डीमैट खाता खोलने के लिए निवेशक को सेबी पंजीकृत डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के साथ डीमैट खाता खोलना होगा। खाता खोलने के डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? लिए, निवेशक को खाता खोलने का फॉर्म भरना होगा, पहचान के प्रमाण के रूप में सेबी द्वारा अनुमोदित दस्तावेजों की प्रतियां, डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? पते का प्रमाण और खाता खोलते समय मूल पैन कार्ड जमा करना होगा।

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[Demat Account] डीमैट खाता क्या होता है और डीमैट खाते कितने प्रकार के होते है (Hindi)

शेयर मार्केट में निवेशक के लिए डीमैट खाते की आवश्यकता होती है. बिना खाते के शेयर मार्केट में ऑनलाइन निवेश नही किया जा सकता पर बहुत सारे लोगो के Demat Account से जुड़े कई सवाल है. जैसे डीमैट खाता क्या होता है? डीमैट खाते कितने प्रकार के होते है? डीमैट खाता कहां खुलता है? तो आज हम इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे और इन सवालों के जवाब को विस्तार से समझेंगे. और साथ ही यह भी जानेंगे कि सबसे अच्छा डीमैट खाता कौन सा है?

ऑनलाइन शेयर खरीदने और बेचने के लिए डीमैट खाते (Demat Account) की आवश्यकता होती है और ऑनलाइन के माध्यम से ही डीमैट खाता किसी भी ब्रोकर के साथ खोला जा सकता है. यह खाता डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? बचत खाते के समान है. बस जैसे हम पैसो की बचत के लिए बैंक में बचत खाता खोलते है उसी तरह शेयर मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता होती है.

डीमैट खाते कितने प्रकार के होते है – What are the Types of Demat Accounts

डीमैट खाते तीन प्रकार के होते है. हर भारतीय और विदेशी नागरिक अपने पर्सनल दस्तावेज की मदद से डीमैट खाता खोल सकता है.

  1. Regular Demat Account (नियमित डीमैट खाता)
  2. Repatriable Demat Account (प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता)
  3. Non-Repatriable Demat Account (गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता)

Regular Demat Account: कोई भी निवेशक ऑनलाइन ब्रोकर के साथ रेगुलर डीमैट खाता ऑनलाइन खोल सकता है. इसमें आपको कुछ पर्सनल दस्तावेज देने होते है जैसे – पैन कार्ड डीटेल, आधार कार्ड, पहचान पत्र, अपना मोबाइल नंबर, ईमेल खाता, सिग्नेचर (एक सादे कागज पर सिग्नेचर की हुई फोटो) और अपनी खुद की फोटो.

डीमैट खाता कहां खोला जाता है – Where to Open Demat Account

भारत में कई डिस्काउंट ब्रोकर कंपनी मौजूद है जिनके माध्यम से घर बैठे ऑनलाइन डीमैट खाता खोला जा सकता है. आप Upstox, Groww, Zerodha और 5Paisa जैसे टॉप ब्रोकर के साथ ऑनलाइन डीमैट खाता आसानी से खोल सकते है. और अगर आप विदेशी कंपनियों के शेयर खरीदना चाहते तो आप INDmoney पर डीमैट खाता खोल सकते है.

इसके लिए आपको पर्सनल दस्तावेज देने होते है जिनका उल्लेख हम ऊपर कर चुके है. अगर आप किसी एजेंट से डीमैट खाता चालू कराते है तो उसका आपको शुल्क देना होगा. लेकिन ब्रोकरेज कंपनी से खाता खुलवाने पर आपको किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नही देना होता है.

सबसे अच्छा डीमैट खाता कौन सा है – Which is the Best Demat Account

रेगुलर डीमैट खाता भारतीय लोग खोलते है. जो आप ऊपर बताई गई किसी भी ब्रोकरेज कंपनी द्वारा खोल सकते है. लेकिन हमारी आपको एक खास सलाह है, किसी भी ब्रोकरेज कंपनी के साथ डीमैट खाता खोलने से पहले आपको ब्रोकर चार्ज के बारे में जरूर जानना चाहिए. क्योंकि कई ब्रोकरेज कंपनियां ऐसी होती है जो बहुत ज्यादा ब्रोकर चार्ज करती है. जिसका पछतावा आपको आगे चलकर हो सकता है.

डीमैट खाता कैसे खोलें-How to Open Demat Account?

  • Demat खाता खोलने की प्रकिर्या बहुत आसान है सबसे पहले ये देख ले कि आप सही डिपॉजिटरी प्रतिभागी का चयन कर रहें हैं या नहीं तसल्ली होने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू करे वैसे आजकल बहुत सी ब्रोकरेज और वित्तीय संस्थान ये सेवा प्रदान कर रही हैं
  • सबसे पहले आप ये निर्णय ने की आप demat खाता कहाँ खोलना चाहते है और ये भी सोच ले की आप अपना डिपॉजिटरी प्रतिभागी आप किसे बनायेगे जिसके साथ आप अपना demat खाता खोलेगे लेकिन ज्यादातर डिपॉजिटरी प्रतिभागी ब्रोकर और वित्तये संस्था ही उपलब्ध कराती है
  • इसके बाद आपको एक फॉर्म भरना होगा जिसमे आपको अपनी पूछी गई साडी जानकारी बिलकुल सही ढंग डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? में भरनी होगी साथ ही एक पासपोर्ट size फोटो भी उस फॉर्म पर चिपकाए इसी के साथ जरुरी दस्तावेज और पेन कार्ड भी साथ रखे फॉर्म भरते समय इनकी भी जरूरत पड़ सकती हैं
  • आपको एक पेपर उपलब्ध कराया जायेगा जिसमे सभी नियम ,शर्ते जोखिम लिखे होगे और उसमे उन शुल्को की भी सूचि होगी जो आप खर्च करेगे
  • डीपी के कर्मचारियों का एक सदस्य खाता खोलने के फॉर्म में दिए गए विवरण की जांच करने के लिए आपसे संपर्क करेगा। और आपको पूरी जानकारी देगा . इस पूरी प्रक्रिया के दौरान, एक इन-पर्सन वेरिफिकेशन किया जाएगा

Demat Account खोलने के लिए किन-किन डाक्यूमेंट्स की जरुरत होती हैं : –

Demat Account मे ट्रेडिंग करने के लिए कुछ जरुरी दस्तेवेज चाहिए होते है आप इन दस्तावेज के बिना अकाउंट ओपन नही कर सकते
और न ही शेयर खरीद और बेच सकते है आपको निचे दिए गए दास्तावेज की जरूरत पड़ती हैं

  • पैन कार्ड / Pan Card
  • आधार कार्ड / Aadhaar Card
  • 2 पासपोर्ट आकार की तस्वीरें (Passport Photos)
  • कैसिल चेक (Cancelled Cheque) / सेविंग बैंक खाता पासबुक (Savings PassBook)

Demat Account खोलने में कितने रुपये लगते है?

Demat Account खोलना बहुत आसान है और इसमें ज्यादा पैसे भी खर्च नही होते अगर आप ये सोचते है की Demat अकाउंट खोलने मे बहुत पैसे खर्च होते है तो आपकी सोच गलत है आप मात्र 300 से 700 रुपए मे Demat अकाउंट खोल सकते है और शेयर खरीद और बेच सकते है।

Demat अकाउंट खोलने के लिए 300 रुपए लगते है लेकिन Demat पर अकाउंट चलाने के लिए डीपी आपसे अलग अलग कंपनी मे निवेश करने के लिए अलग फीस ले सकता है।

आपसे जो सबसे पहले पैसे लिए जाते है वो अकाउंट ओपनिंग फीस होती है और जो बाद मे अकाउंट मैनेज किया जाता है उसकी अलग से अकाउंट मैनेजमेंट फीस होती है इस फीस से कंपनी आपके अकाउंट को सालभर मैनेज करती है।

अपने कितने शेयर ख़रीदे है और कितने बेचे है उसका शुल्क चार्ज लिया डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? जाता है जिसे transaction फीस कहते है ये एक तरह का commission कहलाता है

सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट कौन सा है?

इसे डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? सुनेंरोकें1। क़ानूनन आपके 2 डीमैट खाते हो सकते हैं , हालांकि, वे एक ही डिपॉजिटरी प्रतिभागी या ब्रोकर के साथ नहीं होना चाहिए। 2। प्रत्येक व्यक्ति के डीमैट खाते में अलग-अलग शुल्क लगेगा जैसा कि ख़ाता खोलने का शुल्क और वार्षिक रखरखाव शुल्क; और यह शुल्क लिया जाएगा, भले ही खाते के माध्यम से कोई लेन-देन नहीं किया जा रहा हो।

एंजेल ब्रोकिंग ट्रेड कैसे करे हिंदी?

एंजेल ब्रोकिंग ऐप में ट्रेड कैसे करें

  1. अपने स्मार्ट फोन में एंजेल मोबाइल ऐप खोलें
  2. सबसे नीचे ‘लॉग इन ट्रेड’ बटन पर क्लिक करें।
  3. ऊपर बाईं ओर button मेनू ‘बटन पर क्लिक करें
  4. ‘ट्रेड’ लिंक पर क्लिक करें।
  5. ‘खरीदें / बेचें’ डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? लिंक पर क्लिक करें।
  6. उस स्टॉक को सर्च करें और चुनें जिसे आप खरीदना चाहते हैं।

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है?

क्या सरकारी कर्मचारी खोल सकता है डीमैट खाता?

इसे सुनेंरोकेंबिल्कुल खोल सकते हैं। सरकारी कर्मचारियों को शेयर बाजार में निवेश करने की अनुमति है इसलिए डीमैट खाता खोलने में कोई समस्या नहीं है।

डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?

डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?

  • रेगुलर डीमैट अकाउंट नियमित डीमैट अकाउंट केवल निवेशकों के लिए उपलब्ध हैं जो आवासीय भारतीय हैं.
  • रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI के लिए उपलब्ध दो प्रकार के डीमैट अकाउंट में से एक है.
  • नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट

एंजल ब्रोकिंग का मालिक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंएंजेल ब्रोकिंग का मालिक कौन है? हर नए निवेशक के मन ये प्रश्न ज़रूर रहता है की एंजेल ब्रोकिंग का फाउंडर कौन है तो मैं आपको बता दूँ इसके MD Dinesh Thakkar है जो chairman के साथ Managing director भी है स्टॉक ब्रोकिंग के क्षेत्र में काफी बड़ा नाम है जो अपने जीवन के एक सफल इंसान भी है।

ब्रोकरेज चार्ज क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंब्रोकरेज शुल्क एक दलाल द्वारा लेनदेन निष्पादित करने या विशेष सेवाएं प्रदान करने के लिए शुल्क लिया जाता है। शुल्क बिक्री, खरीद, परामर्श और वितरण जैसी सेवाओं के लिए है। एक ब्रोकरेज शुल्क एक दलाल को डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? लेनदेन निष्पादित करने के लिए क्षतिपूर्ति करता है। (यह आमतौर पर होता है, लेकिन हमेशा नहीं) लेन-देन मूल्य का प्रतिशत।

डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं?

डीमैट अकाउंट के फायदे

  • दस्तावेजों के नुकसान का कम जोखिम
  • धोखाधड़ी से बचना (Avoiding Forgery)
  • लोन की सुविधा
  • कम लागत (Cost-Effective)
  • समय की बचत
  • आसान ट्रैकिंग
  • डीमैट सिक्योरिटीज पर कोई टीडीएस नहीं
  • वैश्विक निवेश (Global Investment )

एक व्यक्ति कितने डीमैट अकाउंट खोल सकता है?

डिमैट अकाउंट खोलने के क्या फायदे हैं?

डीमैट खाता खोलने के लाभ

वैसे तो डीमैट अकाउंट के कई फायदे हैं, लेकिन आइए जानते हैं डीमैट अकाउंट के कुछ प्रमुख फायदे:

  • डीमैट खाते के माध्यम से शेयर खरीदने के बाद उनके चोरी होने या धोखाधड़ी की संभावना न के बराबर होती है क्योंकि सभी शेयर इलेक्ट्रॉनिक रूप से यानी डिजिटल माध्यम में रखे जाते हैं। इसमें जोखिम कम होने के कारण ये सुरक्षित हैं।
  • पहले शेयरों को ट्रांसफर करने डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? में काफी समय लगता था। कभी-कभी इसमें महीनों लग जाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है, आप इन्हें तुरंत डीमैट खातों से ट्रांसफर कर सकते हैं। और भेजने के तुरंत बाद यह किसके डीमैट खाते के खाते में भेजा गया है यह दिखने लगता है।
  • पहले शेयर बेचना बहुत मुश्किल काम हुआ करता था, आपको केवल एक समूह में शेयर बेचना पड़ता था। इससे आप विषम संख्या में शेयर नहीं बेच पाए लेकिन अब ऐसा नहीं है। आप डीमैट खाते के माध्यम से 1 सिंगल शेयर भी खरीद और बेच सकते हैं।

डीमैट खाता खुलवाने हेतु आवश्यक दस्तावेज - Demat Account Required Documents

ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, बैंक डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? प्रमाणन, पासपोर्ट, मतदाता आईडी, बिजली या फोन बिल की सत्यापित प्रति व आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई, आईसीएसआई, बार परिषद आदि, तस्वीर के साथ जारी पहचान पत्र, आईटी रिटर्न और केंद्रीय या राज्य सरकारी निकाय द्वारा जारी एक फोटो आईडी कार्ड इनमें से कुछ ही आपके ब्रोकर द्वारा मांगे जा सकते हैं।

पते के प्रमाण के लिए आवश्यक दस्तावेज -

मतदाता आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, आवासीय टेलीफोन या बिजली बिलों की सत्यापित प्रतियां, बैंक पासबुक या बैंक स्टेटमेंट, पासपोर्ट, राशन कार्ड, उच्च न्यायालय/सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों द्वारा स्व-घोषणा पत्र, केंद्रीय सरकार या राज्य सरकारी निकाय द्वारा जारी किए गए पते के साथ एक फोटो आईडी कार्ड, छुट्टी और लाइसेंस अनुबंध या बिक्री का अनुबंध, आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई या फिर आईसीएसआई, बार काउंसिल आदि द्वारा जारी तस्वीर और पते के साथ पहचान पत्र। इनमें से भी कुछ ही डाक्यूमेंट्स आपके ब्रोकर द्वारा मांगे जा सकते हैं।

डीमैट अकाउंट नंबर क्या होता है ?

जब आपके ब्रोकर द्वारा आपका डीमैट डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? अकाउंट खोल दिया जाता है, तब आपको डीमैट अकाउंट के लिए एक 16 अंकों का एक यूनिक नंबर मिलता है जिसे डीमैट अकाउंट नंबर कहते हैं।

डीमैट खाते के लिए आपको वार्षिक फीस देनी होती है जिसे कि फोलियो मेंटनेस चार्ज भी कहते हैं। यह फीस लगभग 300 रूपये और 900 रूपये के बीच होती है यह अलग-अलग ब्रोकर या डीपी के लिए अलग हो सकती है।

बात करें ब्रोकरेज की तो हर डीपी आपके किये गए लेन-देन पर कुछ मामूली सी फीस लेते हैं जिसे ब्रोकरेज कहा जाता है यह सभी डीपी के अपने तरीके होते हैं जैसे कोई लेन-देन दोनों पर चार्ज करता है। कोई शेयर्स खरीदते समय फीस लेते हैं और कोई बेचते समय लेते हैं। कोई डीपी महीने के सभी लेन-देन के लिए एक निश्चित फीस लेते हैं।

डीमैट अकाउंट के फायदे और नुकसान क्या हैं ?

तकनीकी ज्ञान - यदि कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर का तकनीकी ज्ञान कम है तो फिर शुरू में आपको डीमैट अकाउंट को चलाना मुश्किल होगा।

शेयर्स में ज्यादा ट्रेड - डिजिटल सिस्टम के कारण आप कभी भी शेयर खरीद बेच सकते हैं जिसके कारण आपको नुकसान हो सकता है।

पोर्टफोलियो का ऊपर-निचे होना-आपके डीमैट अकाउंट में लगातार पोर्टफोलियो का ऊपर-निचे होना जिससे आपको मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ता है।

डीमैट अकाउंट के फायदे


चोरी होने या खोने का खतरा-पहले कागजी प्रमाण के रूप में आपको शेयर प्रमाण मिलता था जिससे शेयर सर्टिफिकेट के खोने का खतरा होता था लेकिन अब डीमैटरियलाइजेशन के कारण शेयर्स के चोरी होने या खोने का खतरा नहीं है।

व्यापार की जाँच-आप अपने डीमैट खाते से अपने व्यापार की जाँच और लेन-देन को आसानी से देख सकते हैं और उसका प्रबंध कर सकते हैं।

दोस्तों आपको आज के लेख में डीमैट खाता से संबंधित जानकारी बहुत अच्छी लगी होगी। इससे आपके मन में डीमैट खाते को लेकर कई सवालों के समाधान मिले होंगे। यदि फिर भी हमसे इस लेख को लिखते समय कोई गलती हुई है तो कृपया कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं हम डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं? इसे जल्दी से ठीक करने का प्रयास करेंगे। यदि आपके मन में और भी कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं।

सावधानी - यह लेख हमने केवल एक शिक्षा और ज्ञान के प्रसार के उद्देश्य से लिखा है ( हम आपको शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने की कोई भी सलाह नहीं देते हैं )। शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। शेयर मार्केट में लाभ या हानि व्यक्ति के ज्ञान और जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है।

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