इस स्टाॅक की कीमतों 6000% की उछाल, निवेशक हुए मालामाल

Multibagger Stock: 37 पैसे का शेयर अब 300 रुपये में, इस आईटी कंपनी ने महज 12000 के निवेश पर बनाया करोड़पति

Multibagger शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट Stock: आईटी कंपनियों में इस समय मंदा माहौल दिख रहा है और शेयर दबाव में हैं। हालांकि कुछ कंपनियों ने निवेशकों को छप्परफाड़ रिटर्न दिया है। ऐसी ही एक कंपनी बिरलासॉफ्ट (BirlaSoft) है। इस शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट साल यह 47 फीसदी से अधिक कमजोर हुआ है। हालांकि लॉन्ग टर्म में इसने निवेशकों को महज 12 हजार रुपये के निवेश पर करोड़पति बना दिया है

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Multibagger Stock: आईटी कंपनियों में इस समय मंदा माहौल दिख रहा है और शेयर दबाव में हैं। हालांकि कुछ कंपनियों ने निवेशकों को छप्परफाड़ रिटर्न दिया है। ऐसी ही एक कंपनी बिरलासॉफ्ट (BirlaSoft) है। आज इसके शेयरों में मामूली तेजी रही है और इस साल यह 47 फीसदी से अधिक कमजोर हुआ है। हालांकि लॉन्ग टर्म में यह शानदार निवेश साबित हुआ है और इसने निवेशकों को महज 12 हजार रुपये के निवेश पर करोड़पति बना दिया है। आज 21 दिसंबर को इसके शेयर 299.75 रुपये के भाव (BirlaSoft Share Price) पर बंद हुए हैं। इसका मार्केट कैप 8,191.59 करोड़ रुपये है।

21 साल में 12 हजार बने एक करोड़

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बिरलासॉफ्ट के शेयर 2 सितंबर 2001 को 37 पैसे के भाव (BirlaSoft Share Price) में मिल रहे थे। अब यह करीब 810 गुना बढ़कर 299.75 रुपये के भाव में मिल रहा है। इसका मतलब हुआ कि 21 साल पहले इसमें महज 12 हजार रुपये लगाने पर ही 1 करोड़ रुपये की पूंजी तैयार हो गई।

बिरलासॉफ्ट के शेयरों में इस साल भारी दबाव दिखा लेकिन अब रिकवरी दिख रही है।

इस साल 10 जनवरी 2022 को यह 585.85 रुपये के रिकॉर्ड ऊंचे भाव पर था। इसके बाद 28 अक्टूबर 2022 तक यह 56 फीसदी टूटकर 262.30 रुपये के भाव पर रह गया। हालांकि फिर इसमें खरीदारी का रुझान दिखा और अब तक यह 14 फीसदी रिकवर हुआ है लेकिन अभी भी रिकॉर्ड ऊंचे भाव शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट से यह 49 फीसदी डिस्काउंट पर है।

BirlaSoft के बारे में डिटेल्स

बिरलासॉफ्ट सीके बिरला ग्रुप की कंपनी है। कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक यह डोमेन, एंटरप्राइज और डिजिटल टेक की क्षमताओं को जोड़कर ग्राहकों और उनके इकोसिस्टम के बिजनेस प्रोसेस को नया रूप देती है। इससे कंपनियों की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो जुलाई-सितंबर 2022 में तिमाही आधार पर इसका नेट प्रॉफिट घटा है लेकिन रेवेन्यू में उछाल रही। इसका नेट प्रॉफिट तिमाही आधार पर जुलाई-सितंबर 2022 में 77.01 करोड़ रुपये से गिरकर 50.06 करोड़ रुपये रहा जबकि रेवेन्यू 563.44 करोड़ रुपये से उछलकर 612.39 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी शेयर परफार्मेंस के आधार पर दी गई है। यह बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

शेयर बाजार में निवेश का नया तरीका, स्टॉक में पैसा लगाना होगा कहीं ज्यादा आसान; जानें पूरी डिटेल

शेयर बाजार में निवेश के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं. इसमें से एक नया तरीका स्मॉलकेस है. 2015 में तीन आईआईटी के छात्रों ने इस कंपनी की शुरुआत की थी. और आज देश के लगभग सभी ब्रोकरेज के साथ इसने समझौता कर लिया है.

शेयर बाजार में निवेश का नया तरीका, स्टॉक में पैसा लगाना होगा कहीं ज्यादा आसान; जानें पूरी डिटेल

Share Market Investment: शेयर बाजार में निवेश के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं. इसमें से एक नया तरीका स्मॉलकेस है. 2015 में तीन आईआईटी के छात्रों ने इस कंपनी की शुरुआत की थी. और आज देश के लगभग सभी ब्रोकरेज के साथ इसने समझौता कर लिया है. पिछले तीन साल में इसका ट्रांजैक्शन वॉल्यूम 300 गुना बढ़ा है. आजकल शेयर बाजार के हालात कुछ अच्छे नहीं हैं. आइए आसान भाषा में इस बात को समझते हैं कि स्मॉलकेस क्या है और यह क्या करता है.

आसान भाषा में समझें, तो स्मॉलकेस एक पोर्टफोलियो है, जो किसी थीम या स्ट्रैटजी के लिए बनाया जाता है. और निवेशक इसमें अपने ब्रोकर और डीमैट अकाउंट के जरिए सीधे निवेश कर सकते हैं. इसमें निवेशक को कुछ भी नया करने की जरूरत नहीं है. निवेशक को इसमें स्मॉल केस डॉट कॉम पर आना है. और अपने ब्रोकिंग अकाउंट के जरिए लॉगइन करना है. उदाहरण के लिए आपका अकाउंट HDFC सिक्योरिटीज के साथ है, तो उसके लॉगइन के जरिए भी आप इसमें लॉगइन कर सकते हैं.

ऐसे कर सकते हैं निवेश

लॉगइन करने के बाद आपको प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग पोर्टफोलियो देखने को मिलेंगे. इन्हें स्मॉलकेस कहते हैं. ये पोर्टफोलियो अलग-अलग थीम के मुताबिक होते हैं. जैसे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी या बढ़ती ग्रामीण डिमांड. तो जो पोर्टफोलियो आपको पसंद आता है, आप सीधे उसमें निवेश कर सकते हैं. जिस तरह आप शेयर खरीदते हैं, उसी तरह आप इनमें भी सीधा निवेश कर सकते हैं. इस तरह प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करना बेहद आसान है.

यह म्यूचुअल फंड और शेयर खरीदने से बिल्कुल अलग है. थीम के आधार पर आप इसमें शेयर या ईटीएफ का बास्केट खरीदते हैं. किसी भी थीम, बास्केट के आधार पर आप बास्केट बना सकते हैं. थीम के आधार पर बास्केट में 2 से 50 शेयर तक हो सकते हैं.

निवेश की राशि की डिटेल

सेबी रजिस्टर्ड एक्सपर्ट इसमें बास्केट को मैनेज करते हैं. इस प्लेटफॉर्म पर आपको डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो खरीदने का मौका मिलता है. इसमें 120 से ज्यादा मैनेजर्स के अनुभव का फायदा मिलता है. यह प्लेटफॉर्म 25 से 35 साल के युवाओं में ज्यादा लोकप्रिय है.

इस प्लेटफॉर्म पर हर पोर्टफोलियो की न्यूनतम निवेश राशि तय होती है. इसे निवेशक पहले से प्लेटफॉर्म पर देख भी सकते हैं. पोर्टफोलियो 100 रुपये से शुरू होकर 70-80 हजार रुपये तक भी जाते शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट हैं. कई पोर्टफिलियो में निवेशकों को एकमुश्त राशि निवेश करने का भी विकल्प मिलता है. आपको दोनों ऑप्शन मिलते हैं, आप एकमुश्त पैसा भी डाल सकते हैं और इसके अलावा सिस्टमैटिक भी निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें किसी तरह का लॉक-इन नहीं होता है. तो निवेशक जब चाहें पैसा वापस भी निकाल सकते हैं.

Invest in US Stock Market: जानें घर बैठे कैसे करें Meta, Netfilx और Twitter के शेयरों में निवेश और क्‍या हैं इसके नफा-नुकसान

Investment in US Stocks: आप घर बैठे अमेरिकी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए आप म्‍युचुअल फंडों के एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंडों का सहारा भी ले सकते हैं.

By: ABP Live | Updated at : 06 Oct 2022 04:28 PM (IST)

अमेरिकी बाजार में कैसे करें निवेश

Investment in US Stock Market: भारत में निफ्टी 50 से इस बात का मोटा-मोटा अनुमान लग जाता है कि घरेलू शेयर बाजार की दिशा क्या है. निफ्टी 50 में फ्री फ्लोटिंग मार्केट कैप वाली 50 शीर्ष कंपनियों शामिल हैं. अमेरिका में मार्केट किस ओर जा रहा है, इसका अंदाजा ‘डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज’ या डाउ, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर सबसे ज्यादा ट्रेडेड 30 अमेरिकी शेयरों की सूची और NASDAQ से लगता है. अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी है और डाउ के साथ भी ऐसा ही है और इनका भारत के स्टॉक मार्केट पर बहुत अधिक असर देखने को मिलता है. ऐसे में पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन या भारतीय शेयर बाजारों को लेकर बेहतर अनुमान लगाने के लिए अमेरिकी शेयरों में कुछ निवेश करना अहम हो जाता है. आइए, हम इससे जुड़ी कुछ बुनियादी बातों के बारे में जानते हैं.

अमेरिकी में निवेश की ‘एबीसी’

आइए सबसे पहले ये जानते हैं कि अमेरिका में निवेश करने के अलग-अलग क्या रास्ते हैं जिससे जटिल लग रही प्रक्रिया आसानी से समझ में आ जाएगी. इसके बाद फायदों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे और उसके बाद अमेरिका में निवेश के लिए उन जरूरी सूचनाओं पर बात करेंगे जो आपके लिए जानना जरूरी है. यह कुछ इस प्रकार आगे बढ़ता है:

  • अप्रोच (तरीका)
  • बेनिफिट्स (फायदे)
  • कंडीशन्स (परिस्थितियां)

भारत से अमेरिका में निवेश के लिए आप अलग-अलग तरीके अपना सकते हैं. फिनोलॉजी वेंचर्स के सीईओ प्रांजल कामरा कहते हैं कि अमेरिकी शेयर बाजार में दो तरह से निवेश किया जा सकता है. प्रत्‍यक्ष निवेश और अप्रत्‍यक्ष निवेश.

प्रत्यक्ष निवेश (Direct Investment): कामरा कहते हैं कि आप सीधे अमेरिकी स्टॉक में निवेश कर सकते हैं और यूएस ब्रोकरेज अकाउंट में शेयर होल्ड कर सकते हैं. नए जमाने के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्‍स और स्टॉक ब्रोकर्स न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE), NASDAQ और AMEX (अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज) जैसे प्रमुख एक्सचेंज में रियल टाइम में ट्रेडिंग करने की सहूलियत देते हैं. आपको अपने इंवेस्टमेंट को ट्रैक करना चाहिए और स्टॉक की एनालिसिस करनी चाहिए.

ETFs या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स: उन्‍होंने कहा कि आप निरंतर रिटर्न पाने के लिए यूएस ईटीएफ में इंवेस्ट कर सकते हैं. ये ईटीएफ इंडेक्स में शामिल पोर्टफोलियो को समान वेट के साथ रेप्लिकेट करते हैं.

म्यूचुअल फंड्स: कामरा कहते हैं कि अगर आप अपने शेयरों के परफॉर्मेंस और मार्केट में उतार-चढ़ाव को ट्रैक नहीं करना चाहते हैं तो आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं. ये फंड्स मार्केट के उतार-चढ़ाव के विश्लेषण और पोर्टफोलियो मैनेज करने के लिए फंड मैनेजर्स की नियुक्ति करते हैं. म्यूचुअल फंड्स स्टॉक, बॉऩ्ड और डेट में थोड़ा-थोड़ा निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड्स इस तरह की सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक्सपेंस रेशियो या एक्जिट लोड के रूप में आम तौर पर एक फीस लेते हैं.

एक्सिस म्‍यूचुअल फंड ने लॉन्‍च किया एक्सिस NASDAQ 100 FoF

एक्सिस म्‍यूचुअल फंड ने एक्सिस NASDAQ 100 फंड ऑफ फंड (FoF) लॉन्‍च किया है. यह एक ओपन एंडेड फंड ऑफ फंड स्‍कीम है जो NASDAQ 100 TRI के प्रदर्शन को ईटीएफ में निवेश के जरिये ट्रैक करेगा. एक्सिस के इस फंड के नए फंड ऑफर के दौरान न्‍यूनतम 500 रुपये का निवेश कर सकते हैं. इस फंड के फंड मैनेजर हितेश दास हैं.

क्‍यों करें अमेरिकी शेयर बाजार में निवेश?

  • मेटा, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, नेटफ्लिक्स जैसी दिग्गज टेक कंपनियों और कई अन्य ग्लोबल कंपनियों के लिस्ट होने की वजह से अमेरिकी स्टॉक मार्केट एक व्यवहार्य विकल्प बन जाता है और यहां निवेशकों को सबसे ज्यादा एक्सपोजर भी मिलता है.
  • रुपये के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से भी यूएस स्टॉक की वैल्यू बढ़ जाती है.
  • डाइफर्सिफिकेशन से जुड़ी संभावनाएं
  • पिछले 10 साल के दौरान डाउ ने सेंसेक्स के तीन साल, पांच साल और यहां तक कि 10 साल के मुकाबले ज्यादा रिटर्न दिया है.
  • संकट के समय अमेरिकी डॉलर को भारतीय रुपया से ज्यादा स्थिर और सेफ समझा जाता है.
  • ये यूएस स्टॉक्स में निवेश के फायदे हैं. एक निवेशक के तौर पर आपको अमेरिका में निवेश से पहले अपनी जरूरतों, टैक्स और स्कीम्स को समझना चाहिए.

प्रांजल कामरा कहते हैं कि नई पीढ़ी के ऐप्स ने अमेरिका में निवेश को काफी आसान बना दिया है. फॉरेक्स जैसे महंगे वायर ट्रांसफर एवं ट्रांसफर चार्जेज की जगह अब बहुत सस्ते ‘डायरेक्ट ट्रांसफर्स’ की सुविधा उपलब्ध है जो स्टेट बैंक ऑफ मॉरीशस जैसे बैंकों के जरिए होता है. आपके ब्रोकर इसमें मदद करते हैं और आपका यह काम बिना किसी दिक्कत, बिना किसी ट्रांसफर या फॉरेक्स चार्ज के भुगतान के हो जाता है.

इससे इतर कुछ ब्रोकर्स जीरो कमीशन और अनलिमिटेड इंवेस्टिंग पर काम कर रहे हैं. यूएस मार्केट में निवेश करना प्रायः बहुत जटिल मालूम पड़ता है. हालांकि, विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के सपोर्ट और प्रैक्टिस से आप अमेरिका में निवेश के अपने स्किल को निश्चित रूप से मांज सकते हैं और भारत में कहीं भी बैठकर ऐसा कर सकते हैं. ग्लोबल इंवेस्टिंग पर एनालिस्ट्स की चर्चाओं को सुनकर, आर्टिकल्स और केस स्टडीज को पढ़कर आप अप-टु-डेट रह सकते हैं.

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Published at : 06 Oct 2022 04:06 PM (IST) Tags: Mutual Funds ETF Meta Investment in US Market Benefits of Investment in US Stocks Exchange Traded Funds हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

52 सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा राकेश झुनझुनवाला के इस शेयर का भाव, जानें निवेश को लेकर क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट

Rallis इंडिया के शेयरों में गिरावट की वजहों को रेखांकित करते हुए Bonanza पोपोर्टफोलियो के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट बताते हैं कि वित्त वर्ष 2022 की Q4 में कंपनी ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है

52 सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा राकेश झुनझुनवाला के इस शेयर का भाव, जानें निवेश को लेकर क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट

Stock Market Updates: बाजार की स्थिति इस समय बहुत अच्छी नहीं है। यही वजह है कि निवेशक अच्छे स्टाॅक तलाशने में व्यस्त हैं। बड़ी संख्या में ऐसे भी इंवेस्टर हैं जो बाजार के 'बड़े खिलाड़ियों' के पोर्टफोलियो पर रिसर्च कर रहे हैं। ऐसे निवेशकों के लिए राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का स्टाॅक Rallis India एक बेहतर विकल्प हो सकता है। NSE में कंपनी के शेयर का 52 सप्ताह का न्यूनतम स्तर 192 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।

इस स्टाॅक की कीमतों 6000% की शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट उछाल, निवेशक हुए मालामाल

स्टाॅक मार्केट के एक्सपर्ट के अनुसार Rallis इंडिया के शेयरों में चौथी तिमाही के नतीजों के बाद से ही लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। कंपनी ने बढ़ते खर्च को कंट्रोल करने के लिए कीमतों में इजाफा किया लेकिन यह दांव सफल नहीं रहा है। एक्सपर्ट ने निवेशकों को सलाह देते हुए बताया कि मंहगाई को लेकर थोड़ा सतर्क रहें और कोई नया पोजीशन लेने से बचें।

Rallis इंडिया के शेयरों में गिरावट की वजहों को रेखांकित करते हुए Bonanza पोपोर्टफोलियो के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट राजेश सिन्हा बताते हैं कि वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में कंपनी ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है। बढ़ती महंगाई की वजह से मार्जिन में गिरावट है। इसके अलावा इसके इंटरनेशनल बिजनेस में भी गिरावट देखने को मिली है। यही कुछ वजहें हैं जिसके कारण कंपनी के शेयर का भाव 280 लेवल से नीचे आकर 195 रुपये के लेवल पर आ गया है। और यह 52 सप्ताह के न्यूयनतम स्तर 192 रुपये के लेवल पर पहुंच गया।

एक्सपर्ट के अनुसार कंपनी मौजूदा समय में राॅ मैटेरियल के शाॅर्टेज झेल रही है। साथ ही बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए सभी प्रयास बहुत सार्थक नहीं साबित हो पा रहे हैं। शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट अगर कंपनी के शेयर 190 रुपये के नीचे आए तो यह फिर 175 रुपये के लेवल तक जा सकते हैं। वहीं अगला सपोर्ट लेवल 160 रुपये का होगा। कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि कंपनी के शेयर का भाव 150 रुपये के लेवल तक का सकता है।

स्टॉक मार्केट निवेश के क्या करें और क्या न करें

यदि आप धार्मिक रूप से स्टॉक के साथ अपने पैसे को जोखिम में डालते हुए क्या करें और क्या न करें का पालन कर रहे हैंमंडी निवेश, मुनाफा कमाना एक कठिन रास्ता नहीं हो सकता है। हालांकि, वित्तीय शिक्षा की कमी को ध्यान में रखते हुए, शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट कई निवेशक, विशेष रूप से शुरुआती, वही करते हैं जो टाला जाना चाहिए था और इसके विपरीत।

Stock-Market-Investment

तब सेनिवेश इस अस्थिर बाजार में एक जंगली सवारी से कम कुछ नहीं हो सकता है, यह शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट अनुशंसा की जाती है कि आप अपनी मेहनत की कमाई को हल्के में लेने से पहले ही अपने मोज़े खींच लें। इस पोस्ट में, आइए स्टॉक मार्केट निवेश के कुछ बुनियादी, फिर भी समान रूप से महत्वपूर्ण, क्या करें और क्या न करें के बारे में जानें।

1. शिक्षित हो जाओ

संभवतः, यह सबसे प्रासंगिक हैफ़ैक्टर जिसे किसी भी कीमत पर नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यदि आप सफल होना चाहते हैं और बिना ज्यादा खोए लाभ की एक संतोषजनक संख्या अर्जित करना चाहते हैं, तो बाजार को सीखने और समझने से शुरुआत करें।

ऐसा करने के लिए, स्व-शिक्षा एक आदर्श तरीका है। इंटरनेट शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट पर, आप आसानी से ढेर सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां तक कि बहुत सारे शैक्षिक मंच हैं जो आपको शुरुआती लोगों के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन स्टॉक मार्केट पाठ्यक्रमों में नामांकन करने की शेयर मार्केट में न्यूनतम इन्वेस्टमेंट अनुमति देते हैं।

2. मुफ़्त अनुशंसाओं और सुझावों पर भरोसा न करें

जिस क्षण आप शेयर बाजार में कदम रखते हैं, चाहे निवेश के लिए या ट्रेडिंग के लिए, आपके इनबॉक्स में खरीद/बिक्री कॉल और संदेशों की बाढ़ आ जाएगी। हालाँकि, एक बात जो आपको याद रखनी चाहिए, वह यह है कि ऐसा कुछ भी नहीं है जो बिना किसी लागत के आता है।

कोई आपको बिना कुछ चार्ज किए मल्टी-बैगर स्टॉक्स के लिए टिप्स देने में दिलचस्पी क्यों लेगा? इस बाजार में आपको अधिक सतर्क और सतर्क रहना होगा। इस प्रकार, कभी भी किसी भी मुफ्त सिफारिश या सुझावों पर आँख बंद करके भरोसा न करें।

3. छोटी राशि से शुरुआत करें

यदि आपने अभी खाना बनाना शुरू किया है, तो आप जटिल सामग्री वाले व्यंजन को जोखिम में नहीं डालेंगे, है ना? शेयर बाजार का भी यही हाल है। निवेश की शुरुआत करते समय, विशेषज्ञ हमेशा छोटी राशि से शुरुआत करने की सलाह देते हैं।

न्यूनतम संभव राशि के साथ निवेश करें। और धीरे-धीरे अधिक ज्ञान, समझ और आत्मविश्वास के साथ आप अपने अनुसार निवेश बढ़ा सकते हैं।

4. अवास्तविक उम्मीदें न रखें

बेशक, ऐसे बहुत से निवेशक हैं जो एक ही निवेश पर 400% से 500% तक का रिटर्न सफलतापूर्वक प्राप्त करने में सफल रहे। हालांकि इस तरह की खबरें तेजी से प्रसारित होती हैं, लेकिन जो तथ्य सुर्खियों में नहीं आता है वह है कड़ी मेहनत, समर्पण और इन निवेशकों को पहले से ही भारी रिटर्न हासिल करने के लिए कितना नुकसान उठाना पड़ा है।

इस प्रकार, जब आप शुरू कर रहे हों, तो शेयरों में निवेश करते समय यथार्थवादी अपेक्षाएँ रखें। एक साल में 12% से 18% के बीच कहीं भी रिटर्न काफी अच्छा है। इसके अलावा, जब आप इस रिटर्न को कई वर्षों में कंपाउंड करेंगे, तो आपको अधिक रिटर्न मिलने वाला है।

5. जल्दी निवेश शुरू करें

वित्त के साथ जल्दी शुरुआत करने के महत्व पर पर्याप्त जोर नहीं दिया जा सकता है। जब आप एक शुरू करते हैंप्रारंभिक निवेशसमय हमेशा आपके पक्ष में रहता है। इसके अलावा, ऐसी रणनीति के साथ, आपके पास घाटे की वसूली के लिए पर्याप्त समय होता है।

6. झुंड की मानसिकता का पालन न करें

मान लीजिए कि आपके किसी परिचित ने एक साल में स्टॉक से 70% रिटर्न कमाया। अब व्यक्ति इसके बारे में शेखी बघारना बंद नहीं करता है, दूसरों को उसी स्टॉक में निवेश करने के लिए मजबूर करता है। क्या आप उसके नेतृत्व का पालन करने जा रहे हैं?

यदि हां, तो आप गलत रास्ते पर जा सकते हैं। अब तक, कोई सफल नहींइन्वेस्टर द्वारा मील के पत्थर को छुआ हैHerd के बाद मानसिकता। इस प्रकार, यह बेहतर है कि आप अपना स्वयं का शोध करें, अपने विचारों को निर्णय में डालें और फिर निवेश करें।

7. उचित शोध करें

अधिकांश लोगों के पर्याप्त पैसा नहीं बनाने का एक प्राथमिक कारण यह है कि वे शोध में प्रारंभिक प्रयासों का निवेश नहीं करते हैं। निवेश करने के लिए किसी कंपनी को चुनने से पहले, सुनिश्चित करें कि आप इसके हर पहलू पर शोध कर रहे हैं।

कंपनी के मूल सिद्धांतों से लेकर वित्तीय तक का अधिकारबयान, अनुपात, हानि, लाभ, प्रबंधन, और इस तरह के अन्य डेटा आपको बाद में पछताने से बचने में मदद करेंगे।

8. शारीरिक पूर्वाग्रहों से न बचें

निवेश करते समय, आप कई प्रकार के शारीरिक पूर्वाग्रहों का सामना कर सकते हैं जो आपके निवेश निर्णयों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। इसके साथ ही, यह सतर्क चुनाव करने की आपकी क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव भी छोड़ सकता है।

अधिकांश पूर्वाग्रह, जैसे कि क्रेता का पछतावा, एंकरिंग पूर्वाग्रह, पुष्टिकरण पूर्वाग्रह, श्रेष्ठता ट्रैप और बहुत कुछ पूर्व-क्रमादेशित हैं; इस प्रकार, लोगों का ध्यान आकर्षित करना थोड़ा कठिन हो सकता है। इन पूर्वाग्रहों को जानने से आपको गंभीर क्षति को रोकने में मदद मिलेगी।

9. केवल अधिशेष राशि का निवेश करें

शेयर बाजार, निस्संदेह, अग्रणी कंपनियों में निवेश करने और उनमें से पैसा बनाने के अवसरों की एक श्रृंखला प्रदान करता है। लेकिन अवसरों के साथ, जोखिम कारक समान रूप से उच्च रहता है। और, रिटर्न की हमेशा गारंटी नहीं होती है।

इसके अलावा, एक भालू बाजार (खराब समय) की स्थिति पूरी तरह से वर्षों तक चल सकती है। इस प्रकार, सुनिश्चित करें कि आप केवल एक अधिशेष राशि का निवेश कर रहे हैं और बाजार में इसे बड़ा बनाने की आशा के साथ अपनी आजीविका में कटौती नहीं कर रहे हैं।

10. अवांछित जोखिम न लें

अपना पूरा पैसा एक गर्म उद्योग या एक गर्म स्टॉक में निवेश करना एक ऐसा कदम है जिसे कभी भी एक बुद्धिमानी के रूप में नहीं माना जा सकता है। जितना अधिक आप उच्च रिटर्न उत्पन्न करना चाहते हैं, धन को सुरक्षित रखना भी आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए।

इसलिए, जिन जोखिमों के बारे में आप निश्चित नहीं हैं, उन्हें लेने की आवश्यकता नहीं है। निवेश करते समय, आपको अपना जोखिम-इनाम संतुलन बरकरार रखना चाहिए।

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