प्री-ओपन सेशन में टेक्निकल इंडीकेटर्स लगाना भी मुश्किल होता है। इस सेशन में "ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होता है।"
एसजीएक्स निफ्टी क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
शेयर बाजार में अपना पैसा बढ़ाने के इच्छुक लोगों को सलाह दी जाती है कि वे एसजीएक्स निफ्टी और विभिन्न कंपनी शेयरों के प्रदर्शन को समझने में इसकी भूमिका की स्पष्ट समझ रखें। एसजीएक्स निफ्टी को समझने के लिए हमें सबसे पहले निफ्टी और एनएसई से परिचित होना चाहिए।
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Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है परंपरा?
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
विस्तार
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
क्लियरिंग और सेटलमेंट की प्रक्रिया
वैसे तो क्लियरिंग और सेटलमेंट बहुत ही सैधान्तिक विषय है लेकिन इसके पीछे की प्रक्रिया को समझना महत्वपूर्ण है। एक ट्रेडर या निवेशक के तौर पर आपको ये चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती कि आपका सौदा कैसे क्लियर या सेटल हो रहा है, क्योंकि एक अच्छा इंटरमीडियरी यानी मध्यस्थ ये काम कर रहा होता है और आपको ये पता भी नहीं चलता।
लेकिन अगर आप इसको नहीं समझेंगे तो आपकी जानकारी अधूरी रहेगी इसलिए हम विषय को समझने की कोशिश करेंगे कि शेयर खरीदने से लेकर आपके डीमैट अकाउंट (DEMAT account) में आने तक क्या होता है।
10.2 क्या होता है जब आप शेयर खरीदते हैं?
दिवस 1/ पहला दिन- सौदे का दिन (T Day), सोमवार
मान लीजिए आपने 23 जून 2014 (सोमवार) को रिलायंस इंडस्ट्रीज के 100 शेयर 1000 रुपये के भाव पर खरीदे। आपके सौदे की कुल कीमत हुई 1 लाख रुपये (100*1000)। जिस दिन आप ये सौदा करते हैं उसे ट्रेड डे या टी डे (T Day) कहते हैं।
दिन के अंत होने तक आपका ब्रोकर एक लाख रुपये और जो भी फीस होगी, वो आपसे ले लेगा। मान लीजिए आपने ये सौदा ज़ेरोधा पर किया, तो आपको निम्नलिखित फीस या चार्जेज देनी स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? होगी:
क्रमांक | कितने तरह के चार्जेज | कितना चार्ज | रकम |
---|---|---|---|
1 | ब्रोकरेज | 0.03% या 20 रुपये- इनमें से जो भी इंट्राडे ट्रेड के लिए कम हो | 0 |
2 | सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन चार्ज | टर्नओवर का 0.1% | 100/- |
3 | ट्रांजैक्शन चार्ज | टर्नओवर का 0.00325% | 3.25/- |
4 | GST | ब्रोकरेज का 18% + ट्रांजैक्शन चार्ज | 0.585/- |
5 | SEBI चार्ज | 10 रुपये प्रति एक करोड़ के ट्रांजैक्शन पर | 0.1/- |
कुल | 103.93/- |
प्री-ओपन सत्र में कौन-से ट्रेड्स होतें है ?
इसमें ज्यादा दूर की कीमतें लगाईं जातीं है। जैसे की, स्टॉप-लॉस लगाए जातें है। अगर पिछले दिन शेअर्स लिए है स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? तो, हम सुबह बेच सकते है। या फिर अगर हमें कोई शेअर्स स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? खरीदने है तो, हम प्री-ओपन सेशन में खरीद सकतें है। "प्राइस मैच होते ही ट्रेड पूरा हो जाता है।"
इसमें हम, (1) "मार्केट ऑर्डर" के जरिये ट्रेड ले सकते है। मार्केट ऑर्डर में, जो प्राइस उपलब्ध है यानि चल रही है। उसपर ट्रेड होता है।
(2) हम स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? "लिमिट ऑर्डर" के जरिये भी ट्रेड ले सकते है। लिमिट ऑर्डर में हम कीमत सेट करते है। "कीमत मैच हुई तो ट्रेड होता है।"
प्री-ओपन सेशन सिर्फ सुबह की भीड़ को सुचारु ढंग में लाने के लिए होता है। प्री-ओपन सत्र में फ्यूचर और ऑप्शंस के व्यवहार नहीं होतें है।
प्री-ओपन सत्र में ट्रेडिंग की जोखिम
प्री-ओपन सेशन में नॅशनल और इंटर-नॅशनल "न्यूज़ का प्रभाव" होता है। एक अकेले ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर को इन सारी चीजों को ध्यान में लेना मुश्किल होता है।
स्टॉक मार्केट वर्किंग टाइम कितना है ?
इंडियन स्टॉक मार्केट का वर्किंग टाइम "सुबह 9:00 AM बजे से दोपहर 3:30 PM तक" याने की " 6 घंटे,30 मिनट" का होता है। इस समय को "ट्रेडिंग सेशन" भी कहा जाता है।
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Stock Market Timing in Hindi. |
1 ) फर्स्ट हाफ
2 ) सेकंड हाफ
स्टॉक मार्केट में काम करने के लिए सुविधा हो इसीलिए इसलिए यह रचना की गई है। और अगर हम ध्यान से देखें तो हमे यह समझ में आता है कि, स्टॉक मार्केट में फर्स्ट हाफ में 11:00 am बजे तक ज्यादा एक्टिविटी रहती है। और तकरीबन एक से डेढ़ घंटे तक मार्केट शांत रहता है।
शेयर बाजार में कब लगता है लोअर सर्किट?
घरेलू शेयर बाजार में किसी इंडेक्स या शेयर में आई बड़ी गिरावट पर स्वत: कारोबार पर रोक लग जाती है. जिस स्तर पर (फीसदी में) कारोबार रुकता है, उसे सर्किट कहा जाता है.
2. लोअर सर्किट का इस्तेमाल कब होता है?
शेयर बाजर में इंडेक्स आधारित सर्किट पूरे बाजार पर लागू होता है. इसके तीन चरण होते हैं. यह 10 फीसदी, 15 फीसदी और 20 फीसदी की गिरावट पर लगता है. यह सर्किट लगने पर इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव कारोबार रुक जाता है.
बाजार में सर्किट तब लगता है कि जब दोनों ही प्रमुख सूचकांकों- बीएसई सेंसेक्स या निफ्टी 50 इंडेक्स में से किसी भी इंडेक्स में निर्धारित गिरावट आती है. एक इंडेक्स पर सर्किट लगने पर दूसरे पर सर्किट स्वत: ही लागू हो जाता है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 290