अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की सालाना बैठकों में हिस्सा लेने के लिए वित्त मंत्री अमेरिका के दौरे पर हैं। इसी दौरान वॉशिंगटन डीसी में एक प्रेस कांफ्रेंस में उनसे रुपए में लगातार गिरावट को लेकर सवाल पूछा गया। इस सवाल के जवाब में निर्मला सीतारमण ने कहा- सबसे पहले तो मैं इसे ऐसे नहीं देखती हूं कि रुपया गिर रहा है। मैं इसे बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है देखती हूं कि डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है। इसलिए स्वाभाविक रूप से वे करेंसीज कमजोर होंगी, जिसकी तुलना में डॉलर मजबूत हो रहा है। उन्होंने आगे कहा- भारतीय रुपया दूसरे उभरते बाजारों की करेंसी की तुलना में काफी अच्छा परफॉर्म कर रहा है। हालांकि, रिजर्व बैंक रुपए में गिरावट को रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है।
रुपया कमजोर नहीं डॉलर मजबूत!
नई दिल्ली। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रुपए की कीमत में लगातार हो रही गिरावट पर कहा है कि रुपया कमजोर नहीं हो रहा, बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है। उनके इस बयान को लेकर सोशल मीडिया में बड़ा मजाक बन रहा बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है है। भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी इस बयान के लिए उनका मजाक बनाया है। उन्होंने उनके बयान का संदर्भ देते हुए ट्विट किया है, ‘हम हारे नहीं हैं, विपक्षी टीम जीत गई है’।
बहरहाल, अमेरिका के दौरे पर गईं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में यह बात कही। ध्यान रहे डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत में ऐतिहासिक गिरावट आई है और एक डॉलर की कीमत 82 रुपए से ज्यादा हो गई है। इस बारे में पूछे जाने पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि रुपया कमजोर नहीं, बल्कि डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है यह भी कहा है कि रुपए ने अन्य उभरती मार्केट करेंसी की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।
पीएम मोदी ले रहे हैं बहुत बड़ा रिस्क, हिल जाएगी पूरी दुनिया, रुपया मजबूत करने के लिए लगाएंगे डॉलर की लंका
Updated Nov 9, 2022 | 11:24 PM IST
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बहुत बड़ा रिस्क ले रहे हैं और यकीन मानिए जो रिस्क पीएम मोदी ले रहे हैं उससे पूरी दुनिया हिल जाएगी। पूरी दुनिया अमेरिका के डॉलर के पीछे भागती है। सरकारें हों, कंपनियां हों, मार्केट हो। किसी का काम डॉलर के बिना नहीं चलता। दुनिया में देश कोई भी हो, उसकी करेंसी की वैल्यू डॉलर (Dollar) के मुकाबले ही देखी जाती है। इंटरनेशनल ट्रेड में किसी को सुई भी खरीदनी होती है तो पेमेंट डॉलर में होता है। यानी डॉलर का ऐसा रुतबा है, ऐसा दबदबा है, कि दुनिया भर में इसी की दादागीरी चलती है। इसके सामने दूसरी करेंसी बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है बेबस हो जाती है। इसके सामने दुनिया के दूसरे देश बेबस हो जाते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे बदलना चाहते हैं। कैसे वो बहुत बड़ा बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है रिस्क ले रहे हैं।
अमरीका में बोली वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण- रुपया कमजोर नहीं, डॉलर हो रहा मजबूत
अमरीका के वाशिंगटन डीसी में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय रुपया कमजोर नहीं हो रहा, बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी, ईडी सहित अन्य मामलों के बारे में भी मीडिया के सवालों को जवाब दिया।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समय अमरीका के दौरे पर हैं,जहां उन्होंने 24 द्विपक्षीय बैठकें किया। इसके साथ ही सचिवों व मुख्य आर्थिक सलाहकार ने अपने समकक्षों के साथ 25 बैठकें कीं। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमरीका की अपनी आधिकारिक यात्रा पर वाशिंगटन डीसी में मीडिया को संबोधित किया, जहां उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय रुपया कमजोर नहीं हो रहा, बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है। वहीं दूसरे देशों की करेंसी की तुलना में तो रुपया अच्छा कर रहा है।
Rupee Against Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपये में बढ़ रही है कमजोरी, ज्यादा रिटर्न के लिए कैसे तैयार करें पोर्टफोलियो
डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से भारतीय निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो रिटर्न को बढ़ाने में मदद मिलती है.
Rupee Against Dollar: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट आज भी जारी रही. शुरूआती कारोबार बाजार में डॉलर के मुकाबले में रुपया 82.66 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. एक्सपर्ट्स की माने तो ग्लोबल मार्केट में जारी अनिश्चितता की वजह डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि अगले कुछ दिनों में रुपया 83.50 के स्तर तक गिर सकता है. इस अनिश्चितता का असर न सिर्फ भारतीय करेंसी पर हो रहा, बल्कि दुनिया भर के देश इससे प्रभावित हो रहे हैं.
अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा रुपया
इससे पहले सोमवार को रुपया 82.40 रुपये प्रति डॉलर के स्तर बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है पर पहुंच गया था. गिरावट का यह दौर इस साल जनवरी 2022 से जारी है. डॉलर लगातार रुपये के मुकाबले मजबूत हो रहा है और आने वाले दिनों में भी ऐसा ही जारी रह सकता है. रुपये को कमजोर होने से बचाने के लिए आरबीआई द्वारा विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले 2 सालों से कमी की जा रही है. इस साल अब तक विदेशी मुद्रा भंडार में 11 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है.
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यूएस फेड की सख्त आर्थिक नीतियो का असर
डॉलर में मजबूती के पीछे यूएस फेड अपनाई गए सख्त आर्थिक नीति को माना जा सकता है. इसके साथ ही अमेरिकी में जॉब की बढ़ती संख्या भी इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है. फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में अभी और भी इजाफा किये जाने की उम्मीद है. डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आने में अभी थोड़ा वक्त लग सकता है. ऐसे में अगर आप अपने बच्चों को किसी विदेशी स्कूल में बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है भेजने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप अमेरिकी शेयरों में निवेश करने या विदेशी बैंक खाते में पैसा रखने के बारे में सोच सकते हैं. विदेशों में भेजे गए पैसो पर RBI द्वारा Liberalized Remittance Scheme अपनाई जाती है. इस नीति के तहत नाबालिगों सहित सभी निवासियों को किसी भी वैध चालू या पूंजी खाता लेनदेन या दोनों के संयोजन के लिए हर फाइनेंशियल ईयर में 2,50,000 अमेरिकी डॉलर तक टैक्स फ्री ट्रांजेक्शन की परमिशन दी गई है.
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