हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सभी लोकतांत्रिक देशों को मिल कर ये सुनिश्चित करना चाहिए कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) गलत हाथों में न पड़े क्योंकि ऐसा होने पर वह हमारे युवाओं को बर्बाद करसकती है।
क्रिप्टोकरेंसी का दुनिया के बाजार में चलता है सिक्का, जानें इसके बारे में सबकुछ
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है। इसे यह नाम इसलिए मिला क्योंकि इसके सुरक्षित ट्रांजेक्शन्स के लिए इनक्रिप्शन का इस्तेमाल होता है। इसका अर्थ है कि क्रिप्टोकरेंसी के डाटा को ट्रांसमिट करने और वालेट में स्टोर करने के लिए एक बहुत ही एडवांस कोडिंग का इस्तेमाल होता।
भुगतान का तरीका
क्रिप्टकरेंसी असल में एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। मगर इस सिस्टम में अन्य डिजिटल माध्यमों की तरह ट्रांजेक्शन के लिए किसी बैंक की अनुमति की जरूरत नहीं होती। यह पीयर-टू-पीयर नेटवर्क सिस्टम से संचालित होती है और कोई भी कहीं से इसे भेज सकता है और प्राप्त कर सकता है।
क्या है पीयर-टू-पीयर सिस्टम
पीयर-टू-पीयर सिस्टम में कोई अपना एक सर्वर नहीं होता। सभी कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े होते हैं।
कहां रखी जाती है डिजिटल करेंसी डिजिटल करेंसी अपके डिजिटल वालेट में रहती है। जब कोई अपना डिजिटल करेंसी फंड ट्रांसफर करता है तो यह पब्लिक लेजर में दर्ज होता है।
What is Cryptocurrency: जानें क्या है क्रिप्टो करेंसी, भारत में होगी बैन, सरकार ला रही विधेयक
क्रिप्टो करेंसी (फोटो- सोशल मीडिया)
What is Cryptocurrency: भारत में हर तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency Kya Hai) पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी है। इसके लिए सरकार संसद के अगले सत्र में क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) पेश करेगी। क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) का नाम 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021'(The Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021) है।
हजारों क्रिप्टोकरेंसियों की राह में रोड़े
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) में यह कहा गया है कि नई आए डेवलपिंग टेक्नोलॉजी और इसके उपयोगों को बढ़ावा देने के लिए कुछ अपवादों को अनुमति दी जाए। यानी कुछ प्राइवेट क्रिप्टो करेंसियों को इजाजत दी जा सकती है।
इसका आधार क्या होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency news today in hindi) के बारे में किसी भी तरह का पूर्व सत्यापन वाला रुख हजारों क्रिप्टोकरेंसियों की राह में रोड़े खड़ा करेगा। क्योंकि ये करेंसियां नियामक निगरानी के दायरे से बाहर संचालित होने के कारण ही खूब फलती फूलती हैं।
क्रिप्टोकरेंसी (फोटो- सोशल मीडिया)
जानकारी के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल करेंसी (digital currency) बनाने और जारी करने के लिए एक फ्रेमवर्क बनाने की भी बात है।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी ( cryptocurrency kya hai in hindi
क्रिप्टो (Crypto) का मतलब है सीक्रेट, गोपनीय, छिपा हुआ। एक मतलब होता है किसी ग्रुप या अवधारणा से गुप्त रूप से जुड़ा होना। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में ये दोनों मायने लागू होते हैं। ये सीक्रेट और गुप्त है ।
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को एक डिजिटल मुद्रा भी कह सकते हैं जो कंप्यूटर की गणना पर आधारित है। इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं होता। यह किसी बैंक या सरकार से नहीं जुड़ी होती बल्कि स्वतंत्र होती है।इसे बिना पहचान जाहिर किए खर्च किया जा सकता है, यानी क्रिप्टो को लेने या देने वाला गुप्त रहते हैं।
किसी भी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को यूजर खुद ही बनाते हैं। इसके लिए उन्हें इनको 'माइन' करना पड़ता है। माइन या मिन्टिंग दरअसल, कंप्यूटर में जटिल कैलकुलेशन होती है जिसके लिए बहुत ज्यादा बिजली और कंप्यूटर की जबरदस्त कंप्यूटिंग ताकत लगती है।
Cryptocurrency का भविष्य के बारे में
भारत के कुछ बड़े - बड़े शहरों से भी ज्यादा छोटे क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? शहरों में Cryptocurrency ने निवेश का खुमार देखने को मिल रहा है। दिलचस्प बात ये है की Cryptocurrency ने निवेश के भविष्य और उसके जोखिम के बारें में मालूम होते हुए भी ज्यादातर भारतीय युवा जोखिम उठा रहे है।
भारत में Cryptocurrency क्या है?
अगर भारत के सन्दर्भ में बात करू तो भारत में Cryptocurrency एक क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? डिजिटल करेंसी है जिसका लागू करने में सरकार भी सहमत नहीं है, क्यों की डिजिटल करेंसी पर नियंत्रण असंभव है। अगर भारत सरकार अपनी खुद की डिजिटल मुद्रा ले कर आये तो कुछ हो सकता है। अभी तक भारतीय डिजिटल मुद्रा को लेन के कयास भी लगाए जा रहे है और जल्द से जल्द भारतीय डिजिटल रुपे या डिजिटल मुद्रा के नाम से होगी।
भारतीय डिजिटल मुद्रा के लांच होते है, भारत में सबसे अधिक निवेश Cryptocurrency की तरह भारतीय डिजिटल मुद्रा में होगा। क्यों की भारतीय निवेशक हमेशा से ही नई - नई जगत और तकनीक में निवेश करने को बेताब रहते है। भारतीय Cryptocurrency में निवेश का बूम आ जायेगा।
FAQ Cryptocurrency
प्रश्न: भारत में Cryptocurrency का भविष्य क्या है?
उत्तर - अभी भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य अनिश्चित है।
प्रश्न: क्या भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी जैसी भारतीय डिजिटल मुद्रा होगी?
उत्तर - भारत में भारतीय डिजिटल मुद्रा जल्द ही आने वाली है जो Cryptocurrency जैसी होगी।
प्रश्न: क्या भारतीय Cryptocurrency में निवेश कर सकते है?
उत्तर - जी हाँ! भारतीय Cryptocurrency में निवेश कर सकते है, परन्तु सरकार की तरफ से संचालन की अनुमति नहीं होने के कारन Cryptocurrency को direct रुपयों ने convert नहीं कर सकते।
प्रश्न: क्रिप्टो करेंसी डाउन क्यों हो रही है?
उत्तर - क्रिप्टो करेंसी होने का मुख्या कारन सरकारों का अनुमति नहीं देना है। किसी भी देश की सरकार पूर्णरूप से स्वीकृत नहीं करती है और कुछ देशों को छोड़कर क्रिप्टो ट्रेडिंग पर रोक नहीं लगा पा रही है, इसलिए क्रिप्टो करेंसी डाउन हो रही है।
क्या क्रिपटो करेंसी को कैश करवाया जा सकता है?
हालाँकि बिटकॉइन को क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? मूल रूप से एक वैकल्पिक मुद्रा के रूप में बनाया गया था, लेकिन इसकी अस्थिरता और उच्च मूल्य ने इसे अव्यावहारिक बना दिया है। सभी क्रिप्टो का मूल्य आज की तुलना में नवंबर 2021 में एक ट्रिलियन डॉलर से अधिक था। अन्य वस्तुओं की तरह, अब इसका उपयोग ज्यादातर निवेशकों के बीच व्यापार के लिए क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? किया जाता है। लेकिन एक बार जब आपके पास आपकी क्रिपटो करेंसी आ जाती है, तब क्या होता क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? है? मूल्य में उतार-चढ़ाव, सभी क्रिपटो करेंसी के लिए बहुत आम हैं, इसकी कीमत गिरने से आपको भी घबराहट होती होगी. लेकिन शुक्र है कि आप इसे फिर से कैश में तब्दील कर सकते हैं. यानि क्रिप्टो को फिर से डॉलर में बदलना संभव है.
What is Cryptocurrency in Hindi: उदाहरण के रूप में बिटकॉइन के बारे में बात करते हैं, क्योंकि यह अब तक का सबसे सर्वव्यापी और प्रसिद्ध क्रिप्टो आइटम है।
क्या क्रिप्टो एक अच्छा निवेश है?- What is Cryptocurrency in Hindi
उम्मीद है, अब आपको क्रिप्टो करेंसी की अच्छी समझ हो गई होगी। अब आप खुद से पूछ रहे होंगे, “क्या क्रिप्टोकरेंसी एक अच्छा निवेश है?”
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक उच्च जोखिम वाला निवेश है, क्योंकि जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, यह एक अस्थिर संपत्ति है।
जब हर कोई क्रिप्टोक्यूरेंसी खरीदना शुरू करता है, तो प्रत्येक क्रिप्टो इकाई का मूल्य तेजी से बढ़ता है। लेकिन याद रखें: क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? क्रिप्टो एक अस्थिर संपत्ति है, और जैसे ही मूल्य बढ़ता है, मूल्य गिर सकता है।
यदि आपने अपनी इकाइयां जल्दी बेच दी हैं, तो आप निवेश पर भारी लाभ कमा सकते हैं। स्टॉक मैनिपुलेटर्स यही करते हैं। जब मांग सबसे अधिक होती है तो वे अपनी इकाइयाँ बेच देते हैं और एक बड़ा लाभ प्राप्त करते हैं।
लेकिन अपनी होल्डिंग बेचने का सही समय तय करना मुश्किल है। शेयर बाजार को समय देना काफी कठिन है, लेकिन अस्थिर बाजार का समय निकालना और भी कठिन है। क्रिप्टोक्यूरेंसी केवल कुछ दिनों या कुछ घंटों में मूल्य में नाटकीय रूप से गिर सकती है। यदि आपने मांग ठंडा होने से पहले अपनी इकाइयों को नहीं बेचा, तो वे मूल्य में कमी कर सकते हैं और एक बड़ा नुकसान उत्पन्न कर सकते हैं।
Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस
जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)
Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
एक्सचेंज फीस
- क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
- फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
- क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से क्रिप्टोक्यूरेंसी करेंसी क्या होती है? कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
- आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
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