बैंक अकाउंट हो गया है फ्रीज, जानें कैसे करें अनफ्रीज?

भारत में म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?

म्यूचुअल फंड उद्योग एक प्रकार का निवेश वाहन है जो कई निवेशकों से स्टॉक, बॉन्ड, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट आदि जैसी प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए धन एकत्र करता है। पेशेवर मनी मैनेजर म्यूचुअल फंड का प्रबंधन करते हैं, संपत्ति आवंटित करते हैं और निवेशकों के लिए पूंजीगत लाभ का उत्पादन करने का प्रयास करते हैं। म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो संरचित और उनके प्रॉस्पेक्टस में उल्लिखित निवेश उद्देश्यों से मेल खाने के लिए प्रबंधित होते हैं। व्यक्ति और छोटे व्यवसाय म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं, जो उन्हें स्टॉक, बॉन्ड आदि के पेशेवर रूप प्रतिभूति खाते से पैसे कैसे निकालें? से प्रबंधित पोर्टफोलियो तक पहुंच प्रदान करते हैं। शेयरधारक फंड के लाभ या हानि को आनुपातिक रूप से साझा करते हैं। आम तौर पर, म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन फंड के कुल मार्केट कैप में बदलाव पर आधारित होता है, जो फंड के अंतर्निहित निवेश के प्रदर्शन को जोड़कर प्राप्त किया जाता है।

--> --> --> --> --> (function (w, d) < for (var i = 0, j = d.getElementsByTagName("ins"), k = j[i]; i

Polls

  • Property Tax in Delhi
  • Value of Property
  • BBMP Property Tax
  • Property Tax in Mumbai
  • PCMC Property Tax
  • Staircase Vastu
  • Vastu for Main Door
  • Vastu Shastra for Temple in Home
  • Vastu for North Facing House
  • Kitchen Vastu
  • Bhu Naksha UP
  • Bhu Naksha Rajasthan
  • Bhu Naksha Jharkhand
  • Bhu Naksha Maharashtra
  • Bhu Naksha CG
  • Griha Pravesh Muhurat
  • IGRS UP
  • IGRS AP
  • Delhi Circle Rates
  • IGRS Telangana
  • Square Meter to Square Feet
  • Hectare to Acre
  • Square Feet to Cent
  • Bigha to Acre
  • Square Meter to Cent
  • Stamp Duty in Maharashtra
  • Stamp Duty in Gujarat
  • Stamp Duty in Rajasthan
  • Stamp Duty in Delhi
  • Stamp Duty in UP

These articles, the information therein and their other contents are for information purposes only. All views and/or recommendations are those of the concerned author personally and made purely for information purposes. Nothing contained in the articles should be construed as business, legal, tax, accounting, investment or other advice or as an advertisement or promotion of any project or developer or locality. Housing.com does not offer any such advice. No warranties, guarantees, promises and/or representations of any kind, express or implied, are given as to (a) the nature, standard, quality, reliability, accuracy or otherwise of प्रतिभूति खाते से पैसे कैसे निकालें? the information and views provided in (and other contents of) the articles or (b) the suitability, applicability or otherwise of such information, views, or other contents for any person’s circumstances.

Housing.com shall not be liable in any manner (whether in law, contract, tort, by negligence, products liability or otherwise) for any losses, injury or damage (whether direct or indirect, special, incidental or consequential) suffered by such person as a result of anyone applying the information (or any other contents) in these articles or making any investment decision on the basis of such information (or any such contents), or otherwise. The users should exercise due caution and/or seek independent advice before they make any decision or take any action on the basis of such information or other contents.

कैसे एक डीमैट खाते से बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करें?

हिंदी

कुछ दशक पहले , स्टॉक बाजारों में निवेश जुएं के बराबर था। लोगों ने बाजार को एक पैसों के लिए गड्ढा माना , हालांकि , वित्तीय जागरूकता में वृद्धि के साथ , पूंजी बाजारों में निवेश ने भारत में व्यापक स्वीकृति प्राप्त की है। कोई भी म्यूचुअल फंड जैसे उपकरणों के माध्यम से या तो अप्रत्यक्ष रूप से पूंजी बाजारों तक पहुंच सकता है या सीधे निवेश कर सकता है। सीधे निवेश करने के लिए , आपके पास अनिवार्य रूप से एक डीमैट खाता होना चाहिए।

डीमैट खाता क्या है?

एक डीमैट खाते के बिना , पूंजी बाजारों में सीधे भाग लेना संभव नहीं है। प्रतिभूतियों को रखने , निगरानी करने और प्रबंधित करने के लिए यह एक शर्त है। एक डीमैट खाता बस शेयर या प्रतिभूतियों को उनके इलेक्ट्रॉनिक या अभौतिक रूप में भंडारित करने या रखने के लिए एक जगह है। मान लीजिए कि आप व्यापारी हैं जो डिटर्जेंट साबुन का प्रतिभूति खाते से पैसे कैसे निकालें? व्यापार करता है , आप निर्माता से साबुन खरीदेंगे और इसके एक गोदाम में स्टोर करेंगे। गोदाम से , आप आगे बिक्री के लिए खुदरा स्टोर में डिटर्जेंट साबुन की प्रतिभूति खाते से पैसे कैसे निकालें? आपूर्ति करेंगे। पूंजी बाजारों के मामले में , डीमैट खाता गोदाम है जहां प्रतिभूतियों को संग्रहीत किया जाता है। हालांकि ट्रेडिंग खाते और डीमैट खाते अलग हैं , ज्यादातर लोग दोनों खातों के बीच की सीमारेखा को मिटाते हुए एक ही दलाल के साथ दोनों खातों को बनाए रखते हैं। ट्रेडिंग खाता बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच का अंतरफलक है। डीमैट खाते में जमा की जाने वाली प्रतिभूतियों को ट्रेडिंग खाते के माध्यम से खरीदा और बेचा जाता है।

डीमैट खाता कैसे काम करता है

डीमैट खाता प्रतिभूतियों के लिए एक भंडारण स्थान है और इसमें कोई नकद नहीं होता है। डीमैट खाते से बैंक खाते में पैसे स्थानांतरित करने का सवाल तब उठता है जब आप शेयर या डेरिवेटिव जैसे प्रतिभूतियों को बेचते हैं और बिक्री के बदले पैसे प्राप्त करते हैं। आम तौर पर , ब्रोकरेज बंडल में डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट प्रदान करते हैं। बिक्री से प्राप्त आय स्वचालित रूप से लिंक किए गए ट्रेडिंग खाते में स्थानांतरित कर दी जाती है। बिक्री के बाद आपके ट्रेडिंग खाते में फंड को दिखाने में दो दिन लग सकते हैं क्योंकि एक्सचेंज कारोबारों को व्यवस्थित करने में T+2 दिन लेते हैं। जब आपके ट्रेडिंग खाते में पैसा आ जाता है , इस आसानी से पंजीकृत बैंक खाते में स्थानांतरित किया जा सकता है।

डीमैट खाते से बैंक खाते में धन कैसे स्थानांतरित करें?

प्रत्येक डीमैट खाता किसी ट्रेडिंग खाते से जुड़ा हुआ है , जो किसी बैंक खाते से जुड़ा हुआ है। शेयर खरीदने या बेचने के लिए आपको बैंक खाते से पहले डीमैट खाते में धन स्थानांतरित करना होगा। विभिन्न प्रकार के भुगतान समाधानों के उद्भव के साथ , ब्रोकरेज सभी प्रमुख भुगतान समाधानों का उपयोग करके फंड ट्रांसफर की अनुमति देते हैं। हर प्रमुख ब्रोकरेज मोबाइल , वेबसाइट या टैबलेट जैसे कई प्लेटफार्मों के माध्यम से संचालन की अनुमति देता है। प्लेटफार्मों में , फंड ट्रांसफर गतिविधियों को आम तौर पर ‘ लेखा ‘ या ‘ फंड ‘ अनुभागों के अंतर्गत रखा जाता है। सटीक कदम थोड़ा दलाल पर निर्भर कर ते हुए थोड़ा सा अलग हो सकते हैं , लेकिन काफी हद तक समान ही होते हैं।

– अपने खाते में लॉगिन करें और ‘ फंड ‘ अनुभाग पर क्लिक करें। कुछ एप्स में ‘ फंड ‘ अनुभाग के बजाय ‘ खाता ‘ अनुभाग हो सकता है।

– जब आप ‘ फंड ‘ विंडो पर होते हैं , तो दो विकल्प होते हैं – धन जोड़ें और निकासी।

– यदि आप डीमैट खाते से बैंक खाते में धन स्थानांतरित करना चाहते हैं , तो ‘ निकासी ‘ विकल्प पर क्लिक करें। वैकल्पिक रूप से , यदि आप नई प्रतिभूतियों को खरीदने के लिए अपने ट्रेडिंग खाते में पैसा जोड़ना चाहते हैं , तो ‘ फंड जोड़ें ‘ विकल्प का चयन करें।

– जब आप ‘ निकासी ‘ विकल्प चुनते हैं , तो ब्रोकरेज आपके ट्रेडिंग खाते में कुल राशि के जैसी जानकारी प्रदर्शित करेगा जिसे हस्तांतरित किया जा सकता है , और उस राशि के लिए पूछेगा जिसे आप हस्तांतरित करना चाहते हैं। आप केवल कुछ प्रतिभूतियों को बेचने के बाद आपके द्वारा प्राप्त धन को ही स्थानांतरित कर सकते हैं। बहुत से लोग होम पेज पर प्रदर्शित कुल धन को हस्तांतरणीय राशि समझकर भ्रमित हो जाते हैं।

– अधिकांश ब्रोकरेज कारोबार के लिए कुछ प्रभावन क्षमता प्रदान करते हैं और मुख्य पृष्ठ पर कुल सीमा प्रदर्शित करते हैं। प्रभावन क्षमता की सीमा आपके द्वारा ट्रेडिंग खाते में जोड़े गए धन और डीमैट अकाउंट में आपके द्वारा रखी गई प्रतिभूतियों पर निर्भर करती है। कुल फंड सीमा और हस्तांतरणीय मात्रा समान नहीं हैं।

– ‘ निकासी ‘ पृष्ठ पर , आपको वह राशि दर्ज करनी होगी जिसे आप हस्तांतरित करना चाहते हैं। यदि आपके पास ट्रेडिंग खाते से जुड़े एकाधिक बैंक खाते हैं , तो आपको वह खाता चुनना होगा जिसमें आप धन प्राप्त करना चाहते हैं। एक बार जब आप प्रासंगिक विवरण भर लेंगे , तो आप ट्रेडिंग पासवर्ड दर्ज कर सकते हैं और हस्तांतरण आरंभ कर सकते हैं। चुने गए हस्तांतरण के तरीके के आधार पर , आपके बैंक खाते में फंड जमा करने में कुछ मिनटों से कुछ घंटे तक लग सकते हैं

ग्राहक इंटरफेस में सुधार के साथ , डीमैट खाते में या उससे धन स्थानांतरित करना बेहद सुविधाजनक और परेशानी मुक्त हो गया है। फंड ट्रांसफर प्रक्रिया को खुद को उलझाने न दें , एक सुरक्षित वित्तीय भविष्य बनाने के लिए निवेश शुरू करें।

बैंक अकाउंट हो गया है फ्रीज, जानें कैसे करें अनफ्रीज?

दैनिक कामकाज के दौरान कभी-कभी बैंक अकाउंट फ्रीज (Bank Account Freeze) हो जाता है। कभी अपनी गलती से तो कभी खाताधारकों की लापरवाही की वजह से। ऐसे मामलों में तो बैंक की शाखा से संपर्क करने पर निदान (Unfreeze) मिल जाता है।

bank account has become freeze, know how to unfreeze?

बैंक अकाउंट हो गया है फ्रीज, जानें कैसे करें अनफ्रीज?

कब होता है बैंक अकाउंट फ्रीज

खाते को फ्रीज (Account Freeze) करने का मतलब यह है कि खाताधारक अपने बैंक खाते में कोई लेन-देन नहीं कर सकेगा। खाता फ्रीज होने के बाद उससे सभी तरह के भुगतान भी अपने आप रूक जाएंगे। भारत में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), आयकर विभाग (Income Tax Department), न्यायालयों (Court) और भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास बैंक खातों को फ्रीज करने का प्राधिकार है। ज्यादातर बैंक (Bank) अपने ग्राहकों का खाता फ्रीज करने से पहले उन्हें नोटिस भी देते हैं। यदि खाते को वैध कारणों के लिए लंबे समय तक फ्रीज किया जाता है, तो उसे अनफ्रीज करवाना एक लंबी और थकाऊ प्रक्रिया हो सकती है।

संदिग्ध ट्रांजेक्शन पर अकाउंट फ्रिज

कभी-कभी आपके अकाउंट में संदिग्ध किस्म के ट्रांजेक्शन (Suspected transections) होने लगते हैं तो एहतियातन बैंक आपका अकाउंट फ्रीज कर देता है। कोई व्यक्ति हर समय सामान्य ट्रांजेक्शन करता है और अचानक उनके अकाउंट में ऑनलाइन परचेज (Online Purchase) की बाढ़ सी आ जाती है या विदेशें में डेबिट कार्ड (Debit Card purchase in abroad) से खरीदारी होने लगती है, तब बैंक अपनी तरफ से सक्रिय हो कर अकाउंट फ्रीज कर देता है। उस समय बैंक समझता है संबंधित ग्राहक का अकाउंट हैक (Account hack) कर लिया गया है या डेबिट कार्ड चोरी हो गया है।

बैंक भी कर देता है अकाउंट फ्रीज

इंडियन बैंक (Indian bank) के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि जो ग्राहक तीन साल में एक बार केवाईसी (KYC) नहीं कराते हैं, उनका अकाउंट फ्रीज (Account Freeze) कर दिया जाता है। रिजर्व बैंक का प्रावधान है कि हर खाताधाारक तीन साल में एक बार, केवाईसी अपडेट (KYC Update) कराए। कोई ग्राहक ऐसा करने से चूक जाता है तो उनका अकाउंट फ्रिज कर दिया जाता है।

छह महीने तक नहीं हुआ ट्रांजेक्शन तो भी फ्रिज

आपने अपने खाते में छह महीने में एक भी ट्रांजेक्शन (No Transection) नहीं किया तो भी आपका अकाउंट फ्रीज कर दिया जाएगा। इंडियन बैंक के अधिकारी का कहना है कि इसमें बैंक का कोई कर्मचारी कुछ नहीं करता। यह सब कंप्यूटराइज्ड (Computerised) तरीके से होता है। यदि किसी खाते में छह महीने तक लगातार कोई लेन-देन नहीं हुआ तो सिस्टम अपने आप उसे फ्रीज कर देता है।

बाहर से भी आता है निर्देश

बैंकरों का कहना है कि आयकर विभाग (Income Tax Department) कभी कभी निर्देश देता है कि अमुक अकाउंट को फ्रिज कर दिया जाए। इस पर तत्काल कार्रवाई होती है। इसी तरह से पूंजी बाजार के नियामक सेबी (SEBI) के आदेश का भी पालन होता है। वित्तीय धोखाधड़ी या कुछ अन्य किस्म के मामलों में अदालतें भी बैंक को निर्देश देती है कि आरोपी का बैंक अकाउंट फ्रिज कर दिया जाए।

बैंक अकाउंट फ्रिज हो जाए तो क्या करना चाहिए

जब कोई बैंक अकाउंट फ्रिज हो जाए तो सबसे पहले अपने बैंक ब्रांच में संपर्क करना चाहिए। बैंक प्रबंधन से पूछना चाहिए कि अकाउंट फ्रिज होने की वजह क्या है? यदि संदिग्ध लेन देन प्रतिभूति खाते से पैसे कैसे निकालें? या केवाईसी पूरा नहीं करना वजह है तो आपका अकाउंट शीघ्र चालू हो जाएगा। लेकिन यदि आयकर विभाग, सेबी या फिर किसी अदालत ने अकाउंट फ्रिज कराया है तो फिर वहां से आदेश आने से पहले बैंक प्रबंधन कुछ नहीं कर सकता है।

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

EPFO: कब और किस स्थिति में निकाल सकते हैं PF का पूरा पैसा, जानें नियम

अगर आप भी कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) या प्रॉविडेंट फंड (PF) में से एडवांस, पूरा या थोड़ा पैसा निकालना चाहते हैं लेकिन आपको पता है कि किन परिस्थितियों में पीएफ में से कितना पैसा निकाला जा सकता है।.

EPFO: कब और किस स्थिति में निकाल सकते हैं PF का पूरा पैसा, जानें नियम

अगर आप भी कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) या प्रॉविडेंट फंड (PF) में से एडवांस, प्रतिभूति खाते से पैसे कैसे निकालें? पूरा या थोड़ा पैसा निकालना चाहते हैं लेकिन आपको पता है कि किन परिस्थितियों में पीएफ में से कितना पैसा निकाला जा सकता है। मेडिकल, फैमिली इमरजेंसी में आप पीएफ का पूरा पैसा निकाल सकते हैं। ये पैसा आप ऑनलाइन अप्लाई करके निकाल सकते हैं। आइए जानते हैं किन हालातों में ऑनलाइन पैसा निकाल सकते हैं।

इन हालातों में निकाल सकते हैं इतना पैसा
- अपने पीएफ से आप कितना पैसा निकाल सकते हैं यह आपके पीएफ अकाउंट के बैलेंस पर भी निर्भर करता है।

- अपनी संतान, भाई/बहन या स्वयं की शादी के लिए पीएफ का पैसा निकाल रहे हैं तो पीएफ बैलेंस का 50 फीसदी निकाल सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपकी नौकरी के प्रतिभूति खाते से पैसे कैसे निकालें? 7 साल पूरे होने चाहिए।

- स्वयं या अपने बच्चे की शादी के लिए अपनी हिस्सेदारी का 50 फीसदी हिस्सा की तीन बार में निकाल सकते हैं।

- अपना घर खरीदने के लिए भी आप पीएफ का पैसा निकाल सकते हैं इसके लिए आपकी नौकरी के पांच साल पूरे होने जरूरी हैं।

मेडिकल इमरजेंसी पर निकाल सकते हैं इतना पैसा

अगर आप स्वयं, पत्नी, बच्चों या फिर पेरेंट्स के इलाज के लिए पैसा निकालना चाहते हैं तो आप अपनी सैलरी का 6 गुना या फिर पीएफ का पूरा पैसा जो भी कम हो उतना बैलेंस निकाल सकते हैं। बीमारी की स्थिति में भी आप पूरा पैसा निकाल सकते हैं। इसके लिए लिए आपको अस्पताल के पेपर्स लगाने होंगे।

ऑनलाइन निकाल सकते हैं PF का पैसा
अब पीएफ से पैसा निकालने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। आपका पीएफ का पैसा आवेदन करने के बाद अकाउंट में सीधे करीब 5 से 10 दिन में आ जाएगा। जानें क्या है ऑनलाइन अप्लाई करने का तरीका..

ऐसे करना होगा आवेदन
ईपीएफओ (EPFO) की वेबसाइट https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाएं। अपना यूएएन (UAN) नंबर, पासवर्ड और कैप्चा डालकर लॉग-इन करें। मैनेज (Manage) पर क्लिक करें। केवाईसी (KYC) ऑप्शन पर सारी जानकारी चेक कर लें। ऑनलाइन सर्विस (Online Services) पर क्लिक करें। एक ड्रॉप मेन्यू खुलेगा। इसमें से क्लेम (Claim) पर क्लिक करें। अपने क्लेम फॉर्म को सबमिट करने के लिए Proceed For Online Claim पर क्लिक करें।

पीएफ से निकाल सकते हैं एडवांस
‘I Want To Apply For’ में जाएं। इसमें से full EPF Settlement, EPF Part withdrawal (loan/advance) या pension withdrawal के ऑप्शन का चुनाव करें। इसे भरने के करीब 5 से 10 दिन में ईपीएफओ पर रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे। इसकी जानकारी आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस (SMS) के जरिए भी मिल जाएगी। अगर आपका ईपीएफ खाता आधार से लिंक है तो ही आप ऑनलाइन पैसा निकालने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

घर बैठे सीधे आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगा PF का पैसा, बस करना होगा ये काम

सेल्फ सर्विस पासबुक प्रिंटर (एसएसपीबीपी)

सेल्फ सर्विस पासबुक प्रिंटर एक स्वचालित कियोस्क है, जहां ग्राहक अपनी पासबुक स्वयं प्रिंट कर सकते हैं. एसएसपीबीपी कियोस्क पासबुक पर रखे मैग्नेटिक स्ट्रिप/ क्यूआर कोड से खाते के विवरण की जानकारी लेता है और इन विवरणों के माध्यम से कियोस्क द्वारा खाते एवं लेनदेन का विवरण प्राप्त करके इसे पासबुक पर प्रिंट किया जाता है. ग्राहक ई-लॉबी/ एटीएम केबिन में संस्थापित एसएसपीबीपी मशीन से 24x7 इस सुविधा का उपयोग कर सकते हैं.

सेल्फ सर्विस पासबुक प्रिंटर (एसएसपीबीपी)

सेल्फ सर्विस पासबुक प्रिंटर एक स्वचालित कियॉस्क है जिसके माध्यम से ग्राहक स्वयं अपनी पासबुक प्रिंट कर सकता है. एसएसपीबीपी कियॉस्क पासबुक पर बनी मैग्नेटिक स्ट्रिप से खाता विवरण पहचानता है, इन विवरणों के माध्यम से कियॉस्क खाता संव्यवहार विवरण प्राप्त करता है और उसे पासबुक पर प्रिंट करता है. ई-लॉबी/एटीएम में इंस्टॉल की गई एसएसपीबीपी से ग्राहक 24x7 इस सुविधा का लाभ ले सकता है. इस उत्पाद की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नानुसार हैं:

  • सेल्फ सर्विस पासबुक प्रिंटर (एसएसपीबीपी) पूर्ण स्वचालित मशीन है जिसमें ऑटो फ्लिप, ऑटो अलाइन एवं शाखा स्टाफ या ग्राहक के हस्तक्षेप के बिना ग्राहक की पासबुक अद्यतन करने की सुविधा उपलब्ध है.
  • यह एक विशेषीकृत मशीन है, जिसमें ग्राहक को केवल कवर पेज खोलकर पासबुक इंसर्ट करनी है इस प्रकार यह सभी तरह के ग्राहकों के लिए सुविधाजनक है.
  • मशीन स्वत: पेज फ्लिप करेगी और पृष्ठ अलाइन करेगी तथा उपयुक्त पृष्ठ/स्थान पर प्रिंट करेगी.
  • एसएसपीबीपी में प्रयुक्त पासबुक मैग्नेटिक स्ट्राइप आधारित है. उस पर एक पूर्व मुद्रित नंबर होगा जो पासबुक की मैग्नेटिक स्ट्राइप में पहले ही संग्रहित होगा और ग्राहक के खाते के साथ मैप किया गया होगा.
  • पासबुक पृष्ठों पर ग्रे स्केल स्ट्राइप बनाई गई है, जिससे पढ़ने में आसानी रहती है.
  • सरल और ग्राहकों के लिए सुविधाजनक प्रक्रिया
  • किसी भी मानवीय हस्तक्षेप या शाखा प्राधिकारी की सहायता की आवश्यकता नहीं है.
  • 24X7 सेवाएं उपलब्ध (ई लॉबियों और एटीएम केबिनों में).

इसके अलावा ग्राहक अनुभव में बढ़ोत्तरी करने प्रतिभूति खाते से पैसे कैसे निकालें? के लिए अगली पासबुक जारी करने हेतु शाखा को संपर्क किए बिना एसएसपीबीपी में पासबुक की स्व मैपिंग (ग्राहक द्वारा) करने आदि जैसी अतिरिक्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं.

रेटिंग: 4.25
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 195