इस लिस्ट में है एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी का नाम, जिनके दाम हैं 100 रुपए से कम
जब से सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से बैन को हटाया है तब से देश में वर्चुअल कॉइन में निवेश करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। जहां बिटकॉइन और इथेरियम की कीमतें भारतीय रुपए के अनुसार लाखों रुपए में है। कुछ करेंसी ऐसी भी हैं जो 100 रुपए से कम क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन है।
एलन मस्क ने अपनी ट्विटर प्राेेफाइल पिक चेंज होने के बाद डोगेक्वाइन की कीमत में 10 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है। ( Source : Elon Musk Twitter Handle )
स्टॉक, गोल्ड के साथ-साथ अब भारतीय निवेशकों का ध्यान अब वर्चुअल करेंसी की ओर भी है। भारतीयों की सबसे पसंदीदा करेंसी बिटकॉइन है। जिसकी कीमत आसमान पर है। खास बात ये है कि आप बिटकॉइन या दूसरी महंगे कॉइन में कितना ही निवेश कर सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि एक कॉइन के बराबर ही आपको निवेश करना है। वैसे आज देश और दुनिया में कई वर्चुअल करेंसी सामने आ चुकी हैं। कुछ तो ऐसी हैं जिनके दाम भारतीय रुपए के मुकाबले 100 रुपए से कम है।
ऐसे में भारतीय निवेशकों के लिहाज से सोचा जाए तो ऐसी कम कीमत की करेंसी में निवेश कर अच्छे रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है। भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स को स्टडी करने के बाद पता चला कि कई ऐसी करेंसी हैं जिनके दाम 100 रुपए से कम है। साथ ही जिनमें रिटर्न की काफी गुंजाइश है। आइए आपको भी बताते हैं कि इन वर्चुअल करेंसी के बारे में।
इस लिस्ट में मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी
वजीरएक्स एक्सचेंज के अनुसार देश में ऐसी कई करेंसीज में ट्रेडिंग हो रही है जिनकी कीमत 100 रुपए से कम है। इस लिस्ट में एलन मस्क की फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी डॉगेकॉइन है। जिसके दाम आज 21.40 रुपए पर हैं। वहीं दूसरी ओर सैंड 80 रुपए पर कारोबार कर रही है। एफटीएम की कीमत करीब 55 रुपए है। सीएचआर 33 रुपए पर कारोबार कर रही है। वहीं कुछ करेंसी की कीमत 10 रुपए से भी कम है। टीआरएक्स के दाम 6.88 रुपए पर है। वहीं सीईएलआर की कीमत 3.75 रुपए देखने को मिल रही है। आईओएसटी की कीमत 3.22 रुपए और डीजीबी के दाम 4.99 रुपए पर है।
Himachal Pradesh Assembly Elections 2022 Exit Poll: एग्जिट पोल नतीजों की अंदरूनी खबर से टेंशन में बीजेपी!
20 नवंबर को उदित होंगे वैभव के दाता शुक्र देव, इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, हर कार्य में सफलता के योग
क्या फायदे मंद हैं यह क्रिप्टोकरेंसी
कमोडिटी एंड करेंसी एक्सपर्ट अजय केडिया के अनुसार बिटकॉइन और इथेरियम की कीमत ज्यादा होने के कारण रिटर्न का रेश्यो काफी कम हो गया है। जबकि छोटी और कम कीमत की करेंसी में संभावनाएं काफी ज्यादा है। ज्यादा से ज्यादा लोग इनमें ट्रेडिंग कर रहे हैं। इनकी कीमत में भी इजाफा होने के आसार हैं।
आज बिटकॉइन और इथर के दाम
अगर बात बिटकॉइन की करें तो आज 0.75 फीसदी की गिरावट के साथ 47,259 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। जबकि इथेरियम में 5 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है। एक्सचेंज से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समस में कीमत 3521.70 डॉलर पर है। जबकि कारोबारी सत्र के दौरान 3534.57 डॉलर पर पहुंच गए थे।
क्यों डूब सकता है बिटकॉइन में लगा क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन आपका पैसा, ये हैं वजहें
बिटकॉइन में निवेश जोखिम से भरा हुआ है. 1 सितंबर को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 3.50 लाख रुपये थी जो अब घटकर करीब 2.70 लाख रुपये रह गई है.
पेठे ने बताया कि जब मैंने कंपनी को कई बार फोन और दूसरे तरीके से संपर्क साधा तो अंत में तीन महीने बाद उनके अकाउंट में पैसा आया. पेठे का कहना है कि अब मुझे इस बात का डर लगने लगा है कि इस क्रिप्टोकरेंसी की स्कीम में मेरा किया हुआ निवेश डूबेगा तो नहीं. इसे देखकर पेठे जल्द से जल्द अपना पैसा निकालना चाहते हैं. और भविष्य में वह इस तरह के निवेश से बचना चाहते हैं.
Bitcoin is a cryptocurrency, or a digital currency, that uses rules of cryptography for regulation and generation of units of currency.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के मुताबिक भारत में रोजाना करीब 2500 नए ग्राहक इसमें पैसा लगा रहे हैं. पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसीडेंट गोपाल जीवराजका के मुताबिक बिटकॉइन में निवेश जोखिम से भरा हुआ है और इसमें कोई फिजिकल एसेट नहीं हैं. इसके बावजूद बिटकॉइन में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जोकि काफी चिंता का विषय है.
itsblockchain.com के संस्थापक और बिटकॉइन एक्सपर्ट हितेश मालवीय का कहना है कि दूसरे किसी भी निवेश के साधन में इतने कम समय में इतना तगड़ा रिटर्न नहीं मिला है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने के लिए बड़ी संख्या में निवेशक इसमें पैसा लगा रहे हैं. हालांकि अब लग रहा है कि भारतीय निवेशकों का इस क्रिप्टोकरेंसी से पैसा कमाने का समय खत्म हो चुका है. इस साल जनवरी से सितंबर के बीच ही बिटकॉइन की कीमतें 5 गुना उछली हैं.
अब बिटकॉइन में भारी गिरावट का दौर देखने को मिल रहा है. 1 सितंबर को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 3.5 लाख रुपये पर पहुंच गई थी. 14 सितंबर को भाव गिरकर 2.4 लाख रुपये पर आ गया. यानी महज दो हफ्ते में 31 फीसदी की भारी गिरावट. चीन में ऑनलाइन टोकन (इनीशियल कॉइन ऑफरिंग) पर रोक के बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है.
एक साल में 750% चढ़ी बिटकॉइन की कीमतें
पिछले एक साल में बिटकॉइन की कीमतें 750 फीसदी चढ़ी है लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में इसका दाम 30 फीसदी लुढ़का है. 20 सितंबर 2016 को एक बिटकॉइन का भाव 41,455 रुपये था. एक सितंबर को करीब 3.54 लाख रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद 26 सितंबर को भाव 2.68 लाख पर आ गया. बिटकॉइन में आई यह गिरावट क्या निवेश का सुनहरा मौका है? हालांकि एक्सपर्ट अब बिटकाइन में क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन निवेश से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. ये हैं 7 वजहें क्यों बिटकॉइन या दूसरी वर्चुअल करेंसी में निवेश नहीं करना चाहिए.
Investments in the digital currency have been rewarding for investors.
1- भारी उतार-चढ़ाव
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बहुत जोखिम भरा है क्योंकि इस वर्चुअल करेंसी में उतार-चढ़ाव बहुत ज्यादा है. रेगुलेशन न होने से इसमें बहुत ज्यादा उठापटक देखने को मिलती है.
2- न ये कमोडिटी है न ही करेंसी
पुराने जमाने में सोने-चांदी जैसी धातुओं के सिक्के चलते थे. इसके बाद सरकार द्वारा या आरबीआई की ओर से चलाए गए सिक्के आए. इन्हें फिएट करेंसी बोला जाता था. जबकि बिटकॉइन अब तक न करेंसी क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन की कैटेगरी में न ही कमोडिटी है.
3-अगर आप वर्चुअल करेंसी के बारे में नहीं जानते तो इससे दूर रहें
दुनियाभर के कई बड़े बैंकों और जानकारों ने इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से दूर रहने की सलाह दी है. उनकी नजर में बिटकॉइन का बुलबुला कभी भी फूट सकता है. दुनिया के बड़े बैंकों में से एक जेपी मॉर्गेन के सीईओ जैमी डिमॉन का तो यहां तक कहना है कि यह छुईमई के पौधे से भी ज्यादा संवेदनशील है.
4- अब तक कोई रेगुलेटर नहीं
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को नियंत्रण करने के लिए अब तक कोई रेगुलेटर नहीं हैं. न इस पर सरकार का नियंत्रण है और न ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया . इसके अलावा इस पर सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) का भी कोई कंट्रोल नहीं है.
5- कानून की नजर से कितनी सही है क्रिप्टोकरेंसी
भारत में जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं उनके लिए सबसे बड़ी रुकावट है कि इसको लेकर कोई स्पष्ट कानून नहीं हैं. रिजर्व बैंक ने इसे न कानूनी घोषित किया है न ही गैरकानूनी. आरबीआई ने 2013 में एक प्रेस रिलीज के जरिये कहा था कि जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड कर रहे हैं वो अपने रिस्क पर इसमें निवेश करें. इसी साल फरवरी 2017 में बैंक ने फिर रिलीज जारी कर कहा कि आरबीआई ने किसी बैंक या संस्था को बिटकॉइन में कारोबार के लिए लाइसेंस जारी नहीं किया है.
A federal government panel is examining options such as banning, regulating or limited intervention for virtual currencies in India.
6- पोंजी स्कीम का रैकेट
क्रिप्टोकरेंसी में सिर्फ ऑपरेशनल खतरे ही नहीं बल्कि इसमें दूसरे जोखिम भी हैं. ठगी के लिए पोंजी स्कीम लॉन्च की जा रही हैं. ये निवेशकों से गारंटीड रिटर्न का वादा कर रहे हैं. आईएफआईएम में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन बैकिंग के प्रोफेसर एवं चेयरमैन राजेन्द्र के सिन्हा का कहना है कि कुछ कंपनियां कम समय में दोगुना रिटर्न के वादा कर रही हैं . निवेशकों को इनसे बचना चाहिए क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी के भाव में बहुत उतार-चढ़ाव रहता है.
7- गैर कानूनी धंधों में इस्तेमाल
सरकार के नियंत्रण से बाहर होने से आतंकवादी, माफिया और हैकर्स बिटकॉइन का इस्तेमाल गैर कानूनी धंधों में कर रहे हैं. इसमें लेनदेन में पहचान छुपी रहती है. इसलिए सरकार की पकड़ में ऐसे लोग नहीं आ पाते हैं. हैकर भी फिरौती के लिए बिटकॉइन को माध्यम बना रहे हैं. हाल ही रैनसममवेयर के हैकर ने बिटकॉइन में फिरौती मांगी थी.
बिटकॉइन का मालिक कौन है? बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?
बिटकॉइन का मालिक कौन है?- एक और नए लेख में आपका स्वागत है. उम्मीद है कि आप हमारा पहला लेख क्रिप्टोकरेंसी क्या है पढ़ लिए होंगे. यहां पर आपको यह जानने को मिला होगा कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है? क्रिप्टोकरेंसी का कैसे Value बढ़ता है या घटता है. हाउ टो इन्वेस्ट इन क्रिप्टोकरेंसी. यदि अभी तक आपने उसी को नहीं देखा तो एक बार उसको देख लीजिए, तो आपको और भी अच्छे से समझने के लिए आसानी होगी.
आज हम बात करने वाले हैं बिटकॉइन का मालिक कौन है और हेलो हां सर किस देश की करेंसी है. परंतु बिटकॉइन का मालिक कौन है यह जाने से पहले हमको यह जानना पड़ेगा बिटकॉइन क्या होती है. तो आइए देख लेते हैं की बिटकॉइन क्या होती है?
बिटकॉइन एक वर्चुअल और डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी है. ना कोई भी व्यक्ति किसी को देख सकता है ना कोई हाथ में छू सकता है. आप इसी को एक डिजिटल वॉलेट में संपूर्ण सुरक्षित रूप में रख सकते हैं पर आप एक फिजिकल मुद्रा की तरह इसको इस्तेमाल नहीं कर सकते. आप यह भी बोल सकते हैं बिटकॉइन एक डिजिटल फाइनेंस और डिजिटल करेंसी जो की क्रिप्टोग्राफी के द्वारा सिक्योर है, जिसको आप अपना वर्चुअल वॉलेट में सिक्योर करके क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन रख सकते हैं.
जैसे कि हमने ऊपर बताया आप इसी को एक फिजिकल मुद्रा की तरह इस्तेमाल नहीं कर सकते, फिर आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि तो बिटकॉइन को खरीदने में क्या क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन फायदा है, या बिटकॉइन क्यों खरीदें. तो अभी हम आपको बताने वाले हैं कि बिटकॉइन को आप किस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं.
Uses of Bitcoin in Hindi
जैसे कि आपको पता होगा डिजिटल लेन देन के लिए हम Phone Pay, Google Pay, Paytm जैसे सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. जिसके माध्यम से हम ऑनलाइन से किसी भी व्यक्ति के पास आसानी से कितना भी रुपए भेज सकते हैं. यहां पर यह वाक्य हमें किसी के पास पैसा भेजने के लिए उसके पास फिजिकली जाना नहीं पड़ा और कुछ ही सेकंड में उनको पैसा ट्रांसफर कर दिए.
यदि हम बिटकॉइन की बात करें तो, ज्यादातर बिटकॉइन का इस्तेमाल(Uses of Bitcoin) इंटरनेशनल फंड ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल होते हैं. हम अंतरजातीय स्तर में किसी को भी पैसा भेज सकते हैं परंतु बिटकॉइन के रूप में भेजना और भी आसान हो चुका है. इसीलिए लोग ज्यादातर बिटकॉइन का इस्तेमाल इसीलिए करते हैं.
यदि हम फाइनेंस सेक्टर का बात करें तो बिटकॉइन, एथेरियम जैसे सभी क्रिप्टोकरेंसी में दूसरे फाइनेंस फैक्टर से ज्यादा पोटेंशियल है.
बिटकॉइन का मालिक कौन है
यदि हम बिटकॉइन का जन्मदाता/मालिक/पिता/बाप क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन का बात करें तो इसका उत्तर होगा सतोशी नाकामोतो(Satoshi Nakamoto). 9 जनवरी 2009 को बिटकॉइन का आविष्कार हुआ था और सतोशी नाकामोतो इसका आविष्कार किया था.
जैसे क्रिप्टो करेंसी के अंदर बिटकॉइन का कहानी अजूबा है ठीक है से बिटकॉइन के आविष्कार के पीछे उनका निर्माता का कहानी भी इंटरेस्टिंग है. परंतु यह आज तक एक रहस्य बना हुआ है, सतोशी नाकामोतो एक इंसान है या एक टीम! किसी किसी ने यह दावा किया कि उन्होंने सतोशी नाकामोतो को देखा है तो किसी ने यह बोलते हैं कि उनको आज तक कोई भी नहीं देखा या उनका घर उनका पता किसी को भी पता नहीं है.
परंतु क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन कुछ विश्वसनीय सूत्र के मुताबिक सतोशी नाकामोतो एक इंसान है जो कि जापान के रहने वाले हैं और यह दावा किया जा रहा है कि उनका जन्म 5 अप्रैल 1975 को हुआ था.
क्या सच में बिटकॉइन का मालिक सतोशी नाकामोतो है?
यदि हम बिटकॉइन के मालिक का बात करें तो टेक्निकली यह झूठे की बिटकॉइन का मालिक सतोशी नाकामोतो है, क्योंकि कोई भी इंसान या कोई भी देश का सरकार बिटकॉइन को कंट्रोल नहीं कर रहा है. ऐसे में दिखा जाए तो बिटकॉइन का मालिक कोई भी नहीं है परंतु यह अवश्य बोला जा सकता है क्या बिटकॉइन का आविष्कारक सतोशी नाकामोतो है.
भारत में क्या है क्रिप्टो का खेल, सरकार करेगी कंट्रोल, सदन में आ रहा है क्रिप्टोकरेंसी बिल
हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक मीटिंग बुलाई गई थी जिसमें उन्होंने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी. अब इसी कड़ी में सरकार एक ऐसा बिल लाने वाली है जो क्रिप्टोकरेंसी को कंट्रोल कर सकेगा. केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 (Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill) लेकर आने वाली है. इससे सभी प्रकार की क्रिप्टकरेंसी को कंट्रोल किया जा सकेगा.
प्रतीकात्मक तस्वीर
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 24 नवंबर 2021,
- (Updated 24 नवंबर 2021, 12:25 PM IST)
केंद्र सरकार Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021 लेकर आने वाली है.
शीतकालीन सत्र में पेश होगा नया बिल
पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने पर हो रहा है विचार
पिछले 4-5 साल से क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को लेकर चर्चा तेज हुई है, इसे एक ऐसी करेंसी के रूप में देखा जाता है जिसके ऊपर किसी का कंट्रोल नहीं होता है. जैसे यूएस डॉलर को यूएस का सेंट्रल बैंक कंट्रोल करता है, भारतीय रुपये को रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया कंट्रोल करता है, ऐसे ही बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी को कोई सेंट्रल बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन कंट्रोल नहीं करता है. अब इसी को लेकर भारत सरकार चिंता में है.
हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक मीटिंग बुलाई गई थी जिसमें उन्होंने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी. अब इसी कड़ी में सरकार एक ऐसा बिल लाने वाली है जो क्रिप्टोकरेंसी को कंट्रोल कर सकेगा. केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 (Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill) लेकर आने वाली है. इससे सभी प्रकार की क्रिप्टकरेंसी पर बैन लगाया जा सकेगा.
18 नवंबर को भी सिडनी डायलॉग में भाषण देते हुए, पीएम मोदी ने सभी देशों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया था कि क्रिप्टोकरेंसी “गलत हाथों में न जाये.”
शीतकालीन सत्र में पेश होगा नया बिल
केंद्र सरकार 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेग्युलेट करने और 25 अन्य कानूनों के साथ सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए एक विधेयक पेश करेगी.
क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल को अभी तक आधिकारिक तौर पर कैबिनेट द्वारा अप्रूव नहीं किया गया है. इस बिल के माध्यम से भारतीय रिजर्व बैंक देश में आधिकारिक डिजिटल करेंसी के लिए एक सुविधाजनक ढांचा तैयार करेगा.
पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने पर हो रहा है विचार
सेंट्रल बैंक जल्द ही ऑफिशियल डिजिटल करेंसी के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने पर विचार कर रहा है. लोकसभा बुलेटिन में प्रस्तुत किये गए इस नए बिल के अनुसार, बिल भारत में सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन करेगा. हालांकि, इसमें कुछ अपवाद के चलते क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग में लाई जाने वाली टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा सकेगा.
हालांकि, अब तक, इस विधेयक के बारे में ज्यादा जानकारी किसी को नहीं है. अभी तक इसकी कोई सटीक रूपरेखा पब्लिक डोमेन में नहीं है और न ही इसपर अभी कोई सार्वजनिक परामर्श किया गया है.
बिटकॉइन की कीमत पहुंची 60 हजार डॉलर के पास
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को लेकर "गंभीर चिंता" व्यक्त की है. इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन की कीमत, 60,000 डॉलर के आसपास पहुंच गयी है. इस साल की शुरुआत से इसकी कीमत दोगुनी से अधिक हो गई है, जो इन्वेस्टर्स को काफी आकर्षित कर रही है.
देश में इस वक्त 1.5 से 2 करोड़ क्रिप्टो इन्वेस्टर्स
दरअसल, कई लोग जहां क्रिप्टो करेंसी को इन्वेस्टमेंट के रूप में प्रयोग करते हैं तो कुछ लोग इसे अल्टरनेटिव करेंसी (Alternative currency) के रूप में लेते हैं. इंडस्ट्री का अनुमान है कि भारत में 1.5 करोड़ से 2 करोड़ क्रिप्टो इन्वेस्टर्स हैं, जिनकी कुल क्रिप्टो होल्डिंग्स लगभग ₹40,000 करोड़ रुपये तक है.
दुनिया की बन रही है पहली बिटकॉइन सिटी
आज लाखों लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. कुछ लोगों का मानना है कि जिस तरह से हम सोने का उपयोग करेंसी के रूप में करते हैं ठीक उसी तरह क्रिप्टो का कर पाएंगे. हालांकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि इसपर भरोसा नहीं किया जा सकता है. आपको बता दें, वर्तमान में, एल साल्वाडोर अकेला ऐसा देश है जिसने क्रिप्टोकुरेंसी को कानूनी मान्यता दी है, उन्होंने हाल ही में दुनिया की पहली बिटकॉइन सिटी बनाने की भी घोषणा की है.
क्रिप्टोकरेंसी: बिटकॉइन, इथेरियम और सोलाना समेत अन्य टोकन में दिखी गिरावट
क्रिप्टोकरेंसी बाजार मे एक बार फिर बिटकॉइन, इथेरियम, सोलाना, पॉलिगन, पोल्काडॉट समेत अन्य लोकप्रिय टोकन में भारी गिरावट देखने को मिली है। पिछले 24 घंटे में बिटकॉइन की वैल्यू 4.93 फीसदी कम हुई है, जिसके बाद यह 12,92,282 रुपये पर कारोबार कर रहा है। बिटकॉइन का मार्केट कैपिटलाइजेशन 24.8 लाख करोड़ रुपये का है। इसके अलावा इथेरियम में भी 6.25 फीसदी की कमी देखी गई है। वर्तमान में इथेरियम 95,620 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी रिपल XRP की कीमत में 10.32 फीसदी की गिरावट
BNB कॉइन 21,789 रुपये पर कारोबार कर रहा है। कल की तुलना में BNB की वैल्यू में 4.85 फीसदी की कमी देखी गई है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.5 लाख करोड़ रुपये का है। आज रिपल XRP की कीमत 26.43 रुपये (10.32 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहा है। कार्डानो और डॉजकॉइन की कीमत क्रमशः 25.66 रुपये (3.74 फीसदी नीचे) और 6.60 रुपये (8.95 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
पिछले सप्ताह से सोलाना की कीमत में 61.11 फीसदी की गिरावट
सोलाना 1,014.99 रुपये (12.22 फीसदी नीचे), शीबा इनु कॉइन 0.000708 रुपये (9.42 फीसदी नीचे), पोल्का डॉट 443.55 रुपये (5.51 फीसदी नीचे) और पॉलीगॉन वर्तमान में 69.25 रुपये (10.19 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं। साप्ताहिक चार्ट के आधार पर सोलाना 61.11 फीसदी नीचे और पोल्का डॉट 20.54 फीसदी नीचे है। शीबा इनु पिछले सात दिनों में अपने मूल्य से 27.40 फीसदी नीचे और पॉलीगॉन 29.04 फीसदी नीचे है।
टॉप गेनर टोकन लिस्ट
टॉप गेनर टोकन लिस्ट में ट्रस्ट वॉलेट टोकन, कुकॉइन टोकन, एक्सी इन्फिनिटी और कॉन्वेक्स फाइनेंस शामिल हैं। यह क्रमशः 171.27 रुपये (29.44 फीसदी ऊपर), 621.97 रुपये (8.22 फीसदी ऊपर), 585.08 रुपये (7.68 फीसदी ऊपर) और 332.69 रुपये (7.07 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
आज के स्थिर टोकन का प्रदर्शन
स्थिर कॉइन इथेरियम टोकन हैं। इन्हें एक निश्चित मूल्य पर रहने के लिए डिजाइन किया गया है, भले ही ETH की कीमत क्यों न बदल जाए। ये फिएट मुद्रा या फिर सोना (गोल्ड) से जुड़ी होती हैं। लोकप्रिय टोकन में टेथर USD, USD कॉइन और बिनेंस USD क्रमशः 80.37 रुपये (0.03 फीसदी ऊपर), 80.95 रुपये (0.56 फीसदी ऊपर) और 80.97 रुपये (0.68 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
आज के लूजर टोकन
टॉप लूजर की लिस्ट में क्रोनोस, कास्पर, ट्रोन और एप्टॉस शामिल हैं। यह क्रमशः 4.74 रुपये (21.75 फीसदी नीचे), 2.26 रुपये (17.66 फीसदी नीचे), 3.75 रुपये (16.24 फीसदी नीचे) और 311.31 रुपये (15.33 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
स्पॉट एक्सचेंज में टॉप-3 क्रिप्टोकरेंसी
ट्रैफिक, लिक्विडिटी, ट्रेडिंग वॉल्यूम और ट्रेडिंग वॉल्यूम की वैधता में विश्वास के हिसाब से टॉप-3 क्रिप्टोकरेंसी स्पॉट एक्सचेंज में बायनेन्स, कॉइनबेस एक्सचेंज और क्राकेन (Kraken) शामिल हैं। बायनेन्स और कॉइनबेस एक्सचेंज में 24 घंटे के अंदर क्रमशः 1.17 लाख करोड़ रुपये (47.66 फीसदी ऊपर) और लगभग 13,245 करोड़ रुपये (47.15 फीसदी ऊपर) वॉल्यूम पर देखा गया है। क्राकेन में लगभग 4,122 करोड़ रुपये (57.10 फीसदी ऊपर) वॉल्यूम पर देखा गया है।
ये हैं आज के प्रमुख DeFi टोकन
DeFi क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन एक ऐसी वित्तिय प्रणाली है जिसमें किसी मिडलमैन का कोई काम नही रहता। DeFi की सभी लेनदेन का रिकॉर्ड ब्लॉकचेन के ऊपर मौजूद रहता है, जिसे कोई भी देख सकता है। Dai, यूनिस्वैप, रैप्ड बिटकॉइन, एवंलॉन्च और चेनलिंक कुछ लोकप्रिय DeFi टोकन हैं। वे वर्तमान में क्रमशः 81.22 रुपये (0.03 फीसदी नीचे), 455.72 रुपये (7.29 फीसदी नीचे), 12,97,254.93 रुपये (5.07 फीसदी नीचे), 988.38 रुपये (7.78 फीसदी नीचे) और 469.36 रुपये (10.83 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
आज के टॉप-5 NFT टोकन
NFT (नॉन फंजिबल टोकन) एक ऐसी क्रिप्टोकरेंसी हैं, जिनका इस्तेमाल डिजिटल एसेट्स या ऐसी चीजों के लिए किया जा सकता है जो एकदम अलग होते हैं। जैसे- आर्ट, म्यूजिक, फिल्म और गेम्स। फ्लो, चिलीज, तेजोस द सैंडबॉक्स और Theta नेटवर्क कुछ प्रमुख NFT टोकन हैं। ये वर्तमान में क्रमशः 91.98 रुपये (9.30 फीसदी नीचे), 14.67 रुपये (14.86 फीसदी नीचे), 76.81 रुपये (9.92 फीसदी नीचे), 44.96 रुपये (8.75 फीसदी नीचे) और 67.33 रुपये (8.95 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
वैश्विक स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी की मार्केट कैपिटलाइजेशन
मौजूदा समय में वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो की मार्केट कैपिटलाइजेशन 52.8 लाख करोड़ रुपये है, जबकि पिछले 24 घंटों में कुल क्रिप्टो वॉल्यूम 4.06 लाख करोड़ रुपये है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 88