के लिए एक नियमन नहीं है । अनुपालन न करने के लिए दंड गंभीर हो सकता है।

व्यापार अनुपालन क्यों मायने रखता है?

व्यापार अनुपालन आयात और निर्यात के लिए महत्वपूर्ण है और सभी व्यवसायों के लिए एक जिंमेदारी है । व्यापार जितना बड़ा होगा, अनुपालन अपेक्षाएं उतनी ही अधिक होगीं। आज्ञाकारी होने के लिए, आपको यह समझना होगा कि आपके व्यवसाय पर क्या नियम और विनियम लागू होते हैं। अनुपालन करने का अर्थ है स्थिरता, दीर्घकालिक विकास और प्रतिस्पर्धी लाभों का समर्थन करते हुए ग्राहकों और आपूर्तिकर्ताओं की मांगों को पूरा करना। ये एक सफल वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के लिए प्रमुख तत्व हैं ।

व्यापार के अनुरूप होने के लाभ:

  • कॉर्पोरेट प्रतिष्ठा और कर्मचारियों को कानूनी और जिम्मेदार व्यापार की सुविधा प्रदान करके संरक्षित किया जाता है।
  • जुर्माना और दंड के लिए जोखिम को कम कर रहे हैं ।
  • शिपमेंट देरी से बचकर ग्राहकों की संतुष्टि को बढ़ावा देता है।
  • देरी, जांच और दंड से बच कर पैसे बचाता है।


अनुपालन न करने के परिणाम:

व्यापार अनुपालन के प्रमुख तत्व:

  • टैरिफ वर्गीकरण - कमोडिटी और टैरिफ कोड का उपयोग करके वस्तुओं का सही वर्गीकरण सीमा शुल्क अनुपालन के साथ-साथ सही शुल्क दरों, वस्तुओं की उत्पत्ति, इंट्रास्टेट, निर्यात नियंत्रण और कई अन्य सीमा शुल्क प्रक्रियाओं के लिए मौलिक है।
  • तरजीही मूल दो देशों या देशों के ब्लॉकों के बीच एक विशिष्ट व्यापार समझौते से जुड़ा हुआ है । यदि आप जिन वस्तुओं का निर्यात कर रहे हैं, उनका अधिमान्य मूल है, तो वे आपके ग्राहक के देश में प्रवेश करते समय कम या शून्य शुल्क दरों को आकर्षित करने की संभावना रखते हैं।
  • गैर-तरजीही मूल वह जगह है जहां यह उत्पाद की उत्पत्ति को भेज दिया जाता है। मूल की पहचान से जुड़े नियम आयातक देश के नियमों के लिए विशिष्ट हैं।
  • Incoterms - Incoterms ने शिपमेंट जीवनचक्र के साथ खरीदार और विक्रेता की जिम्मेदारियों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले व्यापार शर्तों को विश्व स्तर पर मान्यता दी है, वे एक अनुबंध का अभिन्न अंग हैं ताकि दोनों पार्टियां डिलीवरी, लागत, जोखिम और जिम्मेदारी पर स्पष्ट हों।
  • लाइसेंस और परमिट - यह जांचना आपकी जिम्मेदारी है कि क्या आपको कुछ उत्पादों का आयात या निर्यात करते समय परमिट या लाइसेंस की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, सैन्य/अर्धसैनिक वस्तुओं, प्रौद्योगिकी, दवाइयों, रसायनों, कलाकृतियों, पौधों और जानवरों पर नियंत्रण हैं ।

आपका माल जब्त कर लिया जाएगा और यदि आप सही लाइसेंस के बिना आयात और निर्यात कर रहे हैं तो देरी हो जाएगी।

  • निर्यात नियंत्रण - कुछ उत्पाद निर्यात नियंत्रण कानून के अधीन हैं क्योंकि उनके पास हानिकारक उपयोग हो सकते हैं। यह उचित कानून के खिलाफ सभी उत्पादों को वर्गीकृत करने के लिए अपनी जिम्मेदारी है। वां है सुनिश्चित करेंगे सही लाइसेंस आवश्यकताओं को स्थापित किया जा सकता है।
  • सीमा शुल्क प्रबंधन - यदि आपका व्यवसाय सीमा शुल्क जांच के अधीन है तो कार्रवाई की एक स्पष्ट योजना है।
  • स्क्रीनिंग - स्क्रीनिंग ग्राहकों, विक्रेताओं, और स्वीकृत, राजनीतिक रूप से उजागर व्यक्तियों और अन्य जोखिम भरे संस्थाओं के खिलाफ लेनदेन डेटा यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आप अनजाने में किसी अवांछनीय व्यक्ति के साथ व्यापार नहीं कर रहे हैं।
  • मूल्यांकन - हर शिपमेंट में इससे जुड़ा एक उपयुक्त मूल्यांकन होना चाहिए, जिसे चुनौती दिए जाने पर प्रतिवादी होना चाहिए। मूल्यांकन को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) द्वारा अनुमोदित छह मूल्यांकन पद्धतियों में से एक का अनुपालन करना चाहिए और एकल प्रशासनिक दस्तावेज (एसएडी या फॉर्म C88) पर घोषित किया जाना चाहिए ।

जापान में बाजार में प्रवेश

जापान बाजार में प्रवेश में सफल होने के लिए बोर्ड पर स्थानीय मदद करना आवश्यक है। पता नहीं कहां से शुरू करना है? हम मदद कर सकते हैं!

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BW IBLF: प्रोफेसर ध्रुव नाथ ने बताया, क्यों जरूरी है असफलता पर चर्चा

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो

by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Saturday, 03 December, 2022

file photo

दिल्ली में चल रहे देश के सबसे बड़े Non Fiction Book Festival-IBLF में Lead Angels Networks के डायरेक्टर प्रोफेसर ध्रुव नाथ ने अपनी दो किताबों Funding Your Startup और The Dream Founder के बारे में बात की. साथ ही उन्होंने बताया कि किसी स्टार्टअप को सफल कैसे बनाया जा सकता है. प्रोफसर नाथ ने कहा कि अक्सर हम सक्सेस स्टोरी की बात करते हैं, लेकिन असफलता पर चर्चा तक नहीं करना चाहते. जबकि यह बेहद जरूरी है. इसलिए मेरी किताबों में आपको सक्सेस और फेलियर दोनों स्टोरी मिलेंगी, ताकि आप दोनों से सीख सकें.

Wedgift Registry का दिया उदाहरण
प्रोफेसर ध्रुव नाथ ने कहा कि हमें दूसरों की असफलता से सीखने को ज्यादा मिलता है, न कि अपनी. उदाहरण के तौर पर मैं आपको पश्चिमी देशों के कांसेप्ट Wedgift Registry से जुड़ी एक स्टोरी बताना चाहूंगा. उन्होंने कहा, 'शादियों में सबसे बड़ी समस्या होती है गिफ्ट की. कई बार एक जैसे बहुत से गिफ्ट मिलते हैं. कुछ गिफ्ट ऐसे भी होते हैं, जिनकी कपल को जरूरत नहीं होती. ऐसे मामलों में आमतौर पर लोग उस गिफ्ट को आगे बढ़ा देते हैं. यानी किसी दूसरे को दे देते हैं. पश्चिमी देशों में इसका बहुत अच्छा समाधान है - Wedgift Registry. यह एक तरह की ई-कॉमर्स साइट है. शादी करने जा रहा कपल इस साइट पर जाता है और अपनी विशलिस्ट बनाता है. उस साइट पर सभी संभावित गिफ्ट आइटम्स मौजूद होते हैं. कपल उसमें से अपनी पसंद के आइटम पिक करके विशलिस्ट तैयार करता है. इसका मतलब है कि शादी में आने वाले गेस्ट तय नहीं करते कि उन्हें क्या गिफ्ट देना है, बल्कि कपल बताता है कि उसे क्या चाहिए.

भारत में ये थी समस्या
प्रोफेसर नाथ ने बताया कि कपल शादी के कार्ड पर अपनी विशलिस्ट का लिंक देता है, गेस्ट उस लिंक पर जाते हैं और विशलिस्ट में शामिल आइटम में से चुनते हैं कि उन्हें कपल के लिए क्या खरीदना है. उन्होंने कहा, ‘भारत में इस कांसेप्ट के साथ एक कपल मेरे पास आया था. पति-पत्नी की टीम वाकई कमाल थी, लेकिन कुछ ऐसा था जो ठीक नहीं था. वेस्ट में ज़रूर ये कांसेप्ट फेमस है, लेकिन भारत में इसे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. जैसे कि सांस्कृतिक समस्याएं. सोचिए, यदि कोई लड़की लिस्ट तैयार करे कि उसे शादी में क्या चाहिए, तो लोग क्या कहेंगे?

गलत बिजनेस मॉडल
उन्होंने आगे कहा, ‘कपल में कुछ कर दिखाने का जोश था, लेकिन उन्होंने गलत बिजनेस मॉडल का चुनाव किया. इसलिए हमने उनकी आईडिया में इन्वेस्ट नहीं किया. Wedgift Registry के कांसेप्ट में सुधार की बात करते हुए उन्होंने कहा कि यदि वो कपल आगे बढ़ भी जाता, तो उसे रिवेन्यु जनरेट करने में समस्या होती. लोग विशलिस्ट देखकर अमेजन आदि साइट्स से सामान खरीद लेते, क्योंकि वहां सामान सस्ता मिलेगा. ऐसे में रिवेन्यु कैसे जनरेट होता? इस कपल की असफलता की कहानी हमें सिखाती है कि सही बिजनेस मॉडल का चुनाव कितना जरूरी है.

दूसरों की गलती देती है सीख
स्टार्टअप की फंडिंग के बारे में बात करते हुए प्रोफेसर नाथ ने कहा क्क सही स्टार्ट अप, सही बिजनेस के लिए फंडिंग कोई मुद्दा नहीं है. BW Business World के सीनियर एडिटर Ruhail Amin ने प्रोफेसर ध्रुव नाथ से उनकी किताबों को लेकर सवाल किए. उन्होंने पूछा कि अधिकांश लोग सक्सेस स्टोरी पर फोकस करते हैं, लेकिन आप फेलियर स्टोरी पर ऐसा क्यों? इसके जवाब में प्रोफेसर नाथ ने कहा, 'जैसा कि मैंने पहले भी कहा ;लोग असफलता पर बात नहीं करना चाहते. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि यदि आप किसी बार में हैं और 3-4 पेग लगा चुके हैं, तो फिर अलग बात है. लोग यह नहीं सोचते कि कोई व्यक्ति क्यों फेल हुआ, इसलिए मेरी किताबों में आपको मिक्स कहानियां मिलेंगी. सक्सेस और फेलियर स्टोरीज़ दोनों. मुझे लगता है कि दूसरों की गलती से सीखना ज्यादा महत्वपूर्ण है, न कि अपनी.

यंग इंजीनियर्स का आईडिया
ध्रुव नाथ ने 2014 की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, 'कुछ साल पहले 3 यंग इंजीनियर इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के कांफ्रेंस रूम में आए, जहां हम सभी निवेशक बैठे हुए थे. अंदर आते ही उन्होंने कहा- सर हमारे पास एक अच्छा डिजाईन है, waterless urinals. हम यह सुनकर चौंके और खुश भी हुए. हमें उनका आईडिया बेहद पसंद आया. क्योंकि पानी की कमी से हम सभी वाकिफ हैं. हमने उनसे दो बातें कहीं. पहली - आपका एंट्री बैरियर मजबूत नहीं है, आसानी से कॉपी हो सकता है इसलिए मार्केट में जाएं और अपना ब्रांड एवं नेटवर्क विकसित करें. दूसरी - हमें एक महीने का समय दें, हम शोध करके फैसला लेंगे, लेकिन आपके आईडिया में निवेश जरूर करेंगे.

इस तरह कर गए गलती
नाथ ने आगे कहा, 'हमने आखिरी में उनसे पूछा कि मार्केटिंग कैसे करेंगे. उनका जवाब था -डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त करेंगे. हमने कहा, बहुत अच्छा. ठीक एक महीने बाद वो हमारे पास आए और बताया कि अब वह waterless urinals के फीमेल वर्जन पर काम कर रहे हैं. इस पर हमने पूछा कि डिस्ट्रीब्यूटर का क्या हुआ? उन्होंने कहा हमें फीमल वर्जन को पूरा करने में पांच महीने लगेंगे, इसके बाद हम दोनों के लिए डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त कर देंगे. इतना सुनकर मैंने अपना सिर पकड़ लिया. हमने उनसे कहा कि आप कंपनी चलने में सक्षम नहीं हैं. यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति को को-फाउंडर बनाते हैं जो बिज़नस समझता है तो हम निवेश करेंगे. इस तरह के फेलियर होते रहते हैं लेकिन लोग उनके बारे में बात नहीं करते. जबकि इनसे हम काफी कुछ सीख सकते हैं.

PM Kisan Yojana: किसानों को सरकार देगी 15 लाख रुपये! जानें कैसे मिलेगा इसका लाभ

PM Kisan Yojana Benefits

किसानों के लिए सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं जिससे किसानों को कर्ज से मुक्ति मिल सके. केंद्र सरकार किसानों को 15 लाख रुपये की आर्थिक मदद दे रही है. इसके बारे में आपको विस्तार से जानना चाहिए.

PM Kisan Yojana Benefits: भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है क्योंकि यहां अधिकतर लोग खेती पर फोकस करते हैं. किसानों के लिए केंद्र सरकार भी अलग-अलग योजनाएं लेकर आती है जिससे उन्हें कई तरह से फायदे होते हैं. अगर केंद्र सरकार (Central Government) के लेटेस्ट स्कीम की बात करें तो किसानों के लिए उन्होंने पीएम किसान योजना (PM Kisan FPO Yojana) के तहत कई लाभ दे रही है. इससे किसानों की आय बढ़े और वे कर्ज मुक्त हो सकें इस वजह से सरकार ने आपको दिन का व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? नई स्कीम शुरू की है. इसके तहत किसानों के खाते में सीधे 15 लाख रुपये आएंगे.

किसानों को कैसे मिलेंगे 15 लाख रुपये?

'पीएम किसान एफपीओ' (PM Kisan आपको दिन का व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? FPO Yojana) नाम से सरकार ने नई योजना शुरु की है जिससे किसानों को नया बिजनेस शुरू करने में मदद मिल सके. इस योजना के अंतर्गत फॉर्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन को 15 लाख रुपये मिलेंगे. सरकार की ओर से देशभर के किसानों को कृषि व्यापार (Farming Business) शुरू करने की वित्तीय मदद मिल सकेगी. इन पैसों से किसानों को कृषि से संबंधित उपकरण या फर्टिलाइजर्स, बीज या दवाएं खरीदने में भी काफी मदद मिल जाएगी.

कैसे करना है इसमें आवेदन?

1. सबसे पहले राष्ट्रीय कृषि बाजार की वेबसाइट पर जाएं. इसके बाद होम पेज पर क्लिक कर लें.

2. अब रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर जाकर फॉर्म को दूसरे टैब में खोल लें.

3. इसके बाद एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म को आप खुला देखेंगे जिसे ध्यान से भरना होगा.

4. इसके बाद आपको पासबुक या कैंसिल चेक और आईडी प्रूफ का स्कैन करके उस वेबसाइट पर अपलोड करना होगा.

5. एक बार पूरी जानकारी जो आपने भरी है पढ़ लें. अगर सबकुछ सही हो तो सबमिट पर क्लिक कर दें.

रात में भूलकर भी न धोएं कपड़े, परेशानियों को दे रहे हैं न्योता

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Clothes Vastu Tips : हम अक्सर अपने आराम के लिए रात में कपड़ें धो लेते हैं, इससे समय की बचत भी हो जाती है और कपड़े भी जल्दी सूख जाते हैं. वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार रात में कपड़े धोना जीवन में परेशानियां ला सकता है, इसलिए रात में कपड़ें धोने की मनाही होती है. ये अशुभ माना जाता है.तो आइए आज हम आपको अपने इस लेख बताएंगे कि रात में कपड़े क्यों नहीं धोना चाहिए, इसके अलावा रात में कपड़े धोने से हमें किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

रात में भूलकर भी न धोएं कपड़े, परेशानियों को दे रहे हैं न्योता

-हर समय रहती है तनाव की स्थिति

रात में कपड़े धोने से घर में तनाव की स्थिति रहती है. इसलिए कपड़े सुबह ही धोएं. इससे आपको दिन का व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? घर में नकारात्मक ऊर्जा का भी प्रभाव पड़ता है और किसी भी काम में बाधा उत्पन्न होने की स्थिति पैदा होती है और आप कितना भी काम समय पर क्यों न करने की कोशिश करें, वो काम कभी सफल नहीं हो पाता है.

-दिन में ही कपड़े धोएं, होंगे फायदे

वास्तु शास्त्र में रात में कपड़े नहीं धोना चाहिए, इसका साइंटिफिक कारण यह है कि रात में कपड़े सूखने में काफी समय लगता है और रात में कीटाणु रहते हैं, जिसकी वजह से वह कपड़े पर लगते हैं और हम बीमार पड़ जाते हैं. इसलिए हमेशा कपड़े दिन में ही धोना चाहिए.

-कपड़े धोने के समय इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप रात में कपड़े धो रहे हैं, तो खुले में न सुखाएं. इससे कपड़े में हानिकारक कीटाणु चिपक जाते हैं उसकी वजह से खतरनाक बीमारियों का सामना करना पड़ता है, इसके अलावा घर की सारी सुख-समृद्धि चला जाती है, इसलिए रात में भूलकर भी कपड़े न धोएं. घर की खुशहाली चली जाती है.

-रात में कपड़े सूखने के दौरान आपको दिन का व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? चांद का नकारात्मक ऊर्जा कपड़े पर पड़ता है और इससे हमें किसी भी काम में सफलता नहीं मिलती है, हमारा मन हमेशा विचलित स्थिति में ही रहता है.

Pausha 2022 : पौष मास में सूर्य की उपासना करना क्यों जरुरी होता है जानें महत्व

Pausha 2022 : Why is it necessary to worship the sun in the month of Pausha, know its importance

हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष के बाद पौष का महीना आता है। हिंदू कैलेंडर का 10वां महीना है। पौष माह में सूर्य देव की पूजा की जाती है। पौष का महीना श्राद्ध कर्म और पिंडदान के लिए भी बहुत शुभ माना जाता है। आपको दिन का व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? इस वर्ष पौष मास 9 दिसंबर 2022 से 7 जनवरी 2023 तक रहने वाला है।

पौष मास में सूर्य उपासना का महत्व

पौष माह में सूर्य की पूजा को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस महीने में प्रात: काल स्नान करके सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए। तांबे के बर्तन से जल दें। जल में रोली और लाल फूल डालें। इसके बाद सूर्य के मंत्र "ॐ आदित्याय नमः" का जाप करें। इस महीने में नमक का सेवन कम करें।

पौष मास 2022: बरती जाने वाली सावधानियां

खाने-पीने में सूखे मेवे और स्निग्ध चीजों का प्रयोग करें। चीनी की जगह गुड़ का प्रयोग करें। अजवाइन, लौंग और अदरक का सेवन फायदेमंद होता है। इस महीने में ठंडे पानी का इस्तेमाल, नहाने में परेशानी और जरूरत से ज्यादा खाना खतरनाक हो सकता है। इस महीने में बहुत अधिक तेल और घी का प्रयोग भी लाभकारी नहीं होता है।

पौष मास के चमत्कारी उपाय

पौष मास में अरहर की दाल और चावल की खिचड़ी को घी के साथ दान करें। इस माह लाल वस्त्र धारण करें। पौष मास में नया कार्य प्रारंभ नहीं करना चाहिए। अगर आपको मजबूरी में ऐसा काम करना पड़ रहा है तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें। सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करें और बेलपत्र चढ़ाएं। पान के पत्ते की जड़ या लकड़ी को लाल धागे में बांधकर गले में धारण करें। तांबे का पात्र दान करें।

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