सेफ के डिप्टी डायरेक्टर और प्रवक्ता वांग चुनियींग ने कहा कि सितंबर में विदेशी मुद्रा भंडार में जो कमी आई है वह करेंसी ट्रांसलेशन और असेट प्राइस में बदलाव का मिश्रित प्रभाव की वजह से है। वांग ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दोबारा प्रसार और प्रमुख देशों की मौद्रिक नीतियों से अपेक्षाओं, डॉलर इंडेक्स के बढ़ने जैसे कारकों की वजह से विदेशी मुद्रा भंडार प्रभावित हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि कमजोर गैर-डॉलर मुद्राओं और संपत्ति के मूल्य में बदलाव का भी चीन के विदेशी मुद्रा भंडार को घटाने में योगदान रहा है।
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 9.6 अरब डॉलर की भारी गिरावट
मुंबई. देश का विदेशी मुद्रा भंडार 11 मार्च को समाप्त सप्ताह में करीब दस अरब डॉलर की भारी कमी दर्ज की गई है. दो साल के बाद पहली बार विदेशी मुद्रा भंडार में इतनी तेज गिरावट दर्ज की गई है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 11 मार्च को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.6 अरब डॉलर घटकर 631.920 अरब डॉलर से 622.275 अरब डॉलर पर आ गया.
हालांकि, इस अवधि में देश का स्वर्ण भंडार 1.52 अरब डॉलर बढ़कर 43.84 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इस दौरान विदेशी मुद्रा परिसपंत्ति, जो विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा हिस्सा होता है, उसमें 11.11 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई और यह 554.36 अरब डॉलर पर आ गया.
चीन और पाकिस्तान के लिए एक साथ आई बुरी खबर, दोनों देशों पर मंडरा रहा है संकट
Edited by: India TV Paisa Desk
Updated on: October 07, 2021 19:12 IST
Photo:AP
China's forex reserves fall by USD 31.5 bn in Sept Pakistan faces a crisis as LNG prices soar
बीजिंग/नई दिल्ली। चीन का विदेशी मुद्रा भंडार, जो दुनिया विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी में सबसे बड़ा है, सितंबर में घटकर 3.2006 लाख करोड़ डॉलर रह गया। एक माह पहले की तुलना में चीन के विदेशी मुद्रा भंडार में 31.5 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है। स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ फॉरेन एक्सचेंज (सेफ) ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार में 0.97 प्रतिशत की कमी आई है।
एलएनजी की कीमतें बढ़ने पर संकट का सामना कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान में गैस संकट की स्थिति पैदा हो रही है, क्योंकि तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है। विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी देश में एलएनजी की कीमतें सर्दियों के मौसम से पहले एशियाई बाजार में 56.3 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गई है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान पहले ही सितंबर में स्पॉट मार्केट से एलएनजी के दो कार्गो आयात कर चुका है, जो उस समय की रिकॉर्ड उच्च कीमत 20 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया और वैश्विक स्पॉट मार्केट्स में एलएनजी की कीमतों पर पाकिस्तान का कोई नियंत्रण नहीं है। हालांकि, यह उच्च कीमत से बचने और सर्दियों के दौरान वैकल्पिक समाधान विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी अपनाने के लिए अगले कुछ महीनों के लिए ईंधन के आयात को कम कर सकता है। स्वतंत्र मैक्रो-अर्थशास्त्री अम्मार एच. खान ने कहा, "सर्दियों के मौसम के कारण दिसंबर-जनवरी तक वैश्विक स्तर पर एलएनजी की कीमत बढ़ सकती है।"
लगातार चौथे हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा, 561 अरब डॉलर के पार गया
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में फिर से उछाल आया है। दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.162 विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी अरब डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चौथे सप्ताह तेजी आई है। पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
वहीं 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी। एक सप्ताह में दूसरी बार सबसे अधिक वृद्धि हुई थी। बता विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी दें कि अक्टूबर, 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था।
भारत की विदेशी मुद्रा भंडार में हुई भारी गिरावट! 9.6 अरब डॉलर की आई कमी
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.6 विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी अरब डॉलर गिरकर 622.3 अरब डॉलर पर पहुंचा।भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 11 मार्च को देश का साप्ताहिक विदेश मुद्रा भंडार 9.6 अरब डॉलर गिरकर 622.3 अरब डॉलर पर पहुंचा। दो वर्षो में यह सबसे तेज साप्ताहिक गिरावट रही है।
स्वर्ण भंडार में हुई बढ़ोतरी
आरबीआई के अनुसार, क्रिटिकल हफ्ते में देश के स्वर्ण भंडार में 1.522 अरब डॉलर बढ़ोतरी दर्ज की गई। लेकिन अब यह बढ़कर 43.842 अरब डॉलर हो गया है। वहीं, इसी हफ्ते में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास जमा विशेष आहरण अधिकार 5.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.928 अरब विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी डॉलर रह गया है।
आरबीआई की इस रिपोर्ट के अनुसार आईएमएफ विदेशी मुद्रा भंडार में दर्ज की गई भारी कमी में रखा देश का मुद्रा भंडार 70 लाख डॉलर घटकर 5.146 अरब डॉलर रह गया है। वर्तमान में भंडार अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 642 अरब डॉलर से लगभग 20 अरब डॉलर कम है।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4.5 अरब डॉलर की गिरावट
New Delhi: रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने शुक्रवार को बताया है कि 14 अक्टूबर को ख़त्म होने वाले हफ़्ते में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4.5 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है. इस गिरावट के साथ भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 528.37 अरब डॉलर हो गया है.
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20 करोड़ डॉलर की हुई थी वृद्धि
हालांकि इससे पिछले वाले हफ़्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में 20 करोड़ डॉलर की वृद्धि हुई थी. इस साल अगस्त के बाद से वो पहला मौका था जब किसी हफ़्ते भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखा गया था. मिली जानकारी के अनुसार, अक्टूबर, 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के साथ अब तक के अपने सर्वोच्च स्तर पर था.
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