कुछ लोग ऐसे हो सकते हैं जिन्हें अल्पावधि निवेश के बारे में पता नहीं होना चाहिए, नीचे आपके संदर्भ के लिए एक त्वरित परिभाषा है।
3 साल के लिए इन्वेस्टमेंट प्लान
इन्वेस्टमेंट प्लान निवेश करने के लिए संदर्भ खाते फाइनेंशियल सपोर्ट और वेल्थ क्रिएशन के लिए सबसे सुरक्षित तरीका है। यह सच है कि निवेशक अपने पैसे का निवेश करने के लिए नए निवेश विकल्पों का पता लगाना पसंद करते हैं और निवेशकों के बीच अल्पकालिक निवेश बहुत लोकप्रिय है। 1 से 5 साल के निवेश विकल्प अल्पावधि विकल्पों के अंतर्गत आते हैं।
अपने अल्पकालिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक आम आदमी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, बीमा क्षेत्र में कई 3 साल के निवेश विकल्प आए हैं।
जो लोग निवेश करने के लिए संदर्भ खाते कम समय में अपने निवेशित धन का अधिकतम लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें अल्पकालिक निवेश विकल्पों के लिए जाना चाहिए। अल्पावधि निवेश की पूरी अवधारणा 3 साल के भीतर थोड़े समय के भीतर अच्छे रिटर्न की पेशकश करना है।
आइए नीचे दिए गए अनुभागों पर एक नज़र डालें और 3 निवेश करने के लिए संदर्भ खाते वर्षों के लिए सर्वश्रेष्ठ निवेश योजनाओं का पता लगाएं।
3 साल के लिए बेस्ट शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट विकल्प
बहुत से लोग इस तथ्य से अनजान हैं कि वे अल्पकालिक निवेश में भी निवेश कर सकते हैं। यदि आप अल्पकालिक रिटर्न लक्ष्य के साथ निवेश योजनाओं की तलाश कर रहे हैं, तो भारत में 3 वर्षों के लिए नीचे दिए गए सर्वश्रेष्ठ निवेश योजनाओं में निवेश करने का प्रयास करें:
एसआर. नं। | अल्पावधि निवेश विकल्प | के लिए आदर्श |
1 | बचत खाते | बेहतर लिक्विडिटी (4% -7% रिटर्न) |
2 | लिक्विड फंड | सुरक्षित निवेश की तलाश में लोग (4% -7% रिटर्न) |
3 | शॉर्ट टर्म फंड | लिक्विड फंड्स के बराबर |
4 | आवर्ती जमा | जो लोग मासिक आधार पर निवेश करना चाहते हैं |
5 | आर्बिट्रेज फंड | यदि वर्ष से अधिक 8% ब्याज के लिए रखा गया हो |
6 | फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान | 3 साल की लॉक इन पीरियड वाली एफडी से मिलता-जुलता |
आरबीआई बांड
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RBI निवेश करने के लिए संदर्भ खाते Monetary Policy: UPI पेमेंट सिस्टम में जुड़ेगी नई सुविधा, ई-कॉमर्स से लेकर शेयरों की खरीद बिक्री होगी आसान
UPI की नई सुविधा के तहत ग्राहक किसी मर्चेंट के लिए अपने बैंक खाते में एक फिक्स अमाउंट ब्लॉक करा सकता है.
Single Block and Multiple Debits functions in UPI: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) पेमेंट सेवाओं को और बेहतर करने के लिए ‘सिंगल ब्लॉक’ और ‘मल्टीपल डेबिट’ सुविधा शुरू करने का ऐलान किया है. इस सुविधा के तहत ग्राहक किसी मर्चेंट के लिए अपने बैंक खाते में एक फिक्स अमाउंट को ब्लॉक करा सकता है. यह धनराशि सर्विस पूरी होने के बाद अपने आप ग्राहक के खाते कट जाएगी. ब्लॉक राशि ग्राहक के खाते में शेष राशि का वह हिस्सा होता है, जिसे वे किसी खास काम के लिए रिजर्व यानी ब्लॉक करना चाहते हैं.
सिक्योरिटीज में निवेश करने में आसानी
आरबीआई के अनुसार, इससे ई-कॉमर्स क्षेत्र में भुगतान करने और साथ ही सेकंडरी कैपिटल मार्केट में सिक्योरिटीज में निवेश करने में आसानी होगी. इसका मतलब है कि आम आदमी को जल्दी ही होटल बुकिंग, कैपिटल मार्केट में शेयरों की खरीद-बिक्री जैसे कई ट्रांजेक्शन के लिये UPI के जरिए राशि अपने खाते में ‘ब्लॉक’ करने और भुगतान करने की सुविधा मिलेगी.
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लेन-देन में बढ़ेगा भरोसा
आरबीआई ने कहा कि इससे लेन-देन में विश्वास पैदा होगा और व्यापारियों को समय पर भुगतान का आश्वासन मिलेगा. अभी ग्राहक यूपीआई के जरिए सिंगल ब्लॉक यानी एक क्लिक पर पेमेंट करके पैसों का भुगतान करते हैं. ग्राहक जब भी जरूरी हो पैसा काटे जाने के लिए अपने बैंक खातों में धनराशि निर्धारित कर संबंधित इकाई के लिए भुगतान को तय कर सकते हैं.
आरबीआई ने कहा कि इस बारे में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) को जल्दी ही निर्देश जारी किया जाएगा. दास ने भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS) में सभी भुगतान और संग्रह शामिल कर इसका दायरा बढ़ाने की भी घोषणा की. अभी, बीबीपीएस के पास अलग-अलग समय पर होने वाले भुगतान या व्यक्तियों को मिलने वाली राशि के भुगतान की सुविधा नहीं है, भले ही उसका भुगतान निश्चित समय पर करने की जरूरत क्यों न हो.
ग्राहकों को जल्द मिलेगी विभिन्न भुगतान के लिये अपने खाते में राशि ‘ब्लॉक’ करने की सुविधा
Published: December 7, 2022 2:17 PM IST
लोगों को जल्दी ही होटल बुकिंग, पूंजी बाजार में शेयरों की खरीद-बिक्री जैसे विभिन्न लेन-देन के लिये यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के जरिये राशि अपने खाते में ‘ब्लॉक’ करने और भुगतान करने की सुविधा मिलेगी.
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भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को यूपीआई में एकबारगी राशि ‘ब्लॉक’ करने और उसे अलग-अलग कार्यों के लिये काटे जाने (सिंगल ब्लॉक एंड मल्टीपल डेबिट) की सुविधा देने की घोषणा की. ग्राहक जब भी आवश्यक हो पैसा काटे जाने के लिए अपने बैंक खातों में धनराशि निर्धारित कर संबंधित इकाई के लिये भुगतान को तय कर सकते हैं.
केंद्रीय बैंक के अनुसार, इस व्यवस्था से ई-कॉमर्स और प्रतिभूतियों में निवेश के लिये भुगतान आसान होगा.
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की जानकारी देते हुए कहा, ‘‘ यूपीआई की क्षमता बढ़ाकर ग्राहकों को सेवाओं के एवज में भुगतान के लिये राशि अपने खाते में ‘ब्लॉक’ करने की सुविधा देने का निर्णय किया गया है. इससे ई-कॉमर्स और प्रतिभूतियों में निवेश को लेकर भुगतान सुगम होगा.’’
इस व्यवस्था के तहत ग्राहकों को सेवाओं के एवज में भुगतान के लिये राशि अपने खाते में ‘ब्लॉक’ करने की सुविधा मिलेगी और जब भी आवश्यकता हो, संबंधित राशि खाते से काटी जा सकती है. इस सुविधा का उपयोग होटल बुकिंग, पूंजी बाजार में प्रतिभूतियों के साथ-साथ सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद में किया जा सकता है.
UPI पेमेंट में जुड़ेगी सिंगल-ब्लॉक और मल्टीपल डेबिट सुविधा, ई-कॉमर्स से लेकर शेयरों की खरीद-बिक्री होगी आसान
Single Block functions in UPI: केन्द्रीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस UPI पेमेंट सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए ‘सिंगल ब्लॉक’ और ‘मल्टीपल डेबिट’ सुविधा शुरू करने का ऐलान किया है। इस सुविधा के तहत ग्राहक किसी मर्चेंट के लिए अपने बैंक खाते में एक फिक्स अमाउंट को ब्लॉक करा सकता है। यह ब्लॉक राशि ग्राहक के खाते निवेश करने के लिए संदर्भ खाते में शेष राशि का वह हिस्सा होता है, जिसे वे किसी खास काम के लिए बचाकर रखना चाहते हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मॉनेटरी पॉलसी समीक्षा की जानकारी देते हुए कहा कि UPI की क्षमता बढ़ाकर ग्राहकों को सेवा देने के एवज में भुगतान के लिये राशि अपने खाते में ‘ब्लॉक’ करने की सुविधा देने का निर्णय किया गया है, इससे ई-कॉमर्स और प्रतिभूतियों में निवेश को लेकर भुगतान में आसानी होगी।
सिक्योरिटीज में निवेश करने में आसानी
आरबीआई के अनुसार, इससे ई-कॉमर्स क्षेत्र में भुगतान करने के साथ ही सेकंडरी कैपिटल बाजार में सिक्योरिटीज में निवेश करने निवेश करने के लिए संदर्भ खाते में आसानी होगी। इसका मतलब है कि आम आदमी को जल्दी ही होटल बुकिंग, कैपिटल मार्केट में शेयरों की खरीद-बिक्री जैसे कई लेनदेन के लिये UPI के जरिए राशि अपने खाते में ‘ब्लॉक’ करने और भुगतान करने की सुविधा मिलेगी।
आरबीआई ने कहा कि इससे लेन-देन में बड़ा विश्वास पैदा निवेश करने के लिए संदर्भ खाते होगा और व्यापारियों को समय पर भुगतान का आश्वासन मिलेगा, जबकि माल या सेवाओं की असल में डिलीवरी हो जाने तक पेमेंट की राशि ग्राहक के खाते में ही रहेगी। अभी ग्राहक यूपीआई के जरिए सिंगल ब्लॉक (Single Block) यानी एक क्लिक पर पेमेंट करके पैसों का भुगतान करते हैं। निवेश करने के लिए संदर्भ खाते ग्राहक जब भी जरूरी हो पैसा काटे जाने के लिए अपने बैंक खातों में धनराशि निर्धारित कर संबंधित इकाई के लिए भुगतान को तय कर सकते हैं।
RBI जल्द जारी करेगा निर्देश
आरबीआई ने कहा कि इस बारे में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) को जल्दी ही निर्देश जारी किया जाएगा। गवर्नर शक्तिकांत दास ने भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS) में सभी भुगतान और संग्रह शामिल कर इसका दायरा बढ़ाने की भी घोषणा की. अभी, बीबीपीएस के पास अलग-अलग समय पर होने वाले भुगतान या व्यक्तियों को मिलने वाले पैसे के भुगतान की सुविधा नहीं है।
इसी के साथ गवर्नर ने यह भी निवेश करने के लिए संदर्भ खाते कहा कि पेशेवर सेवा शुल्क भुगतान, शिक्षा शुल्क, टैक्स पेमेंट, रेंट कलेक्शन इसके दायरे में नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि नई प्रणाली बीबीपीएस मंच को व्यक्ति से व्यक्ति (P2P) और व्यक्तियों से व्यवसायों (P2M) के व्यापक समूह के लिए आसान बनाएगी। इस संदर्भ में रिजर्व बैंक अलग से दिशानिर्देश जारी करेगा।
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