नकदी (लिक्विडिटी) निकालने में आसानी
बुरा समय कभी बता कर नहीं आता है, ऐसे में सेवानिवृत्ति के बाद भी खुद को आपात स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रखना आवश्यक है। आपात स्थिति के दौरान धन की उपलब्धता बेहद जरूरी होती है। गंभीर परिस्थितियों में धन निकालने की आवश्यकता पड़ सकती है। इसलिए ऐसी पेंशन पॉलिसी का चयन करना चाहिए जो एक निश्चित सीमा तक नकदी निकालने की स्वीकृति प्रदान करती हो।
सेवानिवृत्ति के लिए कैसे चुनें सही एन्युटी प्लान?
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। सेवानिवृत्ति के बाद नौकरी तो खत्म हो जाती है लेकिन दैनिक जीवन की आवश्यकताओं पर विराम नहीं लगता। बढ़ती उम्र के साथ चिकित्सकीय खर्च भी बढ़ जाते है। ऐसे में सेवानिवृत्ति के बाद भी आर्थिक रूप से सशक्त होना जरूरी है ताकि अपने खर्चों के लिए आपको किसी अन्य पर निर्भर नहीं रहना पड़े। इसलिए उचित समय पर सही पेंशन योजना में निवेश करना बहुत आवश्यक है।
पेंशन योजना में निवेश करने पर सेवानिवृत्त होने के बाद भी आपके पास आय का एक सुरक्षित स्त्रोत रहेगा। पेंशन कैलकुलेटर की सहायता इन्वेस्टमेंट प्लान के प्रकार से खुद का पेंशन कैलकुलेशन किया जा सकता है। मान लीजिए आप हर माह दस हजार से ज्यादा की रकम पेंशन योजना में निवेश करना चाहते है तो पेशन कैलकुलैटर की मदद से आप उस पर मिलने वाली पेंशन का पता लगा सकते है।
अपने लिए आय का एक सुरक्षित साधन निर्मित करने के लिए एन्युटी प्लान में निवेश करना चाहिए। यह एक प्रकार की पेंशन योजना है। एन्युटी प्लान के अंतर्गत राशि निवेश करने के बदले आपको हर महीने, हर तीन महीने में, हर छह महीने या वार्षिक रूप से एक निर्धारित पेंशन का भुगतान किया जाता है। इसमे आप जब तक जीवित रहते है तब तक आपको एक निश्चित आमदनी मिलती रहती है। मृत्यु के बाद आपके नॉमिनी (नामिती) के पास राशि प्राप्त करने का अधिकार होता है। एन्युटी प्लान लेते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, आज के हमारे इस लेख में हम उन्हीं बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।
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SIP Investment Tips: वैसे तो सिप में निवेश करना ज्यादातर फायदे का सौदा ही साबित होता है, लेकिन कई बार कम जानकारी के कारण एसआईपी निवेशक कुछ गलतियां कर बैठते हैं। अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने जा रहे हैं तो इन गलतियों से जरूर बचें-
(SIP Investment Tips), नाई दिल्ली. सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे पॉपुलर तरीका हो गया है। एसआईपी उन लोगो के लिए बेहतर है जो शेयर बाजार की पेचीदगियों से खुद को दूर रखना चाहते हैं और जो मार्केट के जोखिम से बचना चाहते हैं।
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कौन कर सकता है अप्लाई:
योजना भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के के मुताबिक जिन लोगों की उम्र 8 से लकर 55 साल तक है, केवल वही
इस LIC New Premium Endowment Policy में अप्लाई कर सकते हैं. अगर पॉलिसी के Term की बात
करें तो वह 12 से 35 साल है. इस LIC New Premium Endowment Policy में न्यूनतम सम एश्योर्ड की सीमा
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1 रुपये और अधिकतम यानि Maximum की कोई लिमिट नहीं रखी गई है. बता दें अगर 18 से 35 साल के बीच का
कोई व्यक्ति इस LIC New Premium Endowment Policy को लेता है तो उसे रोजाना करीब 70 रुपये यानी
साल में 26,534 रुपये का निवेश (Investment) करना होगा. ऐसा करने पर उसे 10 लाख रुपये का Some
Assured मिलेगा. बताते चलें की दूसरे साल में यह प्रीमियम घटकर 25962 हो जाएगा।
कितनी भी रकम कर कीजिए निवेश:
अगर LIC New Premium Endowment Policy के बारे में पढ़कर आपका भी इसे लेने का मन बन गया है तो
आप किसी भी नजदीकी LIC ऑफिस जाकर वहां पर इसे खरीद सकते हैं. आप चाहें तो इसमें कितना भी रकम
Invest कर सकते हैं. LIC ऑफिस पहुंचने पर आप इस बारे में और विस्तार से जानकारी हासिल कर सकते हैं।
33% का रिटर्न देता हैं यह ELSS TAX MUTUAL FUND. मात्र 10 हज़ार SIP से बन गया 13.62 लाख रुपये
भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा बढ़ाया गया रिपोर्ट के बाद लोग पैसों को निवेश करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट का रुख कर रहे हैं जहां सरकारी बैंक और बड़े प्राइवेट बैंक 7% तक का ब्याज दे रहे हैं वही नए प्राइवेट बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंक इत्यादि 9% तक का ब्याज दे रहे हैं.
फिक्स डिपाजिट का रुख लोग इसलिए भी करते हैं क्योंकि वह इसे काफी सुरक्षित मानते हैं. बाजार के ऊपर नीचे होने से इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और तय किए गए समय में तय किया गया ब्याज हर हाल में मिलता है.
5 लाख तक लेता हैं बैंक गारंटी
अगर किसी स्थिति में बैंक के साथ दिक्कत आ जाए और बैंक पैसा लौटाने में सक्षम ना रहे तो ऐसी स्थिति में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा इंश्योरेंस स्कीम के तहत 5 लाख रुपए तक रिकवर किए जा सकते हैं. हालांकि बड़े बैंकों और सरकारी बैंकों के साथ यह ना के बराबर के जैसी रहती है.
अगर आप 5 साल तक लगातार अपने पैसे निवेश में रखना चाहते हैं तो फिक्स डिपाजिट के अलावा और भी कई ऐसी जगह है जहां पर आपको अच्छा मुनाफा अपने पैसे पर मिल सकता है.
बाज़ार जोखिमों के अधीन हैं
म्यूचल फंड नाम तो सुना ही होगा और प्रचार में यह भी जरूर सुना होगा कि निवेश जोखिम के अधीन है. वैसे ही बात हम भी अपने इस लेख में आपको बताना चाहते हैं कि बताए गए रिटर्न अब तक के रिटर्न है और भविष्य में कुछ ऐसा ही हो इसकी कोई गारंटी नहीं है लेकिन कम और ज्यादा इसके आसपास ही रहता है यह डाटा आसानी से देखा जा सकता है.
ELSS में नंबर वन पर रैंक कर रहा है यहां म्युचुअल फंड 33% तक का रिटर्न प्रतिवर्ष अब तक दिया है. अगर आप इसमें 10,000 रुपए का SIP करते तो महज 5 साल में आपके ₹600000 13.62 लाख रुपए में बदल गए होते हैं. सबसे खास बात यह है कि टैक्स प्लान होने की वजह से इसमें किया जाने वाले निवेश भी डिडक्शन के दायरे में आता है और आप इसको दिखाकर इनकम टैक्स में छूट पा सकते हैं
Paytm लेकर आया शेयर बायबैक प्लान, पहले जान लें क्या है यह प्लान ?
Paytm Share Buyback Plan : जहां कंपनियां अपना IPO मुनाफे के लिए लाती हैं, वहीं वॉलेट सेवा देने वाली कंपनी Paytm की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (one97 Communications Limited) का IPO लॉन्च होते ही लोगों के बड़े नुकसान का कारण बन गया। इस IPO में निवेश करने वाले निवेशकों का सारा पैसा डूब ही गया। इतना ही नहीं Paytm के इस IPO को सबसे इन्वेस्टमेंट प्लान के प्रकार बर्बाद IPO के तौर पर तक देखा गया। इन सबके बाद अब कंपनी ने एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत वह शेयर वापस खरीदेगी। कंपनी के इस प्लान को मंजूरी भी मिल गई है।
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