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3 जन्म तिथि के प्रमाण के रूप में स्वीकार किए जाने वाले दस्तावेज –
Pan Card ke liye jaruri Documents | पैन कार्ड के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
Hello दोस्तों स्वागत हें आपका मेरे bloge mrskk64.in में | आज में एक बार फिर हाज़िर हु आप के लिए एक नई जानकारी लेकर आज मै बताने वाला हूँ पैन कार्ड के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ के बारे में जाने पूरी जानकारी हिंदी में |
नए पैन कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए, आपको पहचान पत्र, पते का प्रमाण पत्र और जन्म तिथि का प्रमाण पत्र जैसे कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे। दस्तावेजों की आवश्यकता और वैधता अलग-अलग आवेदकों के लिए अलग-अलग हो सकती हैं, साथ क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है ही आवेदन उद्देश्य के हिसाब से भी। आवेदक की आवासीय स्थिति के आधार पर, फॉर्म 49A या फॉर्म 49AA को भरना होगा और वैध दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा। इस लेख में हम बताएंगें कि आपको किन दस्तावेजों को पैन कार्ड एप्लीकेशन फॉर्म (Documents for Apply PAN Card) के साथ जमा करना होगा।
जो भारत के नागरिक हे |
- पहचान पत्र प्रमाण के रूप में स्वीकार किए जाने वाले दस्तावेज –
- मतदाता पहचान पत्र
- पासपोर्ट
- आवेदक की फोटो वाला राशन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- 2 पते क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है के प्रमाण के रूप में स्वीकार किए जाने वाले दस्तावेज –
- बिजली का बिल
- लैंडलाइन कनेक्शन बिल
- ब्रॉडबैंड कनेक्शन के बिल
- फोटो युक्त वोटर आईडी कार्ड
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट
- जीवनसाथी का पासपोर्ट
- बैंक खाते कीजानकारी
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3 जन्म तिथि के प्रमाण के रूप में स्वीकार किए जाने वाले दस्तावेज –
- किसी भी कार्यालय, जो जन्म के साथ-साथ मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने के लिए अधिकृत हैं, जैसे नगरपालिका प्राधिकरण, द्वारा जारी किया गया जन्म प्रमाण पत्र
- भारतीय दूतावास द्वारा जारी किया गया जन्म प्रमाणपत्र
- किसी मान्यता प्राप्त समिति से मैट्रिकुलेशन प्रमाणपत्र
- आधार कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट
- विवाह रजिस्ट्रेशन कार्यालय से जारी किया गया विवाह का प्रमाण पत्र
- पेंशन भुगतान आदेश
- पासपोर्ट OCI कार्ड जो भारत सरकार द्वारा आवंटित किया जाता हैं भारत सरकार द्वारा आवंटित PIO कार्ड अन्य नागरिकता आईडी नंबर, राष्ट्रीय आईडी नंबर, करदाता आईडी नंबर (इनमें से कोई भी) – आवेदक के गृह देश में मौजूद“एपोस्टील” या भारतीय दूतावास/उच्चायोग/वाणिज्यदूतावास के किसी भी अधिकारी द्वारा ठीक ढंग से सत्यापित किया जाना चाहिए
- ऐसे दस्तावेज़ जिन्हें आवास प्रमाण पत्र के रूप में स्वीकृत किया जाता है
- पासपोर्ट
- भारत सरकार द्वारा आवंटित PIO कार्ड
- भारत सरकार द्वारा आवंटित OCI कार्ड
- भारत में अनिवासी बाहरी बैंक खाता जानकारी
- उस देश से बैंक खाते कीजानकारी जहाँ आवेदक रहता हैं
- रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र जो विदेशी रजिस्ट्रेशन कार्यालय द्वारा जारी किया गया हो और जिसमें भारतीय पता मौजूद हो
- अन्य नागरिकता आईडी नंबर या राष्ट्रीय आईडी नंबर, करदाता आईडी नंबर – (इनमें से कोई भी) आवेदक के ग्रुह देश में या तो“एपॉस्टिल” या किसी भी भारतीय दूतावास/ उच्चायोग/ वाणिज्यदूतावास द्वारा सत्यापित किया जाना चाहिए. वीज़ा जो किसी भी विदेशी देश द्वारा प्रदान किया गया हो और साथ ही भारतीय कंपनी द्वारा दिया गया नियुक्ति पत्र या नियोक्ता द्वारा जारी किया गया भारत के पते का मूल प्रमाण पत्र
“कंपनी” शब्द में निम्नलिखित शामिल हैं –
- कंपनी
- पार्टनरशिप फर्म
- सीमित देयता भागीदारी
- न्यास
- व्यक्तियों का संघ
- व्यक्तियों का निकाय
- स्थानीय अधिकारी
- आर्टिफीशियल जुडिशल पर्सन
नीचे दी गई टेबल में दस्तावेज पहचान के प्रमाण के साथ-साथ कंपनियों के लिए पते के प्रमाण के रूप में काम कर सकते हैं –
आपकी राय
दोस्तों यह था मेरा आर्टिकल । अगर आपको मेरी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इससे अपने दोस्तों के साथ साँझा जरूर करे। और मुझे कमेंट करके भी जरूर बताये। अगर आपको किसी को भी कुछ भी पूछना हो तो भी कमेंट कर सकते है में पूरी कोशिश करूंगा आपके प्र्शन के उत्तर देने की।
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PAN कार्ड के बिना नहीं हो पाएंगे ये 4 जरूरी काम, जानें कहां कर सकते हैं इस्तेमाल, कहां नहीं
देश के हर नागरिक के पास PAN Card होता है. चाहें आप कार या प्रॉपर्टी खरीद रहे हों, शेयर बाजार में इनवेस्ट करना है या फिर भारतीय करंसी को विदेशी करंसी में बदलना चाहते हैं, इन सभी काम के लिए PAN CARD की जरूरत पड़ती है.
आयकर विभाग Permanent Account Number (पैन कार्ड) जारी करता है.
देश के हर नागरिक के पास PAN Card होता है. चाहें आप कार या प्रॉपर्टी खरीद रहे हों, शेयर बाजार में इनवेस्ट करना है या फिर भारतीय करंसी को विदेशी करंसी में बदलना चाहते हैं, इन सभी काम के लिए PAN CARD की जरूरत पड़ती है. अगर आपको भी पैन कार्ड के इस्तेमाल को लेकर कोई कंफ्यूजन है तो जानिए PAN Card का इस्तेमाल कहां-कहां किया जाता हैं.
जानिए पैन कार्ड क्या है ?
आयकर विभाग Permanent Account Number (पैन कार्ड) जारी करता है. फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए यह सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक है. ये 10-डिजिट का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड होता है. पैन कार्ड व्यक्ति, फर्म, कंपनी, व्यक्तियों का संगठन, व्यक्तिगत निकाय, हिंदू अविभाजित परिवार, सहकारी समिति, सरकारी एजेंसियां, आर्टिफिशियल न्यायिक व्यक्ति, स्थानीय प्राधिकरण, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप, ट्रस्ट और टैक्सपेयर्स के लिए जरूरी है. PAN card को लोगो और संस्थाओं में होने वाली टैक्स चोरी को रोकने के लिए जारी किया था. यह किसी व्यक्ति या संस्था से हुई फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन को लिंक करता है, जिसका पूरा रिकॉर्ड आयकर विभाग के पास होता है.
भारतीय नागरिक जो देश के साथ-साथ NRI (अनिवासी भारतीय), OCI (भारत के प्रवासी नागरिक), PIO’s (भारतीय मूल के व्यक्ति) के साथ विदेशी भी हैं जो 1961 के Income Tax Act के दायरे में आते है और वे पैन कार्ड के लिए APPLY कर सकते हैं.
इन कामों के लिए जरूरी है PAN Card
1. अगर आप एक दिन में 50,000 हज़ार से ज्यादा की धन राशि जमा कराना चाहतें है तो आपको PAN डिटेलस सब्मिट करना जरूरी है. बड़ी राशि पर पैन कार्ड की अनिवार्यता इसलिए जरूरी है क्योंकि, इससे RBI को बैंकों की तरफ से किसी भी तरह हेरफेर या काले धन की सूचना मिलती है. RBI का यह नियम सभी बैंकों पर लागू होता है.
2. देश में पैन कार्ड पहचान पत्र के तौर पर भी इस्तेमाल होता है. इससे आप अपनी IDENTITY बता सकते हैं. इसे ऐज प्रूफ के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है. पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली कनेक्शन क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है के लिए आवेदन करते समय पहचान दिखाने के लिए आप PAN Card का इस्तेमाल कर सकते हैं
3. अगर आप किसी बैंक में अपना अकांउट खुलवाना चाहते हैं तो आपको पैन कार्ड की जरूरत होगी. साथ ही किसी दूसरे बैंक या फिर फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन में डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड अप्लाई करते समय भी PAN CARD जरूरी होता है उसके बिना बैंक कार्ड जारी नहीं करेगा.
4. अगर आप 5 लाख रुपए से ज्यादा कीमत में गाड़ी खरीदना या बेचना चाहते हैं या किसी भी तरह की ज्वेलरी खरीदना चाहते हैं तब भी आपको पैन कार्ड डिटेल्स देनी होती हैं.
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क्या आपका PAN कार्ड 1 जुलाई 2017 से पहले का बना हुआ है तो आयकर विभाग (Income Tax) के नियम मुताबिक स्थायी खाता संख्या (PAN) को 31 मार्च 2020 तक आधार से जोड़ना जरूरी है. नहीं जोड़ने पर पैन कार्ड को निष्क्रिय (Deactivate) कैटेगरी में डाल दिया जाएगा. 27 जनवरी 2020 तक 30.75 करोड़ पैन को पहले ही आधार से जोड़ा जा चुका है. हालांकि, 17.58 करोड़ पैन को अभी 12 अंकों वाले आधार से जोड़ा जाना बाकी है.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने कहा कि जिस व्यक्ति को 1 जुलाई 2017 तक क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है पैन मिल गए हैं, उन्हें उसे आयकर (Income Tax) कानून के सेक्शन 139AA के सब सेक्शन (2) के तहत अपने आधार के बारे में 31 मार्च 2020 तक सूचना देनी है. ऐसा नहीं करने पर संबंधित पैन उसके बाद निष्क्रिय हो जाएगा.
एनआरआई का फुल फॉर्म क्या होता है | NRI FULL FORM IN HINDI
एनआरआई का फुल फॉर्म क्या होता है | NRI FULL FORM IN HINDI
एनआरआई का फुल फॉर्म Non-Resident Indian है । इसे हिन्दी में अनिवासी भारतीय कहते है। NRI वह व्यक्ति होता क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है है जो भारत में पैदा हुआ है और भारतीय नागरिक है, लेकिन किसी कारण से दूसरे देश में चला गया है। उसके विदेश में रहने का कारण कार्य, क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है शिक्षा, निवास या कोई अन्य उद्देश्य हो सकता हैं। NRI दूसरे देशों में रहने वाले भारतीय लोग होते हैं।
NRI की परिभाषा यह हो सकती है , "एक व्यक्ति जो पूरे साल में 182 दिनों से ज्यादा समय तक भारत देश से दूर किसी अन्य देश में रहता है, उसे" गैर-निवासी भारतीय" कहते है। ऐसे व्यक्ति के लिए आयकर की दरें अलग हैं।
NRI के पास भारत का पासपोर्ट होता है और साथ ही भारत की नागरिकता भी होती है। NRI का दूसरा नाम विदेशी या प्रवासी भारतीय भी हो सकता है। यू.एन.ओ में काम करने वाले समस्त भारतीय कर्मचारी और भारत की केंद्र अथवा राज्य सरकारों के द्वारा विदेश में नियुक्त अधिकारियों को अनिवासी भारतीय के रूप में जाना जाता है। Ministry of Overseas Indian Affairs के अनुसार, विदेश में रहने वाले व्यक्तियों में चीन के बाद पूरी दुनिया में भारत का दूसरा नाम है।
NRI FULL FORM IN HINDI = NON-RESIDENT INDIAN ( अप्रवासी भारतीय )
1 :- वे भारतीय नागरिक जो व्यवसाय करने, रोजगार के लिए, शिक्षा के लिए या छुट्टियाँ मनाने के लिए विदेशों में रहते हैं।
2 :- वे भारतीय नागरिक जो किसी विदेशी सरकारी एजेंसी जैसे विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, संयुक्त राष्ट्र संगठन, आदि में विदेशों में कार्यरत हैं।
NRI, PIO और OCI के बीच अंतर क्या है?
NRI = NRI को आधिकारिक तौर पर अनिवासी भारतीय या भारतीय मूल के व्यक्ति के रूप में जाना जाता है, भारतीय जन्म, वंश या मूल के लोग हैं जो भारतीय गणराज्य के बाहर रहते हैं।
POI = यह भारतीय मूल का व्यक्ति होते है जो कि एक विदेशी नागरिक होता है। जिनके माता-पिता, दादा-दादी, परदादा-दादी के पास भारत की नागरिकता थी। भारत सरकार ने PIO कार्ड योजना को 15 जनवरी 2015 को वापस ले लिया और इसे OCIs योजना के साथ मिला दिया।
OCI = ओसीआई एक immigration status है जिसके अनुसार भारतीय मूल के विदेशी नागरिक भारत में रह सकते है, अध्ययन कर सकते है या काम कर सकते है। ओसीआई कार्डधारक किसी भी समय भारत आ सकते हैं और किसी भी समय रह सकते हैं। OCI कार्ड विदेशी नागरिकों को प्रदान किया जाता है जिनके पास पाकिस्तान और बांग्लादेश को छोड़कर किसी अन्य देश का पासपोर्ट होता हैं।
ये NRI खाते केवल उन लोगों के द्वारा ही खोले जा सकते हैं जो एक साल में कम क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है से कम 120 दिन भारत देश के अलावा किसी अन्य देश में रहते हैं और भारत में पिछले चार वर्षों में 365 दिनों से भी कम समय व्यतीत करते हैं।
वैध वीज़ा, वर्क परमिट, प्रवासी निवासी कार्ड की प्रति, एड्रेस प्रूफ - डॉक्यूमेंट पर एड्रेस वैसा ही होना चाहिए जैसा कि एप्लिकेशन फॉर्म में लिखा हुआ है। यह सब एनआरआई स्थिति का प्रमाण है।
भारतीय रिजर्व बैंक के एक परिपत्र के अनुसार, भारत में किसी भी आवासीय या वाणिज्यिक संपत्ति को खरीदने के लिए अनिवासी भारतीयों को सामान्य अनुमति प्रदान की गयी है। इसके अलावा NRI को भारत में किसी भी कृषि भूमि या वृक्षारोपण संपत्ति की खरीदने का अधिकार नहीं है।
एक निवासी भारतीय के मामले में, व्यक्ति भारत में कर का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होगा, चाहे वे भारत में आय अर्जित करें या विदेश में। हालांकि, एनआरआई या आरएनओआर के लिए, भारत के बाहर अर्जित आय भारत में कर योग्य नहीं है।
हाँ, आवेदन कर सकते हैं। एक एनआरआई जिसके पास वैध भारतीय पासपोर्ट है, (चाहे नाबालिग या वयस्क) वह किसी भी आधार केंद्र पर जाकर आधार के लिए आवेदन कर सकता है। यदि आपके पासपोर्ट में आपके पति या पत्नी का नाम है, तो इसका उपयोग उनके लिए पते के प्रमाण के रूप में किया जा सकता है। अगर पति या पत्नी एनआरआई है - तो आवेदक का वैध पासपोर्ट पहचान के प्रमाण (पीओआई) के रूप में अनिवार्य है।
इस पोस्ट में हमने NRI FULL FORM IN HINDI, NRI KA FULL FORM, NRI KYA HAI के बारे में हिन्दी में जानकारी दी है। यहां दी गई जानकारी के बारे में अपने सुझाव देने के लिए कमेन्ट जरूर करें।
NPS के टियर 1 और 2 अकाउंट के होते हैं अलग-अलग फायदे, रिटायरमेंट बेनिफिट के साथ मिलता है टैक्स का भी लाभ
National Pension System: नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत कोई भी 18 से 60 साल का नागरिक निवेश कर सकता है. इसके टियर 1 और टियर 2 खाते के तहत अलग-अलग फायदे दिए जाते हैं.
By: ABP Live | Updated at : 28 Nov 2022 11:09 AM (IST)
नेशनल पेंशन सिस्टम (फाइल फोटो)
Pension Scheme: रिटायरमेंट क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है के बाद नियमित आय लोगों के जरूरतों को पूरा करता है. नियमित आय के लिए कई योजनाएं हैं, जो आपको हर महीने पेंशन (Pension Scheme) का लाभ देती हैं. अगर आप भी इन पेंशन योजनाओं में निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपके लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक अच्छा विकल्प हो सकता है. एनपीएस स्कीम में दो तरह के अकाउंट टियर 1 और टियर 2 खोले जाते हैं. यह एक टैक्स सेविंग स्कीम हैं और यह PFRDA की ओर से संचालित है.
नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत कोई भी 18 से 60 साल का नागरिक निवेश कर सकता है. टियर 1 अकाउंट या व्यक्तिगत अकाउंट के तहत सभी टैक्स कवर किए जाते हैं, क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है जबकि टियर 2 में टैक्स लाभ नहीं मिलता है. टियर 1 खोलने के बाद ही आप टियर 2 अकाउंट ओपेन कर सकते हैं. NPS टियर 2 में निकासी और निवेश की कोई भी सीमा नहीं है. अगर आप भी इसमें निवेश कर रहे हैं तो जानिए दोनों के फीचर्स और फायदे क्या-क्या हैं?
NPS अकाउंट के लिए दस्तावेज
नेंशनल पेंशन स्कीम में निवेश के लिए कई दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ती है. आपको एक हालिया फोटोग्राफ, पैन कार्ड, एड्रेस सर्टिफिकेट, बैंक अकाउंट पासबुक होना चाहिए. इसके अलावा, एनआरआई के पास पासपोर्ट, फोटोग्राफ, पैन कार्ड, भारत में एड्रेस का प्रमाण और बैंक अकाउंट का प्रमाण देना होगा. वहीं भारत के विदेशी नागरिक यानी OCI के लिए फोटो, क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ, बैंक अकाउंट पासबुक आदि देना होता है. इन दस्तावेजों की मदद से आप एनपीएस टियर 1 के लिए आवेदन कर सकते हैं. हालांकि टियर 2 अकाउंट खोलने के लिए इन दस्तावेजों के अलावा प्रान की भी आवश्यकता पड़ती है.
क्या होता है PRAN
एनपीएस टियर 1 अकाउंट ओपेन करने पर सब्सक्राइबर को PRAN दिया जाता है. यह एक पर्मानेंट यूनिक पहचान नंबर है. नौकरी, इंडस्ट्रीज या लोकेशन के चेंज होने से इसपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
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NPS टियर 1 और टियर 2 क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है के फीचर्स
नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत अगर कोई निवेशक निवेश करता है तो टियर 1 के तहत 500 रुपये और टियर 2 के तहत 1000 रुपये का कम से कम निवेश करना होगा. इस योजना के तहत 2 लाख रुपये टैक्स छूट का भी दावा किया जा सकता है. एनपीएस अकाउंट में आप खाते को कभी भी निष्क्रिय कर सकते हैं और खाते को बंद कर सकते हैं. इसमें 60 साल के बाद 60 फीसदी अमाउंट वापस कर दिया जाता है, जबकि निवेश पर 40 क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है फीसदी एन्युटी राशि खरीदना जरूरी होता है.
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Published at : 28 Nov 2022 11:00 AM (IST) Tags: pension scheme National Pension System NPS हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
सरकारी स्कीम NPS में हर महीने 1500 रुपये लगाकार बन सकते हैं करोड़पति, घर बैठे कीजिए ये काम
कोरोना महामारी ने एक बार फिर लोगों को इस बात से आगाह किया है कि जीवन बहुत अनिश्चित है।
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: May 06, 2021 15:14 IST
सरकारी स्कीम NPS में हर महीने 1500 रुपये लगाकार बन सकते हैं करोड़पति, घर बैठे कीजिए ये काम
नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने एक बार फिर लोगों को इस बात से आगाह किया है कि जीवन बहुत अनिश्चित है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी वृ़द्धावस्था के लिए और अपनों के लिए एक सुरक्षित भविष्य का इंतजाम करें। सरकार ने आसानी के साथ सुरक्षित भविष्य बनाने के लिए NPS अकाउंट खोलने की सुविधा दी है। इसके तहत निजी कंपनियों के कर्मचारी और छोटे कारोबारी भी फायदा उठा सकते हैं। कोरोना संकट के बीच पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (PFRDA) ने नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के तहत खाता खोलने के लिए नई सुविधा प्रदान की है। अभी तक eNPS के तहत रजिस्ट्रेशन आधार ऑफलाइन e-KYC या पैन और बैंक खाते के माध्यम से होता था। वहीं अब कोरोना काल में ऑनलाइन आधार e-KYC के जरिए ऑनलाइन अकाउंट खोलने की सुविधा दी है।
हर महीने 1600 रुपये बचाकर पाएं 1 करोड़
मान लीजिए यदि आपकी उम्र 20 साल है और आप हर महीने में करीब 1590 रुपये जमा करते हैं। यदि आपको NPS से करीब 10 फीसदी का औसतन सालाना रिटर्न मिले तो 40 साल तक हर महीने 1600 रुपये जमा करने पर 60 साल की उम्र में जब आप रिटायर होंगे तब तक आपके पास 1 करोड़ रुपयों का भारी-भरकम कॉर्पस जमा हो चुका होगा।
जानिए कौन खोल सकता है खाता
NPS में 18 साल से लेकर 65 साल की उम्र तक का कोई भी शख्स निवेश कर सकता है। इसकी मेच्योरिटी आपकी उम्र 60 साल की होने पर होती है। यह स्कीम निजी कंपनियों के कर्मचारियों के लिए लाभदायक है जिन्हें कोई पेंशन नहीं मिलती। इसके साथ ही स्वरोजगार करने वाले और छोटे कारोबारियों के लिए भी यह लाभदायक स्कीम है।
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