बरेली समेत 18 शहर बनेंगे सेफसिटी, उत्तर प्रदेश बनेगा देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था : सीएम योगी
बरेली कॉलेज ग्राउंड में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1459 करोड़ की 188 विकास की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। बरेली की जनता का आभार व्यक्त करते हुए एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव में 9 में से 7 सीटें भाजपा की झोली में डाली है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार बरेली समेत प्रदेश के विकास की प्रतिबद्धता के लिए काम कर रही है। आम जनमानस की सुविधाओं को देखते हुए शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। निवेशकों के परिश्रम और पुरुषार्थ से शहर स्मार्ट हो रहे हैं। प्रदेश में बरेली ने सबसे ज्यादा डॉक्टर जनप्रतिनिधि दिए हैं। बरेली अभी तक झुमका शहर के रूप में जाना जा रहा था लेकिन अब स्मार्ट सिटी के रूप में इसकी पहचान बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के जरिए स्मार्ट मिशन में कोविड-19 की बेहतर व्यवस्था की गई। वही कूड़ा प्रबंधन और शहर को सुरक्षित रखने की दिशा में भी महत्वपूर्ण एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार कार्य किया गया है। पिछले साढ़े पांच साल में प्रदेश में बेहतर सुरक्षा और कानून व्यवस्था स्थापित हुई है।
बरेली समेत प्रदेश के 18 शहरों को सेफ सिटी एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार बनाने के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसका परिवर्तन व्यापक रूप से देखने को मिल रहा है। जहां पहले तारों के गुच्छे लटक रहे थे। वह शहर और बाजार अब स्मार्ट हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक जिला एक उत्पाद योजना समेत कई सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को ऋण के चैक दिए। इसके अलावा मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को चाबी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरेली समेत पूरे प्रदेश के युवाओं को स्मार्ट बनाया जा रहा है। दो करोड़ युवाओं को स्मार्ट टेबलेट और फोन दिए जा रहे हैं। सपा बसपा सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि साढ़े पांच साल से पहले बरेली में कर्फ्यू और बंटवारे हो रहे थे। जब से भाजपा की सरकार है। बरेली में एक भी कर्फ्यू नहीं लगा है। यहां विकास की बयार बहने लगी है। बरेली की कनेक्टिविटी बढ़ी है। अब सड़क से लेकर हवाई कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ रही है। इससे एक शहर से दूसरे शहर का आवागमन सुगम एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार हुआ है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार के साथ अब हमें निकाय के बोर्ड को भी लाना होगा। पिछले पांच साल में बोर्ड ने स्मार्ट सिटी में जो विकास के काम किए हैं। उनको और आगे बढ़ाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश जल्द ही देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था बनेगा। इस दिशा में व्यापक रूप से तैयारियां शुरू हो गई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में 17700 और ग्रामीण क्षेत्रों में 14000 गरीबों को इस योजना से लाभ पहुंचाया गया। उन्हें आवास मुहैया कराए गए। अकेले बरेली में 31700 लोगों को आवास पिछले 5 साल में आवास मुहैया कराए गए। इसके अलावा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत 29000 पटरी, रेड़ी, ठेले, खोमचे वालों को ऋण देकर उन्हें स्मार्ट शॉप में परिवर्तित किया गया। उन्होंने कहा कि इससे लोगों के शहरी जीवन स्तर में सुधार आया है। लोगों के शहरी जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने के लिए डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम अच्छा हुआ है। बरेली समेत उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। इससे पिछले पांच साल में बरेली में कोई भी कर्फ्यू दंगा नहीं हुआ है। किसी की हिम्मत नहीं हुई है कि कोई आपके त्योहारों पर व्यवधान डाल दे। इसकी वजह से निवेश का सबसे बड़ा गंतव्य बरेली बन रहा है। उन्होंने कहा कि 10 से 12 फरवरी को इन्वेस्टर सम्मिट होने जा रहा है। इसमें बरेली से जुड़े तमाम उद्यमी रहेंगे। उन्होंने सभी प्रगतिशील किसानों, उद्यमियों, छात्रों, डॉक्टरों, शिक्षकों और प्रबुद्धजनों से कहा कि वह निवेश करें किसी को कोई समस्या नहीं होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से निवेशकों को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि वह उद्योग धंधे लगाएं। हॉस्पिटल, स्कूल, फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्री के लिए आवेदन करें। मुख्यमंत्री कार्यालय उसकी मॉनिटरिंग करेगा। निवेशकों को कहीं भी किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था से लेकर डबल इंजन की सरकार पारदर्शी प्रक्रिया से उद्योगों को और निवेशकों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री कार्यालय से उनके उद्योग को मिलने वाले लोन सब्सिडी की मॉनिटरिंग की जाएगी। किसी भी निवेशक को सरकारी सिस्टम से कोई अड़चन नहीं होगी। भ्रष्टाचार और भय मुक्त सुशासन से प्रदेश में रोजगार पर्यटन और उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा।
शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की खरीदारी बढ़ी, FPI ने नवंबर में किया ₹36,329 करोड़ का निवेश
नई दिल्लीः लगातार दो माह तक भारतीय शेयर बाजारों से निकासी के बाद नवंबर में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) एक बार फिर लिवाल बन गए हैं। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में कमजोरी तथा भारत का कुल वृहद आर्थिक रुख सकारात्मक होने के बीच एफपीआई ने नवंबर में भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 36,329 करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह इस साल तीसरा महीना (जुलाई, अगस्त और नवंबर) है जबकि एफपीआई का निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा है। इसके अलावा दिसंबर माह की शुरुआत भी सकारात्मक रुख के साथ हुई है।
अरिहंत कैपिटल की पूर्णकालिक निदेशक एवं संस्थागत कारोबार प्रमुख अनीता गांधी ने कहा, ‘‘आगे चलकर एफपीआई का प्रवाह दिसंबर में सकारात्मक रहने की उम्मीद है। हालांकि, एफपीआई का रुझान महंगे शेयरों से मूल्य प्रदान करने वाले शेयरों की ओर हो सकता है।'' जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि भारत को अपने हिस्से का एफपीआई निवेश मिलेगा। हालांकि, ऊंचे मूल्यांकन की वजह से यह कुछ प्रभावित हो सकता है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार ने नवंबर में शेयरों में शुद्ध रूप से 36,329 करोड़ रुपए डाले हैं। इससे पहले अक्टूबर में एफपीआई ने शेयरों से आठ करोड़ रुपए की निकासी एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार की थी। सितंबर में एफपीआई 7,624 करोड़ रुपए के बिकवाल रहे थे। वहीं अगस्त में एफपीआई ने 51,200 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे। जुलाई में उन्होंने 5,000 करोड़ रुपए की लिवाली की थी। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर से लगातार नौ माह तक एफपीआई शुद्ध बिकवाल रहे थे। इस साल अभी तक एफपीआई ने शेयरों से 1.25 लाख करोड़ रुपए की निकासी की है।
आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार से 1,637 करोड़ रुपए निकाले हैं। भारत के अलावा फिलिपीन, दक्षिण कोरिया, ताइवान, थाइलैंड और इंडोनेशिया जैसे उभरते बाजारों में भी एफपीआई का प्रवाह सकारात्मक रहा है।
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बरेली समेत 18 शहर बनेंगे सेफसिटी, उत्तर प्रदेश बनेगा देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था : सीएम योगी
बरेली कॉलेज ग्राउंड में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1459 करोड़ की 188 विकास की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। बरेली की जनता का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव में 9 में से 7 सीटें भाजपा की झोली में डाली है। उन्होंने एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार कहा कि डबल इंजन की सरकार बरेली समेत प्रदेश के विकास की प्रतिबद्धता के लिए काम कर रही है। आम जनमानस की सुविधाओं को देखते हुए शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। निवेशकों के परिश्रम और पुरुषार्थ से शहर स्मार्ट हो रहे हैं। प्रदेश में बरेली ने सबसे ज्यादा डॉक्टर जनप्रतिनिधि दिए हैं। बरेली अभी तक झुमका शहर के रूप में जाना जा रहा था लेकिन अब स्मार्ट सिटी के रूप में इसकी पहचान बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के जरिए स्मार्ट मिशन में कोविड-19 की बेहतर व्यवस्था की गई। वही कूड़ा प्रबंधन और शहर को सुरक्षित रखने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य किया गया है। पिछले साढ़े पांच साल में प्रदेश में बेहतर सुरक्षा और कानून व्यवस्था स्थापित हुई है।
बरेली समेत प्रदेश के 18 शहरों को सेफ सिटी बनाने के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसका परिवर्तन व्यापक रूप से देखने को मिल रहा है। जहां पहले तारों के गुच्छे लटक रहे थे। वह शहर और बाजार अब स्मार्ट हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक जिला एक उत्पाद योजना समेत कई सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को ऋण के चैक दिए। इसके अलावा मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को चाबी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरेली समेत पूरे प्रदेश के युवाओं को स्मार्ट बनाया जा रहा है। दो करोड़ युवाओं को स्मार्ट टेबलेट और फोन दिए जा रहे हैं। सपा बसपा सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि साढ़े पांच साल से पहले बरेली में कर्फ्यू और बंटवारे हो रहे थे। जब से भाजपा की सरकार है। बरेली में एक भी कर्फ्यू नहीं लगा है। यहां विकास की बयार बहने लगी है। बरेली की कनेक्टिविटी बढ़ी है। अब सड़क से लेकर हवाई कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ रही है। इससे एक शहर से दूसरे शहर का आवागमन सुगम हुआ है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार के साथ अब हमें निकाय के बोर्ड को भी लाना होगा। पिछले पांच साल में बोर्ड ने स्मार्ट सिटी में जो विकास के काम किए हैं। उनको और आगे बढ़ाने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश जल्द ही देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था बनेगा। इस दिशा में व्यापक रूप से तैयारियां शुरू हो गई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में 17700 और ग्रामीण क्षेत्रों में 14000 गरीबों को इस योजना से लाभ पहुंचाया गया। उन्हें आवास मुहैया कराए गए। अकेले बरेली में 31700 लोगों को आवास पिछले 5 साल में आवास मुहैया कराए गए। इसके अलावा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत 29000 पटरी, रेड़ी, ठेले, खोमचे वालों को एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार ऋण देकर उन्हें स्मार्ट शॉप में परिवर्तित किया गया। उन्होंने कहा कि इससे लोगों के शहरी जीवन स्तर में सुधार आया है। लोगों के शहरी जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने के लिए डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम अच्छा हुआ है। बरेली समेत उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। इससे पिछले पांच साल में बरेली में कोई भी कर्फ्यू दंगा नहीं हुआ है। किसी की हिम्मत नहीं हुई है कि कोई आपके त्योहारों पर व्यवधान डाल दे। इसकी वजह से निवेश का सबसे बड़ा गंतव्य बरेली बन रहा है। उन्होंने कहा कि 10 से 12 फरवरी को इन्वेस्टर सम्मिट होने जा रहा है। इसमें बरेली से जुड़े तमाम उद्यमी रहेंगे। उन्होंने सभी प्रगतिशील किसानों, उद्यमियों, छात्रों, डॉक्टरों, शिक्षकों और प्रबुद्धजनों से कहा एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार कि वह निवेश करें किसी को कोई समस्या नहीं होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से निवेशकों को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि वह उद्योग धंधे लगाएं। हॉस्पिटल, स्कूल, फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्री के लिए आवेदन करें। मुख्यमंत्री कार्यालय उसकी मॉनिटरिंग करेगा। निवेशकों को कहीं भी किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था से लेकर डबल इंजन की सरकार पारदर्शी प्रक्रिया से उद्योगों को और निवेशकों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री कार्यालय से उनके उद्योग को मिलने वाले लोन सब्सिडी की मॉनिटरिंग की जाएगी। किसी भी निवेशक को सरकारी सिस्टम से कोई अड़चन नहीं होगी। भ्रष्टाचार और भय मुक्त सुशासन से प्रदेश में रोजगार पर्यटन और उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा।
33 साल बाद ढहाया महेंद्र सिंह का किला
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-मंडी
विधानसभा चुनावों में इस बार जहां मंडी जिला से एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की अचंभित करने वाली हार हुई है। वहीं हिमाचल के दिग्गज नेताओं में शामिल व हमेशा अपनी रणनीति से जीतने व जीताने वाले महेंद्र सिंह ठाकुर के अभेद किले को भी मतदाताओं ने इस बार ढहा दिया है। 33 साल बाद मंडी जिला के धर्मपुर विस क्षेत्र में महेंद्र सिंह ठाकुर के परिवार की हार हुई है और 1993 के बाद पहली बार कांग्रेस को धर्मपुर में जीत मिली है। कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रशेखर 2012 में जीत से कुछ कदम दूर रह गए थे, लेकिन इस बार उन्होंने धर्मपुर में तख्ता पलट दिया है। महेंद्र सिंह ठाकुर ने इस बार चुनावों में अपनी जगह अपने बेटे रजत ठाकुर को भाजपा टिकट से मैदान में उतारा था, लेकिन धर्मपुर की जनता ने परिवारबाद को नकारते हुए रजत ठाकुर को 3026 मतों से हरा दिया है। जबकि महेंद्र सिंह ठाकुर पिछले चुनाव 11964 मतों, 2012 में 1041 और 2007 में 9838 मतों से जीते थे। अरबों रुपये के विकास कार्य होने के बाद भी धर्मपुर में परिबारवाद और चंद्रशेखर के प्रति सहानुभूति की लहर भाजपा पर भारी पड़ी है।
धर्मपुर से कांग्रेस टिकट पर लगातार तीन चुनाव हार चुके चंद्रशेखर ठाकुर ही महेंद्र सिंह के किले को ढहाने का कारण बने हैं। चंद्रशेचर का टिकट भी इस बार कांग्रेस हाइकमान ने बदल दिया था, लेकिन अंतिम क्षणों में चंद्रशेखर टिकट लेने में सफल हो गए थे। उन्होंने कांग्रेस हाईकमान से एक मौका मांगा था, जिसमें अब वह सफल हुए हैं। बता दें कि महेंद्र सिंह ठाकुर ने 1990 में पहला चुनाव आजाद प्रत्याशी के रूप में जीता था। उसके बाद 1993 में कांग्रेस, 1998 में हिविकां, 2003 में लोकतांत्रिक मोर्चा और 2007 के बाद महेंद्र सिंह ठाकुर लगातार भाजपा टिकट पर जीतते आ रहे थे। इस बार उन्होंने अपनी जगह अपने बेटे व प्रदेश सह मीडिया प्रभारी रजत ठाकुर को लांच किया था। हालांकि रजत ठाकुर को टिकट मिलने के बाद उनकी बहन वंदना गुलेरिया बगाबत पर उतर आई थीं। कुछ दिनों के बाद दोनों भाई बहन एक साथ हो गए थे, लेकिन उनका साथ जीत में नहीं बदल सका है। इस बार के चुनाव में रजत ठाकुर को 28037 और कांग्रेस के चंद्रशेखर को 31063 मत मिले हैं।
RBI के फैसले का असर, इन तीन बैंकों से लोन लेना हुआ महंगा
LagatarDesk : आरबीआई ने 7 दिसंबर को रेपो रेट में 35 बेसिस पाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया. जिसका असर अब दिखना शुरू हो गया है. लोगों पर महंगे लोन की मार पड़नी शुरू हो गयी है. आरबीआई के फैसले के बाद एक-एक करके बैंक ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं. एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक ने कर्ज देने की दर बढ़ा दी है. एचडीएफसी बैंक ने एक साल की मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 50 बेसिस पाइंट तक की बढ़ोतरी की है. अब ग्राहकों को 8.60 फीसदी की दर से लोन मिलेगा. (पढ़ें, जोधपुर : विवाह समारोह के दौरान गैस सिलेंडर फटा, 4 की मौत, 63 से अधिक लोग झुलसे)
एक रात से लेकर तीन साल के लिए इतना है एमसीएलआर
रिजर्व बैंक के रेपो रेट (RBI Repo Rate) बढ़ाने के ऐलान के बाद सबसे पहले अपने ग्राहकों को झटका, एचडीएफसी बैंक ने दिया. एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, एक साल की मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 50 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही एक साल की अवधि के लिए बैंक की एमसीएलआर बढ़कर 8.60 फीसदी हो गई है. गौरतलब है कि ग्राहकों को अधिकांश Loan इसी दर के आधार पर तय होते हैं. एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, एक रात की अवधि के लिए एमसीएलआर रेट 10 बेसिस पाइंट बढ़कर 8.30 हो गया है. एक महीने के लिए ब्याज दर पांच बेसिस पाइंट बढ़कर 8.30 फीसदी हो गया. तीन महीने के लिए ब्याज दर बढ़कर 8.35%, छह महीने के लिए 8.45%, एक साल के लिए 8.60%, दो साल के लिए 8.70 फीसदी और तीन साल 8.80% फीसदी हो गया है.
बीओआई और इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी बढ़ाया ब्याज दर
बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने आरबीआई की ओर से रेपो रेट बढ़ाने के बाद अपने रेपो बेस्ड लेंडिंग रेट्स (RBLR) में 35 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की है. इसके बाद बैंक का RBLR एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार बढ़कर 9.10 फीसदी हो गया है. 7 दिसंबर से बढ़ी हुई दरें लागू होंगी. इसके अलावा इंडियन ओवरसीज बैंक ने एमसीएलआर में 15 से 35 बेसिस एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार पाइंट की बढ़ोतरी की है. अब रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट बढ़कर 9.10 फीसदी कर हो गया है. 10 दिसंबर से नयी दरें लागू होंगी. इंडियन ओवरसीज बैंक की वेबसाइट के अनुसार, एक रात के लिए एमसीएलआर रेट 7.65 फीसदी, एक महीना के लिए 7.70%, तीन महीने के लिए 8.00%, छह महीने के लिए 8.15 फीसदी, एक साल के लिए 8.25 फीसदी, दो साल के लिए 8.35% और तीन साल के लिए 8.40% रहेगा.
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