रेत घाट चौराहे से लालघाटी चौराहा तक वीआईपी रोड कई बेहद तीखे मोड़ों के कारण वाहन चालकों के खतरनाक हैं। इस रोड पर प्रवेश करते ही चालकों को एक ओर तालाब दूसरी ओर किनारा होने के चलते चालकों को कोई संकेतक किसके लिए हैं? बाधा नहीं आने का आभास होता है और वे तेज रफ्तार में चलते हैं। लेकिन राजा भोज प्रतिमा देखने खड़े होने वाले वाहन, तीखे घुमाव और कट प्वाइंट इसे खतरनाक बनाते हैं, लेकिन इस मार्ग पर इनकी जानकारीदेने वाले संकेतक कहीं नजर नहीं आते। इस मार्ग पर वाहन चालक तेजी कट प्वाइंट के करीब पहुंच जाते हैं और अचानक दूसरा वाहन सामने आ जाता है। यहां कई दुर्घटनाएं हो चुकी है, लेकिन संकेतक लगाने के मामूली कदम नहीं उठाए गए।इस मार्ग से संकेतक किसके लिए हैं? आगे बढ़ने पर बैरागढ़ जाने का मार्ग है। इस पर ऊपर पुल से वाहन आते हैं,लेकिन कोई संकेतक नहीं है।फंदा टोल नाके के आगे और पीछे नजर जरूर आते हैं।लोगों को विपरीत दिशा से रोकने के लिए कोई उपाय नहीं है।
सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में संकेतक का क्या है महत्व? कक्षा शिक्षण में संकेतकों का प्रयोग किस प्रकार करेंगे?
यह शिक्षक के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न करती है जिसमें यह आवश्यक है कि शिक्षक स्वयं अपने कक्षा कक्ष की स्थितियों के अनुसार संकेतक का प्रयोग करे। सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में संकेतक एक महत्वपूर्ण कड़ी है। संकेतक ही वह आधार है जिसके माध्यम से बच्चों से सम्बन्धित क्षेत्र में दक्षता का सुव्यवस्थित विकास किया संकेतक किसके लिए हैं? जाता है। संकेतक का प्रयोग करते समय निम्नलिखित बाते आवश्यक हैं-
Road Safety Campaign Bhopal: संकेतक बिना सड़क वाहन चालकों के लिए बन रही जानलेवा, उल्टी दिशा में फर्राटे भरते रहते हैं वाहन
Road Safety Campaign: शहर और आसपास की 350 किमी लंबी सड़को पर कई जगहों पर जरूरत के बाद भी संकेतक न होने से हादसों का जोखिम बढ़ रहा है। इसी तरह गलत दिशा से आने वालों वाहनों को रोकने के लिए सड़क निर्माण एजेंसियों का कोई कर्मचारी नहीं रहता है।
Road Safety Campaign: भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। राजधानी में सड़क हादसों को लेकर सरकार और कई सामाजिक संगठन चिंतित है। संकेतक किसके लिए हैं? आखिरकार ऐसा क्या कारण हैं कि तमाम तरह की सुरक्षा को बरतने के बाद भी वाहन चालक हादसे का शिकार होकर अपनी जान गंवा देते हैं। हर साल करीब 200 नागरिक सड़क हादसों में अपनी जान जान गंवा देते हैं। इसे जानने के लिए नवदुनिया के रिपोटर्स ने 350 किमी सड़कों का आडिट किया। इसमें सामने आया कि सड़क पर संकेतकों का नहीं होना दुर्घटना का बड़ा कारण है। दोपहिया और चारपहिया वाहन चालक को जैसे ही अच्छी सड़क मिलती है, वे स्वभाविक तौर पर गति बढ़ा देते हैं, ऐसे में बिना संकेतक के अचानक खराब पैच, डायवर्जन आदि आने पर हादसे की आशंका बढ़ जाती है।
काम की बात: क्या होता है जीआई टैग और किस प्रोडक्ट को मिलता है ये? जानिए इसके बारे में सबकुछ
किसी प्रोडक्ट को लेकर अक्सर आप जीआई टैग के बारे में सुनते होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जीआई टैग आखिर होता क्या है और यह किसे मिलता है? दरअसल, किसी भी वस्तु के लिए जीआई टैग बहुत जरूरी होता है। ये टैग बताते हैं कि प्रोडक्ट किस जगह का है, यानी ये टैग ही प्रोडक्ट की पहचान होते हैं। जीआई का मतलब होता है जियोग्राफिकल इंडिकेशन यानी भौगोलिक संकेतक। इसका इस्तेमाल ऐसे उत्पादों के लिए किया जाता है, जिनका एक विशिष्ट भौगोलिक मूल क्षेत्र होता है। किसी प्रोडक्ट को ये खास भौगोलिक पहचान संकेतक किसके लिए हैं? मिल जाने से उस प्रोडक्ट के उत्पादकों को उसकी अच्छी कीमत मिलती है। इसका फायदा ये भी है कि अन्य उत्पादक उस नाम का इस्तेमाल कर अपने सामान की मार्केटिंग भी नहीं कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि इसकी शुरुआत कब हुई और इसकी जरूरत ही क्यों पड़ी?
Good Country Index: दुनिया के सबसे मददगार देशों की सूची में टॉप पर है स्वीडन, जानिए किस पायदान पर खड़ा है भारत
Good Country Index (Image Source: getty images)
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 31 मार्च 2022,
- (Updated 31 मार्च 2022, 1:26 PM IST)
भारत को मिली एक पायदान की बढ़त
दुनिया की मदद करने वाले देशों की सूची में टॉप 10 रैंक में यूरोपीय देश बने हुए हैं. गुड कंट्री इंडेक्स (good country index 2022) नाम के एक सूचकांक के नौवें एडिशन में 169 देशों की लिस्ट में स्वीडन लगातार दूसरी बार टॉप पर रहा है. उसी लिस्ट में डेनमार्क दूसरे, जर्मनी तीसरे, नीदरलैंड चौथे, फिनलैंड पांचवें, कनाडा छठे, बेल्जियम सातवें, आयरलैंड आठवें, फ्रांस संकेतक किसके लिए हैं? नौंवें और ऑस्ट्रिया दसवें नंबर पर हैं.
दरअसल इस इंडेक्स में विज्ञान और तकनीक, संस्कृति, अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा, वैश्विक क्रम, जलवायु, संपन्नता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में वैश्विक योगदान के आधार पर देशों को आंका जाता है.
भारत को मिली एक पायदान की बढ़त
इस लिस्ट में यूनाइटेड किंगडम 14वें, ऑस्ट्रेलिया 18वें और न्यूजीलैंड 19 वें संकेतक किसके लिए हैं? पायदान पर रहे. वहीं अमेरिका इसमें काफी नीचे 46 वें पायदान पर रहा. इस सूची में भारत का नंबर 52वां है. भारत पिछले साल Good Country Index की तुलना में एक पायदान पर ऊपर चढ़ा है. (good country index 2021 india rank)
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