क्रिप्टो ब्लूज़ को हराने के लिए तीन सिक्के: ग्नोक्स (जीएनओएक्स), एपेकोइन (एपीई) और एवे (एएवी)
स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स, क्रिप्टो परिसंपत्तियों और विकेंद्रीकृत विनिमय सेवाओं में बढ़ती रुचि के कारण कंपनियों ने विकेंद्रीकृत वित्त (डीआईएफआई) में बड़े पैमाने पर निवेश किया है। इनमें से कई DeFi परियोजनाओं को कई बार वित्त पोषित किया गया है और एक महत्वपूर्ण उपयोगकर्ता आधार है।
द्वारा Advertiser, in क्रिप्टो · 25 Month5 2022, 12:32 · 0 टिप्पणियाँ
कई लोग यह भी जानते हैं कि ब्लॉकचेन ब्याज, गैस शुल्क और अन्य ब्लॉकचेन प्रगति से कैसे लाभ होता है। DeFi दुनिया पर एक नज़र खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र डालते हुए, ये ऐसी परियोजनाएँ हैं जिनके 2022 में बढ़ने की उम्मीद है।
जीनोक्स (जीएनओएक्स)
“मेकिंग डेफी ईज़ी” की टैगलाइन के साथ, Gnox उन उपयोगकर्ताओं के लिए है जो DeFi आय के संपर्क में आना चाहते हैं, लेकिन विभिन्न पूलों का प्रबंधन और पुल नहीं करना चाहते हैं।
इसका लक्ष्य बिना किसी अतिरिक्त कदम की आवश्यकता के अपने धारकों को समान स्तर की सेवा प्रदान करना है। वे क्रिप्टोकुरेंसी नवागंतुकों को खरीदने, पकड़ने और लाभ के लिए आमंत्रित करते हैं जबकि ग्नोक्स ग्रंट काम को संभालता है।
Gnox पहला DeFi कमाई प्रोटोकॉल है जो सभी प्रकार के निवेशकों को अपने खजाने के माध्यम से “यील्ड फार्मिंग एज़ ए सर्विस” प्रदान करता है।
Gnox अपने खजाने का उपयोग पुरस्कारों को उधार देने और पुनः प्राप्त करने के लिए करेगा, जिससे मंच स्थायी और लगातार बढ़ते मुनाफे को सुनिश्चित करते हुए निवेशकों को मूल्य प्रदान कर सके।
वे थोड़े से खजाने से शुरू करेंगे, लेकिन जैसे-जैसे यह बढ़ता है उनकी क्रय शक्ति बढ़ती जाएगी। इससे अधिक अनूठी विशेषताओं को विकसित करने और दीर्घकालिक धारकों के लिए अधिक प्रोत्साहन उत्पन्न करने की उनकी क्षमता में सुधार होगा।
एपेकॉइन (APE)
एपेकोइन मार्च 2022 में बोरिंग एप यॉट क्लब द्वारा लॉन्च की गई एक नई क्रिप्टोकरेंसी खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र है, जो एक संपन्न आभासी समुदाय है जिसने संस्कृति, कला, गेमिंग और मनोरंजन में रुचि रखने वाले मशहूर हस्तियों सहित विभिन्न लोगों को आकर्षित किया है।
यह क्रिप्टोक्यूरेंसी प्रशासन, बहीखाता पद्धति, परियोजना प्रबंधन, और यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक अन्य जिम्मेदारियों के प्रभारी होंगे कि डीएओ समुदाय नए वेब 3 अनुप्रयोगों और सेवाओं का निर्माण कर सकता है, जैसे कि एपीई एनएफटी सिक्का।
एपीई सिक्का बाजार में नया है, लेकिन जल्दी ही शीर्ष -100 ट्रेडिंग क्रिप्टो तक पहुंच गया है। इसे कई बड़े एक्सचेंजों में भी जोड़ा गया था, जिससे लॉन्च होने के बाद अगले दिन परिसंपत्ति की कीमत बढ़कर $17 हो गई।
एपेकोइन का मूल्य आसमान छूने का अनुमान है। यदि APE सफलतापूर्वक मेटावर्स और NFT बाजार दोनों में अपनी स्थिति को मजबूत करता है, तो क्रिप्टोक्यूरेंसी 30 की पहली तिमाही तक $2030 तक पहुंच सकती है।
आवे (Aave)
Aave 2017 में अपनी स्थापना के बाद से विकेंद्रीकृत ऐप्स को अनुमति देने में एक स्तंभ रहा है। Aave, पूर्व में ETHLend, Ethereum ब्लॉकचेन तकनीक और DeFi टोकन पर आधारित एक ओपन-सोर्स लिक्विडिटी पूल है।
Aave का कार्यक्रम उपयोगकर्ताओं को DeFi पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर 20 से अधिक विभिन्न क्रिप्टो परिसंपत्तियों का व्यापार करने की अनुमति देता है, जिसमें स्थिर स्टॉक और अन्य डिजिटल मुद्राओं के विविध स्पेक्ट्रम शामिल हैं।
जबकि क्रिप्टो क्षेत्र में अधिक भीड़ बढ़ रही है, Aave एक बाजार निर्माता के रूप में अपनी निरंतर स्थिति के लिए उल्लेखनीय है। शुरू करने के लिए, Aave प्रोटोकॉल लोगों को ब्याज कमाने और विकेंद्रीकृत तरीके से संपत्ति उधार लेने में सक्षम बनाता है। क्योंकि यह ओपन-सोर्स है, इसलिए व्यवसायों और ग्राहकों के लिए क्रिप्टो बाजार में उपज खेती, तरलता पूल और यहां तक कि खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र स्टेकिंग (अपने स्वयं के डेफी सिक्का, एएवीई सिक्का के माध्यम से) जैसी गतिविधियों में शामिल होना सरल है।
निष्कर्ष
विकेंद्रीकृत वित्त क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार को अधिक सुलभ, लोकतांत्रिक और स्थिर बनने में मदद करेगा। व्यापारी, निवेशक, उद्यमी और संस्थान इसका उपयोग कर सकते हैं। इस लेख में उल्लिखित लोगों की तुलना में DeFi के कई अधिक उपयोग हैं, जो उपयोगकर्ताओं को उनकी आवश्यकता की तकनीक देते हैं।
Jagran Trending: क्या है क्रिप्टोकरेंसी और अपने देश में इसके कारोबार से जुड़े नियम, जानें एक्सपर्ट की राय
किसी भी एसेट की एक Underlying Value होती है लेकिन Cryptocurrencies का कोई अंडरलाइंग वैल्यू नहीं है। शेयरों खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र के मामले में आपको पता होता है कि कंपनी का प्रदर्शन कैसा चल रहा है और शेयरों की कीमतें ऊपर जाएंगी या नीचे क्रिप्टो के मामले में ऐसा नहीं है
नई दिल्ली, मनीश कुमार मिश्र। Cryptocurrency के प्रति हाल के वर्षों में लोगों का आकर्षण बढ़ा है और भारतीय इसमें पीछे नहीं हैं। कुछ देशों ने जहां Cryptocurrency को मान्यता दे दी है वहीं, कुछ देशों में यह पूर्णत: प्रतिबंधित है। अपने देश में भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कुछ नियम हैं, जिनके बारे में हम विस्तार से चर्चा करेंगे। पहले ये जानते हैं कि Cryptocurrencies हैं क्या और ये किस टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं।
ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के सीईओ पंकज मठपाल ने क्रिप्टोरेंसी के बारे में बताते हुए कहा कि यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिजिटल करेंसी है जिसे क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित किया है। ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर है, जिसका इस्तेमाल सिर्फ इसके यूजर्स ही कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी सुरक्षित तो है ही पारदर्शी भी है। यह इतना सुरक्षित है कि इसके एडमिनिस्ट्रेटर भी इसमें अपने फायदे के लिए बदलाव नहीं कर सकते।
क्रिप्टोकरेंसी से ट्रांजैक्शन
मठपाल ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल वॉलेट में स्टोर की जाती है और इसे आप दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल आप किसी वस्तु या सेवाओं को खरीदने में कर सकते हैं या इसकी ट्रेडिंग कर सकते हैं या इसके बदले कैश भी ले सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग
मठपाल ने बताया कि एक तरफ जहां स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग पूरी तरह रेगुलेटेड है। आपको यह भी पता होता है कि शेयर बेचने के कितने दिन बाद आपके अकाउंट में पैसे आ जाएंगे। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी के मामले में ऐसा कोई रेगुलेशन नहीं है। आप ब्रोकर या क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए इसकी खरीद-बिक्री कर सकते हैं। यहां बेचने वाले और खरीदने वाले की पहचान उजागर नहीं की जाती।
क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में क्यों आता है उतार-चढ़ाव
मठपाल के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी का कोई अंडरलाइंग एसेट नहीं होता। आप शेयर खरीदते हैं खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र तो आपको पता होता है कि कंपनी के एसेट्स और लाइबिलिटीज क्या हैं। आप जानते हैं कि कंपनी का मुनाफा बढ़ेगा या कंपनी से जुड़ी कोई पॉजिटिव खबर आएगी तो शेयर की कीमतें बढ़ेंगी और आपको मुनाफा होगा। क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें सिर्फ मांग और आपूर्ति से प्रभावित होती हैं। इसमें कितना उतार-चढ़ाव आ सकता है, आप इसका अनुमान नहीं लगा सकते।
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क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स
मठपाल के अनुसार इस साल पेश हुए बजट में यह प्रावधान किया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी बेचने पर निवेशकों को 30 प्रतिशत के हिसाब से टैक्स देना होगा। उन्होंने बताया कि मान लीजिए कोई व्यक्ति 50000 रुपये की क्रिप्टोकरेंसी खरीदता है और उसे मुनाफे में चाहे 60,000 रुपये में बेचे या घाटे में 25,000 रुपये में, उसे 30 प्रतिशत की दर से ही टैक्स देना होगा।
Cryptocurrency Ban: रोक लगाने की तैयारी में सरकार! जानिए प्रतिबंध के बाद आपकी क्रिप्टो करेंसी का क्या होगा?
नई दिल्ली। जैसे ही क्रिप्टो करेंसी पर बैन की खबर सामने आई है। उसके बाद से ही क्रिप्टो में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। बिटकॉइन, इथीरियम सहित सभी क्रिप्टो में गिरावट दर्ज की गई है। बतादें कि केंद्र सरकार प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी (Private Cryptocurrency) पर रोक लगाने की तैयारी में है और इसको लेकर 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार क्रिप्टो करेंसी पर बिल (Bill on Cryptocurrency) पेश कर सकती है।
10 करोड़ से अधिक लोगों ने किया हुआ है निवेश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में 10 कोरोड़ खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र से अधिक लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया हुआ है। ऐसे में वे तमाम लोग परेशान हैं, जिन्होंने क्रिप्टो करेंसी में अपना पैसा लगा रखा है। अगर आपने भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया हुआ है या करने में रूचि रखते हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद काम की है।
सरकार सत्र में 26 नए बिल पेश करेगी
बतादें कि सरकार शीतकालीन सत्र में 26 नए बिल पेश करेगी, जिसमें तीन अध्यादेश भी शामिल है। इसमें सबसे अधिक जिस बिल पर लोगों की नजर टिकी है, वह क्रिप्टोकरेंसी बिल (Cryptocurrency Bill) है। लोग परेशान हैं और जानना चाहते हैं कि क्या मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से बैन करेगी, या कुछ प्रतिबंधों के साथ इसमें ट्रेडिंग की इजाजत देगी? मालूम हो कि मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को देखते हुए क्रिप्टोकरंसी बिल पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
सरकार इस नाम से लाएगी क्रिप्टो करेंसी बिल
वहीं रिपोर्टस के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिल को सरकार ‘द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021’ के नाम से संसद में पेश कर सकती है। माना जा रहा है कि यह बिल बिटकॉइन सहित दूसरी क्रिप्टो में निवेश करने वालों के लिए नई परेशानी खड़ी खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र कर सकता है। अगर सरकार क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करती है, तो बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंजों के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा। आप कोई क्रिप्टो खरीदने के लिए अपनी स्थानीय मुद्रा को परिवर्तित नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही आप उन्हें भुना भी नहीं पाएंगे।
दुनियाभर में 7 हजार से ज्यादा सिक्के हैं चलन में
इस समय पूरी दुनिया में 7 हज़ार से ज्यादा अलग-अलग Crypto Coins चलन में हैं। ये एक प्रकार के डिजिटल सिक्के हैं, जबकि वर्ष 2013 तक दुनिया में सिर्फ एक ही क्रिप्टोकरेंसी थी BitCoin। इसे साल 2009 में लॉन्च किया गया था। बिटकॉइन आज भी भारत समेत पूरी दुनिया में सबसे लोकप्रिय है। इस बिल में RBI द्वारा जारी किए जाने वाले डिजिटल करेंसी की भी चर्चा हो सकती है। समिति की बैठक से कुछ दिन पहले PM मोदी ने भी विभिन्न मंत्रालयों और रिजर्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्रिप्टोकरेंसी के मुद्दे पर चर्चा की थी।
सरकार ने क्रिप्टो करेंसी को लेकर क्या कहा था?
चर्चा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ किया था कि केंद्र सरकार की योजना क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध लगाने की नहीं है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी लोकतांत्रिक देशों से, साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि क्रिप्टो-करेंसी गलत हाथों में ना जाए,अन्यथा युवाओं का भविष्य बर्बाद हो सकता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग ने राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज को पुनर्भाषित किया है और यह सार्वभौमिकता, शासन, नीति, कानूनों, अधिकारों और सुरक्षा को लेकर नए सवाल भी खड़े कर रहा है।
नए आयकर नियमों और टीडीएस से क्रिप्टो लेनदेन पर पड़ा असर
वित्तीय वर्ष 2022-23 से पहले क्रिप्टो करेंसी आयकर के दायरे में नहीं आती थी. ऐसे में क्रिप्टो करेंसी में लेनदेन करने वाले अधिकांश लोग वित्तीय लाभ या व्यापारिक फायदा बताकर क्रिप्टो करेंसी को भुना कर उस पर लगने वाले कर को अदा कर देते थे. यह अलग बात है कि क्रिप्टो करेंसी पर लागू नए आयकर नियमों से क्रिप्टो उद्योग पर अब गहरा असर पड़ेगा. इन नए आयकर नियमों के तहत अब क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों को क्रिप्टो की बिक्री या एनएफटी से होने वाली आय पर 30 फीसदी आयकर देना होगा, जो कि सबसे ऊंची आयकर दर है. साथ ही अन्य संपत्ति श्रेणियों की तर्ज पर रिटेल निवेशक क्रिप्टो करेंसी में घाटा होने पर एक्सपेंसेस या डिडक्शन का दावा भी नहीं कर सकेंगे.
प्रत्येक लेनदेन पर एक फीसदी टीडीएस
क्रिप्टो के लेनदेन पर नजर रखने के लिए सरकार ने प्रत्येक क्रिप्टो करेंसी के ट्रांसफऱ पर एक फीसदी टीडीएस भी लगाया है. यह सारे नियम खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र 1 जुलाई 2022 से अस्तित्व में आ चुके हैं. टीडीएस का यह नया प्रावधान भी दिन भर में क्रिप्टो करेंसी में निवेश को प्रभावित करेगा. इसकी वजह से क्रिप्टो करेंसी में निवेश एक साल के लिए लॉक हो जाएगा जब तक इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल नहीं होता और रिफंड के लिए दावा नहीं किया जाता. इसके तहत नई जोड़ी गई धारा 194एस में एक जुलाई से एक वर्ष में 10,000 रुपये से अधिक की डिजिटल संपत्ति या क्रिप्टो करेंसी के भुगतान पर एक प्रतिशत स्रोत पर टीडीएस लगाया जाएगा. नए प्रावधान को लागू करने के क्रम में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने 21 जून को फॉर्म 26क्यूई और फॉर्म 16ई में टीडीएस रिटर्न देने के संबंध में आईटी नियमों में कुछ संशोधनों को अधिसूचित किया है.
क्रिप्टो लेनदेन में गिरावट
यही वजह है कि नए नियम लागू होने के बाद से क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन में शुरुआती दिनों में गिरावट देखी गई. विशेषज्ञों की मानें तो अभी इसमें और गिरावट आने की संभावना है. हालांकि नए टीडीएस नियम को लागू करने से पहले इस बाबत सरकार ने कुछ बातें साफ भी कर दी हैं. इसके तहत क्रिप्टो ट्रेडर्स को दुश्वारियों से बचाने के लिए टीडीएस की जिम्मेदारी क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के लिए तय कर दी है. इस कड़ी में ग्राहकों के साथ होने वाले एग्रीमेंट में टीडीएस की धारा जोड़ी जाएगी. इससे क्रिप्टो में निवेश करने वालों को भी पता रहेगा कि टीडीएस से उनकी जेब पर क्या असर पड़ेगा. फॉर्म 26QE फाइल करने के लिए करदाता को वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के ट्रांसफर की तारीख, वैल्यू ऑफ कन्सिडरेशन और मोड ऑफ कन्सिडरेशन की जानकारी संभाल कर रखने की जरूरत होगी. हालांकि शुरुआती दिनों में निवेशकों को अभी यह समझ नहीं आ रहा है, इसलिए भी गिरावट की संभावना जताई जा रही है.
Cryptocurrency Bill 2021: कैबिनेट की मंजूरी के बाद संसद में आएगा क्रिप्टो बिल: वित्त मंत्री
Cryptocurrency Bill 2021: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बताया कि कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद संसद में क्रिप्टो बिल लाया जाएगा. अक्टूबर में आरबीआई ने सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) का प्रस्ताव पेश किया था.
Updated: November 30, 2021 2:24 PM IST
Cryptocurrency Bill 2021: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के गलत हाथों में जाने के जोखिम पर नजर रखी जा रही है. मंत्री ने यह भी कहा कि डिजिटल मुद्राओं (Digital Currency) के विज्ञापनों को रोकने का फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है. वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) खरीदारी के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी पर एक नज़र की नियामक क्षमता और “बिल की प्रतीक्षा करें” पर व्यापक चर्चा हुई है. जिसमें कई अन्य आयामों पर भी चर्चा की गई है, जिसमें पुराने विधेयक पर फिर से काम किया जाना है और अब हम एक नए विधेयक पर काम करने की कोशिश कर रहे हैं.
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सीतारमण ने सोमवार को कहा था कि केंद्र के पास देश में बिटकॉइन को मुद्रा के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव नहीं है. उसने यह भी उल्लेख किया कि सरकार बिटकॉइन लेनदेन पर डेटा एकत्र नहीं करती है.
सरकार ने कहा था कि उसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से ‘बैंक नोट’ की परिभाषा के तहत डिजिटल मुद्रा को शामिल करने का प्रस्ताव मिला है.
अक्टूबर में आरबीआई ने सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) का प्रस्ताव पेश किया था.
CBDC – डिजिटल या आभासी मुद्रा – मूल रूप से भारत में रुपया, फ़िएट मुद्राओं का डिजिटल संस्करण है.
इस बीच, आरबीआई ने मैक्रो-इकोनॉमिक और वित्तीय स्थिरता जोखिमों को प्रस्तुत करने वाली क्रिप्टोकरेंसी पर बार-बार चिंता जताई है.
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