मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं में कार्य करने की असीम क्षमता है। दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है। मनुष्य चाहे तो ब्रम्हाण्ड में भी कमाण्ड कर सकता है। जो वह सोच सकते हैं, वह सब कर भी सकते हैं। करो ऐसा कि दुनिया उसे देखती रह जाये और याद करे। मन में कुछ करने की तलब पैदा की जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप की सफलता भी इन्हीं बातों पर निर्भर है।
एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के लक्षण
निजी लिमिटेड कंपनी कुछ व्यक्तियों द्वारा निजी तौर पर एक अलग कानूनी इकाई होती है। इसमें शेयरधारक सार्वजनिक रूप से शेयरों का व्यापार नहीं कर सकते हैं। यह अपने शेयरों की संख्या को 50 तक सीमित कर देता है। शेयरधारक अन्य शेयरधारकों की मंजूरी के बिना अपने शेयर नहीं बेच सकते हैं। यह एक ऐसी कंपनी है जो अपने सदस्यों के अधिकारों को अपने शेयरों को हस्तांतरित करने के लिए प्रतिबंधित करती है और यह अपने शेयरों की सदस्यता के लिए जनता को निमंत्रण नहीं भेजती है। निजी अप कैपिटल क्या हैं लिमिटेड कंपनी के लक्षण नीचे उल्लेखित हैं।
- सदस्य – एक कंपनी शुरू करने के लिए, 2 सदस्यों की न्यूनतम संख्या की आवश्यकता होती है और कंपनियों के अधिनियम 2013 के प्रावधानों के अनुसार अधिकतम 200 सदस्य होते हैं ।
- सीमित देयता – प्रत्येक सदस्य या शेयरधारकों की देयता सीमित है। इसका मतलब है कि अगर किसी कंपनी को किसी भी परिस्थिति में नुकसान का सामना करना पड़ता है तो उसके शेयरधारक भुगतान के लिए अपनी संपत्ति बेचने के लिए उत्तरदायी होते हैं। शेयरधारकों की व्यक्तिगत, व्यक्तिगत संपत्ति जोखिम में नहीं हैं।
- क्रमिक उत्तराधिकार – कंपनी अपने किसी भी सदस्य के दिवालिया होने, मृत्यु दर, दिवालिया होने की स्थिति में भी कानून की नजर में बनी रहती है। यह कंपनी के सतत उत्तराधिकार की ओर जाता है। कंपनी का जीवन हमेशा के लिए विद्यमान रहता है।
- सदस्यों का सूचकांक – एक निजी कंपनी को सार्वजनिक कंपनी पर एक विशेषाधिकार प्राप्त होता है क्योंकि उन्हें अपने सदस्यों का एक सूचकांक नहीं रखना पड़ता है जबकि सार्वजनिक कंपनी को अपने सदस्यों के सूचकांक को बनाए रखने की आवश्यकता होती है।
- कई निर्देशकों – जब किसी निजी कंपनी के निदेशकों की बात आती है, तो केवल दो निदेशकों की आवश्यकता होती है। 2 निदेशकों के अस्तित्व के साथ, एक निजी कंपनी संचालन में आ सकती है।
- पेड अप कैपिटल – इसमें न्यूनतम भुगतान पूंजी 1 लाख रुपये या इससे अधिक राशि होनी चाहिए जो समय-समय पर निर्धारित की जा सकती है।
- प्रॉस्पेक्टस – प्रॉस्पेक्टस कंपनी के मामलों का एक विस्तृत विवरण है जो एक कंपनी द्वारा अपने सार्वजनिक के लिए जारी किया जाता है। हालांकि, एक निजी लिमिटेड कंपनी के मामले में , प्रॉस्पेक्टस जारी करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि इस सार्वजनिक में कंपनी के शेयरों अप कैपिटल क्या हैं अप कैपिटल क्या हैं की सदस्यता के लिए आमंत्रित नहीं किया जाता है।
- न्यूनतम सदस्यता – अप कैपिटल क्या हैं यह कंपनी द्वारा प्राप्त की गई राशि है जो कि एक निश्चित अवधि के भीतर जारी किए गए शेयरों का 90% है। यदि कंपनी 90% अप कैपिटल क्या हैं राशि प्राप्त करने में सक्षम नहीं है, तो वे आगे व्यवसाय शुरू नहीं कर सकते हैं। एक निजी लिमिटेड कंपनी के मामले में, न्यूनतम सब्सक्रिप्शन प्राप्त किए बिना, शेयर जनता को आवंटित किए जा सकते हैं।
- नाम – सभी निजी कंपनियों के लिए यह अनिवार्य है कि वे अपने नाम के बाद निजी शब्द का उपयोग करें।
राकेश झुनझुनवाला ने Titan के शेयर में कुछ ही घंटों में कमाए 342 करोड़ रुपये
दिग्गज इनवेस्टर राकेश झुनझुनवाला ने कुछ ही घंटों में टाइटन (Titan) के शेयरों में करीब 342 करोड़ रुपये की कमाई की है। बजट 2022 में कट एंड पॉलिश्ड डायमंड पर कस्टम ड्यूटी में कटौती की घोषणा के बाद मंगलवार को एक ही घंटे में टाइटन कंपनी (Titan) के शेयरों में तेज उछाल देखने को मिला। टाइटन, जेम्स एंड ज्वैलरी बिजनेस में है। स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि बजट 2022 के प्रपोजल से कंपनी के बिजनेस को मजबूती मिलेगी।
टाइटन के शेयरों में 75 रुपये से ज्यादा की तेजी
1 फरवरी को दोपहर करीब 1.15 बजे टाइटन कंपनी (Titan) के शेयरों ने 2,358.95 रुपये का इंट्रा-डे लो (दिन के कारोबार के दौरान निचला स्तर) छुआ। इसके बाद पोस्ट बजट रैली में टाइटन कंपनी के शेयरों में अच्छा उछाल देखने को मिला। कंपनी के शेयर 2,436.05 रुपये के स्तर पर बंद हुए। कंपनी के शेयरों में 75.75 रुपये का उछाल आया। इस पोस्ट-बजट रैली में टाइटन के शेयरों में आई तेजी से राकेश झुनझुनवाला की नेटवर्थ करीब 342 रुपये बढ़ गई।
ओपन (Open) बना भारत का 100वां यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप
इस स्टार्ट-अप ने नए फंड जुटाए हैं जिससे इसका मूल्यांकन 1 बिलियन डालर तक बढ़ गया है। फंड जुटाने के लिए नए निवेश दौर का नेतृत्व मुंबई स्थित निवेश फर्म IIFL, टेमासेक, टाइगर ग्लोबल और 3one4 कैपिटल के साथ किया था। नवीनतम दौर में 50 मिलियन अमरीकी डालर जुटाए गए।
इस स्टार्ट-अप के अन्य निवेशक कौन अप कैपिटल क्या हैं हैं?
टेमासेक, गूगल, सॉफ्टबैंक और वीज़ा ने इस नियोबैंक स्टार्ट-अप ओपन में 100 मिलियन अमरीकी डालर का निवेश किया है।
स्टार्ट-अप की स्थापना वर्ष 2017 में अनीश अच्युतन, उनकी पत्नी माबेल चाको और उनके भाई अजेश अच्युतन ने की थी। दीना जैकब इस संगठन की चौथी संस्थापक सदस्य हैं। मई 2018 के महीने में, इस स्टार्ट-अप द्वारा 2 मिलियन अमरीकी डालर जुटाए गए थे।
ओपन क्या ऑफर करता है?
यह स्टार्ट-अप एक ऐसा मंच प्रदान करता है जिसके माध्यम से छोटे व्यवसायों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सभी उपकरण व्यवसाय के चालू खाते के साथ एकीकृत होते हैं। भारत में, 20 लाख व्यवसाय इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं और इस प्लेटफॉर्म पर सालाना 30 बिलियन डालर से अधिक के लेनदेन संसाधित किए जा रहे हैं।
Neobanks डिजिटल बैंक हैं जिनकी शून्य शाखाएँ हैं। इसके बजाय, ऐसे संगठनों की उपस्थिति ऑनलाइन होती है। नियोबैंक संगठन तकनीक-प्रेमी ग्राहकों को लक्षित करते हैं। नियोबैंक मूल रूप से फिनटेक फर्म हैं जो मोबाइल-फर्स्ट और डिजिटल सेवाएं जैसे डेबिट कार्ड, भुगतान, उधार, मनी ट्रांसफर इत्यादि प्रदान करती हैं। नियोबैंक की सेवाओं को एप्प के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।
Radhakishan Damani Portfolio: दिग्गज निवेशक राधाकिशन दमानी ने इस कंपनी में लगाया मोटा पैसा, क्या आपके लिए भी है मौका?
Radhakishan Damani Portfolio: अगर आप शेयर मार्केट में पैसा लगा रहे हैं लेकिन अभी तक आपको बहुत कुछ हासिल नहीं हो पाया है तो यह खबर आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेयर मार्केट के दिग्गज निवेशक और डी-मार्ट के मालिक राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) ने एक और कंपनी में बड़ा दांव लगाया है. दरअसल, राधाकिशन दमानी ने आडवाणी होटल्स एंड रिसॉर्ट्स (इंडिया) लिमिटेड (Advani Hotels and Resorts) को अपनी पोर्टफोलियो में शामिल किया है. हॉस्पिटैलिटी कंपनी की ओर से एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक राधाकिशन दमानी ने कंपनी के 23,93,490 शेयर की खरीदारी की है, यह कंपनी के कुल जारी किए गए पेड अप कैपिटल का 5.17 फीसदी है.
स्टार्ट इन इंदौर कान्क्लेव : इंदौर अप कैपिटल क्या हैं को देश का स्टार्ट-अप कैपिटल बनाया जाएगा – मुख्यमंत्री
इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्टार्ट-अप के लिये प्रदेश में अनुकूल वातावरण उपलब्ध अप कैपिटल क्या हैं कराया जायेगा। स्टार्ट-अप के लिये वित्तीय मदद तथा अन्य सुविधाएँ मुहैया करायी जायेंगी। इंदौर को देश का स्टार्ट-अप केपिटल बनाया जायेगा। उन्होंने युवाओं से अप कैपिटल क्या हैं आग्रह किया कि वे आगे आकर अधिक से अधिक स्टार्ट-अप प्रारंभ करें। राज्य शासन उन्हें पूरी मदद करेगा।
मुख्यमंत्री आज इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में युवा स्टार्ट-अप उद्यमियों द्वारा आयोजित स्टार्ट-इन-इंदौर कॉन्क्लेव कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। सांसद शंकर लालवानी, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में युवा स्टार्ट-अप उद्यमी मौजूद थे।
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