शेयर बाजार में रिस्क के अपने अपने स्तर होते हैं जो कई अलग अलग बातों पर निर्भर करते हैं। इस तरह के निवेश विकल्पों का सबसे बड़ा फायदा इनमें ऊंचे रिटर्न की संभावना और सबसे बड़ा नुकसान इससे जुड़े जोखिम होते हैं। कोरोना संकट में गिरावट के बाद शेयर बाजार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था। इस दौरान मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिए हैं।
वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.
यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.
मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.
कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:
स्टॉक्स
स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.
फिक्स्ड डिपॉजिट
जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.
आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?
अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.
अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.
कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.
कम पैसे में करना चाहते ज्यादा कमाई, ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। क्या आप निवेश की योजना बना रहे हैं लेकिन तय नहीं कर पा रहे हैं कि पैसा कहां लगाएं, तो चिंता न करें आप अकेले नहीं हैं जो इस दुविधा से गुजर रहे हैं। आम धारणा है कि लोग पैसा न होने की वजह से निवेश नहीं कर पाते। हालांकि सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें निवेश न कर पाने की मुख्य वजह पैसा नहीं होती, वास्तविकता में लोग ये चुनाव ही नहीं कर पाते कि उन्हें अपना पैसा कहां लगाना है और इसी सवाल का जवाब तलाशते हुए वो गैर-जरूरी कामों में पैसा खर्च कर देते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि निवेश कितनी तरह के होते हैं जिससे आप वक्त पड़ने पर निवेश का सही फैसला ले सकें।
Saving खर्च कर बच्चों को पढ़ाने के बजाय Education Loan लेना क्यों है बेहतर चुनाव? होता है लाखों का फायदा
Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 06, 2022 16:08 IST
Photo:INDIA TV Saving खर्च कर बच्चों को पढ़ाने के बजाय Loan लेना सही?
Education Loan vs Saving: मिडिल क्लास फैमली के सामने सबसे बड़ी समस्या तब खड़ी हो जाती है जब उसके बच्चे की हायर एजुकेशन की बात आती है, तब माता-पिता अपने सेविंग को खर्च करने या लोन लेकर पढ़ाई कराने के बीच कई बार कंप्यूज हो जाते हैं। आमतौर पर लोग अपने सेविंग खर्च करना अधिक प्रीफर करते हैं, क्योंकि उनका मानना होता है कि लोन पर अधिक खर्च होता है। अगर आप भी इस सवाल की जवाब तलाश रहे हैं तो आज की खबर में इन सभी का जवाब देने की हम कोशिश करेंगे।
सेविंग को दूसरे जगह निवेश कर पाएं मोटा मुनाफा
एजुकेशन पर लोन को लेकर एक निर्धारित ब्याज दर बनाई गई है। उदाहरण के लिए मान लीजिए कि अगर मेरे पास 30 लाख रुपये हैं, और मैं इसे दूसरे जगह पर निवेश कर 12 प्रतिशत रिटर्न लेने की क्षमता रखता हूं तो फिर इसका इस्तेमाल पढ़ाई के लिए होने वाले खर्च में करने से बेहतर है निवेश करना, और कम ब्याज वसूलने वाले बैंक से एजुकेशन लोन लेकर बच्चे को हायर स्टडी के लिए भेजना बेहतर डिसीजन हो सकता सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें है। सामान्य तौर पर 6.50 से लेकर 8% तक के ब्याज पर अलग-अलग बैंको से लोन मिल जाते हैं।
आप अपने बेटे के हायर स्टडी के लिए किसी दूसरे कंट्री में भेजना चाहते हैं। आपके पास पहले से कुछ सेविंग पड़ी हुई है, जिसे खर्च करने के बाद आपके पास सभी सेविंग खत्म हो जाएगी। ऐसे में आप एजुकेशन लोन ले, क्योंकि अगर आपके पास सेविंग है तो किसी मुसीबत के समय में आपको ये पैसे बड़े भाई की तरह मदद करते दिखाई देंगे। क्योंकि अचानक से जरूरत पड़ने पर कोई बैंक लोन नहीं देती है। वैसी स्थिति में आपके अकाउंट में पड़े पैसे ही काम आते हैं।
SIP और एकमुश्त निवेश में चुनाव कैसे करूं?
SIP बनाम एकमुश्त (एक बार) निवेश? ये सर्वथा इस बात पर निर्भर है कि आप अपने लक्ष्य, निवेश हेतु सोची गयी राशि और म्यूच्यूअल फंड्स की पद्धति, इन तीनों से भली भाँति अवगत हैं| अगर आप पर्याप्त पूँजी संचय और लक्ष्य प्राप्ति के लिए नियमित निवेश के पक्षधर हैं, आप SIP के ज़रिये उपयुक्त इक्विटी योजना में निवेश करें| उदाहरण स्वरुप, अगर आप अपने मासिक आय के बचत को एक ऐसे विकल्प में डालना चाहते हैं जहां आपकी धनराशि में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि होगी जो कालान्तर में आपके बच्चे की उच्च शिक्षा के वित्तीय पोषण में सहायक होगी, उस स्थिति में SIP वो विकल्प है| आवश्यकतानुसार फण्ड सलाहकार की सेवाएं लेना न भूलें|
Child Education: हर साल महंगी हो रही है पढ़ाई-लिखाई, बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए कैसे करें प्लानिंग
आपके बच्चे के भविष्य के खर्च की प्लानिंग करने के लिए कुछ टिप्स ये हैं.
How to plan for child education: पिछले कुछ साल के दौरान स्कूलों की फीस में लगातार बढ़ोतरी हुई है, जिससे पढ़ाई का खर्च बहुत ज्यादा हो गया है. माता-पिता अपने बहुत से खर्च जैसे ईएमआई पर भी इसके लिए समझौता करने के लिए भी तैयार हैं, जिससे वे अपने बच्चे का दाखिला किसी बड़े नामी स्कूल में करा सकें. बच्चे की वर्तमान शिक्षा पर लगभग 10 फीसदी सालाना महंगाई बढ़ने का ट्रेंड देखा जा रहा है. इसलिए खर्च, डिमांड और प्रतिसपर्धा के लिए पहले से एक योजना होने की जरूरत है.
जल्दी शुरू करें
अधिकतम बेनेफिट्स लेने के लिए यह जरूरी है. निवेश की अवधि बढ़ने के साथ रिटर्न में भी इजाफा होगा. पावर ऑफ कंपाउंडिंग से लक्ष्यों को आसानी से सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें हासिल करने में मदद मिलेगी.
अक्सर हम जरूरत का सही विश्लेषण और लक्ष्यों को तय नहीं करते हैं. यह बहुत जरूरी कदम है क्योंकि अपनी जरूरत के मुताबिक ही प्लानिंग करनी होती है.
सही प्लान बनाएं
ज्यादातर लोग बच्चे के भविष्य के लिए लोन लेते या गलत खर्च करते हैं क्योंकि उन्होंने पहले से प्लान नहीं किया होता. अगर शुरुआत में कैश फ्लो का सही विश्लेषण कर लिया जाए, तो उसे लागू करने में कोई मुश्किल नहीं होगी.
अगर प्लानिंग सही तरीके से की गई है, तो आप उसका पालन भी कड़ाई से करें और बिल्कुल अनिवार्य होने को छोड़कर उससे न हटें. जरूरत का आंकलन, योजना तैयार और उसका कड़ाई से पालन करने के बाद कोई परेशानी नहीं होगी.
रिव्यू करें
यह ध्यान रखें कि आप अपने बच्चे के भविष्य के खर्चों के लिए सही वित्तीय योजना बना रहे हैं. रिव्यू इसलिए भी जरूरी है क्योंकि समय, लाइफस्टाइल आदि के साथ जरूरतें, गोल, सपने आदि बदलते रहते हैं.
(By- Deepak Yohannan, CEO, MyInsuranceClub)
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