क्रिप्टो एक्सचेंज Binance पर ईडी ने कसा शिकंजा, 22 करोड़ के बिटकॉइन डमी के लिए बिटकॉइन क्या है किए फ्रीज
नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय ने Binance क्रिप्टो एक्सचेंज पर छापा मारकर 22 करोड़ से ज्यादा के बिटकॉइन फ्रीज कर दिए हैं. एजेंसी ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने बिनेंस क्रिप्टो एक्सचेंज पर एक तलाशी अभियान चलाया है, जिसमें पीएमएलए, 2002 के तहत 22.82 करोड़ रुपये के बराबर 150.22 बिटकॉइन को फ्रीज कर दिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन, ई-नगेट्स से संबंधित जांच के संबंध में यह सर्च ऑपरेशन किया गया था.
इस मामले में फेडरल बैंक के अधिकारियों द्वारा लगाए गए आरोप के आधार पर आमिर खान नाम के व्यक्ति और अन्य के खिलाफ फरवरी 2021 में कोलकाता पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद ईडी ने कंपनी में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की.
यूजर्स के साथ की धोखाधड़ी
एजेंसी ने सितंबर में बताया कि उसने खान और मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन, ई-नगेट्स से संबंधित अन्य लोगों के खिलाफ जांच में डमी के लिए बिटकॉइन क्या है ₹12.83 करोड़ मूल्य के बिटकॉइन फ्रीज कर दिए थे. ईडी ने यह पाया कि आमिर खान ने यूजर्स को धोखा देने के इरादे से मोबाइल गेमिंग ऐप ई-नगेट्स जारी किया. सार्वजनिक धन संग्रह के बाद, उक्त ऐप ने अचानक विभिन्न बहाने से निकासी की अनुमति देना बंद कर दिया. उसके बाद, सभी डेटा को ऐप के सर्वर से हटा दिया गया था.
उस समय, ईडी ने पाया कि आरोपी गेमिंग ऐप के माध्यम से अवैध रूप से प्राप्त धन का एक हिस्सा विदेशों में भेजने के लिए क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंजों का उपयोग कर रहा था. यह पाया गया कि सीमा नस्कर नाम का एक डमी खाता क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स में खोला गया था और क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल संपत्ति खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
आमिर खान के आवास की पहले तलाशी ली गई थी और उस दौरान, कुल ₹17.32 करोड़ की राशि की खोज की गई और उसे जब्त कर लिया गया.
HC ने साहेबगंज DC और कटिहार DM को किया तलब,18 को हाजिर होने का निर्देश
Ranchi: झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डॉ रवि रंजन और न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने गुरुवार को कटिहार के डीएम और साहिबगंज के उपायुक्त को अदालत के आदेश का पालन नहीं करने पर 18 अक्टूबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने कटिहार के डीएम उदयन मिश्रा और साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव से जानना चाहा है कि क्या वे कोर्ट की अवमानना के लिए जिम्मेदार हैं. पिछले साल अक्टूबर में, खंडपीठ ने प्रकाश चंद्र यादव को गंगा नदी पर अपने मालवाहक जहाज को संचालित करने की अनुमति देने का आदेश पारित किया था. याचिकाकर्ता ने आगे आरोप लगाया कि अदालत के आदेश के बावजूद उन्हें अलग डमी के लिए बिटकॉइन क्या है तरह से काम करने की अनुमति नहीं दी गई. याचिकाकर्ता ने जिला प्रशासन डमी के लिए बिटकॉइन क्या है पर पंकज मिश्रा के प्रभाव में काम करने का आरोप लगाया है, जो झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि हैं. खंडपीठ ने जय बगरंग बली स्टोन वर्क्स के मालिक प्रकाश चंद्र यादव की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया है.
उन्होंने एक याचिका दायर की थी क्योंकि जिला प्रशासन द्वारा समदा घाट (साहिबगंज,झारखंड) और मनिहारी घाट (कटिहार,बिहार) के बीच गंगा नदी में उनके मालवाहक जहाज के संचालन की अनुमति दी थी. बावजूद इसके रोल-ऑन/रोल-ऑफ था. (रो-रो) भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) से संचालन की अनुमति डमी के लिए बिटकॉइन क्या है नहीं थी. IWAI ने कहा कि याचिकाकर्ता द्वारा जहाजों का संचालन भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण अधिनियम,1985,राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम,2016,अंतर्देशीय पोत अधिनियम,1917 के डमी के लिए बिटकॉइन क्या है प्रावधानों के साथ-साथ भारत सरकार में लागू कानूनों के अनुसार किया जाएगा. इसके डमी के लिए बिटकॉइन क्या है अलावा,संथाल परगना डिवीजन के आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया था कि डमी के लिए बिटकॉइन क्या है याचिकाकर्ता अपने स्वामित्व वाले या वैध समझौते के तहत अपने कितने भी जहाजों/रो-रो जहाजों/बार्जों की फेरी लगा सकता है. याचिकाकर्ता ने कहा कि इस तरह के स्पष्ट और स्पष्ट आदेश के बावजूद साहिबगंज और कटिहार जिला प्रशासन ने याचिकाकर्ता को मालवाहक जहाज संचालित करने की अनुमति नहीं दी. और जब झारखंड उच्च न्यायालय ने उनके पक्ष में आदेश पारित किया,तो दोनों जिला प्रशासन ने बाधा उत्पन्न की. इसलिए वह काम करने में असमर्थ हैं और उनका व्यवसाय प्रभावित हुआ है. याचिकाकर्ता की ओर से वरीय अधिवक्ता विमल कीर्ति सिंह ने अदालत में पक्ष रखा.
DM धर्मेंद्र कुमार ने सासाराम सदर अस्पताल का किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों में मचा हड़कंप
रोहतास। बिहार के रोहतास जिले के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार इन दिनों अपने कार्यों से चर्चा में रह रहे हैं। जिले के किसी भी विभाग में डीएम पहुंचकर औचक निरीक्षण करने से लापरवाह अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। इसी क्रम में डीएम बुधवार को अचानक सासाराम के सदर अस्पताल पहुंच गए, जहां पर उन्होंने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। साथ ही ड्यूटी पर तैनात सभी डॉक्टरों की सूची देखकर उनकी मौजूदगी की जांच की। डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि अस्पतालों में डॉक्टर समय पर नहीं पहुंच रहे हैं।
जिस पर संज्ञान लेते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम तैयार की गई। इसके बाद टीम ने मंगलवार को अस्पतालों में तैनात डॉक्टरों की उपस्थिति सहित अस्पताल के कार्यों का निरीक्षण किया, जिसकी रिपोर्ट संबंधित पदाधिकारी द्वारा अभी नहीं सौंपी गई है। वहीं जिलाधिकारी ने गठित विशेष टीम के द्वारा रिपोर्ट सौंपने के बाद जांच कर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है। इसके साथ ही जांच रिपोर्ट आने के बाद यदि किसी भी डॉक्टर और कर्मियों द्वारा अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया गया तो उन पर जांच के बाद कार्रवाई भी की जाएगी।
13 साल का हुआ बिटकॉइन, निवेशकों के 1000 रुपये को बना दिया 76.4 करोड़
Bitcoin Price- दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) किशोर अवस्था में प्रवेश करने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बन गई है। बिटकॉइन ने 13 साल पुरे कर लिए.
Bitcoin Price- दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) किशोर अवस्था में प्रवेश करने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बन गई है। बिटकॉइन ने 13 साल पुरे कर लिए हैं। डमी के लिए बिटकॉइन क्या है हालांकि, बिटकॉइन का श्वेतपत्र सातोशी नाकामोतो द्वारा 28 अक्टूबर, 2008 को जारी किया गया था, लेकिन मिंट डेट 3 जनवरी, 2009 है, इसीलिए लोग 3 जनवरी को ही इसका बर्थडे मानते हैं। Mudrex के सीईओ और सह-संस्थापक एडुल पटेल (Edul Patel) ने कहा कि दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन (blockchain) के उदय के पीछे बिटकॉइन की अहम भूमिका रही है।
पहला ट्रांजैक्शन मई 2009 में हुआ था
बता दें कि बिटकॉइन के क्रिएटर नाकामोतो ने 3 जनवरी को डमी के लिए बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन का ऑरिजिनल ब्लॉक रिलीज किया था, जिसे वर्तमान में जेनेसिस ब्लॉक (Genesis डमी के लिए बिटकॉइन क्या है Block) के नाम से जाना जाता है। इसमें पहली 50 बिटकॉइन थीं। इंडिया ब्लॉकचैन एलायंस के संस्थापक राज ए कपूर के मुताबिक, इसका पहला ट्रांजैक्शन मई 2009 में हुआ था।
रोमांचक रहा 13 साल का सफर
बिटकॉइन की 13 साल की यात्रा बेहद उतार-चढ़ाव वाला रहा। बिटकॉइन को लेकर कुछ मजबूत कट्टर आलोचक रहे तो कुछ सपोर्टर। कुल मिलकर बिटकॉइन के लिए यहां तक का सफर बेहद रोमांचक रहा। यह करेंसी आज भी यह अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रही है। हालांकि, बिटकॉइन के प्रति निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है।
निवेशकों को 76.43 करोड़ रुपये का फायदा
शुरुआत से लेकर अब तक बिटकॉइन ने कितना रिटर्न दिया इसे कैलकुलेट करना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि उस समय जब इसे पेश किया गया था तब इसकी कीमत शून्य थी। जुलाई 2010 में, इसकी कीमत $0.09 हो गई और नवंबर 2021 में यह 68,790 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी। बिटकॉइन ने पिछले 13 साल में अपने निवेशकों को भारी भरकम रिटर्न दिया है। इसने अपने रजिस्टर लो से ऑल टाइम हाई तक 7,64,33,233 का अविश्वसनीय रिटर्न दिया है। यानी शुरुआत में किसी निवेशक ने इसमें 1000 रुपये का निवेश किया होता तो नवंबर 2021 में यह रकम 76.43 करोड़ रुपये बन जाती।
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