शेयर मार्केट के बड़े-बड़े दिग्गज इस तरह के ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं. इस प्रकार के ट्रेडिंग में तुरंत बहुत बड़ा फायदा होने के चांसेस होते हैं किंतु उतना ही चांस होता है कि इतना बड़ा नुकसान हो जाए. यही कारण है कि इस तरह के ट्रेडिंग में स्टॉक मार्केट के दिग्गज खिलाड़ी ही भाग लेते हैं.
Capital Market- कैपिटल मार्केट
क्या होता है कैपिटल मार्केट?
कैपिटल मार्केट (Capital Market) ऐसे स्थान होते हैं जहां उन आपूर्तिकर्ताओं के बीच बचतों एवं निवेशों को प्रबंधित किया जाता है जिनके पास पूंजी है और जिन्हें पूंजी की आवश्यकता होती है। जिन एंटिटीज के पास पूंजी होती है, उनमें रिटेल और संस्थागत निवेशक शामिल होते हैं। वहीं जिन्हें पूंजी की आवश्यकता होती है, उनमें व्यवसाय, सरकारें और आम लोग शामिल होते हैं। कैपिटल मार्केट प्राइमरी (प्राथमिक) और सेकेंडरी (द्वितीयक) मार्केट से बने होते हैं। प्राइमरी मार्केट वे होते हैं जहां नई सिक्योरिटीज जारी की जाती हैं और बेची जाती हैं, जबकि सेकेंडरी मार्केट वे होते हैं जहां पहले से ही जारी सिक्योरिटीज निवेशकों के बीच ट्रेड की जाती हैं। ये मार्केट जिनके पास पूंजी होती है और जो पूंजी की इच्छा रखते हैं, उन्हें एक साथ लाते हैं और ऐसा स्थान मुहैया कराते हैं जहां एंटिटीज सिक्योरिटीज को एक्सचेंज करते हैं।
शेयर मार्केट क्या होता है
जिस प्रकार से हम कोई सामान लेने के लिए मार्केट में जाते हैं उसी प्रकार शेयर खरीदने के लिए भी शेयर का मार्केट होता है लेकिन आज से कुछ समय पहले कंप्यूटर लैपटॉप नहीं होने के कारण और इंटरनेट न होने के कारण इन शेयर को फिजिकली खरीदा जाता था इन शेयर की बोली लगाई जाती थी।
लेकिन आज के टाइम में इंटरनेट का यूज बहुत ज्यादा होने लगा है क्योंकि अब हर एक घर में लैपटॉप कंप्यूटर या स्मार्टफोन तो जरूर ही देखने को मिल जाते हैं और इस कारण से शेयर मार्केट का प्लेटफार्म ऑनलाइन कर दिया गया है। अब ज्यादातर लोग शेयर ऑनलाइन ही खरीदें और बेचे जाते हैं सबसे ज्यादा पॉपुलर मार्केट इसके अंदर दो ही है पहला NSE और दूसरा BSE यह दो मार्केट सबसे ज्यादा पॉपुलर है शेयर खरीदने और बेचने के लिए।
स्टॉक मार्केट क्या होता है
स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह होती है जहां पर आप अपना पैसा लगाकर बहुत ज्यादा फायदा यहां पर ले सकते हैं। यहां पर हम कम पैसे लगाकर बहुत ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन इसके अंदर रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है हमारा पैसा कभी भी इसके अंदर डूब सकता है। स्टॉक मार्केट के अंदर आपको अलग अलग कंपनियों के शेयर देखने को मिलते हैं जिन्हें कि आप कम दामों पर खरीद लेते हैं और अगर कंपनी को मुनाफा हो जाता है तो आप उन्हें अच्छे खासे मुनाफे पर बेच सकते है जिससे आगे जाकर अच्छा खासा मुनाफा हो जाए।
लेकिन कई बार ऐसा भी हो जाता है कि हमें किसी ऐसी कंपनी के शेयर खरीद लेते हैं जो कि आगे चलकर डूब जाती है और उस कारण से हम जितने भी शेयर खरीदते हैं वह शेयर हमारे बहुत कम दामों में बिकने के कारण है हमें इसके अंदर घाटा भी लग जाता है, तो इसके अंदर आपको सोच समझकर इन्वेस्ट करना है।
शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है
स्टॉक और शेयर मार्केट में अंतर की बात करें तो स्टॉक मार्केट का मतलब होता है कि जब बहुत सारी कंपनियों के शेयरों को एक साथ मार्केट में बेचते है तो उन्हे शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है स्टॉक मार्केट कहते हैं और जब कोई एक कंपनी अपने शेयर को बेचती है तो उसे हम शेयर मार्केट कहते हैं। तो शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के अंदर हमें सबसे बड़ा अंतर यही देखने को मिलता है लेकिन यह अंतर ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता।
ज्यादातर लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं होता कि स्टॉक मार्केट अलग होता है और शेयर मार्केट अलग होता है क्योंकि यह दोनों नाम बोलने में और देखने में एक समान है इस कारण से लोगों को इन में अंतर देखने को नहीं मिलता लेकिन आपको बता दूं कि स्टॉक मार्केट और शेयर मार्केट के अंतर बहुत बड़ा अंतर होता है।
Stock Market Knowledge In Hindi स्टॉक और शेयर मार्केट में क्या अंतर है?
Stock और Share Market क्या अंतर है ज्यादातर लोग यही नहीं समझ पाते हैं. आइए जानते हैं स्टॉक मार्केट कैसे शेयर मार्केट से अलग है.
स्टॉक मार्केट नालेज
भले ही इन शब्दों को एक दूसरे के स्थान पर उपयोग किया जाता है, लेकिन वे अपने संचालन के तरीकों में भिन्नता होता है. अगर समानता की बात की जाए तो स्टॉक मार्केट एवं शेयर बाजार, एक ऐसा बाजार है जहां पर कंपनियां अपना शेयर जारी करता है और निवेशक उसे खरीद या बेच सकता है.
यह जानकारी निवेशकों को यह अनुमान लगाने में मदद कर सकती है कि भविष्य में शेयर बाजार कैसा व्यवहार करेगा और शेयरों में निवेश करने या न करने के बारे में निर्णय ले सकता है।
Stock Market Kaise Kam Karta Hai?
एक बार प्राइमरी शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है शेयर (IPO) में नई प्रतिभूतियों के बेचे जाने के बाद, उनका सेकेंडरी शेयर बाजार में कारोबार किया जाता है. जहां एक निवेशक दूसरे निवेशक से मौजूदा बाजार मूल्य पर या जिस भी कीमत पर खरीदार और विक्रेता दोनों सहमत होते हैं, शेयर खरीदता है
सेकेंडरी शेयर बाजार या स्टॉक एक्सचेंज नियामक प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित होते हैं। भारत में, प्राइमरी और सेकेंडरी बाजार भारतीय सुरक्षा और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा शासित होते हैं.
एक स्टॉक एक्सचेंज में स्टॉक ब्रोकरों को कंपनी के शेयरों और अन्य प्रतिभूतियों का व्यापार करने की सुविधा देता है. किसी स्टॉक को केवल तभी खरीदा या बेचा जा सकता है जब वह किसी एक्सचेंज में सूचीबद्ध हो.
इस प्रकार, यह स्टॉक खरीदारों और विक्रेताओं का मिलन स्थल है. भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं.
Stock Market Trading कैसे करते हैं?
जब कई शेयरों को एक साथ रखा जाता है, तो इसे स्टॉक कहते हैं. मार्केट वह प्लेस होता है, जहां पर शेयर या स्टॉक को बेचेया खरीदे जाते हैं. ट्रेडिंग का सीधा सा मतलब होता है कि मुनाफा लेकर के खरीद-फरोख्त करना होता है.
भारत में दो Stock Market मार्केट है जिसका नाम मुंबई स्टॉक एक्सचेंज है दूसरा नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है जहां पर आप ऑनलाइन Trading कर सकते हैं.
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं? स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग मुख्य तौर पर तीन प्रकार से कर सकते हैं, जिनका विवरण निम्नलिखित है.
Intra-day Trading
इंट्राडे ट्रेडिंग एक प्रकार का स्टॉक या शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है जो 1 दिन के ऑफिशियल आवर में पूरा कर लिया जाता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग को ही सबसे ज्यादा लोग पसंद करते हैं. हर लोग इन दिनों जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं वह सुबह सुबह कुछ शेयर को खरीद करके 3:00 बजे से पहले बेच करके बड़ा मुनाफा कमाने के चक्कर में रहते हैं.
What is difference between Share Market and Stock Market – शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के बीच अंतर
जो भी हम शेयर बाजार के बारे में बात करते हैं, तो हमारे मन में शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट दोनों का ख्याल आता है। लेकिन दोनों में कुछ अंतर होता है। आज का हमारा यह लेख इसी के ऊपर है। आज हम पहचानेंगे की शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है? What is difference between Share Market and Stock Market – शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के बीच अंतर।
कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 61 के अनुसार, कंपनी अपने शेयरों को परिवर्तित कर सकती है। यानी सीधे शब्दों में कहे तो कोई भी कंपनी द्वारा शेयर को जारी किया जाता है। जो पूरी तरह से भुगतान किए जाते हैं, जिन्हें हम स्टॉक स्टॉक कह सकते हैं। ‘शेयर‘ सबसे छोटी इकाई है जिसमें कंपनी की पूंजी को विभाजित किया जाता है। कंपनी में शेयर धारक के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करता है।
शेयर और स्टॉक के बीच में अंतर
- किसी भी कंपनी की पूंजी की छोटी इकाइयों में विभाजित होने शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है पर उन्हें शेयर कहते हैं। वही किसी सदस्य के द्वारा उन शेयरों को खरीद करके इकट्ठा करने को स्टॉक कहा जाता है।
- शेयर को आंशिक या पूरी तरह से भुगतान किया जा सकता है। स्टॉक केवल पूरी तरह शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है से भुगतान किए जाते हैं।
- शेयरों की संख्या एक निश्चित होती है जो कि किसी विशिष्ट कंपनी द्वारा जारी की जाती है। स्टॉक में कितनी संख्या नहीं होती।
- शेयर का आंशिक हस्तांतरण संभव नहीं है। वही, स्टॉक का आंशिक हस्तांतरण किया जा सकता है।
- शेयर हमेशा मूल रूप से जारी किया जाता है जबकि स्टॉक को मूल रूप से जारी नहीं किया जाता है।
- किसी भी शेयर की एक निश्चित संख्या होती है, जिसे एक विशिष्ट संख्या के रूप में जाना जाता है जो इसे अन्य शेयरों से अलग करता है। लेकिन एक ही स्टॉक की संख्या सीमित नहीं होती।
- शेयरों का नाम मात्र मूल्य होता है, लेकिन स्टॉक का कोई मूल्य नहीं होता है।
- शेयर को आंशिक रूप से स्थानांतरण नहीं किया जा सकता, जबकि स्टॉक को किया जा सकता है।
स्टॉक की परिभाषा
किसी भी कंपनी द्वारा जारी किए गए शेयर को, एक स्टॉक के रूप में खरीदना स्टॉक स्टॉक कहलाता है। जब किसी सदस्य के शेयरों को एक फंड में परिवर्तित किया जाता है तो उसे स्टॉक के रूप में जाना जाता है।
शेयरों द्वारा सीमित एवं सार्वजनिक कंपनी अपने पूर्ण भुगतान वाले शेयर को स्टॉक में परिवर्तित कर सकती है। तो उसे स्टॉक के रूप में जाना जाता है। हालांकि स्टॉक का मूल मुद्दा संभव नहीं है। शेयर को स्टॉक में बदलने के लिए निम्नलिखित शर्त पूरी की जानी चाहिए।
- एसोसिएशन द्वारा लेखों को इस तरह के रूपांतरण को निर्दिष्ट करना चाहिए।
- कंपनी को कंपनी की वार्षिक आम बैठक में एक साधारण प्रस्ताव पारित करने के बाद ही शेयर को स्टॉक में परिवर्तित किया जा सकता है।
- कंपनी निर्धारित समय के भीतर शेयरों में शेयरों के रूपांतरण के बारे में कंपनियों के रजिस्ट्रार को नोटिस भेज सकती है।
निष्कर्ष
आज के हमारे इस लेख में हमने आप सभी लोगों को इस बारे में जानकारी दी है कि What is difference between Share Market and Stock Market – शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के बीच अंतर । संक्षेप में कहा जा सकता है कि कंपनी की पूंजी का छोटा सा हिस्सा शेयर होता है। जबकि किसी सदस्य द्वारा रखे गए शेयर का संग्रह स्टॉक कहलाता है। भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 में शेयरों को स्टॉक में बदलने और इसके विपरीत एक समिति कंपनी की अधिकृत करने की क्षमता दी है। इसके अंतर्गत कुछ कानूनी औपचारिकताएं पूरी करना जरूरी होता है। आपको आज का मारा यह लेख कैसा लगा? हमें कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके जरूर बताएं। इससे संबंधित अगर आपकी कुछ सवाल एवं सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।
Admin Desk हम हिंदी भाषा में यहां सरल शब्दों में आपको ज्ञानवर्धक जानकारियां शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं। ज्यादातर जानकारी है इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा में मौजूद है। हमारा उद्देश्य आपको हिंदी भाषा में बेहतर और अच्छी जानकारी उपलब्ध कराना है।
शेयर मार्केट कितने प्रकार की होती है?
शेयर बाजार दो मुख्य प्रकार के शेयरों से बना है: इक्विटी शेयर और वरीयता शेयर। इक्विटी शेयर, जिन्हें सामान्य शेयर भी कहा जाता है, एक कंपनी में स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करते हैं और शेयरधारकों को वोटिंग अधिकार प्रदान करते हैं। वे उन कंपनियों द्वारा पेश किए जाते हैं जो अपना पूंजी आधार बढ़ाना चाहती हैं।
दूसरी ओर, वरीयता शेयर, लाभांश की एक निश्चित दर प्रदान करते हैं और आमतौर पर चुकौती के मामले में इक्विटी शेयरधारकों की तुलना में अधिक रैंक करते हैं यदि कंपनी परिसमापन में जाती है। नतीजतन, वे इक्विटी शेयरों की तुलना में अधिक सुरक्षित हैं लेकिन शेयरधारकों के लिए मतदान के अधिकार की कमी है।
जब शेयर बाजार में निवेश करने की बात आती है, तो अपने निवेश के बारे में सूचित निर्णय लेने के लिए इन दो प्रकार के शेयर वर्गों को समझना आवश्यक है।
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