NHM Kurukshetra Recruitment 2022: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए कुरूक्षेत्र में निकली 73 सरकारी नौकरियां
NHM Kurukshetra Recruitment 2022: कुरूक्षेत्र (हरियाणा) में सरकारी नौकरी के इच्छुक या राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भर्ती के मौकों का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए काम की खबर। एनएचएम डिस्ट्रिक्ट हेल्थ एण्ड फैमिली वेलफेयर सोसाइटी, कुरूक्षेत्र ने जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए वर्ष 2022-23 हेतु 70 से अधिक पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। सोसाइटी द्वारा 1 दिसंबर 2022 को जारी विज्ञापन (सं.1/2022-23/NHM) के अनुसार विज्ञापित पदों के लिए निर्धारित प्रक्रिया से चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति संविदा के आधार पर की जानी है। संविदा की अवधि आरंभ में 31 मार्च 2023 तक होगी। हालांकि, इस अवधि को उम्मीदवार के नियुक्ति के बाद के प्रदर्शन के आधार पर आगे भी बढ़ा जा सकता है।
NHM Kurukshetra Recruitment 2022: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कुरूक्षेत्र भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया
ऐसे में हरियाणा एनएचएम के अंतर्गत कुरूक्षेत्र जिले के लिए विज्ञापित पदों के लिए आवेदन के इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट, nhmharyana.gov.in पर एक्टिव लिंक या नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक से भर्ती विज्ञापन डाउनलोड कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया ऑफलाइन हैं इसके लिए जरूरी अप्लीकेशन फॉर्म भर्ती विज्ञापन में ही दिया गया है। उम्मीदवार को इस फॉर्म को पूरी तरह से भरकर और मांगे गये डॉक्यूमेंट्स की स्व-प्रमाणित प्रतियों व फोटो के साथ इस पते पर जमा कराएं – सिविल सर्जन कार्यालय, कुरूक्षेत्र, हरियाणा। उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए कि उन्हें अपने आवेदन इस कार्यालय में 12 दिसंबर 2022 की दोपहर 3 बजे तक जमा कराने होंगे क्योंकि इसके बाद प्राप्त आवेदनों को अस्वीकार कर दिया जाएगा।
NHM Kurukshetra Recruitment 2022: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कुरूक्षेत्र भर्ती के लिए पदों के विवरण
फर्जीवाड़े से बचने के लिए SBI ने ग्राहकों को बताया किन बातों का रखें ध्यान
SBI ने अपने कस्टमर्स के लिए सोमवार को कई गाइडलाइंस जारी किए. इन गाइडलाइंस के जरिए बैंक ने अपने ग्राहकों को किसी भी तरह के फ्रॉड से बचने के लिए कई तरह की चीजों को ध्यान में रखने को कहा है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 25 अप्रैल 2022,
- (अपडेटेड 25 अप्रैल 2022, 2:03 PM IST)
- SBI ने अपने ग्राहकों को किया जागरूक
- बैंक ने बताई UPI Security से जुड़ी अहम बातें
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों के लिए सोमवार को कई गाइडलाइंस जारी किए. इन गाइडलाइंस के जरिए बैंक ने अपने ग्राहकों को किसी भी तरह के फ्रॉड से बचने के लिए कई तरह की चीजों को ध्यान में रखने को कहा है. इनमें लॉग-इन से लेकर इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और यूपीआई के इस्तेमाल से जुड़े कई तरह के दिशा-निर्देश शामिल हैं. आइए एक बार तमाम गाइडलाइंस पर डालते हैं एक नजरः
सुरक्षित लॉग-इन को लेकर इन बातों का रखें ध्यान
• यूनिक और जटिल पासवर्ड का उपयोग करें.
• पासवर्ड बार-बार बदलना याद रखें.
• कभी भी अपनी यूजर आईडी, पासवर्ड या पिन का खुलासा न करें, और न ही इसे स्टोर करें और न ही इसे लिखकर रखें.
• याद रखें, बैंक कभी भी आपका यूजर आईडी/पासवर्ड/कार्ड नंबर/पिन/पासवर्ड/सीवीवी/ओटीपी नहीं मांगता है.
• यूजर आईडी और पासवर्ड को स्टोर होने से बचाने के लिए अपने डिवाइस में ‘ऑटो सेव’ या ‘रिमेम्बर’ फंक्शन को डिसेबल करें.
इंटरनेट सिक्योरिटी के लिए इन चीजों का रखें ध्यान
• बैंक की वेबसाइट के एड्रेस बार में हमेशा “https” देखें.
• सार्वजनिक स्थानों पर ओपन वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करते हुए ऑनलाइन बैंकिंग लेनदेन करने से बचें.
• जब आप अपना काम पूरा कर लें तो हमेशा लॉगआउट करना याद रखें और ब्राउजर को बंद कर दें.
UPI Security से जुड़ी अहम बातें
• अपना मोबाइल पिन और यूपीआई पिन अलग और रैंडम रखने का प्रयास करें.
• किसी भी Unknown UPI Request का जवाब न दें.
• हमेशा उन संदिग्ध अनुरोधों की रिपोर्ट करें.
• हमेशा याद रखें कि पिन की जरूरत केवल रकम ट्रांसफर करने के लिए होती है, प्राप्त करने के लिए नहीं.
• अगर आपके किए बिना कोई लेनदेन हुआ है तो अपने खाते में यूपीआई सेवा को तुरंत डिसेबल कर दें.
डेबिट/क्रेडिट कार्ड सुरक्षा
• एटीएम मशीनों या पीओएस डिवाइसेज के माध्यम से एटीएम लेनदेन करते समय अपने आसपास के माहौल को लेकर सावधान रहें.
• पिन डालते समय Keypad को ढक दें.
• लेनदेन करने से पहले हमेशा ई-कॉमर्स वेबसाइटों की प्रामाणिकता सत्यापित करें.
• ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से अपने डेबिट कार्ड लेनदेन का प्रबंधन करें.
• घरेलू और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन दोनों के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, पीओएस और एटीएम पर कार्ड लेनदेन की सीमा निर्धारित करें.
मोबाइल बैंकिंग सुरक्षा
• आपके फोन/लैपटॉप/टैबलेट पर मजबूत पासवर्ड/बायोमेट्रिक Authentication होना चाहिए.
• अपना मोबाइल पिन किसी के साथ साझा न करें.
• जहां भी संभव हो Biometric Authentication का उपयोग करने का प्रयास करें.
• अजनबियों द्वारा सुझाया गया कोई भी Unknown App डाउनलोड न करें.
• ऐप्स केवल आधिकारिक स्टोर के माध्यम से ही डाउनलोड किए जाने चाहिए.
• अपने मोबाइल में इंस्टॉल किए गए महत्वपूर्ण ऐप्स की अनुमतियों की नियमित निगरानी करें.
• फोन को सार्वजनिक वायरलेस नेटवर्क से जोड़ने से बचें
सोशल मीडिया सुरक्षा
1. उस व्यक्ति की पहचान की पुष्टि करें जिसके साथ आप बातचीत कर रहे हैं
2. अपनी व्यक्तिगत/वित्तीय जानकारी किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा न करें
3. सार्वजनिक स्थानों और किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गोपनीय जानकारी पर चर्चा न करें
उंगली का टूटना और उंगली के जोड़ों का अलग होना (Broken finger and finger dislocation)
ये बता पाना थोड़ा कठिन होगा कि उंगली टूटी है या नहीं, हड्डी अपनी जगह से हट गई है या मोच आई है, बैंड के साथ पिन बार को जोड़ती है ये इस बात पर निर्भर होता हैं कि आपके चोट के लक्षण क्या हैं-अगर आपकी उंगली में सूजन है, दर्द हो रहा है और उंगली कठोर हो गई है तो इसका मतलब आपकी उंगली टूटी हुई हो सकती हैं।
अपनी उंगली की अच्छे से जांच करें कि आपको उंगली में कोई फर्क तो नहीं दिखता।अगर आपकी उंगली की दिशा सीधी न होकर कुछ हटकर दिख रही हैं, तो इसका मतलब है कि या तो हड्डी टूटी है या फिर हड्डी अपनी सही जगह पर नहीं है (उंगली जब अपनी सही जगह पर न हो,या हड्डी अपनी जगह से बाहर निकल आई हो और जोड़ पर कुछ अलग दिखाई पड़ रही हो।)
टूटी हुई या हड्डी सरकी हुई उंगली भी चोट लगी हुई जैसे लग सकती हैं(जहां रक्त की छोटी वाहिकाएं टूट गई होती हैं), और आपको छूने पर बहुत अधिक दर्द महसूस होता हैं।
यदि आपने उंगली को सिर्फ थोड़ा सा मोड़ा है,तो इसका मतलब है आपने हड्डियों के जोड़ को खींचा है( ऊतकों के बैंड को खींच दिया है जो हड्डियों को एक साथ जोड़े रखती हैं)। आपके उंगली में टेढ़ापन या चोट नहीं दिखना चाहिए और उसमें सूजन और दर्द भी कम हो जाना चाहिए। यदि आपको ऐसा लगता है कि इसमें मोच हो सकती हैं तो जहां तक हो सके उंगली का उपयोग न करें, लगभग एक दिन का इंतजार कर लें और देखें सूजन और दर्द कम होता है कि नहीं।
अगर आपको लगता है कि आपके उंगली को मोड़ने के कारण, हड्डी टूट गई है या ये अपनी सही जगह पर नहीं है.
अगर आप को लगता है आपकी बैंड के साथ पिन बार को जोड़ती है उंगली की हड्डी टूट गई है या अपनी सही जगह पर नहीं है, तो आपको तुरंत किसी नजदीक के अस्पताल में जाना चाहिए या फिर किसी आपातकालीन चिकित्सा केंद्र में जाना चाहिए।
अस्पताल या क्लीनिक जाने के रास्ते में आप अपने उंगली की मदद के लिए ये दो उपाय कर सकते हैं:
- किसी पेन या लौलिपौप की लड़की - या उससे मिलती-जुलती कोई चीज लें - और उसे उंगली के बगल में लगा के किसी पट्टी की सहायता से उसके चारों तरफ लपेट दें।
- थोड़ी सी बर्फ ले और उसे कपड़े में लपेट ले, और इसे उंगली के साथ पकड़ ले। ये आपकी उंगली में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करेगा।
फ्रैक्चर या टूटी हुई हड्डी को जोड़ना (Fixing the fracture)
उंगली की हड्डी टूटी है कि नहीं ये जानने के लिए (X-ray) एक्स-रे करने की आवश्यकता होगी, जिससे ये पता चल सके कि, क्या वाकई में हड्डी टूटी है कि नहीं।
अगर हड्डी टूटी है, तो उसे वापस अपनी जगह पर जोड़ना बहुत जरूरी है - जोड़ने की इस प्रक्रिया को पुनः स्थापित करना कहते हैं,मतलब टूटी हुई चीज को दोबारा जोड़ना।
डॉक्टर आपकी उंगली का इलाज करने से पहले, इलाज के दौरान आपको तकलीफ़ न हो इसलिए आपके इस हिस्से को सुन्न करने के सुई या इंजेक्शन लगाते हैं डॉक्टर की पूरी कोशिश यही होती हैं कि बिना काटने की जरूरत पड़े, आपके त्वचा के ऊपर से ही आपकी हड्डी को जोड़ दिया जाए।
उसके बाद उंगली को पट्टी या प्लास्टर की सहायता से अच्छे से लपेट दिया जाता हैं, बस अब कुछ दिनों तक इसी तरह उंगली को पट्टी की सहायता से बांधे रखना है।( ये पट्टी एक दोस्त की तरह हर समय आपके साथ रहती है इसलिए इसे 'buddy taping - भी कहा जाता हैं) ये हड्डी की स्थिति को पहले जैसा करने में मदद करता हैं।
कभी-कभार, फ्रैक्चर ज्यादा गंभीर होने पर, हड्डी को जोड़ने के लिए सर्जरी या ऑपरेशन करने की जरूरत भी पड़ सकती हैं ऐसी स्थिति में हड्डी को अपनी सही जगह पर लाने के लिए छोटे तारों या प्लेट्स और पेंच की सहायता ली जाती हैं।
बाद की देखभाल (After care)
ज्यादातर लोग इलाज और पट्टी करवाने के बाद अस्पताल से चले जाते हैं जबकि ये ज़रूरी हैं कि हड्डी के जोड़ को ठीक ढंग से बैठने के लिए, उंगली को ज्यादा हिलाना नहीं चाहिए। कोशिश करे,कि समय-समय पर इसकी सफाई करते रहें, ताकि ये संक्रमण से बचें रहे।
कोशिश करे कि, जब तक आपके डॉक्टर से दोबारा मिलने का समय नहीं आता-तब तक हाथ का इस्तेमाल न करें, जिसके लिए लगभग एक सप्ताह का समय लगेगा।जब आप डॉक्टर से मिलने जाएंगे, तो डॉक्टर इस की पूरी जांच करेंगे, हड्डी का जोड़ सही जगह पर बैठ रहा है कि नहीं और इलाज सही दिशा में आगे बढ़ रहा है कि नहीं।
आपकी उंगली को ठीक होने में लगभग चार से छह सप्ताह का समय लग सकता हैं।
ये बहुत जरूरी है कि जैसे ही उंगली ठीक हो जाए उसे अच्छी तरह से हिलाते रहें-अगर आप लम्बे समय तक उंगली को बिना हिलाए ऐसे ही रखेंगे, तो जोड़ बैंड के साथ पिन बार को जोड़ती है इतना सख्त हो जाएगा कि बाद में उंगली हिलाने में तकलीफ़ हो सकती हैं उंगली को पहले की इस्तेमाल करने के लिए आपको (फीजियोथेरेपीस्ट) मांसपेशियों के विशेषज्ञ से मिलना चाहिए,वे आपको कुछ सरल से व्यायाम बताएंगे, जिनको करने से आपकी उंगली पहले की स्थिति में आ जाएगी।
IND vs BAN Weather And Pitch Report: बारिश बिगाड़ सकती है तीसरे वनडे का मजा, पढ़ें चट्टोग्राम की पिच और मौसम रिपोर्ट
India vs Bangladesh 3rd ODI Pitch Report, Chattogram Weather Forecast in Hindi: जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम की पिच पर एकदिवसीय मुकाबलों में पहली पारी का औसत स्कोर 230 रन है।
IND vs BAN, Chattogram Weather Forecast: भारत बनाम बांग्लादेश तीसरा एकदिवसीय मैच मौसम और पिच रिपोर्ट। (सोर्स- ट्विटर/@BCBtigers)
Chattogram Weather Forecast for India vs Bangladesh 3rd ODI: भारत (India) शनिवार को तीसरे एकदिवसीय (One Day) अंतरराष्ट्रीय (International) मैच में बांग्लादेश (Bangladesh) के खिलाफ उतरेगा। टीम इंडिया (Team India) दूसरा मैच गंवाकर वनडे सीरीज पहले ही हार चुकी है। दूसरे वनडे में रोहित शर्मा के अंगूठे में चोट लग गई थी। वह वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं।
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की गैरमौजूदगी में केएल राहुल (KL Rahul) टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे। दीपक चाहर (Deepak Chahar) और कुलदीप सेन (Kuldeep Sen) भी चोट के कारण बाहर हो गए हैं। ऐसे में टीम प्रबंधन (Team Management) को एक मजबूत प्लेइंग इलेवन (Playing 11) चुनने में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इशान किशन (Ishan Kishan) को रोहित शर्मा की जगह लेने की उम्मीद है। रजत पाटीदार (Rajat Patidar) दीपक चाहर की जगह ले सकते हैं।
विराट कोहली (Virat Kohli) शुरुआती दो मैचों में बल्ले से जूझते रहे हैं। टेस्ट सीरीज (Test Series) शुरू होने से पहले वह कुछ रन अपने खाते में जोड़ने के लिए बेताब होंगे। इस बीच, बांग्लादेश के कप्तान लिटन दास (Liton Das) के पास भारतीय टीम के खिलाफ ऐतिहासिक क्लीन स्वीप करने का एक सही मौका है। जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में इतिहास रचने की कोशिश में मेजबान टीम हरसंभव प्रयास कोशिश करेगी।
Madhya Pradesh: 55 फीट गहरे बोरवेल में 65 घंटे से फंसा 8 साल का बच्चा, मां बोली- नेता या अधिकारी की औलाद होती तब भी इतना समय लगता
Cauliflower Side Effect: इन 5 बीमारियों में गोभी का सेवन बॉडी पर ज़हर की तरह असर करता है, जानिए इसके साइड इफेक्ट
Gujarat, Himachal Pradesh Vidhan Sabha Chunav Result 2022 Live Updates: हिमाचल के सीएम पर शिमला में नहीं हो सका फैसला, गुजरात में भूपेंद्र पटेल के नाम पर कल लगेगी मुहर
2023 में इन 3 राशि वालों को करियर और व्यापार में मिल सकती है अपार सफलता, देवताओं के गुरु बृहस्पति करेंगे मेष राशि में प्रवेश
बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए मददगार होगी जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम की पिच (Zahoor Ahmed Chaudhary pitch will be helpful for both batsmen and bowlers)
जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम की पिच बल्लेबाजी और गेंदबाजों दोनों के लिए अनुकूल है। इस पिच से बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों ही फायदा उठा सकते हैं। बीच के ओवरों में स्पिनर अहम भूमिका निभा सकते हैं। इस विकेट पर पहली पारी का औसत स्कोर 230 रन है।
चट्टोग्राम में 10 दिसंबर 2022 को 5% बारिश होने की संभावना (In Chattogram 5% Chances of Rain on December 10, 2022)
चट्टोग्राम में शनिवार को मौसम साफ रहने और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है। हवाएं 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम की ओर से चलेंगी। आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की सिर्फ 5% संभावना होगी। भारत ने इस मैदान पर इससे पहले 15 मई 2007 को एकदिवसीय मैच खेला था। हालांकि, खराब मौसम के कारण वह मुकाबला रद्द कर दिया गया था।
नर्मदा नदी पर बरगी बांध
जबलपुर का बरगी डेम नर्मदा नदी पर बने 30 डेमों में एक महत्वपूर्ण डेम है। इस डेम का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह जबलपुर और आसपास के क्षेत्रों में जल आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत है। बरगी डाइवर्शन प्रोजेक्ट और रानी अवंतीबाई लोधी सागर प्रोजेक्ट इस डेम पर विकसित की गई दो महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजना है। समय के साथ-साथ बरगी डेम जबलपुर के एक महत्वपूर्ण पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित हुआ है। मध्यप्रदेश सरकार ने भी इस दिशा में काफी पहल की है। सरकार ने यहां एक रिसॉर्ट भी खोला है, जिसके आगे का हिस्सा डेम की ओर है। इस रिसॉर्ट से डेम और जलाशय का असाधारण नजारा देखने को मिलता है। यहां बोट राइड, फिशिंग, वाटर स्कूटर आदि की सुविधा भी है, जिससे बरगी डेम की यात्रा और भी मनोरंजक बन जाती है। इतना ही नहीं, डेम के आसपास के क्षेत्रों में मैना, तोता, सारस, कबूतर और स्थानीय काली गौरेया सहित अनेक पक्षियों को भी देखा जा सकता है।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
जबलपुर के निकटतम हवाई अड्डे, दुमना हवाई अड्डे शहर से केवल 20 किमी की दूरी पर है। जबलपुर मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे, नागपुर, भोपाल और इंदौर से भी हवाई यात्रा से जुड़ा हुआ है।
ट्रेन द्वारा
जबलपुर रेलवे के लिए मध्य भारत में एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। मध्य रेलवे का विभागीय क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय इस शहर में है। महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठान की उपस्थिति के अलावा, जबलपुर रेलवे स्टेशन की रेलवे कनेक्टिविटी दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, वाराणसी, आगरा, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, नागपुर, जम्मू जैसे भारत के बाकी शहरों और पर्यटन स्थलों के साथ बहुत अच्छी है। रायपुर, इलाहाबाद, पटना, हावढ़, गुवाहाटी, जयपुर इत्यादि। जबलपुर से गुजरने वाली सभी महत्वपूर्ण ट्रेनें यहां रुकती हैं। यह मुंबई-हावड़ा रेल ट्रैक पर स्थित है।
सड़क के द्वारा
जबलपुर सड़क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग -7 जबलपुर से गुजरता है जो वाराणसी को कन्याकुमारी से जोड़ता है। जबलपुर से जुड़े निकटवर्ती महत्वपूर्ण शहर नागपुर, भोपाल, रायपुर, खजुराहो आदि हैं। रोड द्वारा, आप सड़क पर भारत में किसी भी स्थान पर जा सकते हैं। इसके पास वाराणसी, इलाहाबाद, रायपुर, भोपाल, छतरपुर (खजुराहो के लिए), कान्हा नेशनल पार्क, चंदवाड़ा, सागर इत्यादि जैसे शहरों के साथ सीधी बस कनेक्टिविटी है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 74