Edited By: Khushbu Rawal @khushburawal2
Updated on: December 23, 2022 6:11 IST

यूपी में कोरोना, कानून और क्रिसमस पर CM योगी ने कसे अधिकारियों के पेंच, दिए ये निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वरिष्ठ सरकारी और पुलिस अधिकारियों के साथ राज्य की कानून व्यवस्था की समीक्षा की और जनता की समस्याओं और शिकायतों के योग्यता के आधार निवेशकों के लिए समीक्षा और परीक्षण पर त्वरित समाधान पर जोर दिया.

आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सभी धर्मगुरुओं से संवाद कायम रखते हुए क्रिसमस के शांतिपूर्ण आयोजन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. सरकार ने एक बयान में कहा कि उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि कोई धर्मांतरण नहीं हो.

उन्होंने पुलिस को छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और अवैध शराब का निर्माण और बिक्री नहीं होने देने के भी निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि नशे के आदी पुलिस कर्मियों को फील्ड जिम्मेदारी नहीं दी जानी चाहिए, उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मचारियों की पहचान की जानी चाहिए और उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जानी चाहिए.

बयान में उनके हवाले से कहा गया, "अच्छे कानून और व्यवस्था और पर्याप्त भूमि बैंक औद्योगीकरण के लिए प्राथमिक अनिवार्यताएं हैं. दुनिया भर के निवेशक राज्य की मजबूत कानून और व्यवस्था से प्रभावित हैं."

मुख्यमंत्री ने हाल ही में निवेशकों के लिए समीक्षा और परीक्षण बाराबंकी में एक दिवसीय निवेशक एवं निर्यातक सम्मेलन के बाद सभी जिलों में निवेशक सम्मेलन आयोजित करने का भी सुझाव दिया.

उन्होंने जिला उद्योग बंधु की बैठकों की नियमितता पर जोर देते हुए कहा कि बैठक में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहें और उद्यमियों की हर समस्या का समाधान हो.

उन्होंने कुछ देशों में मामलों में अचानक तेजी के बीच नए सिरे से डर के बाद कोविड की रोकथाम के लिए राज्य की तैयारियों की भी समीक्षा की.

उन्होंने कहा, "हालांकि अब राज्य में स्थिति पूरी तरह सामान्य है, फिर भी हमें सतर्क रहना होगा..यह घबराने का नहीं बल्कि सतर्क और सावधान रहने का समय है."

आदित्यनाथ ने लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर फेसमास्क पहनने के बारे में जागरूक करने का भी सुझाव दिया.

हम सभी ने कोविड प्रबंधन में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) की उपयोगिता का अनुभव किया है. आईसीसीसी को एक बार फिर से सक्रिय किया जाना चाहिए.'

उन्होंने कहा कि चिकित्सा उपकरणों की कार्यप्रणाली, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की उचित उपलब्धता सभी अस्पतालों में सुनिश्चित की जानी चाहिए, उन्होंने कहा और कहा कि ऑक्सीजन सांद्रता और संयंत्र कार्यात्मक होने चाहिए.

"डॉक्टरों या पैरामेडिकल स्टाफ की कमी होने पर तुरंत सूचित करें. जीवन रक्षक दवाओं की सप्लाई चेन सुचारू रहे. जिलाधिकारी स्वयं पूरी व्यवस्था का निरीक्षण करें. सरकार की देखरेख में जल्द ही मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा." भारत कोविड को फैलने से रोकने के लिए, ”आदित्यनाथ ने कहा.

मुख्यमंत्री ने प्रयागराज के त्रिवेणी तट पर माघमेला की तैयारी समय से पूरी करने के भी निर्देश दिए.

Coronavirus in India: यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने उच्चस्तरीय टीम-09 के साथ की समीक्षा, कोविड को लेकर जारी किए ये निर्देश

तमाम देशों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कोविड प्रबंधन के लिए गठित उच्चस्तरीय टीम-09 के साथ प्रदेश की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

दुनियाभर में कोविड ने एक बार फिर से हाहाकार मचाना शुरू कर दिया है. कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में वापस से तेजी आने लगी है. चीन के साथ जापान, अर्जेंटीना, जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों में भी केस बढ़ने लगे हैं. ओमिक्रोन का सब वेरिएंट बीएफ.7 चीन में तेजी से पैर पसार रहा है. भारत में भी इस नए वेरिएंट ने दस्‍तक दे दी है. जिसके बाद से भारत सरकार और तमाम राज्‍यों की सरकारें भी अलर्ट मोड पर निवेशकों के लिए समीक्षा और परीक्षण आ गई हैं.

तमाम देशों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच आज गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कोविड प्रबंधन के लिए गठित उच्चस्तरीय टीम-09 के साथ प्रदेश की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

गड्ढे में तब्दील हुई सड़क, हो रहा जोखिम भरा सफर

श्रावस्ती। संवाददाता एक दशक पूर्व बनाई गई कई गांवों को जोड़ने वाली

गड्ढे में तब्दील हुई सड़क, हो रहा जोखिम भरा सफर

एक दशक पूर्व बनाई गई कई गांवों को जोड़ने वाली सड़क बदहाल हो गई है। सड़क जगह जगह गड्ढों में तब्दील है और लोगों को समस्या हो रही है। बावजूद इसके जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

विकास क्षेत्र हरिहरपुर रानी के रामपुर ककरा से जानकीनगर को जाने वाली सड़क पूरी तरह से गड्ढों में बदल गई है। जगह जगह सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे बने हुए हैं। इससे सड़क पर लोगों का जोखिम भरा सफर होता है। यह सड़क करीब एक दशक पूर्व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बनाई गई थी। सड़क को हरिहरपुररानी गांव से होते हुए भिनगा बहराइच मुख्य मार्ग से जोड़ा गया था। इससे कई दर्जन गांव के लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने में आसानी होती थी। लेकिन अब यह सड़क पूरी तरह से बदहाल हो गई है। सड़क जगह जगह उजड़ चुकी है और गड्ढे बन गए हैं। वहीं कई स्थानों पर सड़क का कुछ हिस्सा भी टूट चुका है और सड़क की कच्ची पटरियां ने भी जगह जगह गड्ढे का रूप ले लिया है। ऐसे में इस सिंगल लेन की सड़क पर एक साथ दो वाहनों के आने पर निकलना मुश्किल हो निवेशकों के लिए समीक्षा और परीक्षण जाता है। वहीं गड्ढा होने से आए दिन बाइक सवार हादसे का शिकार होते रहते हैं। सड़क की बदहाली क्षेत्र के लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। लेकिन जिम्मेदारों की ओर से इस बदहाल सड़क की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट नहीं किया गया तो खड़ा हो सकता है नया आर्थिक संकट, आरबीआई गवर्नर की चेतावनी

RBI Governor Shaktikanta Das: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने नए आर्थिक संकट को लेकर आशंका जताई है।

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट नहीं किया गया तो खड़ा हो सकता है नया आर्थिक संकट, आरबीआई गवर्नर की चेतावनी

RBI Governor Shaktikanta Das: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास। (PTI/File photo)।

RBI Governor Shaktikanta Das: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) निवेशकों के लिए समीक्षा और परीक्षण ने बुधवार (21 दिसंबर, 2022) को मुंबई में एक कार्यक्रम में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर अपनी राय व्यक्त की। दास कहा निवेशकों के लिए समीक्षा और परीक्षण निवेशकों के लिए समीक्षा और परीक्षण कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी की वजह से अगला वित्तीय संकट आ सकता है। आरबीआई गवर्नर ने प्राइवेट क्रिप्टो को इसका दोषी ठहराया। ऐसा इसलिए क्योंकि उनसे मैक्रो इकोनॉमिक और वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा होता है।

शक्तिकांत दास ने चेतावनी दी कि क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने में विफल रहने से अगले वित्तीय संकट को बढ़ावा मिल सकता है और उन्होंने डिजिटल बैंकिंग जरूरतों के लिए एक नया ई-रुपया अपनाने का आग्रह किया। दास ने कहा कि आरबीआई के लिए एक मुख्य चिंता यह है कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है।

बिजनेस स्टैंडर्ड BFSI इनसाइट समिट में दास ने दिवालिया क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स का उदाहरण भी दिया। एफटीएक्स के पूर्व सीईओ सैम बैंकमैन- फ्राइड को पिछले हफ्ते बहामास में उनके पेंटहाउस से अरेस्ट किया गया था। बैंकमैन- फ्राइड पर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा इक्विटी निवेशकों को धोखा देने का आरोप लगाया गया है।

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Gadkari At Chinese Restaurant: चाइनीज रेस्टोरेंट में खाने गए थे नितिन गडकरी, शेफ की सैलरी सुन रह गए थे दंग

भारत के केंद्रीय बैंक ने निजी क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से इनकार कर दिया है और बार-बार उनमें ट्रेडिंग के खिलाफ चेतावनी जारी की है। दास ने कहा कि वैश्विक स्तर पर अधिक केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्राओं को अपनाएंगे, क्योंकि वे निजी क्रिप्टोकरेंसी को छोड़ देते हैं। भारत के केंद्रीय बैंक ने इस महीने की शुरुआत में खुदरा उपयोग के लिए अपनी डिजिटल मुद्रा का परीक्षण किया।

बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई इनसाइट समिट में बोलते हुए दास ने कहा कि अर्थव्यवस्था में ऊंची कीमतों को कम करना सभी के हित में है और सरकार और केंद्रीय बैंक “मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए गंभीर हैं।” उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीति राजनीति या आगामी राष्ट्रीय चुनावों से प्रेरित नहीं है, जो 2024 के लिए निर्धारित हैं। इसके बजाय, आरबीआई “केवल मुद्रास्फीति और विकास को देख रहा है।”

इस महीने की शुरुआत में मौद्रिक नीति की समीक्षा में, केंद्रीय बैंक ने प्रमुख दर में 35 आधार अंकों की वृद्धि की, जो कि महीनों में सबसे कम उछाल है। मई के बाद से, आरबीआई ने 2% -6% के लक्ष्य बैंड के भीतर अत्यधिक उच्च मुद्रास्फीति को लाने के लिए अपनी नीति दर में 225 अंक की वृद्धि की है।

कोरोना की नई लहर की आशंका पर बड़ा एक्शन, PM मोदी का टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने पर जोर

चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से लड़ने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाईलेवल मीटिंग की।

Khushbu Rawal

Edited By: Khushbu Rawal @khushburawal2
Updated on: December 23, 2022 6:11 IST

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Image Source : PTI प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली: कोरोनावायरस के कारण मास्क और सोशल डिस्टेंशिंग का दौर आज फिर लौट आया है। हमारे देश में कोरोना से घबराने जैसे हालात नहीं हैं लेकिन सावधानी जरूरी है इसीलिए आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से लड़ने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाईलेवल मीटिंग की। मीटिंग में प्रधानमंत्री ने हॉस्पिटल बेड्स, ऑक्सीजन सप्लाई और वेंटिलेटर्स के बारे में जानकारी ली। देश भर में वैक्सीनेशन की रफ्तार क्या है, कितने लोगों ने बूस्टर डोज ले ली है इन सब सवालों पर प्रधानमंत्री को डिटेल में प्रेजेन्टेशन दी गई। पीएम की इस वर्चुअल मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया, हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, नीति आयोग के CEO परमेश्वरन अय्यर और नीति आयोग के मेंबर हेल्थ, डॉक्टर वी के पॉल शामिल हुए।

वायरस से बचने के लिए सरकार ने क्या निर्देश दिए?

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने अधिकारियों से किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतने को लेकर आगाह किया और कोरोना मामलों की कड़ी निगरानी की सलाह दी। पीएमओ के मुताबिक मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चल रहे निगरानी उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि सभी स्तरों पर उपकरणों, प्रक्रियाओं और मानव संसाधनों के मामले में तैयारी उच्च स्तर की होनी चाहिए। उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे से संबंधित कोविड विशिष्ट सुविधाओं का लेखाजोखा करने की सलाह दी।

पिछले 6 हफ्तों से वैश्विक स्तर पर 5.9 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज
पीएमओ ने कहा कि बैठक के दौरान देश में कोविड की स्थिति और वैश्विक कोविड-19 की स्थिति के बारे में एक प्रेजेंटेशन दी गई। प्रधानमंत्री को बताया गया कि 22 दिसंबर, 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत में मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है और औसत दैनिक मामले घटकर 153 और साप्ताहिक संक्रमण की दर घटकर 0.14 प्रतिशत हो गई है। हालांकि, पिछले 6 हफ्तों से वैश्विक स्तर पर 5.9 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं।

'मास्क पहनें, सोशल डिस्टेटिंग का करें पालन'
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग को तेज करने का निर्देश दिया। इससे देश में संक्रमण के नए प्रकारों का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को शुरू करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने सभी से हर समय कोविड के उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया, विशेष रूप से आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए, जिसमें भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने यह भी आग्रह किया कि विशेष रूप से कमजोर और बुजुर्ग समूहों के लिए बूस्टर डोज को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

दुनिया में बढ़ रहे कोरोना मामले, नए साल पर सतर्क रहने की जरूरत
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक रिव्यू मीटिंग की थी। मनसुख मांडविया ने इस मीटिंग से ठीक पहले संसद के दोनों सदनों में बयान भी दिया और कहा कि देश में स्थिति नियंत्रण में है और वैश्विक स्थिति पर सरकार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन निवेशकों के लिए समीक्षा और परीक्षण वर्ष में कोविड-19 ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा किया है जिससे हर देश प्रभावित हुआ है। पिछले कुछ समय में कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है।’’ मांडविया ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, कोविड समय-समय पर अपना वेरिएंट बदल रहा है, ऐसे में टीका लेने के साथ सभी को सतर्क रहना चाहिए एवं सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए।

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