अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा की हमारे पास 500 डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं क्या 1000 रुपए महीना भी है लेकिन स्टॉक मार्केट में लगाएं कैसे तो मैं आपको बताता हूं स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने के लिए आपके पास होना चाहिए डीमैट अकाउंट जिसे आप Upstox के साथ Free में खुलवा सकते हैं।

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अगर आप क्रिकेट के शौकीन है और हर मैच देखते है तो आपको क्रिकेट की अच्छी जानकारी होगी हो सकता है शायद आप ड्रीम इलेवन, माई इलेवन सर्कल जैसे ऐप पर पैसे भी लगाते होंगे और अबतक आपने ना जानें कितने पैसे हारे भी होंगे।

मैं मान के चलता हूं क्रिकेट देखने के लिए आप हर महीने कितने का रिचार्ज करवाते होंगे 200 या 300 का और हॉटस्टार का सब्सक्रिप्शन 300 या 400 का और ऊपर से अगर आप Dream 11, My 11 Circle, MPL जैसी Fantacy App पर अपना पैसा लगाते है तो मुझे बताएं बने आजतक करोड़पति नही ना कोई नही बनता तो इन फेंटेसी ऐप का महीने का 500 रुपए मान लेते है तो क्रिकेट के ऊपर आपका हर महीने ₹1000 का खर्चा हो जाता है।

  • अगर आप इस एक हजार रुपए महीने को ऐसे ही किसी ऐप में खर्च ना करके स्टॉक मार्केट में लगाते तो क्या हो सकता था जानिए जानें माने बिजनेसमैन अंकुर वारिकू जी से नीचे वीडियो में।

Upstox के साथ ही अपना Demat और Trading Account क्यों खुलवाना चाहिए?

Upstox में आपको अभी तक सालाना रखरखाव खर्च (AMC) भी नही लिया जाता अगर आप SBI और HDFC डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं जैसे स्टॉक ब्रोकर के साथ अपना अकाउंट खोलेंगे तो आपको अकाउंट खुलवाने के लिए और सालाना रखरखाव के लिए पैसे देने पड़ेंगे वे सालाना ₹1000 रुपए तक हो सकते हैं।

तो आज ही आप अपना डिमैट अकाउंट खोलें और अपनी ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट यात्रा स्टार्ट करें और अपने पैसे से पैसे कमाना सीखें और खुद की जगह अपने पैसे को काम पर लगाएं।

Disclaimer: स्टॉक मार्केट में ऐसा तो बिलकुल नहीं है की आप एक दिन में राकेश झुनझुनवाला या डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं वॉरेन बफेट बन जायेंगे इसलिए क्योंकि इसमें नुकसान भी होता है लेकिन अगर आप अच्छे से रिसर्च करके निवेश करेंगे तो आपको सालों में सही रिजल्ट डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं देखने को मिलेगा। तो कृपया अपने पैसे को अपने रिस्क पर लगाएं किसी की सलाह पर बिल्कुल विश्वास ना करें।

डीमैट अकाउंट क्या है ?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज , म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डॉक्युमेंट्स के रखरखाव की परेशानियों दूर हो जाती हैं।

डीमैट अकाउंट का अर्थ हम एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप कंपनी X का शेयर खरीदना चाहते है, शेयर खरीदने के साथ का वह आपके नाम पर ट्रांसफर भी होंगे। पहले आपको अपने नाम के साथ शेयर सर्टिफिकेट भी मिलते थे। जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल है। जितनी बार कोई शेयर खरीदा या बेचा जाता था तो उतनी बार सर्टिफिकेट बनाने पड़ते थे। इस कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए भारत ने एनएसई पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।

SBI Demat अकाउंट खोलने के मिलते हैं जबरदस्त फायदे, ट्रांजैक्शन और निवेश हो जाता है आसान

SBI Demat Account: एसबीआई डीमैट अकाउंट में आपको 24X7 घंटे सर्विस मिलती हैं. कस्टमर फोन के जरिये पूछताछ, सलाह और अपने अकाउंट से जुड़ी दूसरी जानकारियां ले सकते हैं. आप ईमेल पर अकाउंट डिटेल और बिल हासिल कर सकते हैं.

एसबीआई डीमैट अकाउंट को इंटरनेट बैंकिंग (www.onlinesbi.com) के जरिये ऑपरेट कर सकते हैं.

SBI demat account : अगर आप मार्केट में निवेश करने की शुरुआत कर रहे हैं तो जाहिर है आपको एक डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भी कस्टमर्स को डीमैट अकाउंट (Demat Account) की सुविधा देता है. हालांकि एसबीआई डीमैट अकाउंट SBI Cap Securities Ltd मैनेज करता है. आप एसबीआई डीमैट अकाउंट में कई सुविधाओं का फायदा ले सकते हैं. डीमैट अकाउंट एक ऐसा अकाउंट है जिसके जरिये आप भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करते हैं. जब निवेशक एक्सचेंज में शेयर की शेयर की खरीदारी करता है तो मोनेटरी राशि के बदले पेमेंट करना होता है तो आपके शेयर डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं. जब आप इन शेयरों को बेचते हैं तो उसी डीमैट अकाउंट से जुड़े शेयर की संख्या में कटौती होती है.

आपके पास एक से ज्यादा Demat अकाउंट? जानिए इसके फायदे और नुकसान, क्या नए नियम का इस पर पड़ेगा असर

More Than one demat account: एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट होने पर क्या कानूनी कार्रवाई हो सकती है. इस खबर में पढ़िए कि एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट रखने के क्या फायदे हैं और क्या नुकसान हैं.

नॉमिनेशन फॉर्म भर लेना होगा. अगर ऐसा नहीं किया तो डीमैट खाते डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं से शेयर बिक्री पर रोक लग जाएगी. अगर ये नॉमिनेशन या डिक्लेरेशन नहीं देना है तो इसके लिए भी आपको अलग से एक फॉर्म भरना होगा. 1 अक्टूबर से नए खाते खोलने पर ये फॉर्म भरना होगा.

बता दें डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं कि शेयर बाजार (Share Market) में पैसा लगाना है तो आपके पास डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) जरूर होना चाहिए. इसके बिना आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में तो निवेश कर सकते हैं लेकिन मार्केट में पैसा नहीं लगा सकते. अब सवाल ये पैदा होता है कि क्या किसी के पास एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट हो सकते हैं. इसका जवाब है - हां. कोई डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं भी एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट में अपनी होल्डिंग्स या शेयर्स रख सकता है.

डीमैट अकाउंट क्या होता है? | Demat Account Kya Hota Hai

डीमैट अकाउंट क्या होता है? - प्रकार और फायदे

डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है जिसमें आप इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयर प्रमाणपत्र और अन्य प्रतिभूतियां रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब है डीमैटरियलाइजेशन अकाउंट, यह शेयर, बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूतियां, म्यूचुअल फंड, बीमा और ईटीएफ जैसे निवेश को रखने की प्रक्रिया को सरल करता है। इस अकाउंट के जरिए डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं शेयर और उससे जुड़े दस्तावेजों को मेंटेन करने की झंझट दूर हो जाती है।

डीमैट अकाउंट के प्रकार | Types of Demat Account

ऊपर हम ने जाना की डीमैट अकाउंट क्या होता है। तो आइए डीमैट अकाउंट के प्रकारों को देखें। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं –

  • रेगुलर डीमैट अकाउंट: यह उन भारतीय नागरिकों के लिए है जो देश में रहते हैं।
  • रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: इस तरह का डीमैट अकाउंट प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए होता है, जो विदेशों में फंड ट्रांसफर करने में सक्षम बनाता है। हालांकि, इस तरह के डीमैट अकाउंट को एनआरई बैंक अकाउंट से लिंक करने की जरूरत पड़ती है।
  • नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: यह भी एनआरआई के लिए ही होता है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट अकाउंट के साथ, विदेशों में फंड ट्रांसफर करना संभव नहीं है। साथ ही इसे एनआरओ बैंक अकाउंट से भी लिंक कराना होगा।

डीमैट अकाउंट के फायदे | Benefits of Demat Accounts

  1. डीमैट अकाउंट में चोरी, क्षति या धोखाधड़ी का कोई जोखिम नहीं होता है।
  2. आप कसी भी समय कहीं से भी शेयर्स खरीद व बेच सकते है।
  3. निवेशक को किसी भी स्टांप शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता है।
  4. लेन-देन करने के लिए न्यूनतम या कोई थकाऊ कागजी कार्रवाई नहीं।
  5. समय की बचत होती डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं है।
  6. डीमैट अकाउंट में आप आसानी से अपने इन्वेस्टमेंट को ट्रैक कर सकते हैं।

तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने डीमैट अकाउंट क्या होता है (Demat Account Kya Hota Hai) और साथ ही डीमैट अकाउंट के प्रकार और फायदे के बारे में भी विस्तार जाना हैं। मैं आशा करता हूँ की आप सभी को हमारा यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा।

अब यदि आपको यह लेख पसंद आया हैं और इससे कुछ भी नया सिखने को मिला हो तो इसे अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करें। आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!

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