क्या आप भी अकेला घूमना करती हैं पसंद? तो ये रहे विश्व के सबसे सुरक्षित देश, जहां बेखौफ घूम सकती हैं लड़कियां

भास्कर एक्सप्लेनर: कैसा होगा RBI का 'डिजिटल रुपया', क्या ये लेगा बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की जगह? जानिए सब कुछ

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 में डिजिटल रुपया लॉन्च करने की घोषणा की है। यह सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी, यानी CBDC होगी। RBI इस डिजिटल करेंसी को नए वित्त वर्ष की शुरुआत में लॉन्च करेगा। डिजिटल रुपया, या CBDC को डिजिटल इकोनॉमी के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है। साथ ही भारत इस तरह से आधिकारिक तरीके से अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करने वाला पहला बड़ा देश बन जाएगा।

ऐसे में आइए जानते हैं कि CBDC क्या है? सरकार को इसकी जरूरत क्यों पड़ी? आम लोगों के लिए यह कितना सुरक्षित और फायदेमंद होगा?

सवाल : डिजिटल करेंसी CBDC को कौन लॉन्च करेगा?

जवाब : RBI, जानिए कैसे होगी इसकी लॉन्चिंग.

  • रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, यानी RBI नए फाइनेंशियल ईयर में CBDC को लॉन्च करेगा। नई करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? पर आधारित होगी।
  • RBI की ओर से डिजिटल फॉर्म में जारी CBDC एक लीगल टेंडर होगा। सेंट्रल बैंक से जारी करेंसी की तरह ही CBDC भी होगा, लेकिन इसे नोट की तरह आप अपने जेब में नहीं रख सकेंगे।
  • यह करेंसी की तरह ही काम करेगा। साथ ही CBDC को नोट के साथ बदला भी जा सकेगा। यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में आपके अकाउंट में दिखाई देगी।
  • RBI की रिपोर्ट में पहले बताया गया था कि CBDC से आप कैश के मुकाबले आसानी से और सुरक्षित तरीके से कहीं पर भी खरीदारी कर सकेंगे।

सवाल : क्या यह क्रिप्टोकरेंसी जैसी होगी?

जवाब : नहीं, तो फिर कैसी होगी, आइए जानते हैं…

  • CBDC क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक का CBDC एक लीगल टेंडर होगा।
  • इसे RBI जारी करेगा, इसलिए इसमें जोखिम नहीं होगा। इससे देश में आसानी से खरीदारी हो सकेगी।
  • ये प्राइवेट वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन से एकदम अलग होगी।
  • प्राइवेट वर्चुअल करेंसी के साथ कई तरह की बाधाएं होती हैं और बिटकॉइन जैसी इन करेंसीज को सभी देशों में मान्यता नहीं मिली है।
  • साथ ही प्राइवेट वर्चुअल करेंसी के किसी सरकार से नहीं जुड़े होने की वजह से इसमें जोखिम बहुत ज्यादा होता है।
  • प्राइवेट वर्चुअल करेंसी कमोडिटी नहीं हैं। साथ ही इनका कोई आंतरिक मूल्य भी नहीं होता है।

सवाल : क्या बिटकॉइन की ही तरह यह भी जोखिम भरी करेंसी होगी?

जवाब : नहीं, जानिए CBDC कितनी सुरक्षित है।

इन्वेस्टोपीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार का लक्ष्य आम लोगों को एक लीगल और सुविधाजनक डिजिटल करेंसी मुहैया कराना है, ताकि उन्हें सुरक्षा संबंधी किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़े।

सरकार की बजट में डिजिटल करेंसी की घोषणा बिटकॉइन और ईथर जैसी अन्य क्रिप्टो और वर्चुअल करेंसी को लेकर मंशा को व्यक्त करती है। RBI कई मौकों पर बिटकॉइन को लेकर चिंता जता चुका है, क्योंकि बिटकॉइन, ईथर जैसी क्रिप्टोकरेंसी के साथ मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फाइनेंसिंग, टैक्स चोरी जैसा खतरा बना रहता है।

ऐसे में इसका इस्तेमाल आतंकवादी संगठन भी कर सकते हैं। इसलिए RBI ने अपनी खुद की डिजिटल करेंसी CBDC लाने की योजना की घोषणा की है।

सवाल : क्या सीबीडीसी अन्य डिजिटल पेमेंट्स से ज्यादा अच्छा है?

जवाब : हां, जानिए कैसे…

मान लीजिए आप एक यूपीआई सिस्टम से अपने बैंक अकाउंट के बजाय CBDC से लेनदेन करते हैं। इसमें कैश को हैंड ओवर करते ही इंटरबैंक सेटलमेंट की जरूरत नहीं रह जाती। इससे पेमेंट्स सिस्टम से लेनदेन ज्यादा रियल टाइम में और कम लागत में होगा। इससे भारतीय आयातक बिना किसी बिचौलिए के अमेरिकी निर्यातक को रियल टाइम में डिजिटल डॉलर का भुगतान कर सकेंगे।

सवाल : क्या RBI इसे सीधे लॉन्च कर सकेगा?

जवाब : नहीं, जानिए क्या कानूनी प्रक्रिया पूरी करनी होगी…

आरबीआई भले ही इसे लॉन्च करने को तैयार है। लेकिन यह तब तक नहीं हो सकेगा जबतक कि संसद में क्रिप्टो कानून पारित नहीं हो जाता। क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम के तहत मौजूदा प्रावधान मुद्रा को भौतिक रूप से ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। इसके परिणामस्वरूप सिक्का अधिनियम, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट में भी संशोधन की आवश्यकता होगी।

सवाल : क्या सीबीडीसी के आने से बैंकों पर असर पड़ेगा?

जवाब : हां, जानिए किस तरह का असर होगा…

सीबीडीसी के आने से बैंक में जमा के लिए लेनदेन की मांग कम होगी। साथ ही सेटलमेंट रिस्क भी कम होगा। रिस्क फ्री होने के चलते सीबीडीसी बैंक डिपॉजिट को कम करेगा। साथ ही जमा पर सरकारी गारंटी में कटौती करेगा। वहीं यदि बैंक जमा राशि खो देते हैं, तो क्रेडिट बनाने की उनकी क्षमता सीमित हो जाएगी। क्योंकि केंद्रीय बैंक निजी क्षेत्र को लोन प्रदान नहीं कर सकते हैं।

सवाल : क्या अमेरिका, चीन और UK की अपनी डिजिटल करेंसी है

जवाब : नहीं, आइए जानते हैं किन देशों के पास अपनी खुद की डिजिटल करेंसी है।

CBDC किसी भी देश की आधिकारिक करेंसी का इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड या डिजिटल टोकन होगा। यह पैसों के लेनदेन, आवश्यक सामानों की खरीदारी के पेमेंट्स में भी काम आएगा।

दिसंबर 2021 तक 87 देश (जिनकी वैश्विक GDP में 90% से अधिक की हिस्सेदारी है) CBDC के बारे में रिसर्च कर जानकारी जुटा रहे थे। इनमें से 35 देश मई 2020 में CBDC लाने के प्रोजेक्ट पर विचार कर रहे थे।

इनमें से 9 देश पहले ही CBDC को पूरे तरीके से लॉन्च कर चुके हैं। इनमें बहामास, 7 इस्टर्न कैरिबियन और नाइजीरिया शामिल हैं। कैरिबियन देशों से बाहर नाइजीरिया ने भी हाल में अपनी CBDC ई-नायरा लॉन्च की है। हालांकि, 4 सबसे बड़े केंद्रीय बैंकों (अमेरिका, यूरोप, जापान और UK) वाले प्रमुख देश अपनी CBDC लॉन्च करने में सबसे पीछे हैं।

चीन और दक्षिण कोरिया सहित 14 देश ऐसे हैं जो अब अपने CBDC के साथ प्रायोगिक चरण में हैं और जल्द ही इसे लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं।

सवाल : क्या डिजिटल करेंसी आम लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी?

जवाब : हां, जानिए कैसे।

डिजिटल करेंसी आने से सरकार के साथ आम लोगों और बिजनेस के लिए लेनदेन की लागत कम हो जाएगी। जैसे UAE में एक वर्कर को सैलरी का 50% हिस्सा डिजिटल मनी के रूप में मिलता है। इससे ये लोग अन्य देशों में मौजूद अपने रिश्तेदारों को आसानी से और बिना ज्यादा शुल्क दिए पैसे भेज सकते हैं।

वर्ल्ड बैंक का अनुमान है कि अभी इस तरह दूसरे देशों में पैसे भेजने पर 7% से अधिक का शुल्क चुकाना पड़ता है, जबकि डिजिटल करेंसी के आने से इसमें 2% तक की कमी आएगी। इससे लो इनकम वाले देशों को हर साल 16 अरब डॉलर (1.2 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा पैसे मिलेंगे।

हेजिंग क्या है क्योंकि यह विदेशी मुद्रा व्यापार से संबंधित है?

कैसे दोनों दिशाओं में पैसा बनाने के लिए एक विदेशी मुद्रा व्यापार से बचाव के लिए (दिसंबर 2022)

हेजिंग क्या है क्योंकि यह विदेशी मुद्रा व्यापार से संबंधित है?

जब कोई मुद्रा व्यापारी विदेशी मुद्रा विनिमय दरों में एक अवांछित चाल से मौजूदा या अनुमानित स्थिति की सुरक्षा के इरादे से एक व्यापार में प्रवेश करता है, तो ये कहा जा सकता है कि वह विदेशी मुद्रा बचाव। एक विदेशी मुद्रा बचाव का उपयोग करके ठीक से, एक व्यापारी जो लंबे समय से एक विदेशी मुद्रा जोड़ी है, खुद को नकारात्मक जोखिम से बचा सकता है; जबकि एक विदेशी मुद्रा जोड़ी कम है व्यापारी, उल्टा जोखिम के खिलाफ की रक्षा कर सकते हैं

खुदरा विदेशी मुद्रा व्यापारी के लिए हेजिंग मुद्रा व्यापार के प्राथमिक तरीकों के माध्यम से है:

  • स्पॉट कॉन्ट्रैक्ट्स, और
  • विदेशी मुद्रा विकल्प

स्पॉट कॉन्ट्रैक्ट अनिवार्य रूप से नियमित प्रकार के व्यापार हैं जो एक खुदरा विदेशी मुद्रा व्यापारी द्वारा किया जाता है। क्योंकि स्पॉट कॉन्ट्रैक्ट्स की एक छोटी अवधि की डिलीवरी डेट (दो दिन) होती है, वे सबसे प्रभावी मुद्रा हेजिंग वाहन नहीं हैं। नियमित रूप से हाजिर अनुबंध आमतौर पर हेज की आवश्यकता के मुकाबले बचाव की आवश्यकता के मुकाबले एक हेज की आवश्यकता होती है।
विदेशी मुद्रा विकल्प, हालांकि मुद्रा हेजिंग के सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक हैं। अन्य प्रकार की प्रतिभूतियों पर विकल्पों के साथ, विदेशी मुद्रा विकल्प खरीददार को सही देता है, लेकिन भविष्य में कुछ समय पर किसी विशेष विनिमय दर पर मुद्रा जोड़ी खरीदने या बेचने का दायित्व नहीं देता है। किसी भी व्यापार की हानि की क्षमता को सीमित करने के लिए, नियमित विकल्प रणनीतियों को नियोजित किया जा सकता है, जैसे कि लंबे समय तक टकराकर, लंबे समय तक संघर्ष और बैल या भालू फैलता खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? है। (अधिक जानकारी के लिए, हेजिंग के लिए एक शुरुआती गाइड देखें।)
विदेशी मुद्रा हेजिंग रणनीति
विदेशी मुद्रा हेजिंग रणनीति चार भागों में विकसित होती है, जिसमें विदेशी मुद्रा व्यापारी के जोखिम जोखिम, जोखिम सहिष्णुता के विश्लेषण और रणनीति की वरीयता ये घटक विदेशी मुद्रा बचाव बनाते हैं:

  1. जोखिम का विश्लेषण: व्यापारी को यह पता होना चाहिए कि मौजूदा या प्रस्तावित स्थिति में वह किस प्रकार के जोखिम (जोखिम) ले रहा है। वहां से, व्यापारी को यह अवश्य पहचानना चाहिए कि इस खतरे को अनफिट करने पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, और यह निर्धारित करें कि मौजूदा विदेशी मुद्रा मुद्रा बाजार में जोखिम उच्च या निम्न है या नहीं।
  2. जोखिम सहिष्णुता निर्धारित करें: इस कदम में, व्यापारी अपने जोखिम जोखिम स्तर का उपयोग करता है, यह निर्धारित करने के लिए कि स्थिति के जोखिम को कितना ढीला होना चाहिए। कोई भी व्यापार कभी शून्य जोखिम नहीं होगा; यह जोखिम लेने वाले जोखिम के स्तर को निर्धारित करने के लिए व्यापारी पर निर्भर है, और अधिक जोखिम को हटाने के लिए वे कितना भुगतान करने के इच्छुक हैं
  3. विदेशी मुद्रा हेजिंग रणनीति निर्धारित करें: यदि विदेशी मुद्रा विकल्पों का उपयोग मुद्रा व्यापार के जोखिम को सुरक्षित रखने के लिए करता है, तो व्यापारी को यह निर्धारित करना होगा कि कौन सी रणनीति सबसे अधिक लागत प्रभावी है
  4. रणनीति को लागू करें और निगरानी करें: यह सुनिश्चित करके कि रणनीति उस तरह से काम करती है जिस तरह से, जोखिम कम से कम रहेगा

विदेशी मुद्रा मुद्रा व्यापार बाजार एक जोखिम भरा है, और हेजिंग केवल एक तरीका है कि एक व्यापारी जोखिम की मात्रा को कम करने में मदद कर सकता है। एक व्यापारी होने का इतना पैसा और जोखिम प्रबंधन है, जो शस्त्रागार में हेजिंग जैसे अन्य टूल को अविश्वसनीय रूप से उपयोगी है
सभी खुदरा विदेशी मुद्रा दलालों उनके प्लेटफार्मों में हेजिंग की अनुमति नहीं देते हैं। ब्रोकर को पूरी तरह से अनुसंधान करना सुनिश्चित करें जो आप व्यापार से पहले शुरू करते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, देखें व्यावहारिक और किफायती हेजिंग रणनीतियां

विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा व्यापार: जोखिम और पुरस्कार

विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा व्यापार: जोखिम और पुरस्कार

विदेशी मुद्राएं पीटा पथ से दूर हैं और नौसिखियों के लिए नहीं हैं, लेकिन अनुभवी विदेशी मुद्रा निवेशकों को उच्च जोखिम-प्रतिफल संभावित रोमांचक मिल सकता है

तुलनात्मक लाभ के निहितार्थ क्या हैं क्योंकि यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित है?

तुलनात्मक लाभ के निहितार्थ क्या हैं क्योंकि यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित है?

व्यापार के लिए तुलनात्मक लाभ के निहितार्थों को पता चलता है: व्यापारिक तालिका में रिटर्न का अधिकतमकरण और प्रत्येक देश के लिए एक स्थान।

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं डुअल कमोडिटी चैनल इंडेक्स (डीसीसीआई) का उपयोग कैसे करूं? | विदेशी मुद्रा बाजार के व्यापार के लिए एक अनूठी ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति बनाने के लिए इन्व्हेस्टॉपिया

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं डुअल कमोडिटी चैनल इंडेक्स (डीसीसीआई) का उपयोग कैसे करूं? | विदेशी मुद्रा बाजार के व्यापार के लिए एक अनूठी ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति बनाने के लिए इन्व्हेस्टॉपिया

दोहरी कमोडिटी चैनल इंडेक्स (डीसीआईआईआई) के वैकल्पिक व्याख्या का उपयोग करें।

भास्कर एक्सप्लेनर: कैसा होगा RBI का 'डिजिटल रुपया', क्या ये लेगा बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की जगह? जानिए सब कुछ

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 में डिजिटल रुपया लॉन्च करने की घोषणा की है। यह सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी, यानी CBDC होगी। RBI इस डिजिटल करेंसी को नए वित्त वर्ष की शुरुआत में लॉन्च करेगा। डिजिटल रुपया, या CBDC को डिजिटल इकोनॉमी के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है। साथ ही भारत इस तरह से आधिकारिक तरीके से अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करने वाला पहला बड़ा देश बन जाएगा।

ऐसे में आइए जानते हैं कि CBDC क्या है? सरकार को इसकी जरूरत क्यों पड़ी? आम लोगों के लिए यह कितना सुरक्षित और फायदेमंद होगा?

सवाल : डिजिटल करेंसी CBDC को कौन लॉन्च करेगा?

जवाब : RBI, जानिए कैसे होगी इसकी लॉन्चिंग.

  • रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, यानी RBI नए फाइनेंशियल ईयर में CBDC को लॉन्च करेगा। नई करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी।
  • RBI की ओर से डिजिटल फॉर्म में जारी CBDC एक लीगल टेंडर होगा। सेंट्रल बैंक से जारी करेंसी की तरह ही CBDC भी होगा, लेकिन इसे नोट की तरह आप अपने जेब में नहीं रख सकेंगे।
  • यह करेंसी की तरह ही काम करेगा। साथ ही CBDC को नोट के साथ बदला भी जा सकेगा। यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में आपके अकाउंट में दिखाई देगी।
  • RBI की रिपोर्ट में पहले बताया गया था कि CBDC से आप कैश के मुकाबले आसानी से और सुरक्षित तरीके से कहीं पर भी खरीदारी कर सकेंगे।

सवाल : क्या यह क्रिप्टोकरेंसी जैसी होगी?

जवाब : नहीं, तो फिर कैसी होगी, आइए जानते हैं…

  • CBDC क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक का CBDC एक लीगल टेंडर होगा।
  • इसे RBI जारी करेगा, इसलिए इसमें जोखिम नहीं होगा। इससे देश में आसानी से खरीदारी हो सकेगी।
  • ये प्राइवेट वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन से एकदम अलग होगी।
  • प्राइवेट वर्चुअल करेंसी के साथ कई तरह की बाधाएं होती हैं और बिटकॉइन जैसी इन करेंसीज को सभी देशों में मान्यता नहीं मिली है।
  • साथ ही प्राइवेट वर्चुअल करेंसी के किसी सरकार से नहीं जुड़े होने की वजह से इसमें जोखिम बहुत ज्यादा होता है।
  • प्राइवेट वर्चुअल करेंसी कमोडिटी नहीं हैं। साथ ही इनका कोई आंतरिक मूल्य भी नहीं होता है।

सवाल : क्या बिटकॉइन की ही तरह यह भी जोखिम भरी करेंसी होगी?

जवाब : नहीं, जानिए CBDC कितनी सुरक्षित है।

इन्वेस्टोपीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार का लक्ष्य आम लोगों को एक लीगल और सुविधाजनक डिजिटल करेंसी मुहैया कराना है, ताकि उन्हें सुरक्षा संबंधी किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़े।

सरकार की बजट में डिजिटल करेंसी की घोषणा बिटकॉइन और ईथर जैसी अन्य क्रिप्टो और वर्चुअल करेंसी को लेकर मंशा को व्यक्त करती है। RBI कई मौकों पर बिटकॉइन को लेकर चिंता जता चुका है, क्योंकि बिटकॉइन, ईथर जैसी क्रिप्टोकरेंसी के साथ मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फाइनेंसिंग, टैक्स चोरी जैसा खतरा बना रहता है।

ऐसे में इसका इस्तेमाल आतंकवादी संगठन भी कर सकते हैं। इसलिए RBI ने अपनी खुद की डिजिटल करेंसी CBDC लाने की योजना की घोषणा की है।

सवाल : क्या सीबीडीसी अन्य डिजिटल पेमेंट्स से ज्यादा अच्छा है?

जवाब : हां, जानिए कैसे…

मान लीजिए आप एक यूपीआई सिस्टम से अपने बैंक अकाउंट के बजाय CBDC से लेनदेन करते हैं। इसमें कैश को हैंड ओवर करते ही इंटरबैंक सेटलमेंट की जरूरत नहीं रह जाती। इससे पेमेंट्स सिस्टम से लेनदेन ज्यादा रियल टाइम में और कम लागत में होगा। इससे भारतीय आयातक बिना किसी बिचौलिए के अमेरिकी निर्यातक को रियल टाइम में डिजिटल डॉलर का भुगतान कर सकेंगे।

सवाल : क्या RBI इसे सीधे लॉन्च कर सकेगा?

जवाब : नहीं, जानिए क्या कानूनी प्रक्रिया पूरी करनी होगी…

आरबीआई भले ही इसे खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? लॉन्च करने को तैयार है। लेकिन यह तब तक नहीं हो सकेगा जबतक कि संसद में क्रिप्टो कानून पारित नहीं हो जाता। क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम के तहत मौजूदा प्रावधान मुद्रा को भौतिक रूप से ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। इसके परिणामस्वरूप सिक्का अधिनियम, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट में भी संशोधन की आवश्यकता होगी।

सवाल : क्या सीबीडीसी के आने से बैंकों पर असर पड़ेगा?

जवाब : हां, जानिए किस तरह का असर होगा…

सीबीडीसी के आने से बैंक में जमा के लिए लेनदेन की मांग कम होगी। साथ ही सेटलमेंट रिस्क भी कम होगा। रिस्क फ्री होने के चलते सीबीडीसी बैंक डिपॉजिट को कम करेगा। साथ ही जमा पर सरकारी गारंटी में कटौती करेगा। वहीं यदि बैंक जमा राशि खो देते हैं, तो क्रेडिट बनाने की उनकी क्षमता सीमित हो जाएगी। क्योंकि केंद्रीय बैंक निजी क्षेत्र को लोन प्रदान नहीं कर सकते हैं।

सवाल : क्या अमेरिका, चीन और UK की अपनी डिजिटल करेंसी है

जवाब : नहीं, आइए जानते हैं किन देशों के पास अपनी खुद की डिजिटल खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? करेंसी है।

CBDC किसी भी देश की आधिकारिक करेंसी का इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड या डिजिटल टोकन होगा। यह पैसों के लेनदेन, आवश्यक सामानों की खरीदारी के पेमेंट्स में भी काम आएगा।

दिसंबर 2021 तक 87 देश (जिनकी वैश्विक खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? GDP में 90% से अधिक की हिस्सेदारी है) CBDC के बारे में रिसर्च कर जानकारी जुटा रहे थे। इनमें से 35 देश मई 2020 में CBDC लाने के प्रोजेक्ट पर विचार कर रहे थे।

इनमें से 9 देश पहले ही CBDC को पूरे तरीके से लॉन्च कर चुके हैं। इनमें बहामास, 7 इस्टर्न कैरिबियन और नाइजीरिया शामिल हैं। कैरिबियन देशों से बाहर नाइजीरिया ने भी हाल में अपनी CBDC ई-नायरा लॉन्च की है। हालांकि, 4 सबसे बड़े केंद्रीय बैंकों (अमेरिका, यूरोप, जापान और UK) वाले प्रमुख देश अपनी CBDC लॉन्च करने में सबसे पीछे हैं।

चीन और दक्षिण कोरिया सहित 14 देश ऐसे हैं जो अब अपने CBDC के साथ प्रायोगिक चरण में हैं और जल्द ही इसे लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं।

सवाल : क्या डिजिटल करेंसी आम लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी?

जवाब : हां, जानिए कैसे।

डिजिटल करेंसी आने से सरकार के साथ आम लोगों और बिजनेस के लिए लेनदेन की लागत कम हो जाएगी। जैसे UAE में एक वर्कर को सैलरी का 50% हिस्सा डिजिटल मनी के रूप में मिलता है। इससे ये लोग अन्य देशों में मौजूद अपने रिश्तेदारों को आसानी से और बिना ज्यादा शुल्क दिए पैसे भेज सकते हैं।

वर्ल्ड बैंक का अनुमान है कि अभी इस तरह दूसरे देशों में पैसे खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? भेजने पर 7% से अधिक का शुल्क चुकाना पड़ता है, जबकि डिजिटल करेंसी के आने से इसमें 2% तक की कमी आएगी। इससे लो इनकम वाले देशों को हर साल 16 अरब डॉलर (1.2 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा पैसे मिलेंगे।

क्या आप भी अकेला घूमना करती हैं पसंद? तो ये रहे विश्व के सबसे सुरक्षित देश, जहां बेखौफ घूम सकती हैं लड़कियां

अकेले घूमने की इच्छा हर महिला की होती है। वो चाहती हैं कि बिना किसी रोक टोक के वो भी आजादी के साथ कही दूर घूमने के लिए जाएं। लेकिन सारी बात सुरक्षा पर आकर रुक जाती है। अगर आप भी अकेले विदेश यात्रा का प्लान बना रही हैं, तो ये रहे दुनिया के सबसे सुरक्षित जहां आप अकेले मौज के साथ घूम सकती हैं।

safest countries in the world for solo female travelers

क्या आप भी अकेला घूमना करती हैं पसंद? तो ये रहे विश्व के सबसे सुरक्षित देश, जहां बेखौफ घूम सकती हैं लड़कियां

महिलाओं के सुरक्षित जगहों में से एक है, उत्तरी अमेरिका का खूबसूरत देश कनाडा। कनाडा अपने शानदार घने जंगलों के लिए फेमस है। यहां के जंगल बेहद पुराने हैं और इसकी खूबसूरती को देखने के लिए हर साल पर्यटक घूमने आते हैं। बर्फ से ढके खूबसूरत पहाड़ों को देखने का सपना हर किसी का होता है। कनाडा जैसी सुंदर जगह आपको कही और देखने को नहीं मिल सकती। अगर आप अकेले या अपनी गर्ल्स ग्रुप के साथ घूमने का प्लान बना रही हैं, तो इस खूबसूरत जगह को एक बार देखने जरूर जाएं।

(फोटो साभार : Wikimedia Commons)

न्यूजीलैंड

न्यूजीलैंड बेहद ही खूबसूरत और आकर्षक देश है। ये देश दो द्वीपों को मिलाकर बना है। न्यूजीलैंड में आपको हैरान कर देने वाले ग्लेशियर दिखेंगे, जो यहां की खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं। महिलाएं यहां के समुद्र तट पर सुकून के साथ समय बिता सकती हैं। न्यूजीलैंड में कई खेलों का आयोजन भी किया जाता है, जो खेल प्रेमियों के लिए बेहद ही अच्छी जगह साबित होती है। इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस नामक कंपनी ने एक सर्वे में न्यूजीलैंड को ट्रेवलर्स के लिए दुनिया का चौथा सबसे सुरक्षित देश बताया है।

(फोटो साभार : Wikimedia Commons)

स्विट्जरलैंड

स्विट्जरलैंड को अगर घूमने के तौर पर देखा जाए तो ये बेहद ही खूबसूरत जगह है। स्विट्जरलैंड को सबसे आकर्षक देशों में गिना जाता है। स्विट्जरलैंड की राइन नदी का नजारा देखने लायक है और उसके पास घास के मैदान यहां की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। स्विट्जरलैंड की राजधानी बर्न भी एक लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेस है। ग्लोबल पीस इंडेक्स (JPI) के सर्वे के अनुसार स्विट्जरलैंड को दुनिया का सातवां सबसे शांतिपूर्ण देश माना गया है। महिलाओं के लिए स्विट्जरलैंड बहुत ही सेफ जगह है, यहां महिलाएं मौज-मस्ती के साथ अकेले घूम सकती हैं।

ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया दुनिया का सबसे खूबसूरत देश होने के साथ-साथ महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल भी है। ऑस्ट्रेलिया की मजेदार जगहों पर घूमने के लिए आप कार किराए पर ले सकते हैं। यहां की सुंदर घाटियां यात्रा को और मेमोरेबल बना देती हैं। आप यहां पैदल यात्रा करते हुए ऑस्ट्रेलिया का आनंद उठा सकते हैं।

अगर आप अकेले घूमने की योजना बना रही हैं, तो जापान से बेहतर जगह और कोई नहीं हो सकती। यहां आपको बेहतरीन स्थल देखने को मिलेंगे, साथ ही महिलाओं के लिए भी देश काफी सुरक्षित है। ग्लोबल पीस इंडेक्स के सर्वे के अनुसार दुनिया के सबसे शांतिपूर्ण देशों में जापान को छठा स्थान दिया गया है। जापान की राजधानी टोक्यो है खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? और टोक्यो सबसे साफ स्थानों में गिना जाता है। जापान दुनिया में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा विकसित है। जापानी महिलाएं यहां बिल्कुल सुरक्षित महसूस करती हैं।

एम्सटर्डम

दुनिया के आकर्षक स्थानों में से एक है एम्स्टर्डम। यहां आपको पुरानी संस्कृति के कई साक्ष्य देने को मिलेंगे, जिन्हें जानकार लोगों का ज्ञान बढ़ता है। एम्स्टर्डम खुशियां मनाने में सबसे आगे रहता है। अकेली महिला पर्यटक के लिए ये स्थान बेहद सुरक्षित है।

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