कमोडिटी फ्यूचर्स एक्‍सचेंज NCDEX ने निकेल और अल्‍यूमीनियम जैसी गैर-कृषि कमोडिटीज में ऑप्‍शंस कारोबार शुरू करने के लिए बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मांगी है।

Commodity Trading : कमोडिटी ट्रेडिंग क्या होता है !

जो भी चीज हमें धरती से मिलती है यह जिसका उत्पादन धरती के द्वारा होता है, या किया जाता है !उसे हम कमोडिटी ( Commodity ) कहते हैं ! जैसे कोयला, लोहा, सोना, चांदी, कपास, धनिया, चना, Crude Oil, Zing आदि इन सभी को कमोडिटी कहा जाता है !

दुनिया में जितनी कंपनी उत्पादन करती है वे Commodity का उपयोग करती है, अगर इसकी कीमत बहुत ज्यादा बढ़ती है या कम हो जाती है तो इससे कंपनी जिस प्रोडक्ट का निर्माण कर रही है उसकी कीमत में अंतर आएगा तो ऐसे में यह जरूरी है कि जो कंपनी है वह Commodity को एक तय कीमत से ज्यादा या कम कीमत पर ना खरीदें इसी के लिए कमोडिटी एक्सचेंज बनाया गया है ! अगर आप एक कंपनी के मालिक है, तो आपके कंपनी को Raw Material की जरुरत हमेशा होगी, आप इसे एक मात्रा से अधिक नहीं खरीद सकते ! लेकिन Commodity की किमत मांग के साथ कम या अधिक हो सकती है !

India Commodity Exchange : भारत के कमोडिटी एक्सचेंज

  1. Multi Commodity Exchange (MCX) मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज
  2. राष्ट्रीय कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज – एनसीडीईएक्स (NCDEX)
  3. राष्ट्रीय मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज – एनएमसीई (NMCE)
  4. भारतीय कमोडिटी एक्सचेंज – आईसीईएक्स (ICEX)
  5. एसीई डेरिवेटिव एक्सचेंज – एसीई (ACE)
  6. यूनिवर्सल कमोडिटी एक्सचेंज — यूसीएक्स (UCX)

इन सब में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ( Multi Commodity Exchange ) प्रमुख है जहां से सबसे अधिक Trade होता है ! इसमें हर तरह की Commodity जो भारत में होती है, उसकी Trading होती है !

Types of Commodity : कमोडिटी के प्रकार

  • Metals ( धातु ) :- सोना, चांदी, जिंक, लोहा आदि!
  • Power ( ऊर्जा) :- क्रूड आयल, प्राकृतिक गैस,
  • कृषि :- कपास चना धनिया दाल आदि
  • पशुधन और मांस:- अंडा सूअर का मांस और पशुओं से प्राप्त होने वाले उत्पाद !

ऐसा माना जाता है कि दुनिया पर जो शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग कमोडिटी की किंमत है वह चक्र के रूप में चलती है जब कमोडिटी की कीमत बढ़ती है तो वह लंबे समय तक की कीमत बढ़ती जाती है! और जब इसकी कीमत घटती है तो लंबे समय तक घटती ही जाती है ! आमतौर पर देखा जाता है कि जब एक कमोडिटी की कीमत बढ़ती है तो उसके साथ दूसरी कमोडिटी है उनकी कीमत में भी वृद्धि देखी जाती है !

जैसे आपने देखा होगा कि जब सोने की कीमत बढ़ती है तो उसके साथ चांदी की कीमत भी बढ़ने लगती है ऐसा नहीं हो सकता कि सोने की कीमत में वृद्धि हो और चांदी की कीमत में गिरावट हो ऐसा कुछ समय के लिए तो हो सकता है लेकिन लंबे समय में सोना और चांदी दोनों एक दूसरे को फॉलो करते हैं !

कमोडिटी में पैसे कैसे कमाए : Commodity se Paisa kaise Kamay

आप शेयर मार्केट की तरह कमोडिटी मार्केट में ही ट्रेडिंग करके आसानी से पैसा कमा सकते हैं, भारत में और दुनिया में बहुत सारे कमोडिटी है जिनके ऊपर ट्रेडिंग होती है ! हमारे देश में कुछ चुनिंदा वस्तुएं हैं जिनके ऊपर ही ट्रेडिंग होती है लेकिन दूसरे देश जैसे अमेरिका वहां बहुत सारी चीजों के ऊपर ट्रेडिंग होती है वहां आप मौसम से लेकर अनार का रस इसके ऊपर भी ट्रेडिंग कर सकते हैं ! जो नियम शेयर मार्केट के शेयर के ऊपर लागू होते हैं वही नियम कमोडिटी मार्केट में भी लागू होते हैं !

इसमें जो Commodity की किमत है वह शेयर के तरह बहुत अधिक बढ़ या कम नहीं शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग हो सकता, इसमें शेयर मार्केट की तुलना में रिस्क कम होता है

Commodity Trading क्या है शेयर मार्केट में कमोडिटी ट्रेडिंग क्या होता है

शेयर मार्केट में हम शेयर ट्रेडिंग के अलावा अक्सर एक शब्द और सुनते हैं Commodity Trading बहुत सारे लोग कई बार कंफ्यूज रहते हैं कि शेयर ट्रेडिंग और कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या फर्क होता है इसीलिए आज हम इस जानकारी में यही जानेंगे कि कमोडिटी क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे किया जाता है हम इसमें किन चीजों की ट्रेडिंग कर सकते हैं।

Commodity-क्या-है-कमोडिटी-ट्रेडिंग-क्या-है

Commodity क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करते है।

Commodities का मतलब होता है ऐसी चीजें जिन्हें हम डेली लाइफ में यूज करते हैं और उन चीजों को कोई भी प्रोड्यूस करें हम उसे एक जैसा ही मानते हैं उदाहरण के लिए चावल, गेहूं, तेल, एलपीजी, सोना और सिल्वर और जिस तरह शेयर मार्केट में हम शेयर पर डेरिवेटिव ट्रेडिंग करते हैं ठीक उसी तरह हम कमोडिटी मार्केट में कमोडिटीज डेरिवेटिव ट्रेडिंग कर सकते हैं।

कमोडिटी मार्केट में 4 तरह के कमोडिटीज में ट्रेडिंग होती है।

  1. Agri Commodity (एग्री कमोडिटीज क्या है)- जिसमें चीनी दाल सरसों का तेल चना सोयाबीन इलायची आते हैं
  2. Base Metals (बेस मेटल्स)- जैसे एलमुनियम कॉपर लेड निकेल और जिंक
  3. Precious Metals (प्रेशियस मेटल्स)- इसमें मिली दो कमोडिटी जाती है सोना और चांदी
  4. Anergy Commodity (एनर्जी कमोडिटीज)- जिसमें क्रूड आयल नेचुरल गैस आते हैं।

कमोडिटी ट्रेडिंग कितना रिस्की है

कमोडिटी में ट्रेडिंग करना शेयर्स में ट्रेनिंग करने शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग से ज्यादा रिस्की होता है क्योंकि किसी भी कमोडिटी का प्राइस काफी कम समय में जल्दी शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग से चेंज होता है इसकी वजह यह है कि कमोडिटीज में ऐसे प्रोडक्ट है जो फिजिकल सप्लाई डिमांड पर बेचने हैं जैसे सऊदी अरेबिया में तेल को लेकर कोई इशू हो जाए तो क्रूड ऑयल की कीमत पर इसका बहुत प्रभाव पड़ सकता है। ठीक इसी तरह अगर भारत में शुगर की प्रोडक्शन जरूरत से काफी कम हो जाए तो शुगर की प्राइस इंडियन कमोडिटी मार्केट में काफी तेजी से बढ़ सकती है।

दोस्तों कमोडिटीज में ट्रेडिंग डेरिवेटिव में होती है और डेरिवेटिव की ट्रेडिंग मार्जिन पर होती है। इस वजह से अगर हमारा ट्रेड गलत जगह हो गया तो हमें काफी नुकसान हो सकता है। पर अगर हमारा ट्रेड सही हुआ हमें मारजिंग की वजह से काफी ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है। अगर हम कमोडिटी मार्केट में ट्रेड होने वाली किसी भी कमेटी में अच्छा नॉलेज है तो शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग हम उसम ट्रेडिंग जरूर कर सकते हैं।

भारतीय शेयर, कमोडिटी बाजार में आज कारोबार बंद

भारतीय शेयर, कमोडिटी बाजार में आज कारोबार बंद

दिवाली के बाद बलिप्रतिपदा का अवकाश होने के कारण सोमवार को भारतीय शेयर और कमोडिटी बाजार में कारोबार बंद है। गुजरात में आज से नव वर्ष का पहला दिन होने के कारण अवकाश है तो उत्तर भारत में गोवर्धन पूजा का अवकाश है। देशभर में कमोडिटी वायदा बाजार ही नहीं हाजिर बाजार भी बंद है।

लेकिन कमोडिटी वायदा बाजार में शाम के सत्र में अंतरार्ष्ट्रीय कमोडिटी में कारोबार जारी रहेगा। अगले दिन मंगलवार से शेयर बाजार व कमोडिटी बाजार में नियमित कारोबार पूर्ववत जारी रहेगा।

दिवाली के अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए आयोजित एक घंटे विशेष सत्र के दौरान रविवार को घरेलू शेयर बाजार में तेजी के साथ कारोबार हुआ।

Share market closed: दशहरे पर आज शेयर बाजार बंद, 2022 में अभी इन दिनों और बंद रहेगी ट्रेडिंग

Share Market Update

मुंबई: भारतीय शेयर बाजार आज दशहरे के दिन बंद है। बीएसई (पूर्व में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) दोनों ट्रेडिंग के लिए बंद रहेंगे। अक्टूबर के दौरान त्योहारों के कारण स्टॉक ट्रेडिंग तीन दिनों तक बंद रहेगी।

आज के अलावा, बीएसई और एनएसई क्रमशः सोमवार, 24 अक्टूबर और दीवाली बलिप्रतिपदा बुधवार, 26 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजन के अवसर पर बंद रहेंगे। दीवाली (24 अक्टूबर) को एक घंटे तक मुहूर्त ट्रेडिंग होगी और इसका समय एक्सचेंज द्वारा अधिसूचित किया जाएगा। इसी तरह इन छुट्टियों के दौरान ब्याज दर डेरिवेटिव सेक्शन और करेंसी डेरिवेटिव सेगमेंट में ट्रेडिंग रोक दी जाएगी।

13 आधिकारिक व्यापार अवकाशों को सूचीबद्ध किया गया

कृषि जिंस एक्सचेंज, नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स), दोनों कारोबारी सत्रों के लिए 5 अक्टूबर और 26 अक्टूबर को कारोबार के लिए बंद रहेगा। हालांकि, 24 अक्टूबर को यह दूसरी छमाही के दौरान खुला रहेगा। गुरुनानक जयंती के कारण 8 नवंबर (मंगलवार) को सिर्फ एक दिन के लिए कारोबार बंद रहेगा। बता दें कि बीएसई हॉलिडे कैलेंडर 2022 कैलेंडर वर्ष के लिए 13 आधिकारिक व्यापार अवकाशों को सूचीबद्ध करता है।

पिछले सत्र में, भारतीय इक्विटी बेंचमार्क ने बाजार की धारणा में सुधार के कारण सोमवार के सत्र में गहरे नुकसान से उबरते हुए 2 प्रतिशत से अधिक की छलांग लगाई। व्यापक एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स 386.95 अंक बढ़कर 17,274.30 पर पहुंच गया, जबकि 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स 1,276.66 अंक बढ़कर 58,065.47 पर बंद हुआ।

इन शेयरों ने मारी बाजी

30 शेयरों वाले सेंसेक्स समूह में इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, टाटा स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक शीर्ष पर रहे। केवल पावर ग्रिड, सन फार्मा और डॉ रेड्डीज ही पीछे रह गए।

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दालों की बढ़ती कीमतों का असर, सेबी ने वायदा बाजार में चने के नए कॉन्ट्रैक्ट पर लगाई रोक

दालों की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने वायदा बाजारों में चने के नए अनुबंधों पर रोक लगा दी है।

एग्री कमोडिटी की स्टोरेज सर्विस देने वालों के लिए नियमों का प्रस्ताव, डिलीवरी और सौदों की निपटान में मिलेगी मदद

सेबी ने आज कमोडिटी में वायदा कारोबार करने वाले एक्सचेंजों के लिए एग्री प्रोडक्ट स्टोरेज सर्विस उपलब्ध कराने वालों के लिए नए नियमों का प्रस्ताव किया है।

कमोडिटी मार्केट में नए प्रोडक्ट को नहीं मिलेगी मंजूरी, पर्याप्त लिक्विडिटी होने पर ही विचार करेगा सेबी

यू के सिन्हा ने कहा कि रेगुलेटर कमोडिटी वायदा बाजार में नए उत्पादों को तब तक अनुमति नहीं देगा जब तक कि उनमें पर्याप्त लिक्विडिटी का भरोसा नहीं होगा।

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