मुद्रा परिवर्तक

यूरो से डॉलर विनिमय दर: पिछले 90 दिनों में, यूरो में डॉलर के मुकाबले 5.96% की वृद्धि हुई है, जो $ 0.9982 से बढ़कर $ 1.0615 प्रति यूरो हो गया है। विदेशी मुद्रा बाजार हमेशा खुला रहता है, और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापारिक संबंधों से संबंधित कई कारकों के कारण दरें अक्सर बदल रही हैं।

मुद्रा के बारे में। विकी: मुद्रा परिवर्तक

चाहे वह यूरो, पाउंड, येन, या डॉलर हो, यह उपकरण उन लोगों के लिए एक विशाल समाधान के रूप में काम कर सकता है जो तत्काल हाथ में विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों तथ्यात्मक जानकारी रखना चाहते हैं।

मुद्रा उपकरण प्रदान करता है:

उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस - इसका उपयोग करना आसान है। आप कोई भी मुद्रा चुन सकते हैं और उसे बिना किसी झंझट के परिवर्तित कर सकते हैं।

त्वरित गणना - इस कैलकुलेटर के साथ, आप तुरंत परिणाम का आनंद ले सकते हैं।

रीयल-टाइम डेटा - किसी भी आश्चर्य से बचने के लिए टूल किसी भी रूपांतरण के लिए अप-टू-डेट दरों को कैप्चर करता है।

संख्यात्मक प्रारूप - मुद्रा परिवर्तक भी दशमलव विभाजक और हजारों विभाजक चुनने के विकल्प के साथ आता है।

प्रिंट करने योग्य संस्करण - क्या आप यात्रा कर रहे हैं और गंतव्य देश में मुद्रा रूपांतरण की योजना बनाना चाहते हैं? यह मुद्रा उपकरण किसी भी मुद्रा जोड़े के लिए एक मुद्रण योग्य संस्करण के साथ आता है।

अस्वीकरण:

Currency.wiki विनिमय दरें केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए हैं। अंतरराष्ट्रीय धन हस्तांतरण और लेनदेन करने से पहले कृपया अपने विदेशी मुद्रा दलाल या वित्तीय संस्थान के साथ मुद्रा दरों की पुष्टि करें।

यूरो मुद्रा

यूरो के बारे में रोचक तथ्य

यूरो में सिक्के हैं, जिसमें 100 सेंट एक यूरो बनाते हैं। एक पक्ष मानक है, जो सिक्के के मूल्य को दर्शाता है, जबकि दूसरे को प्रत्येक जारीकर्ता राष्ट्र द्वारा अपनी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है।

डॉलर मुद्रा

डॉलर के बारे में रोचक तथ्य

अमेरिकी डॉलर अब पैसे का प्रमुख रूप है, और वास्तव में, सभी देशों में स्वीकृत “वैश्विक मुद्रा“ के रूप में उपयोग किया जाता है। यह विश्व बाजार में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती के कारण है।

विदेशी मुद्रा दलालों

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विदेशी मुद्रा बाजार में बढ़ती रुचि जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशेषताओं द्वारा विशेष रुप से प्रदर्शित है और सेवाओं की पेशकश की विभिन्न विदेशी मुद्रा दलालों के उद्भव के लिए योगदान देता है.

क्या सेवाओं विदेशी मुद्रा दलालों की पेशकश करते हैं?

हालांकि विदेशी मुद्रा दलालों की पेशकश विभिन्न सेवाओं या अलग शर्तों के साथ एक ही सेवा, वहाँ कुछ कारक है कि आम तौर पर सबसे अधिक विदेशी मुद्रा दलाल द्वारा प्रदान की जाती हैं। उदाहरण के लिए, कई दलालों का लाभ उठाने की पेशकश करते हैं लेकिन अनुपात 1: 100 और कमोडिटीज के बीच अत्यधिक लेकर अलग हो सकता। दलालों आमतौर पर सबसे विश्वसनीय विदेशी मुद्रा के द्वारा की पेशकश कर रहे हैं जो सेवाओं नीचे उल्लेख कर रहे हैं.

  • ग्राहक समर्थन: व्यापारियों को 24 घंटे तकनीकी सहायता महत्वपूर्ण महत्व का है के साथ उपलब्ध कराने। यह उन्हें अपने व्यापार को ठीक से व्यवस्थित, मदद के लिए पूछें, विशेषज्ञों से सलाह लेने में मदद करता है.
  • दैनिक बाजार विश्लेषण: हर दिन दलाल सीधे उनके व्यापार को प्रभावित करने वाले तकनीकी और मौलिक विश्लेषण है कि मदद व्यापारियों को नवीनतम बाजार के उतार चढ़ाव और समाचार, के बारे में सूचित किया जाएगा प्रदान करना चाहिए। वे अन्य वेबसाइटों पर बाजार विश्लेषण के लिए खोज करने के लिए नहीं है कि व्यापारियों के लिए अन्य विशेषाधिकार है। दोनों दैनिक विश्लेषण और व्यापार मंच व्यापार बल्कि सरल और सहज बनाने के लिए एक ही स्थान में बस उपलब्ध हैं.
  • अद्वितीय व्यापार के तरीकों और नवाचारों: क्रम में व्यापारी उनके व्यापार रणनीतियों और प्रयुक्त ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट विविधता कर सकते हैं, दलालों के नए दृष्टिकोण और व्यापार के तरीकों की पेशकश करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। प्रत्येक व्यापारी नए अवसर, नए उपकरणों तथा नए तरीकों कि व्यापार के प्रति उनकी रुचि बढ़ाने के लिए और एक उच्च लाभ कमाने की संभावना बढ़ा सकते हैं के लिए करना चाहता है.

क्या नवाचारों विदेशी मुद्रा दलालों की पेशकश करते हैं?

विदेशी मुद्रा दलालों को बनाने और नए उपकरणों और व्यापार के तरीकों की पेशकश करते हैं। आम तौर पर अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, व्यापारियों की मांगों और सुझावों के अनुसार डिजाइन की पेशकश करने के लिए दलालों का प्रयास करें। विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों सबसे हाल ही में नवाचार न केवल व्यापारियों बल्कि निवेशकों, अर्थशास्त्रियों और पोर्टफोलियो प्रबंधकों के बीच महान ब्याज पैदा कर दिया है इस क्षेत्र में निजी समग्र साधन (GeWorko विधि के माध्यम से बनाना PCI) है। विधि प्रभावी जोड़ी (प्रसार) व्यापार और पोर्टफोलियो ट्रेडिंग और विश्लेषण के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह संभव सबसे कम जोखिम के साथ एक उच्च लाभ बनाने के लिए व्यापारियों के लिए सभी शर्तों प्रदान करता है एक पूरी तकनीक के रूप में महसूस किया है।

की पेशकश की अद्वितीय सेवाओं काफी मुश्किल है, और नहीं सभी कंपनियों कि प्रदान कर सकते हैं। हालांकि, नवाचार - मुख्य बात यह है कि व्यापारियों, जिनमें से कई नए के लिए देख रहे हैं और रोमांचक को आकर्षित कर सकते हैं सेवाओं।

IFC मार्केट्स के एक प्रमुख नवीन वित्तीय कंपनी, निवेशकों के निजी और कॉर्पोरेट व्यापार और विश्लेषणात्मक उपकरणों का व्यापक सेट की पेशकश है। कंपनी अपने ग्राहकों के विदेशी मुद्रा और CFD व्यापार अपनी ही जनित व्यापार मंच के माध्यम से NetTradeX, PC पर उपलब्ध है, जो प्रदान करता है iOS, Android और Windows मोबाइल। कंपनी भी पीसी, मैक ओएस, iOS, Android, विंडोज मोबाइल और स्मार्टफोन पर उपलब्ध MetaTrader 4 मंच प्रदान करता है। आप विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों दोनों प्लेटफार्मों के फायदे की तुलना कर सकते हैं.

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चौथे हफ्ते हुई बढ़त, 561.16 अरब डॉलर पर पहुंचा फोरेक्स रिजर्व

मुंबईः देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.162 अरब डॉलर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। विदेशीमुद्रा भंडार में लगातार चौथे सप्ताह तेजी आई है। पिछले सप्ताह देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। वहीं 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी। एक सप्ताह में दूसरी बार सबसे अधिक वृद्धि हुई थी।

गौरतलब है कि अक्टूबर, 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था। वैश्विक घटनाक्रमों के बीच केंद्रीय बैंक के रुपए की विनियम दर में तेज गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने की वजह से इसमें गिरावट आई। केंद्रीय बैंक ने कहा कि कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा माने जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 9.694 अरब डॉलर बढ़कर 496.984 अरब डॉलर हो गईं।

डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाले विदेशीमुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसे गैर अमेरिकी मुद्राओं में आई घट बढ़ के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है। इसके विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों अलावा स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 1.086 अरब डॉलर बढ़कर 41.025 अरब डॉलर हो गया। आंकड़ों के अनुसार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 16.4 करोड़ डॉलर घटकर 18.04 अरब डॉलर रह गया। समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार भी 7.5 करोड़ डॉलर घटकर 5.108 अरब डॉलर रह गया।

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विदेशी मुद्रा भंडार 2.47 अरब डॉलर घटकर 616.895 अरब डॉलर पर

मुंबई, 27 अगस्त (भाषा) देश का विदेशी मुद्रा भंडार 20 अगस्त, 2021 को समाप्त सप्ताह में 2.47 अरब डॉलर घटकर 616.895 विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को अपने ताजा आंकड़े में बताया कि इस गिरावट की वजह विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में आई कमी है। इससे पहले, 13 अगस्त, 2021 को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों 2.099 अरब डॉलर घटकर 619.365 अरब डॉलर रह गया था। छह अगस्त, 2021 को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 621.464 अरब डॉलर के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया था। रिजर्व

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आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान स्वर्ण भंडार 91.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.249 अरब डॉलर हो गया। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पास मौजूद विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 30 लाख डॉलर घटकर 1.541 अरब डॉलर रह गया। रिजर्व बैंक के अनुसार आलोच्य सप्ताह के दौरान आईएमएफ के पास मौजूद भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.5 करोड़ डॉलर घटकर 5.096 अरब डॉलर रह गया।

रुपया और भरभराया

रिजर्व बैंक [आरबीआइ] और सरकार की ताजा कोशिशों को ध्वस्त करते हुए डॉलर 65 रुपये की मंजिल की तरफ बढ़ चला है। विदेशी मुद्रा और शेयर बाजारों में बुधवार को कोहराम अपने चरम पर था। रुपया नया न्यूनतम स्तर बनाने के बाद 64 रुपये के पार रुका, जबकि सेंसेक्स सुबह की बढ़त को गंवाकर करीब एक साल के निम्नतम स्तर पर 18000 अंक से नीचे बंद हुआ।

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। रिजर्व बैंक [आरबीआइ] और सरकार की ताजा कोशिशों को ध्वस्त करते हुए डॉलर 65 रुपये की मंजिल की तरफ बढ़ चला है। विदेशी मुद्रा और शेयर बाजारों में बुधवार को कोहराम अपने चरम पर था। रुपया नया न्यूनतम स्तर बनाने के बाद 64 रुपये के पार विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों रुका, जबकि सेंसेक्स सुबह की बढ़त को गंवाकर करीब एक साल के निम्नतम स्तर पर 18000 अंक से नीचे बंद हुआ।

बाजार में सस्ती पूंजी का प्रवाह कम करने को लेकर फेड रिजर्व के फैसले के इंतजार में दुनिया भर के बाजारों की सांसें अधर में अटकी हैं। अगर पैकेज वापसी का संकेत मिलता है तो रुपये व शेयरों बाजार की और बुरी गत बन सकती है।

सरकार व रिजर्व बैंक की विकल्पहीनता लगभग साफ दिख रही थी। बाजार में चर्चा थी कि बुधवार को रिजर्व बैंक ने अपने खजाने से डॉलर बेचे, लेकिन फिर भी गिरावट नहीं रुकी। इस दिन यह 86 पैसे लुढ़क 64.12 रुपये पर बंद हुआ। निवेश बैंकर और ग्लोबल बैंक रुपये की गिरावट के अपने आकलन बदलने लगे हैं।

जर्मनी के डॉयचे बैंक के इस आकलन ने बाजार में खासी घबराहट फैलाई कि डॉलर एक माह में 70 रुपये तक जा सकता है। वैसे, दोनों प्रमुख रेटिंग एजेंसियां- मूडीज और स्टैंडर्ड एंड पुअर्स भारत की रेटिंग में कमी नहीं करेंगी। मूडीज के पैमाने पर भारत का रेटिंग आउटलुक स्टेबल है, जबकि एसएंडपी ने नकारात्मक दर्जा दे रखा है।

दलाल स्ट्रीट और अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में खौफ का सिलसिला अपने चरम पर है। रुपया और शेयर बाजार एक दूसरे के डर को ताकत दे रहे हैं। इससे अब एक दुष्चक्र बनता नजर आ रहा है। जानकार मानते हैं कि अगर डॉलर 64-65 रुपये से ऊपर जाता है या फेड रिजर्व सस्ती पूंजी वापसी का संकेत देता है तो रुपये और बाजार को संभालना मुश्किल होगा।

केंद्रीय बैंक की रुपये को लेकर रणनीति असफलताओं का अंबार हो गई है। जुलाई में बैंक ने बाजार में तरलता कम की थी ताकि रुपये में सट्टेबाजी रुक सके। मगर तब से रुपया सात फीसद गिर चुका है। रुपये में ताजा गिरावट के बाद बाजार में ब्याज विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों दरों पर दबाव इस कदर बढ़ा कि मंगलवार की देर शाम आरबीआइ को तरलता बढ़ानी पड़ी। शेयर बाजार और रुपये पर इसका असर लंबा नहीं चला। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि बाजार में नकदी बढ़ने से रुपये में सट्टेबाजी विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों लौट सकती है, क्योंकि बाजार में भरोसा नदारद है।

डायचे बैंक की रिपोर्ट तो नई सनसनी बनकर आई। बैंक ने कहा कि एक माह में डॉलर की कीमत 70 रुपये हो सकती है। रुपये की गिरावट की पृष्ठभूमि में कई कारकों को जिम्मेदार मानते हुए बैंक ने कहा कि साल के अंत तक रुपया कुछ संभल सकता है, लेकिन फिलहाल मुसीबत भारी है। कमजोर रुपया कंपनियों के लिए कर्ज लागत बढ़ा रहा है। इसका असर कॉरपोरेट क्षेत्र की साख पर पड़ेगा।

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