This video and photo was shot at Little Mount just few minutes back. @chennaip[email protected] please look into this ASAP and take action.
How can this happen in Chennai? @[email protected]@ThamizhachiThpic.twitter.com/paTukOrfbu
शिल्प अनुदेशक प्रशिक्षण स्कीम (सीआईटीएस)
शिल्प अनुदेशक का प्रशिक्षण डीजीटी की अनिवार्य जिम्मेदारी है और यह शिल्पकार प्रशिक्षण स्कीम (सीटीएस) की स्थापना के बाद से चालू है। उद्योग के लिए कुशल जनशक्ति को प्रशिक्षित करने के लिए, व्यावहारिक कौशल को स्थानांतरित करने की तकनीकों से परिचित कराने के लिए अनुदेशक प्रशिक्षुओं को कौशल और प्रशिक्षण पद्धति दोनों में व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
शैक्षणिक सत्र 2021-22 में दाखिले के दौरान 35 लाख से अधिक बैठने की क्षमता वाले करीब 15,000 आईटीआई का आकलन किया गया। एनसीवीटी ने अनिवार्य किया व्यापार सत्रों के बारे में जानकारी है कि आईटीआई में सभी प्रशिक्षकों को सीआईटीएस प्रशिक्षित होने की आवश्यकता है। प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) में वर्तमान क्षमता 8125 प्रति वर्ष है, जिसमें कुल बैठने की क्षमता 12765 (सरकारी और प्राइवेट आईटीओटी - 4640 सहित) है। शैक्षणिक वर्ष अगस्त 2021 के दौरान, कुल 8133 उम्मीदवारों ने एनएसटीआई में प्रवेश (63% सीटें भरी गईं) लिया है।
शिल्प अनुदेशक प्रशिक्षण स्कीम कार्यक्रम के तहत पात्र उम्मीदवार वे हैं जिनके पास एनटीसी/एनएसी/डिप्लोमा/डिग्री योग्यता है। 27 इंजीनियरिंग ट्रेडों और 9 गैर-इंजीनियरिंग ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
शिल्प अनुदेशक प्रशिक्षण स्कीम (सीआईटीएस)
शिल्प अनुदेशक का प्रशिक्षण डीजीटी की अनिवार्य जिम्मेदारी है और यह शिल्पकार प्रशिक्षण स्कीम (सीटीएस) की स्थापना के बाद से चालू है। उद्योग के लिए कुशल जनशक्ति को प्रशिक्षित करने के लिए, व्यावहारिक कौशल को स्थानांतरित करने की तकनीकों से परिचित व्यापार सत्रों के बारे में जानकारी कराने के लिए अनुदेशक प्रशिक्षुओं को कौशल और प्रशिक्षण पद्धति दोनों में व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
शैक्षणिक सत्र 2021-22 में दाखिले के दौरान 35 लाख से अधिक बैठने की क्षमता वाले करीब 15,000 आईटीआई का आकलन किया गया। एनसीवीटी ने अनिवार्य किया है कि आईटीआई में सभी प्रशिक्षकों को सीआईटीएस प्रशिक्षित होने की आवश्यकता है। प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) में वर्तमान क्षमता 8125 प्रति वर्ष है, जिसमें कुल बैठने की क्षमता 12765 (सरकारी और प्राइवेट आईटीओटी - 4640 सहित) है। शैक्षणिक वर्ष अगस्त 2021 के दौरान, कुल 8133 उम्मीदवारों ने एनएसटीआई में प्रवेश (63% सीटें भरी गईं) लिया है।
शिल्प अनुदेशक प्रशिक्षण स्कीम कार्यक्रम के तहत पात्र उम्मीदवार वे हैं जिनके पास एनटीसी/एनएसी/डिप्लोमा/डिग्री योग्यता है। 27 इंजीनियरिंग ट्रेडों और 9 गैर-इंजीनियरिंग ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
चेन्नई: रेस्तरां के बाहर लगा था कथित अश्लील डिजिटल बोर्ड, दावा- किया जा रहा यहां देह व्यापार का प्रमोशन
वहीं इस मामले के सामने आने के बाद ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमेंस एसोसिएशन की सदस्यों ने इसे लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया है और पुलिस से इसके खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है।
फोटो सोर्स: Twitter @kavithazahir
Highlights तमिलनाडु के चेन्नई में कथित अश्लील डिजिटल बोर्ड लगने का एक मामला सामने आया है। दावा है कि इस अश्लील डिजिटल बोर्ड के जरिए देह व्यापार का प्रमोशन किया जा रहा है। ऐसे में इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चेन्नई: तमिलनाडु के चेन्नई का एक मामला सामने आया है जिसमें एक रेस्तरां के बोर्ड पर कथित रूप से अश्लील टेक्स्ट लिखे गए थे। इस बोर्ड का एक फोटो और वीडियो दोनों ही सामने आया है जिसमें डिजिटल साइनबोर्ड पर अश्लील भाषा में कुछ मैसेज लिखे गए थे।
जारी इस व्यापार सत्रों के बारे में जानकारी वीडियो और फोटो को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि इस तरह के अश्लील टेक्स्ट प्रदर्शित कर यहां पर देह व्यापार किया जा रहा है। विवाद में घिरने के बाद डिजिटल साइनबोर्ड को हटा गया है। हालांकि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है लेकिन अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, ट्विटर पर कविता गजेंद्रन नामक एक यूजर ने एक वीडियो और फोटो को शेयर किया है। इस वीडियो और फोटो को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि चेन्नई के लिटिल माउंट के पास एक रेस्तरां के डिजिटल साइनबोर्ड पर कुछ अश्लील टेक्स्ट प्रदर्शित किया गया है। जानकारी के अनुसार, इस डिजिटल साइनबोर्ड को देखते हुए यह शक जताई जा रहा है कि यहां पर देह व्यापार चल रहा है।
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ट्वीट में कविता गजेंद्रन ने यह भी लिखा है कि "यह चेन्नई में कैसे हो सकता है?" ऐसे में जब इसकी खबर रेस्तरां के प्रबंधक की नजर में आई तो इस डिजिटल साइनबोर्ड को बंद कर बाद में उसे वहां से हटा भी दिया गया है। मामले को लेकर साइबर क्राइम पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है और इसमें अभी तक कोई भी केस दर्ज नहीं हुआ है।
ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमेंस एसोसिएशन के सदस्यों ने किया धरना
वहीं इस मामले में बोलते हुए रेस्तरां और गेस्ट हाउस के प्रभारी ने बताया कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। उनके अनुसार, रेस्तरां के डिजिटल बोर्ड पर टेक्स्ट कब और कैसे बदला है, इस बारे में उन्हें पता नहीं है। उन्होंने कहा कि कल रात तक इस डिजिटल बोर्ड के टेक्स्ट सही थे लेकिन उसके बाद क्या हुआ, इसकी उन्हें कोई खबर नहीं है।
प्रभारी ने आगे बताया कि जब उन्हें इस बात की खबर एक व्यक्ति द्वारा मिली तो उन लोगों ने डिजिटल बोर्ड को पहले बंद किया और फिर बाद में उसे हटा दिया है। ऐसे में इस घटना को लेकर ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमेंस एसोसिएशन के सदस्यों ने इसकी कड़ी निंदा की है और रेस्तरां के बाद धरना भी दिया है। सदस्यों ने पुलिस से तत्काल कार्रवाई करने की भी मांग की है।
गूगल की एंड्रॉयड पर प्रतिस्पर्धा आयोग के ‘जुर्माने’ को एनसीएलएटी में चुनौती
गूगल ने एंड्रॉयड मोबाइल उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र के मामले में अनुचित व्यापार व्यवहार के भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के आदेश के खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में अपील की है.
गूगल ने एंड्रॉयड मोबाइल उपकरण पारिस्थितिकी तंत्र के मामले में अनुचित व्यापार व्यवहार के भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के आदेश के खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में अपील की है. कंपनी के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. प्रतिस्पर्धा आयोग ने एंड्रॉयड मोबाइल उपकरणों के मामले में कई बाजारों में अपनी दबदबे की स्थिति का फायदा उठाने के लिए गूगल पर 1,337.76 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाया था. इसके साथ ही सीसीआई ने इंटरनेट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी को विभिन्न प्रकार के अनुचित व्यापार व्यवहार से बचने को कहा था.
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गूगल के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने एंड्रॉयड पर सीसीआई के फैसले के खिलाफ अपील करने का निर्णय लिया है. हमारा मानना है कि यह फैसला उन भारतीय प्रयोगकर्ताओं, कंपनियों के लिए बड़ा झटका है जिन्हें एंड्रॉयड की सुरक्षा खूबियों पर भरोसा है. इससे मोबाइल उपकरणों की लागत संभावित रूप से बढ़ जाएगी.''
प्रवक्ता ने कहा कि हम एनसीएलएटी में अपनी बात रखेंगे. इसके साथ ही हम अपने प्रयोगकर्ताओं तथा भागीदारों के प्रति प्रतिबद्ध हैं. कंपनी ने कहा कि एंड्रॉयड ने भारतीय प्रयोगकर्ताओं, डेवलपर्स और ओईएम को लाभ दिया है और इसने देश के डिजिटल बदलाव को आगे बढ़ाया है.
सूत्रों ने कहा कि गूगल ने एनसीएलएटी से इस आदेश पर रोक लगाने की अपील की है. गूगल का मानना है कि सीसीआई इस बात पर गौर करने में विफल रहा कि मुक्त एंड्रॉयड कारोबारी मॉडल सभी अंशधारकों के लाभ के लिए प्रतिस्पर्धा का समर्थन करता है. खासकर भारत के मामले में.
सूत्रों ने कहा कि गूगल को भरोसा है कि एनसीएलएटी इस मामले में मौजूद प्रमाणों पर गौर करेगा कि एंड्रॉयड ने भारत में मोबाइल पारिस्थतिकी तंत्र की भारी वृद्धि और समृद्धि में योगदान दिया है. सूत्रों ने कहा कि एंड्रॉयड ने सभी के लिए अधिक विकल्प पैदा किए हैं. इसने देश और दुनिया में हजारों सफल व्यवसायों को समर्थन दिया है.
आईटीआई हरियाणा
कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग, हरियाणा सरकार के 166 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (133 (को.एड.)जीआईटीआई और महिलाओं के लिए 33 जीआईटीआई) और शिल्पकार प्रशिक्षण योजना के तहत 242 निजी आईटीआई नेटवर्क के माध्यम से राज्य के बेरोजगार युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (133 (सह-एड।) जीआईटीआई और महिलाओं के लिए 33 जीआईटीआई) और शिल्पकार प्रशिक्षण योजना के तहत 242 निजी आईटीआ | इन संस्थानों में एक और दो साल की अवधि के इंजीनियरिंग और गैर-इंजीनियरिंग व्यापार पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं | चालू शैक्षिक वर्ष 2018-19 के दौरान, जीआईटीआई में प्रवेश के लिए 3540 व्यापार इकाइयों में 60544 मंजूर सीटें जारी की गई हैं और निजी आईटीआई में प्रवेश के लिए 2274 व्यापार इकाइयों में 38604 स्वीकृत सीटें जारी की गई हैं । सत्र 2017-18 में 72293 उम्मीदवार सरकारी और निजी आईटीआई में भर्ती हुए और सत्र 2018-19 के लिए प्रवेश प्रक्रिया में हैं |
वर्ष 1966 में जब हरियाणा अस्तित्व में आया, तो 48 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, 7156 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता के साथ थे | अब, 7688 स्वीकृत सीटों के साथ कुल 408 सरकारी और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान 76 विभिन्न ट्रेड में पाठ्यक्रम पेश करते हैं | भारत सरकार में उद्योग क्षेत्र परिषद के माध्यम से पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण पद्धति और व्यापार सत्रों के बारे में जानकारी प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण में सुधार से आईटीआई में प्रशिक्षण की गुणवत्ता नियमित रूप से अपग्रेड की जा रही है। बाजार की मांग के मुताबिक नए कारोबार भी पेश किए जा रहे हैं।
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