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RBI Monetary Policy: UPI में आया नया फीचर, IFSC में सोने पर हेजिंग को मिली अनुमति, जानिए क्या है खास फैसले

RBI MPC Meeting: आरबीआई ने अपनी मॉनिटरी पॉलिसी को लेकर कई बड़े फैसले किये है. बैंकों के लिए HTM सीमा जोखिम प्रबंधन क्या है? को बढ़ा दिया है, UPI में सिंगल-ब्लॉक-एंड-मल्टीपल-डेबिट कार्यक्षमता शुरू करने का फैसला किया है.

By: ABP Live | Updated at : 07 Dec 2022 06:34 PM (IST)

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ( Image Source : PTI File Photo )

UPI Changes To Gold Hedging Rules : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज अपनी मॉनिटरी पॉलिसी का एलान किया है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कई बड़े एलान किये है. इसमें मुख्य रूप से रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जिसके बाद रेपो रेट बढ़कर 6.25 फीसदी पर पहुंच गया है. साथ ही IFSC में सोने की कीमतों के जोखिम के प्रति हेजिंग की अनुमति दी है. यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) प्लेटफॉर्म पर 'सिंगल-ब्लॉक-एंड-मल्टीपल डेबिट्स' फीचर के माध्यम से ग्राहकों को लेन-देन करते समय आसानी होगी. RBI ने इस तरह के कई बड़े ऐलान किये है, जिनका असर आम जनता पर सीधे तौर पर पड़ेगा. हम इस खबर में आपको ऐसे कुछ फैसले के बारे में बताने जा रहे है.

सोने की हेजिंग की इजाजत
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि घरेलू कंपनियां को इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (IFSC) में सोने की कीमतों के जोखिम के प्रति हेजिंग की अनुमति दी है. मालूम हो कि मौजूदा समय में भारतीय कंपनियों को विदेशी बाज़ारों में सोने की हेजिंग की इजाजत नहीं है. नई मौद्रिक नीति का एलान करते हुए दास ने कहा कि घरेलू कंपनियों का सोने के प्रति जोखिम को किफायती तरीके के प्रबंधन और लचीलापन उपलब्ध कराने के लिए आईएफएससी (IFSC) पर हेजिंग की अनुमति दी है.

UPI में आया नया फीचर
RBI ने कहा कि जल्द ही यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) सेवाओं का विस्तार होगा. अब ग्राहक इसके जरिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर शॉपिंग या होटल बुकिंग के अलावा सिक्योरिटी में निवेश और वस्तुओं या सेवाओं की डिलीवरी की ऑन डिमांड पेमेंट कर सकते हैं. साथ ही भुगतान में सहायता के लिए यूपीआई प्लेटफॉर्म में एक सुविधा जोड़ी जाएगी. UPI प्लेटफॉर्म पर 'सिंगल-ब्लॉक-एंड-मल्टीपल डेबिट्स' फीचर के माध्यम से ग्राहकों को इस तरह के लेन-देन करते समय अधिक भरोसा होगा.

शेड्यूल कर सकेंगे पेमेंट आर्डर
गवर्नर ने कहा कि नए फीचर के तहत ग्राहक अपने बैंक खाते में धनराशि को रोक कर किसी व्यापारी के लिए पेमेंट आर्डर को शेड्यूल कर सकेंगे. जब भी जरूरत हो, इसे डेबिट किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस तरह की सुविधा से लेन-देन विश्वसनीयता बढ़ेगी, क्योंकि व्यापारियों को समय पर भुगतान का आश्वासन दिया जाएगा, जबकि माल या सेवाओं की वास्तविक डिलीवरी तक पैसा ग्राहक के खाते में बना रहेगा.

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बढ़ाई HTM लिमिट
आरबीआई गवर्नर ने एचटीएम लिमिट को बढ़ाने का एलान किया है. अब एचटीएम (हेल्ड टू मैच्योरिटी) को लिमिट को बढ़ाकर 31 मार्च 2024 तक के लिए 23 प्रतिशत कर दिया है. इसके बाद बैंकों की ओर से 1 सितंबर 2020 से लेकर 31 मार्च, 2024 के बीच की अधिग्रहण की जाने वाली सभी प्रतिभूतियों की एचटीएम लिमिट बढ़ जाएगी.

NPCI को अलग से निर्देश जारी
गवर्नर ने कहा कि यह सुविधा आरबीआई की प्रत्यक्ष खुदरा योजना का उपयोग करके सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद में भी सहायक होगी. इस व्यवस्था को लागू करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) को अलग से निर्देश जारी किया जाएगा.

बीबीपीएस में होगा बदलाव
गवर्नर दास ने सभी भुगतान और संग्रह को एक साथ शामिल करने के लिए भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS) के दायरे में विस्तार की घोषणा की है. भारत बिल पेमेंट सिस्टम का विस्तार यूं तो कई क्षेत्रों में है, लेकिन इसमें संस्थाओं या व्यक्तियों के समूह के बिल को प्रोसेस करने की सुविधा नहीं है. इस कारण सेवा शुल्क भुगतान, शिक्षा शुल्क, कर भुगतान और रेंट कलेक्शन इसके दायरे से बाहर है. नई प्रणाली के आने से बीबीपीएस प्लेटफॉर्म को व्यक्तियों और व्यवसायों के व्यापक समूह के लिए सुलभ हो जाएगा. इस संबंध में एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (NBBL) को अलग से दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे.

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Published at : 07 Dec 2022 06:34 PM (IST) Tags: Reserve Bank of India repo rate RBI Governor UPI inflation rate RBI Credit Policy RBI RBI Monetary Policy Shaktikanta das हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Mulank 5 Jyotish 04 December 2022 Numerology Prediction: जोखिम लेने से बचें, पेशेवर व्यवहार बनाए रखें

Numerology Prediction, Ank Jyotish Mulank Number 5, 04 December 2022: 5 मूलांक वाले व्यवस्था पर नियंत्रण बढ़ाएंगे. दीर्घकालिक गतिविधियों पर ध्यान देंगे. सफलता का प्रतिशत बेहतर बना रहेगा. प्रबंधन में सुधार होगा. जोखिम से बचें. मित्रों समकक्षों का सहयोग रहेगा. पेशेवर व्यवहार बनाए रखेंगे. सजगता से आगे बढ़ेंगे. मितभाषी रहेंगे.

Numerology Prediction, Ank Jyotish मूलांक 5 वालों के लिए आज कैसा रहेगा दिन?

अरुणेश कुमार शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2022,
  • (अपडेटेड 04 दिसंबर 2022, 5:00 AM IST)

मूलांक 5: जिन लोगों का जन्म 5, 04 या 23 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 5 है.

नंबर 5- 4 दिसंबर 2022 का मूलांक 4 और भाग्यांक 4 है. अंक 5 के लिए आज का दिन प्रभावशाली है. व्यापार व्यवसाय से जुडे़ जन तेजी से आगे बढ़ेंगे. जिम्मेदारियों को बख्ूबी निभाएंगे. करियर कारोबार में बेहतर प्रदर्शन बनाए रखेंगे. पेशेवर प्रभावशाली रहेंगे. आर्थिक वाणिज्यिक मामलों में अनुकूलता बढेगी. धैर्य व सूझबूझ से काम लेंगे. लोगों का आकर्षण बना रहेगा. अपेछित सफलता पाएंगे. अंक 5 वाले व्यक्ति अच्छे अच्छे संपर्क सूत्र रखते हैं. विभिन्य विषयों में सहायक होते हैं. आज इन्हें पूर्व अनुभवों का लाभ मिलेगा. निजी संबंधों में बेहतर बने रहेंगे. उच्च मनोबल से कार्य करेंगे. अपनों की अवहेलना से बचें. विनम्रता बढ़ाएंगे.

मनी मुद्रा- करियर व्यापार में सभी प्रभावित बने रहेंगे. व्यवस्था पर नियंत्रण बढ़ाएंगे. दीर्घकालिक गतिविधियों पर ध्यान देंगे. सफलता का प्रतिशत बेहतर बना रहेगा. प्रबंधन में सुधार होगा. जोखिम से बचें. मित्रों समकक्षों का सहयोग रहेगा. पेशेवर व्यवहार बनाए रखेंगे. सजगता से आगे बढ़ेंगे. मितभाषी रहेंगे.

पर्सनल लाइफ- परिजनों का साथ सहयोग पाएंगे. अपनों की खुशियों में शामिल होंगे. संबंधों में सकारात्मकता रहेगी. वातावरण सुखद रहेगा. परिवार में हर्ष आनंद रहेगा. प्रेम पक्ष संवार पर रहेगा. मन के मामले विश्वसनीय रहेंगे. प्रियजन की सुनें. बड़प्पन बढ़ाएं.

हेल्थ ऐंड लिविंग- सभी का समर्थन पाएंगे. तेजी दिखाएंगे. सभी प्रभावित रहेंगे. प्रयास संवरेंगे. व्यवस्था मजबूत होगी. जीवनशैली आकर्षक होगी. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा.

फेवरेट नंबर- 1 2 4 5 7 8

फेवरेट कलर- आंवला समान

एलर्ट्स- दिनचर्या व्यवस्थित रखें. सामंजस्य बढ़ाएं. स्वयं पर ध्यान दें. वचन पूरा करें. लोभ न आएं.

कैसे खुद तय करें बेस्ट म्यूचुअल फंड्स और करें निवेश

जब म्यूचुअल फंड लोगों के बीच इतना मजबूत से अपनी पैठ बना रहा है तब यह जरूरी हो जाता है कि यह सभी को जान लेना चाहिए कि कोई म्यूचुअल फंड लेने से पहले उसकी पहचान कैसे की जाए.

कैसे खुद तय करें बेस्ट म्यूचुअल फंड्स और करें निवेश

म्यूचुअल फंड निवेश (Mutual fund investment) पर प्रतीकात्मक फोटो

समय बदल रहा है और करीब एक दशक जोखिम प्रबंधन क्या है? होने के आया है जब से म्यूचुअल फंड्स लोगों के बीच काफी लोकप्रिय निवेश का माध्यम बन गया है. 1963-64 से आरंभ होकर म्यूचुअल फंड्स करीब पांच दौर देखें हैं. वर्तमान में पांचवां दौर जारी है जो मई 2014 से माना जा रहा है. सेबी के प्रयास रंग लाने लगे और टीयर 2 और टीयर 3 शहरों में भी लोगों ने म्यूचुअल फंड में निवेश का लाभ लेना आरंभ कर दिया था. 31 मई 2014 तक म्यूचुअल फंड का AUM करीब 10 ट्रिलियन रुपये को पार कर गया था. इसके बाद दो साल के कार्यकाल में ही AUM दो गुना से ज्यादा हो गई यानि करीब 20 ट्रिलियन रुपया (20 लाख करोड़़). यह आंकड़ा अगस्त 2017 में छुआ गया और नवंबर 2020 तक यह आंकड़ा 30 ट्रिलियन रुपया को पहली बार छू गया. 31 अक्टूबर 2017 करीब 6.32 करोड़ लोगों के फोलियो रजिस्टर्ड थे और 31 अक्टूबर 2022 तक इसमें भी दोगुना से ज्यादा का उछाल आया जोखिम प्रबंधन क्या है? और यह करीब 14 करोड़ के आस पास पहुंच गया.

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अक्टूबर 2017 के बाद से हर महीने लगभग 12.65 लाख फोलियो हर महीने जुड़े हैं. म्यूचुअल फंड में लोगों के इस बढ़े रुझान के पीछे केवल दो कारण सबसे अहम रहे. एक SEBI द्वारा नियमों में बदलाव कर लोगों के विश्वास को बहाल करते रहने का प्रयास और दूसरा म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स द्वारा समय पर दिया गया सपोर्ट. इतना ही नहीं अप्रैल 2016 तक SIP खाता धारक जहां एक करोड़ पार कर गए थे वहीं, 31 अक्टूबर 2022 तक SIP खाताधारकों की संख्या करीब 6 करो़ड़ तक पहुंच गई.

जब म्यूचुअल फंड जोखिम प्रबंधन क्या है? लोगों के बीच इतना मजबूत से अपनी पैठ बना रहा है तब यह जरूरी हो जाता है कि यह सभी को जान लेना चाहिए कि कोई म्यूचुअल फंड लेने से पहले उसकी पहचान कैसे की जाए.

अमूमन म्यूचुअल फंड को एक्सपर्ट ही मैनेज करते हैं. इन लोगों को फंड मैनेजर कहा जाता है. यह फंड मैनेजर यह देखते हैं कि कहां निवेश करने से निवेशकों को ज्यादा लाभ होगा यानि ज्यादा रिटर्न मिलेगा. म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प माना जाता है जो निवेश का जोखिम खुद उठाने में सक्षम नहीं होते. ये लोग बाजार के बारे में और कंपनियों के बारे में जोखिम प्रबंधन क्या है? ज्यादा जानकारी नहीं होने के चलते ऐसे फंड मैनेजरों की राय पर काम कर सकते हैं.

बेस्ट म्यूचुअल फंड वो होते हैं जो ज्यादा और लगातार रिटर्न देते हैं यानि निवेश करने पर लगातार बेहतर परिणाम देते हैं. ऐसे म्यूचुअल फंड चुनने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए. माना जाता है कि बेस्ट म्यूचुअल फंड पहचानने के लिए सबसे पहले इन तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए. परफॉरमेंस, रिस्क और कॉस्ट. इन तीनों के जोड़-तोड़ से एक फंड तैयार किया जाता है. इक्वीटी के लिए अलग रेशियो का अलग सेट होता है वहीं डेब्ट के लिए अलग होता है. कुछ फंड मैनेजर इसमें सबकैटेगरी पर भी स्टडी कर अपनी राय बनाते हैं.

Performance Score (प्रदर्शन स्कोर) - यह सूचना अनुपात, अप कैप्चर अनुपात, YTM आदि जैसे कई अनुपातों से बना है। यह रिटर्न उत्पन्न करने में फंड की स्थिरता को मापने में मदद करता है, बेंचमार्क के संबंध में बेहतर प्रदर्शन, बेंचमार्क को मात देने में स्थिरता और ऋण के लिए अपेक्षित रिटर्न फंड अगर परिपक्वता तक आयोजित किया जाता है.

Risk Management Score (जोखिम प्रबंधन स्कोर) - जोखिम प्रबंधन स्कोर में सॉर्टिनो, मानक विचलन, डाउन कैप्चर अनुपात, क्रेडिट रेटिंग आदि जैसे अनुपात शामिल होते हैं. यह फंड की नकारात्मक जोखिम की संभावना का आकलन करने में मदद करता है, चाहे फंड बाजार सुधार और इसकी साख के दौरान अपने नुकसान को नियंत्रित करने में सक्षम हो.

Cost Score (लागत स्कोर) यह फंड के व्यय अनुपात को ध्यान में रखता है.

हम इनमें से प्रत्येक पैरामीटर के लिए स्कोर की गणना करते हैं और एक श्रेणी के लिए इन स्कोर को सामान्य करते हैं. हम प्रत्येक प्रदर्शन स्कोर, जोखिम स्कोर और लागत स्कोर को वेटेज देते हैं और एक अंतिम स्कोर पर पहुंचते जोखिम प्रबंधन क्या है? हैं. इन अंतिम अंकों का उपयोग किसी फंड की श्रेणी के भीतर रैंकिंग करने के लिए किया जाता है.

Equity Mutual Funds (इक्विटी म्युचुअल फंड)
इन फंडों का पोर्टफोलियो मुख्य रूप से इक्विटी पर केंद्रित होता है. इस प्रकार, एक निवेशक अपने इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेश से जो रिटर्न कमाता है, वह मुख्य रूप से फंड की इक्विटी होल्डिंग्स के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण इक्विटी में उचित मात्रा में जोखिम होता है. जोखिम बाद में इक्विटी म्यूचुअल फंड में भी परिलक्षित होता है. हालांकि, म्यूचुअल फंड के रिटर्न में उतार-चढ़ाव कुछ समय के लिए ही रहता है. इक्विटी आधारित म्युचुअल फंड का लंबे समय में रिटर्न के मामले में एक उत्कृष्ट प्रदर्शन इतिहास रहा है.

World Hindi: कोलंबिया में लैंडस्लाइड, बस-कार सहित कई वाहन दबे; जोखिम प्रबंधन क्या है? 33 लोगों की मौत और कई घायल

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इंडिया.कॉम 1 दिन पहले [email protected] (India.com News Desk)

World Hindi News: कोलंबिया में एक राजमार्ग जोखिम प्रबंधन क्या है? पर हुए भूस्खलन में कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार रिसाराल्डा के पश्चिमी-मध्य विभाग में परेरा-क्विब्दो जोखिम प्रबंधन क्या है? राजमार्ग पर रविवार को हुए भूस्खलन में कैली से यात्रियों को कोंडोटो ले जा रही एक बस, एक कार और एक मोटरसाइकिल दब गई.

प्रादा ने सोमवार को कहा, 'हमने 3 नाबालिगों सहित 33 मृतकों की पहचान की है. नौ लोगों को बचाया है, जिनमें से चार की हालत गंभीर है.' उन्होंने कहा कि कोलंबिया की जोखिम प्रबंधन इकाई और परिवहन मंत्रालय के पारगमन और परिवहन निदेशालय के कर्मियों के साथ-साथ पुलिस विभाग और सेना बचाव के लिए पहुंचे.

प्रादा ने कहा कि भूस्खलन के मद्देनजर अधिकारियों ने ठंड की लहर के बीच मौसम संबंधी आपदाओं की तैयारी के लिए देश भर में अधिकतम अलर्ट घोषित करने की योजना बनाई है, जो कई महीनों तक जारी रहने की उम्मीद है.

राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने प्रतिकूल मौसम की स्थिति के तहत रोडवेज की स्थिति का निर्धारण करने के लिए मंगलवार तक राजधानी बोगोटा में एक राष्ट्रीय एकीकृत कमांड पोस्ट स्थापित करने का आदेश दिया है.

रिसाराल्डा के गवर्नर विक्टर मैनुएल तामायो ने संवाददाताओं से कहा कि जिस राजमार्ग पर दुर्घटना हुई, वह खराब स्थिति में है, जिससे जीवित बचे लोगों को खोजने और पीड़ितों के शवों को निकालने के प्रयास में कठिनाई आ रही है. (एजेंसी इनपुट्स)

जोखिम प्रबंधन क्या है?

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ताप विद्युत

देश की जलविद्युत क्षमता का दोहन करने में प्राप्त अनुभव के बाद, एसजेवीएन ने थर्मल पावर के उत्पादन में कदम रखा। निष्पादन के लिए शुरू की गई पहली परियोजना जिले में 1320 मेगावाट क्षमता का बक्सर जोखिम प्रबंधन क्या है? थर्मल पावर प्लांट है। एसजेवीएन ने 04.07.2013 को बक्सर बिजली कंपनी का अधिग्रहण किया और 17.10.2013 को इसका नाम बदलकर एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड कर दिया (एसजेवीएन लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी).

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हाइड्रो पावर

एसजेवीएन ने एकल जलविद्युत परियोजना कंपनी से प्रारंभ करके आज हिमाचल प्रदेश उत्‍तराखण्‍ड तथा पड़ोसी देशों नेपाल और भूटान में जलविद्युत परियोजनाओं के कार्यान्‍वयन में प्रवेश किया है।एसजेवीएन देश के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के नाथपा झाकड़ी ज‍लविद्युत स्‍टेशन का सफलतापूर्वक प्रचालन कर रहा है तथा भूमिगत टरबाईनों के हिस्‍सों में सिल्‍ट क्षरण की समस्‍या से निपटने के पश्‍चात वर्ष-दर-वर्ष विद्युत उत्‍पादन और रखरखाव में नए बेंचमार्क स्‍थापित कर रहा है।

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पवन विद्युत

एसजेवीएन ने महाराष्‍ट्र में इसकी पहली परियोजना की कमीशनिंग के साथ पवन विद्युत उत्‍पादन में विविधीकरण किया है। महाराष्‍ट्र के अहमदनगर जिले में खिरवीरे तथा कोंभालने गांव में 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना स्‍थापित की गई है। सभी 56 पवन विद्युत टरबाईनों से 85.65 मिलियन यूनिट वार्षिक अक्षय ऊर्जा उत्‍पादित होगी। प्रत्‍येक पवन विद्युत टरबाईन की 850 केवी ऊर्जा उत्‍पादित करने की क्षमता है। इन पवन ऊर्जा फार्म से उत्‍पादित विद्युत को 132 केवी पारेषण लाईन

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सौर ऊर्जा

एसजेवीएन ने दिनांक 31.03.2017 को गुजरात के चारंका सौर पार्क में अपनी पहली परियोजना की कमीशनिंग के साथ सौर ऊर्जा उत्‍पादन में विविधीकरण किया है I आज की तारीख में, कुल 81.3 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाली 3 सौर परियोजनाएं प्रचालन में हैं

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विद्युत पारेषण

एक विद्युत उत्‍पादन कंपनी से एसजेवीएन ने अन्‍य कंपनियों के साथ भागीदारी में क्रॉस बार्डर इंडो-नेपाल पारेषण लाईन डालने के साथ विद्युत पारेषण के क्षेत्र में भी प्रवेश किया है। ट्रांसमिशन लाईन के भारतीय किनारे की ओर मुजफ्फरपुर से टीएलपी नेपाल कनेक्‍शन बिन्‍दु तक 128 कि.मी. लंबी टि्वन मूस 400 केवी की डी/सी लाईन की स्‍थापना के लिए इस उद्देश्‍य हेतु गठित क्रॉस बार्डर ट्रांसमिशन लाईन के भारतीय भाग (89 कि.मी. लंबी) के निष्‍पादन के लिए एसजेवीएन एक भागीदार तथा परामर्शक है। यह म

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परामर्श कार्य

एसजेवीएन एक सुस्थापित आईएसओः9001 एवं आईएसओः14001 सत्यापित कंपनी है I यह एक बहुविधा संगठन है और इसने जलविद्युत परियोजनाओं की प्लानिंग और निष्पादनार्थ पर्याप्त अनुभव अर्जित कर लिया है I समय बीतने के साथ जैसे-जैसे एसजेवीएन द्वारा अपनी विद्युत परियोजनाओं के निष्पादन में हासिल की गई सफलताओं की खबर फैलती गई इसे उनकी टेक्नीकल विशेषज्ञता ओर गहन अनुभव के लिए भारत और विदेशों की कई कंपनियों से अनुरोध मिलना शुरू हो गए I

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