Dogecoin कीमत भविष्यवाणी 2023

क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?

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बिजनेस एवं निवेश में हमेशा केवल फायदा ही नहीं होता। बहुत बार नुकसान भी होता है। कई बार अच्छा रिटर्न दे रही करेंसी में इन्वेस्टमेंट भी बहुत बड़ा नुकसान देकर जाता है।

ऐसा संबंधित मार्केट में उतार-चढ़ाव की वजह से होता है। इस उतार-चढ़ाव के कई कारण होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कितना डाउन है एवं यह क्यों डाउन है? आज इस पर हम आपको इस पोस्ट में जानकारी देंगे।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं? (What is cryptocurrency market?)

सबसे पहले समझ लेते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या है? सामान्य रूप से क्रिप्टोकरेंसी बाजार अथवा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट वह जगह है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त एवं ट्रेडिंग होती है।

इसे अलग अलग नामों से भी जाना जाता है। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, डिजिटल करेंसी एक्सचेंज, काॅइन मार्केट एवं क्रिप्टो मार्केट आदि।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार डाउन क्यों है? (Why cryptocurrency market is down?)

आम बजट में भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में 30 फीसदी टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो मार्केट में बिटकाॅइन के रेट नीचे पहुंच गए। टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई और इसमें बिकवाली बढ़ गई। यह स्थिति पहली बार नहीं आई है।

क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?

दिसंबर, 2021 में भी सरकार के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेश्कों को खूब परेशान किया है। उस दौरान भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज पर निवेशकों ने जल्दबाजी में अपनी करेंसी बेच डाली। विशेषज्ञ क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों ने इसका लाभ उठाते हुए गिरे भाव पर दांव लगाया एवं क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली। वे कीमत गिरने का ही इंतजार कर रहे थे।

आपको जानकारी दे दें कि यद्यपि भारत में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को वैध दर्जा प्राप्त नहीं, ऐसे में कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के संचालक इस पर टैक्सेशन को इसके लीगल किए लाने का पहला दरवाजा मानकर चल रहे हैं, जिसे वे पार कर चुके हैं। सरकार भी इस संबंध में फैसला लेने में अधिक देर करने की स्थिति में नहीं है।

क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के समय क्या करना चाहिए? (What to do when Crypto market is down?)

किसी भी चीज में गिरावट का अर्थ यह कतई नहीं होता कि आप उसे छोड़ दें। खास तौर पर शेयर मार्केट के जानकार गिरावट के समय ही शेयरों में निवेश बढ़ाने की नसीहत देते हैं।

क्रिप्टो मार्केट में भी यही फार्मूला लागू होता है। यदि कोई निवेशक अच्छे से मार्केट रिसर्च करता है और उसे यह बेस मजबूत दिखता है तो यह क्रिप्टो करेंसी में निवेश का सबसे अच्छा समय कहा जा सकता है।

प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में 24 घंटे के भीतर आई गिरावट का लेखा जोखा

अब एक नजर डाल लेते हैं पिछले 24 घंटे के भीतर प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में आई गिरावट के स्तर पर। यह निम्नवत है-

हमने इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताया कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है। यदि आप भी इस करेंसी में इन्वेस्ट करने के इच्छुक हैं तो उससे पहले इस मार्केट के उतार-चढ़ाव को अच्छी तरह से समझ लें।

इस पोस्ट को लेकर आपके मस्तिष्क में कोई शक शुबहा है तो हमसे पूछ सकते हैं। करेंसी के संबंध में जागरूकता के मद्देनजर इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करना न भूलें। धन्यवाद।

2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है

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Dogecoin कीमत भविष्यवाणी 2023, 2025 से 2030 तक पूरी जानकारी, रुपए में

क्या अपने कभी सोच था 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है की Dogecoin दुनिया की Top 10 क्रिप्टो करेंसी मे गिना जाएगा। देखा जाए एक MEME कॉइन के लिए यह बिल्कुल भी संभब जैसा नहीं लगता है। लेकिन जब क्रिप्टो करेंसी के दीवाने Elon Musk ने साल 2021 में इस पर रुचि जताई ओर इसको बारे में लगातार ट्वीट किया तबसे Dogecoin का मूल्य बिना रुके बढ़ने लगा था। 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है तोचलिए जानते है Dogecoin कीमत भविष्यवाणी 2022, 2023, 2024, 2025 से 2030 – 2040 तक क्या हो सकता है?

किसने सोच था की एक Meme कॉइन का वैल्यू इतना बढ़ेगा यानि एक जोक के तहत बनाया गया क्रिप्टो टोकन आज $85 Billion डॉलर का मार्केट कैप होल्ड किया है। Elon Musk ट्वीट करने के बाद डोगेकोइन का मूल्य 24 घंटे में लगभग दुगना से भी ज्यादा हो गया था ओर महज कुछ दिनों में इसका मूल्य 20 गुना से भी ज्यादा हो चुका था।

हमने Dogecoin के बारे में बहत रेसर्च किया ओर उसके बाद यह जानकारी 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है दिए है। यहाँ पर Dogecoin का इतिहास, dogecoin का भविष्य क्या है ओर Dogecoin कीमत भविष्यवाणी 2022, 2023, 2024, 2025 से 2030 – 2040 तक क्या हो सकता है डीटेल बातया गया है।

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Cryptocurrency: क्रिप्टो ने डुबाया, करोड़ों रुपया स्वाहा! भारत पर कितना पड़ेगा असर?

Bitcoin Down: भारतीय निवेशक इससे काफी हद तक बचे रहे हैं जबकि बहामास का एफटीएक्स बाजार लोगों द्वारा बिकवाली के बाद दिवालिया हो गया है. भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को विनियमित 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है करने का विचार कर रही थी.

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Cryptocurrency: क्रिप्टो ने डुबाया, करोड़ों रुपया स्वाहा! भारत पर कितना पड़ेगा असर?

Bitcoin Price: विश्व में क्रिप्टो करेंसी में आई बड़ी गिरावट से चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. वहीं भारत में इसका खास असर नहीं हुआ है. इसका श्रेय सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के सतर्क रुख को जाता है. आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार किया है और उसने इसमें लेनदेन को लेकर आगाह भी किया है. वहीं सरकार ने क्रिप्टो लेनदेन की मांग को कम करने के लिए कर का रास्ता चुना है. क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 2021 में तीन हजार अरब डॉलर था, जिसका कुल बाजार मूल्य अब एक हजार अरब डॉलर से भी कम रह गया है.

दिवालिया हुआ बाजार

हालांकि, भारतीय निवेशक इससे काफी हद तक बचे रहे हैं जबकि बहामास का एफटीएक्स बाजार लोगों द्वारा बिकवाली के 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है बाद दिवालिया हो गया है. भारत में आरबीआई पहले दिन से ही क्रिप्टोकरेंसी का विरोध कर रहा है, जबकि सरकार शुरू में एक कानून लाकर ऐसे माध्यमों को विनियमित करने का विचार कर रही थी. हालांकि, सरकार बहुत विचार-विमर्श 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि वर्चुअल मुद्राओं के संबंध में वैश्विक सहमति की आवश्यकता है क्योंकि ये सीमाहीन हैं और इसमें शामिल जोखिम बहुत अधिक हैं.

क्रिप्टो बाजार में गिरावट

आरबीआई के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी को विशेष रूप से विनियमित वित्तीय प्रणाली से बचकर निकल जाने के लिए विकसित किया गया है और यह उनके साथ सावधानी बरतने के लिए पर्याप्त कारण होना चाहिए. उद्योग का अनुमान है कि भारतीय निवेशकों का क्रिप्टोकरेंसी परिसंपत्तियों में निवेश केवल तीन प्रतिशत है. वैश्विक क्रिप्टो बाजार में गिरावट के बावजूद, भारत की क्रिप्टोकरेंसी कंपनियां अभी तक किसी जल्दबाजी में नहीं हैं. भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स और जेबपे का परिचालन जारी है.

उठाए गए कदम 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है उचित

सरकार और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ केंद्रीय बैंक के सतर्क रुख की वजह से भारत में क्रिप्टो का बड़ा बाजार नहीं खड़ा हो सका. अगर भारतीय संस्थाएं क्रिप्टो में शामिल हो गई होतीं, तो देश में कई लोगों के पैसे डूब जाते. एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया (एएनएमआई) के अध्यक्ष कमलेश शाह के अनुसार, आरबीआई और सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं देने के लिए उठाए गए कदम इस समय उचित हैं. रिजर्व 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी जून में जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में क्रिप्टोकरेंसी को ‘स्पष्ट खतरा’ बताया था.

FTX के बाद Binance ने बढ़ाई चिंता, इसके रिकॉर्ड मार्केट शेयर से घबराहट, समझें पूरा मामला

एफटीएक्स (FTX) की प्रतिद्वंद्वी बाईनेंस (Binance) को लेकर क्रिप्टो मार्केट में हलचल मची हुई है। सैम बैंकमैन-फ्रायड (Sam Bankman-Fried) के क्रिप्टो एक्सचेंज 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है एफटीएक्स के ढहने के बाद Changpeng Zhao के बाईनेंस के क्रिप्टो मार्केट में दबदबे को लेकर चिंताएं बढ़ गई

Binance के प्रवक्ता ने ई-मेल के जरिए जानकारी दी कि सोमवार से बुधवार के बीच क्रिप्टो निवेशकों ने 600 करोड़ डॉलर की नेट निकासी की और बिना किसी दिक्कत के ग्राहकों के उनके पैसे दिए गए। (Image- Reuters)

एफटीएक्स (FTX) की प्रतिद्वंद्वी बाईनेंस (Binance) को लेकर क्रिप्टो मार्केट में हलचल मची हुई है। सैम बैंकमैन-फ्रायड (Sam Bankman-Fried) के क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के ढहने के बाद Changpeng Zhao के बाईनेंस के क्रिप्टो मार्केट में दबदबे को लेकर चिंताएं बढ़ गई। अब ताजा मामला यह है कि शुक्रवार को एकाउंटिंग फर्म Mazars Group ने बाईनेंस और अन्य क्रिप्टो कंपनियों के कामकाज को रोक दिया था। क्रिप्टो से एकाएक तेज निकासी को संभालने के लिए जरूरी रिजर्व को होल्ड करने की रिपोर्ट पर एकाउंटिंग फर्म ने ऐसा किया था।

वहीं बाईनेंस के को-फाउंडर और सीईओ झाओ लगातार दुहरा रहे हैं कि एफटीएक्स की तरह वह अपने ग्राहकों के पैसे का गलत तरीके से इस्तेमाल नहीं करती है। झाओ ने यह भी कहा कि निवेशक कितने भी पैसों की निकासी करें, उनका एक्सचेंज इसे प्रोसेस कर सकता है।

Cryptocurrency Investment : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं? जान लें कितना चुकाना होगा टैक्स

क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में निवेश को लेकर लोगों में दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। सिर्फ 2021 में देश में क्रिप्टोकरेंसी में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने निवेश करना शुरू किया है।

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हाइलाइट्स

  • आरबीआई (RBI) ने अब तक क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी है।
  • क्रिप्टो पर मुनाफे से इनकम टैक्स (Income Tax) के नियम भी स्पष्ट नहीं हैं।
  • निवेशक को क्रिप्टो में निवेश से हुए मुनाफे (profit) पर टैक्स चुकाना चाहिए।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के बढ़ते आकर्षण की वजह इससे मिलने वाला भारी रिटर्न है। क्रिप्टो के ट्रेडर्स (traders) और निवेशकों (investors) की संख्या में भारी वृद्धि के बावजूद लोग इसके भविष्य और इसमें निवेश पर लगने वाले टैक्स (tax) को लेकर चिंतित हैं। आइए जानते हैं कि भारत में क्रिप्टो से होने वाली कमाई पर किस तरह से टैक्स लगेगा।

सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बिटकॉइन (bitcoin) या किसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी है। इसका मतलब यह है कि पेमेंट के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इस वजह से क्रिप्टोकरेंसी पर लगने वाले टैक्स के मामले में भी कोई स्पष्ट दिशानिर्देश नहीं है। इस मामले में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income tax department) से अलग से स्पष्टीकरण की जरूरत है।

इसके बावजूद क्रिप्टो में निवेश से हुए मुनाफे पर टैक्स नहीं चुकाना अच्छी बात नहीं है। इनकम टैक्स एक्ट में जिन इनकम को टैक्स से छूट दी गई है, उन्हें छोड़कर हर तरह के इनकम पर टैक्स लगता है। इसका मतलब है कि निवेशशकों को क्रिप्टो में निवेश से हुए मुनाफे पर टैक्स चुकाना होगा।

इनकम टैक्स के सामान्य प्रावधान के मुताबिक, क्रिप्टो पर टैक्स इस बात पर निर्भर करेगा कि इसे करेंसी (currency) के रूप में रखा गया है या एसेट (asset) के रूप में। अगर क्रिप्टो की खरीद-फरोख्त बार-बार की जाती है तो इसकी बिक्री से होने वाले मुनाफे को बिजनेस इनकम (business income) मानकर टैक्स लगेगा। अगर इसे निवेश के मकसद से निवेशक अपने पास रखता है तो उसे कैपिटल गेंस (capital gains) पर टैक्स देना होगा।

हालांकि, यह ध्यान में रखना होगा कि अगर इसे बिजनेस इनकम माना जाता है तो इस पर निवेशक से जुड़े इनकमट टैक्स स्लैब (income tax slab) के मुताबिक टैक्स लगेगा। इसका मतलब यह भी है कि अगर टैक्सपेयर्स ने इसे तीन साल से कम अवधि तक रखा है तो उसे शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस (short term capital gains) टैक्स देना होगा। इस हिसाब से टैक्स की दर उसके इनकम टैक्स स्लैब के मुताबिक होगी।

अगर क्रिप्टो में निवेश को तीन साल के बाद भुनाया जाता है तो उसके मुनाफे को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस माना जाएगा। फिर इंडेक्सेशन के साथ 20 फीसदी की दर से उस पर टैक्स लगेगा। कुछ जानकारों का यह भी मानना है कि क्रिप्टो से हुए मुनाफे को दूसरे स्रोत से हुई आय माना जा सकता है। बार-बार क्रिप्टो की खरीद-फरोख्त को स्पेकुलेटिव बिजनेस इनकम (speculative business income) के दायरे में माना जा सकता है।

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