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देश में अगली क्रांति सेवा क्षेत्र में हो सकती है : रघुराम राजन
रघुराम राजन राहुल गांधी से बातचीत कर रहे थे। राहुल गांधी की बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था।
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में बुधवार को शामिल हुए भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि देश में अगली क्रांति सेवा क्षेत्र में हो सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि देश में स्थिरता, उत्सर्जन में एक नई तरह की हरित क्रांति भी हो रही है और भारत जलवायु परिवर्तन की चुनौती को देखते हुए पवन चक्कियां बनाने, इमारतों को हरा-भरा बनाने में सबसे आगे हो सकता है।
रघुराम राजन राहुल गांधी से बातचीत कर रहे थे। राहुल गांधी की बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था।
राजन के साथ बातचीत में गांधी ने भारत, अमेरिका और अन्य देशों में मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों, छोटे उद्योगों के सामने चुनौतियों, आर्थिक असमानता के बारे में उनके विचार पूछे।
देश में चार-पांच उद्योगपति अमीर हो रहे हैं, बाकी देश के लोग पीछे हैं और उद्योगपतियों के एक समूह का एक अलग 'हिंदुस्तान' है, जबकि किसानों और अन्य लोगों का एक और 'हिंदुस्तान' है, गांधी की इस बात पर कि राजन ने कहा कि यह एक बड़ी समस्या है लेकिन यह पूंजीपतियों के बारे में नहीं है।
उन्होंने कहा कि उच्च मध्य वर्ग की आय इसलिए बढ़ी क्योंकि वे महामारी के दौरान घर से काम कर सकते थे लेकिन कारखानों में काम करने वालों की कमाई कम हो गई क्योंकि वे कमा नहीं पाए।
उन्होंने कहा, “यह विभाजन महामारी में बढ़ गया। अमीरों को कोई परेशानी नहीं थी, निम्न वर्ग को राशन और अन्य चीजें मिलीं लेकिन निम्न मध्यम वर्ग को बड़ा नुकसान हुआ। नौकरियां विदेशी मुद्रा जोड़े अस्थिरता नहीं थीं, बेरोजगारी बढ़ी।’’
उन्होंने सुझाव दिया कि इस तबके के बारे में विचार करते हुए नीति बनानी चाहिए।
गांधी ने कहा कि आजादी के बाद हरित क्रांति हुई, उसके बाद श्वेत क्रांति हुई और फिर कंप्यूटर क्रांति हुई तो अगली क्रांति क्या हो सकती है। इसका जवाब देते हुए राजन ने कहा कि सेवा क्षेत्र की क्रांति अगली क्रांति हो सकती है।
उन्होंने कहा, “हम अमेरिका गए बिना यहां से अमेरिका के लिए काम कर सकते हैं… जैसे डॉक्टर अमेरिका को टेलीमेडिसिन सेवाएं प्रदान कर सकते हैं और बहुत सारी विदेशी मुद्रा अर्जित कर सकते हैं। हमारा सेवा निर्यात हमें निर्यात में महाशक्ति बना देगा।’’
दूसरी उन्होंने कहा एक नई तरह की हरित क्रांति है।
राघुराम राजन ने कहा, ‘‘अगर हम उस पर जोर देते हैं, तो हम पवन चक्कियों के निर्माण में सबसे आगे हो सकते हैं और अपनी इमारत को हरा-भरा बना सकते हैं। जलवायु परिवर्तन से सबसे ज्यादा नुकसान दक्षिण एशिया में होगा। आप पहले ही बांग्लादेश और पाकिस्तान को पीड़ित देख चुके हैं। भारत भी पीछे नहीं है। हम एक ही क्षेत्र पर कब्जा करते हैं। इसलिए हमें बहुत मेहनत करनी होगी।’’
उन्होंने कहा, "हम पवनचक्की, सौर ऊर्जा बना सकते हैं, इसकी भारी मांग है। लेकिन हम नवोन्मेष भी कर सकते हैं और मुझे लगता है कि इसमें काफी संभावनाएं हैं, हमें भविष्योन्मुखी सोच रखनी चाहिए।’’
भारत की आर्थिक स्थिति पर उन्होंने कहा कि अगला साल मौजूदा साल की तरह मुश्किल भरा रहने वाला है। उन्होंने कहा कि दुनिया में विकास धीमा होने जा रहा है और भारत पर भी इसकी मार पड़ने वाली है।
उन्होंने कहा, “निर्यात थोड़ा धीमा हो रहा है। भारत की मुद्रास्फीति की समस्या भी विकास के लिए नकारात्मक होने जा रही है।"
उन्होंने कहा कि महामारी समस्या का हिस्सा थी और महामारी से पहले अर्थव्यवस्था धीमी हो रही थी। उन्होंने कहा "हमने वास्तव में ऐसे सुधार नहीं किए हैं जो विकास उत्पन्न करेंगे।"
रघुराम राजन ने कहा कि बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और निजी क्षेत्र को आगे बढ़ाना होगा क्योंकि सभी को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती। उन्होंने कहा कि अगर तकनीकी हस्तक्षेप बढ़ाया जाए तो कृषि क्षेत्र में नौकरियां सृजित की जा सकती हैं।
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि छोटे और मध्यम स्तर के उद्योगों को बड़ा होने के लिए एक अनुकूल वातावरण और कारकों की आवश्यकता है।
शेयर बाजार के बारे में कम जानकारी वाले लोगों द्वारा निवेश पर राजन ने कहा कि उपभोक्ता संरक्षण होना चाहिए ताकि वे अपने अधिकारों को जान सकें।
उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि 'भारत को जोड़ना है'।
गांधी ने कहा कि जब दुनिया में हर तरफ नफरत हो तो भारत रास्ता दिखा सकता है। उन्होंने कहा "यह हमारी संस्कृति, इतिहास और ताकत है।"
Petrol-Petrol, Diesel Price Today: पेट्रोल-डीजल का दाम आज भी स्थिर, ईंधनों के दामों में 88 दिनों से नहीं हुआ है बदलाव, देखें रेट
petrol ka dam : पेट्रोल और डीजल के दामों में आज भी कोई बदलाव नहीं हुआ है| आज भी ईंधनों के दामों में कोई बढ़ोत्तरी दर्ज नहीं विदेशी मुद्रा जोड़े अस्थिरता की गई है| बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार 88 दिनों से कोई बदलाव नहीं हुआ है|
दिल्ली में आज जहां पेट्रोल का दाम (Petrol Ka Dam) 95.41 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर बना रहा| वहीं डीजल का दाम 86.67 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर है। बता दें कि लंबे समय से पेट्रोल के दामों में स्थिरता देखने को मिल रही थी जिसके बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया था। दिल्ली सरकार ने पेट्रोल पर वैट को 30 फीसदी से घटाकर 19.40 फीसदी कर दिया था। वैट में कटौती के बाद से राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 8 रुपए सस्ता हो गया था। बता दें कि 1 दिसंबर से ही पेट्रोल का दाम और डीजल का दाम स्थिर बना हुआ है। इसके साथ ही अन्य महानगरों में भी पेट्रोल का दाम और डीजल का दाम स्थिर है।
क्रूड ऑयल की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट से जनता को उम्मीद थी कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी कमी आएगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार और सरकारी तेल कंपनियां चाहे तो पेट्रोल 8 रुपए और डीजल 7 रुपए सस्ता कर सकती है। बता दें कि क्रूड ऑयल नवंबर के 80.64 डॉलर से गिरकर दिसंबर में 73.30 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार कई बार राजनीतिक वजह से कीमतों में गिरावट आ जाती हैं। हालांकि तेल कंपनियां अपनी कीमतों में कमी के पक्ष में नहीं रहती हैं। अगस्त में क्रूड ऑयल 3.74 डॉलर प्रति बैरल फंसा हुआ था तो कंपनियों ने मामूली रूप से कीमतें घटाई यानी सिर्फ 65 पैसे की कमी की थी।
इन राज्यों में हुई थी वैट में कटौती
पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी हटाने के बाद स्थानीय वेट कम करने वाले राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची बताएं तो इनमें कर्नाटक, पुदुचेरी, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा, असम, सिक्किम, बिहार, मध्य प्रदेश, गोवा, गुजरात, दादरा एवं नगर हवेली, दमन एवं दीव, चंडीगढ़, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और दिल्ली शामिल है।
चार महानगरों में ईंधन का दाम
- दिल्ली में अब 1 लीटर पेट्रोल का दाम 94.41 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर बना हुआ है। वहीं 1 लीटर डीजल का दाम 86.67 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर है।
- कोलकाता में अब 1 लीटर पेट्रोल का दाम 104.67 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर बना हुआ है। वहीं 1 लीटर डीजल 89.79 रुपए पर स्थिर है।
- मुंबई में अब 1 लीटर पेट्रोल का दाम 109.98 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर बना हुआ है। वहीं 1 लीटर डीजल का दाम 94.14 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर है।
- चेन्नई में अब 1 लीटर पेट्रोल का दाम 101.51 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर बना हुआ है। वहीं 1 लीटर डीजल का दाम 91.53 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर है।
हर रोज अपडेट होती है पेट्रोल डीजल की कीमत
विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमत प्रतिदिन अपडेट की जाती है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज पेट्रोल और डीजल के दाम तय करती हैं। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और विदेशी मुद्रा जोड़े अस्थिरता हिंदुस्तान पेट्रोलियम तेल कंपनियां हर दिन सुबह विभिन्न शहरों की पेट्रोल और डीजल की कीमतों की जानकारी अपडेट करती हैं।
SMS से जाने अपने शहर में पेट्रोल डीजल का दाम
पेट्रोल डीजल के दाम प्रतिदिन अपडेट किए जाते हैं। ऐसे में आप सिर्फ एक एसएमएस (SMS) के जरिए रोज अपने शहर में पेट्रोल डीजल की कीमत जान सकते हैं। इसके लिए इंडियन ऑयल के ग्राहकों को RSP कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा।
Petrol Diesel Price, 18 December 2022: पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी, अपने शहर में जानिए आज का भाव
Petrol Diesel Price, 18 December 2022: महंगाई के मोर्चे पर आज भी आम लोगों के लिए राहत भरी की खबर है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में जारी गिरावट के बीच भारतीय ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने हर रोज की तरह आज भी पेट्रोल और डीजल के ताजा भाव जारी कर दिए हैं।
हालांकि तेल कंपनियों ने रविवार (18 December 2022) को भी पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Price) की कीमतें स्थिर रखी हैं। इस तरह आज लगातार 207वां दिन है जब देश में पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
सरकारी तेल कंपनियों ने आज रविवार 18 दिसंबर 2022 के लिए Petrol Diesel Price के दाम जारी कर दिए हैं। तेल कंपनियों ने लगातार 207वें दिन आम लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी आज भी तेज की कीमतें स्थिर है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ये है कच्चे तेल का भाव
आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले कई दिनों से क्रूड ऑयल की कीमत में जारी नरमी के बाद एकबार फिर तेजी देखी जा रही है। फिलहाल डब्ल्यूटीआई क्रूड 74 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 78 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। कच्चे तेल की कीमतें जुलाई, 2008 के बाद विदेशी मुद्रा जोड़े अस्थिरता इस साल मार्च में 140 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई थीं। उसके बाद से 46 फीसदी गिरावट के साथ यह इस साल सबसे निचले स्तर 76 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है। कच्चे तेल को लीटर और रुपये के हिसाब से अनुमान लगाएं तो कीमत 9 महीने में 33 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा घटनी चाहिए। इसके बाद भी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को नहीं मिली है।
इससे पहले 21 मई को सरकार ने Petrol Diesel Price पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी। पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 6 रुपये प्रति लीटर की कटौती कई गई थी। उसके बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी आई थी। इसके बाद देश में 9.50 रुपये और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया। केंद्र की घोषणा के बाद राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा और केरल सरकार ने भी वैट में कटौती की थी।
देश के महानगरों में ये है Petrol Diesel Price का भाव
फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये लीटर है तो डीजल 89.62 रुपये लीटर के हिसाब से बिक रहा है। वहीं मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। जबकि कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर है। उधर चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
यहां मिल रहा सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Price)
राजस्थान के गंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel Price) बिक रहा है। गंगानगर में पेट्रोल 113.48 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 98.24 रुपये प्रति लीटर है। वहीं हनुमानगढ़ जिले में पेट्रोल 112.54 रुपये प्रति लीटर पहुंच और डीजल 97.39 रुपये लीटर के भाव बिक रहा है।
यहां मिल रहा सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Price)
पोर्ट ब्लेयर में सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Price) बिक रहा है। जहां पेट्रोल की कीमत 84.10 रुपये प्रति लीटर और डीजल का भाव 79.74 रुपये प्रति लीटर है।
क्या है आज का भाव (Petrol Diesel Price on 18 December 2022)
दिल्ली (Delhi): पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर।
मुंबई (Mumbai): पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर।
कोलकाता (Kolkata): पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर।
चेन्नई (Chennai): पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर।
हैदराबाद (Hyderabad): पेट्रोल 109.66 रुपये और डीजल 97.82 रुपये प्रति लीटर।
बंगलुरु (Bangalore): पेट्रोल 101.94 रुपये और डीजल 87.89 रुपये प्रति लीटर।
तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram): पेट्रोल 107.71 रुपये और डीजल 96.52 रुपये प्रति लीटर।
पोर्टब्लेयर (Port Blair): पेट्रोल 84.10 रुपये और डीजल 79.74 रुपये प्रति लीटर।
भुवनेश्वर (Bhubaneswar): पेट्रोल 103.19 रुपये और डीजल 94.76 रुपये प्रति लीटर।
चंडीगढ़ (Chandigarh): पेट्रोल 96.20 रुपये और डीजल 84.26 रुपये प्रति लीटर।
लखनऊ (Lucknow): पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर।
नोएडा (Noida): पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.96 रुपये प्रति लीटर।
जयपुर (Jaipur): पेट्रोल 108.48 रुपये और डीजल 93.72 रुपये प्रति लीटर।
पटना (Patna): पेट्रोल 107.24 रुपये और डीजल 94.04 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम (Gurugram): 97.18 रुपये और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर।
इस वजह से देश में महंगा है पेट्रोल और डीजल
आपको बता दें कि Petrol Diesel Price में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। विदेशी मुद्रा दरों के विदेशी मुद्रा जोड़े अस्थिरता साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है।
ऐसे जानें अपने शहर में पेट्रोल और डीजल का आज का भाव
आपको बता दें कि पेट्रोल-डीजल के भाव रोजाना बदलते हैं और सुबह 6 बजे अपडेट हो जाते हैं। पेट्रोल-डीजल का रोज का रेट आप SMS के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल के कस्टमर RSP के साथ शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर और BPCL उपभोक्ता RSP लिखकर 9223112222 नंबर पर भेज जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं, HPCL उपभोक्ता HP Price लिखकर 9222201122 नंबर पर भेजकर भाव पता कर सकते हैं।
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चीनी की एक्स-मिल मूल्य और उत्पादन लागत के अंतर को भरने की जरुरत: ISMA
नई दिल्ली: इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) की 88वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में बोलते हुए, अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला ने चीनी के दाम बढ़ाने पर जोर दिया। झुनझुनवाला ने कहा कि, सरकार द्वारा न्यूनतम चीनी मूल्य 29 रुपये प्रति किलो तय किया था और उस समय चीनी उद्योग के लिए नीति बहुत फायदेमंद थी, घरेलू कीमतें बहु-स्तर पर कम थीं। इसके अलावा, एमएसपी को 2019 में ऊपर की ओर संशोधित किया गया था और इसे 31 रुपये प्रति किलो तय किया गया था। हालाँकि,लगभग 3 साल हो गए हैं तब से MSP उसी दर पर स्थिर है। सरकार ने एफआरपी में वृद्धि की है, लेकिन चीनी के दाम में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है। वर्तमान में, औसत एक्स-मिल कीमतें लगभग रु. 34-35 रुपये प्रति किलो है, जो उत्पादन लागत से कम है। चीनी मिलों के लिए पर्याप्त तरलता और किसानों को समय पर भुगतान करने के लिए चीनी का एक्स-मिल मूल्य और उत्पादन लागत के अंतर को भरने की जरुरत है।
झुनझुनवाला ने कहा, गन्ने की कीमत निर्धारित करने के लिए एक तर्कसंगत और वैज्ञानिक सूत्र की कमी चीनी उद्योग के चिंता का विषय है। गन्ना मूल्य और चीनी मूल्य के बीच संबंध का अभाव गन्ना मूल्य को अवहनीय बना रहा है। 2019 से, सरकार गन्ने का एफआरपी बढ़ा रही है, जो लगभग 30 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गया है। इसके अलावा, कुछ राज्य ऐसे हैं जो एफआरपी से ऊपर गन्ने की कीमत तय करते हैं। झुनझुनवाला ने कहा, गन्ना मूल्य का ऐसा निर्णय चीनी मिलों पर बोझ डालता है। हमें लगता है कि चीनी उद्योग को भविष्य के लिए तैयार करने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा का मुकाबला करने के लिए, बाजार की ताकतों के आधार पर गन्ना मूल्य निर्धारण करने का समय आ गया है। हमें लगता है कि सरकार को किसानों के हितों की रक्षा के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) के साथ-साथ रेवेन्यू शेयरिंग फॉर्मूला (आरएसएफ) को अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, पहली बार, देश ने 10% एथेनॉल सम्मिश्रण हासिल किया है, और चीनी निर्यात 111 लाख टन को पार कर गया है। भारतीय चीनी उद्योग ने ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने में देश को आत्मनिर्भर बनाने, कीमती विदेशी मुद्रा बचाने और सबसे महत्वपूर्ण यह सुनिश्चित करने के लिए कि अगली पीढ़ी प्रदूषण मुक्त वातावरण में सांस ले सके इसलिए माननीय प्रधानमंत्री के सपने के साथ खुद को जोड़ लिया है।
चीनी उद्योग गन्ने की किस्म में सुधार के लिए निवेश बढ़ा रहा है। ISMA का मानना है कि, उपलब्ध उत्पादों और एसोसिएशन द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर गन्ने की पैदावार काफी हद तक बढ़ सकती है। ISMA उच्च गन्ना उपज किस्मों को विकसित करने के लिए गन्ना अनुसंधान संस्थानों के साथ मिलकर काम कर रहा है, जो सूखा प्रतिरोधी, कीट प्रतिरोधी हैं, और मानसून की किसी भी अनियमितता का सामना कर सकते हैं। दक्षिण भारत के लिए कुछ खास फसलों की किस्मों की पहचान करने में कुछ उल्लेखनीय प्रगति हो रही है जो कम पानी में भी अच्छी उपज दे सकती हैं। इसके अलावा, इस्मा गन्ने की पैदावार में सुधार और पानी की खपत विदेशी मुद्रा जोड़े अस्थिरता को कम करने के लिए विकसित किए जा रहे कुछ उत्पादों और विधियों का मूल्यांकन कर रहा है।
इस्मा हरित ऊर्जा हब की स्थापना पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है, जिसमें इथेनॉल, बायो सीएनजी, बायो एनर्जी चार्जिंग स्टेशन शामिल हैं। शुरुआत में इसे फ़ैक्टरी ज़ोन में स्थापित किया जा सकता है, और बाद में अन्य क्षेत्रों में भी इसका विस्तार किया जा सकता है। इस्मा को लगता है कि ऐसा हब सभी हरित ऊर्जा के लिए वन-स्टॉप होगा और इसमें धीरे-धीरे ईंधन विकल्पों को जीवाश्म से हरित ईंधन में बदलने की क्षमता है।
तरलता की चुनौतियों पर बोलते हुए, झुनझुनवाला ने कहा, यह एक निर्विवाद सत्य है कि उद्योग को अपना संचालन के लिए नकदी की आवश्यकता होती है। एक कृषि-उद्योग होने के नाते जिसमें 50 मिलियन गन्ना किसान और उनका परिवार हम पर निर्भर है, यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि हमारे पास अपने कार्यों को चलाने और किसानों को समय पर गन्ने का भुगतान करने के लिए पर्याप्त पैसा हो।हालांकि, अभी भी कुछ नीतियां हैं जिन्हें सरकार के समर्थन की आवश्यकता है। हमें लगता है कि इन नीतियों पर दोबारा गौर किया जाना चाहिए और वैश्विक गतिशीलता के अनुसार संशोधित किया जाना चाहिए।
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