यह छुईमई के पौधे से भी ज्यादा संवेदनशील है। जेपी मॉर्गेन के सीईओ जैमी डिमॉन

Bitcoin में Invest क्यों नही करना चाहिए? | Bitcoin Vs Gold Vs Stock Market In Hindi

Bitcoin की कीमत 2015 के बीच तक $250 तक थी वही नवंबर 2021 में बिटकॉइन की कीमत बढ़कर $68000 हो गई। मतलब सीधा सीधा 250 गुणा Returns लोगो को मिले Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए जो शायद ही किसी और जगह से लोग कमा पाते और इसकी वजह से ही लोग Crypto की तरफ गए और आज भारत में Crypto Investers जो है वे Stock Investers से ज्यादा है।

Why To Not Invest In Bitcoin In Hindi Bitcoin CryptoCurrency

CryptoCurrency (Bitcoin) में निवेश क्यों नहीं करना चाहिए?

वैसे तो बिटकॉइन और क्रिप्टो करेंसी दोनो ही अलग है क्रिप्टो में बिटकॉइन जैसी बहुत सी करेंसी है लेकिन आपको समझाने के लिए हम दोनो को साथ लेकर चलेंगे।

भारी उतार चढ़ाव वाला मार्केट

  • CryptoCurrency में निवेश करना काफी जोखिम भरा कार्य है क्योंकि बिना Regulations के इसमें भारी उतार चढ़ाव आते है।

बिटकॉइन का बुलबुला कभी भी फूट सकता है

  • प्राचीन काल में भारत में पहले सोने चांदी के सिक्के चलते थे इसके बाद कागज के नोट आए लेकिन बिटकॉइन ना ही तो कोई करेंसी है और ना ही कमोडिटी।

यह छुईमई के पौधे से भी ज्यादा संवेदनशील है।

जेपी मॉर्गेन के सीईओ जैमी डिमॉन

किसी का कंट्रोल नही

  • भारत में अभी तक Bitcoin और दूसरी CryptoCurrency को रेगुलेट करने के लिए अभी तक कोई भी रेगुलेटर नही है ना भारत सरकार और ना ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और ना ही सेबी इसे कंट्रोल कर सकती है तो आपके पैसे के डूबने के चांस ज्यादा है।

Bitcoin Vs Gold किसमे निवेश करना सही

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हम आपको इस लेख में किसी भी तरह की सलाह नही दे रहे है Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए तो आप अपने जोखिम पर कही पर भी निवेश करें इसमें हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

लेखक, JodhpurNationalUniversity.com

Investment in Crypto Currencies: BitCoin में निवेश का स्टेपवाइज प्रॉसेस, इन तीन चार्जेज के बारे में भी जानकारी है जरूरी

Investing in Crypto Currencies: भारत में बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर निवेशक आकर्षित हुए हैं लेकिन अधिकतर के मन में यह सवाल रहता है कि इसकी शुरुआत कैसे की जाए.

Investment in Crypto Currencies: BitCoin में निवेश का स्टेपवाइज प्रॉसेस, इन तीन चार्जेज के बारे में भी जानकारी है जरूरी

दुनिया भर में निवेशकों के बीच बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है.

Investing in Crypto Currencies: भारत समेत दुनिया भर में निवेशकों के बीच बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. पिछले कुछ वर्षों में इसने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है. क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी है जिसे कंप्यूटर पर जटिल समीकरणों को हल कर माइन किया जाता है. इसे माइन करने वाले यानी माइनर्स को रिवार्ड के तौर पर क्रिप्टो करेंसी मिलती है लेकिन जिन्हें तकनीकी समझ नहीं है, वे भी क्रिप्टो हासिल कर सकते हैं. जिस प्रकार कंपनी के शेयरों की बीएसई और एनएसई जैसे एक्सचेंजों पर खरीद-बिक्री होती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंजों पर बिटक्वाइन जैसे क्रिप्टो की खरीद-बिक्री होती है यानी कि आपको अगर बिटक्वाइन में निवेश करना है तो किसी एक्सचेंज पर जाकर आसानी से इसमें पैसे लगा सकते हैं.

इस प्रकार कर सकते हैं क्रिप्टो में निवेश

क्रिप्टों में निवेश के लिए वजीरएक्स (WazirX), क्वाइनडेक्स (Coindex), जेबपे Zebpay, क्वाइनस्विच कुबेर (Coin Switch Kuber) और यूनोकॉइन UnoCoin जैसे एक्सचेंज हैं. क्रिप्टो में निवेश के लिए पहले आपको एक्सचेंज की साइट पर जाकर पर्सनल डिटेल्स के जरिए रजिस्ट्रेशन करना होगा.

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  • क्रिप्टो करेंसी की वेबसाइट पर जाकर साइन अप करिए.
  • फिर ई-मेल वेरिफिकेशन के बाद सिक्योरिटी पेज आएगा जिसमें ऐप, मोबाइल एसएमएस या कोई सिक्योरिटी विकल्प न चुनने का विकल्प आएगा.
  • सिक्योरिटी विकल्स को ओके करने के बाद देश चुनने और केवाईसी चुनने का विकल्प मिलेगा. केवाईसी के तहत पर्सनल और कंपनी में से किसी एक को चुनना होता है जो बाय डिफॉल्ट पर्सनल पर होता है.
  • केवाईसी के लिए अपनी व्यक्तिगत जानकारियां जैसे कि नाम, जन्म तिथि, पता, पैन कार्ड, आधार (ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट) की डिटेल्स के साथ पैन कार्ड की फोटो, आधार कार्ड के फ्रंट व बैक साइड के साथ सेल्फी अपलोड करनी होती है.
  • अकाउंट वेरिफाई होने के बाद आप क्रिप्टो में खरीदारी कर सकते हैं और इसका भुगतान अपने Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए बैंक खाते से करना होगा.

क्रिप्टो ट्रेडिंग पर ये हैं चार्जेज

  • एक्सचेंज फीस: क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है. फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
  • नेटवर्क फीस: क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है. आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए यह फीस दी जाती है.
  • वॉलेट फीस: क्रिप्टो करेंसी को ऑनलाइन बैंक खाते के समान एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.

(यहां दी गई जानकारी एक्सचेंजों की वेबसाइट से ली गई है. निवेश शुरू करने की जो प्रक्रिया है, वह अलग-अलग एक्सचेंज पर थोड़ी भिन्न हो सकती है. लेख के जरिए आपको निवेश की कोई सलाह नहीं दी जा रही है और यह महज जानकारी के लिए है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क कर लें.)

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Cryptocurrency में मिलता है तगड़ा रिटर्न, लेकिन कैसे करना है Bitcoin, इथीरियम जैसी करेंसी में निवेश और किन बातों का रखना है ध्यान, जानिए पूरी बात

Cryptocurrency अपने देश में अभी रेग्युलेटेड नहीं है, लेकिन सरकार इसे रेग्युलेट करने को लेकर जोर-शोर से तैयारी कर रही है. ऐसे में अगर डिजिटल करेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना होगा.

Cryptocurrency में मिलता है तगड़ा रिटर्न, लेकिन कैसे करना है Bitcoin, इथीरियम जैसी करेंसी में निवेश और किन बातों का रखना है ध्यान, जानिए पूरी बात

फाइनेंशियल मार्केट में अभी Cryptocurrency सबके सिर चढ़कर बोल रहा है. सरकार भी इसे रेग्युलेट करने की पूरी तैयारी में जुटी है. क्रिप्टोकरेंसी के प्रति दीवानगी का सबसे बड़ा कारण है इससे होने वाली मोटी कमाई. दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति जैसे जैक डोर्सी, एलन मस्क इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं.

यही वजह है कि रिटेल इन्वेस्टर्स क्रिप्टोकरेंसी में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट जरूर है, लेकिन जानकारों का कहना है कि डिमांड और इंट्रेस्ट बढ़ने के कारण एकबार फिर से इसमें तेजी आएगी. अपने देश में इस समय इस बात पर चर्चा है कि क्रिप्टोकरेंसी को असेट का दर्जा दिया जाए और उसी आधार पर टैक्स और इन्वेस्टमेंट संबंधी नियमन तय किए जाएं. ऐसे में अगर आप भी डिजिटल असेट में निवेश के Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए बारे में सोच रहे हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.

सबसे पहले सही Crypto Exchange की करें पहचान

जैसा कि हम जानते हैं इस समय अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेटेड नहीं है. हालांकि, कई सारे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज हैं जिनकी मदद से इसमें निवेश किया जा सकता है. ऐसे में निवेशक के तौर पर सबसे पहली चुनौती सही क्रिप्टो एक्सचेंज की पहचान करना है. WazirX, CoinDCX और CoinSwitch Kuber इस समय सबसे पॉप्युलर क्रिप्टो एक्सचेंज हैं. इन प्लैटफॉर्म्स को यूजर्स के हिसाब से काफी फ्रेंडली बनाया गया है जिससे कोई भी निवेशक आसानी से निवेश कर सके.

अब अपना अकाउंट सुरक्षित तरीके से क्रिएट करें

क्रिप्टो एक्सचेंज को लेकर फैसला लेने के बाद अपने लिए सही तरीके से अकाउंट तैयार करना काफी जरूरी है. यह काफी सिक्यॉर्ड होना चाहिए. अलग-अलग क्रिप्टो एक्सचेंज पर लॉगिन संबंधी तमाम जानकारियां उपलब्ध हैं. यह बैंक अकाउंट खुलवाने जैसा है जिसमें ऑनलाइन कई डॉक्युमेंट जमा करने होते हैं और आपका अकाउंट ओपन हो जाता है.

बैंक अकाउंट से कनेक्ट कर ट्रांजैक्शन को आसान बनाएं

किसी तरह का ट्रांजैक्शन करने के लिए आपके क्रिप्टो अकाउंट में पैसे की जरूरत होती है. यह काम बैंक अकाउंट की मदद से होता है. यहां पर सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि आपको क्रिप्टो अकाउंट में पैसे जमा करने के साथ-साथ पैसे निकासी के बारे में सही और पूरी जानकारी होनी चाहिए.

वैल्यु वाली करेंसी में करें निवेश

इतनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको अपने लिए सही डिजिटल करेंसी की पहचान करनी होगी. बिटक्वॉइन, इथीरियम, Cardano, Binance Coin, Tether, XRP जैसी करेंसी में आसानी से निवेश किया जा सकता है. जानकारों की सलाह होती है कि निवेशकों को वैल्यु करेंसी में निवेश करना चाहिए. यहां वोलाटिलिटी कम होती है और आपका निवेश ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. इस समय पूरी दुनिया में 5000 से भी ज्यादा डिजिटल करेंसी है. ऐसे में किसी करेंसी में निवेश से पहले उसके बारे सारी जानकारी जरूर इकट्ठा कर लें. क्रिप्टो अकाउंट हैक भी किया जा सकता है, इसलिए इसे सुरक्षित रखें.

अलग-अलग डिजिटल करेंसी का रेट

गुरुवार रात को 9 बजे बिटक्वॉइन का रेट 44 हजार डॉलर के करीब है. उसी तरह इथीरियम का रेट 3100 डॉलर, XRP का रेट 0.98 डॉलर, Cardano का रेट 2.22 डॉलर और Tether का रेट 1 डॉलर के करीब है.

Cryptocurrency में निवेश से पहले इन 5 बातों का रखें विशेष ध्यान

Cryptocurrency को लेकर कितना भी रिसर्च कर लें, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि क्रिप्टोकरेंसी बहुत ही रिस्की है.

  • Money9 Hindi
  • Updated On - March 4, 2022 / 04:37 PM IST

Cryptocurrency में निवेश से पहले इन 5 बातों का रखें विशेष ध्यान

पिछले कुछ सालों में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर निवेशकों में, खासकर युवा निवेशकों में क्रेज काफी बढ़ा है. जैसे-जैसे इसकी स्वीकार्यता बढ़ रही है, क्रिप्टो स्कैम (Crypto Scam) भी बढ़ रहे हैं. अभी तक अपने देश में इसे रेग्युलेट नहीं किया गया है. ऐसे में किसी भी डिजिटल असेट (Digital Currency) को लेकर किए जा रहे विज्ञापन पर आंख मूंदकर विश्वास नहीं करना चाहिए. एडवर्टाइजिंग काउंसिल ASCI ने इस संबंध में एक गाइडलाइन भी जारी है. गाइडलाइन के मुताबिक, 1 अप्रैल 2022 से क्रिप्टो और दूसरे डिजिटल असेट्स के विज्ञापनों के लिए डिस्क्लेमर डालना जरूरी है. डिस्क्लेमर में लिखा होगा कि डिजिटल करेंसी अभी भारत में रेग्युलेटेड नहीं है और इसमें निवेश करना खतरनाक है.

bitsCrunch के फाउंडर और सीईओ विजय प्रवीण का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी पर रिटर्न ज्यादा मिलने के कारण स्कैम भी बढ़ गए हैं. ऐसे में निवेशकों को बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. अपने देश में क्रप्टोकरेंसी के 10 करोड़ से ज्यादा निवेशक हैं. रिसर्च और जागरूकता के अभाव में ये निवेशक भ्रामक विज्ञापन के शिकार बन जाते हैं और मेहनत की जमा-पूंजी गंवा देते हैं. उन्होंने डिजिटल असेट के निवेशकों के लिए पांच खास टिप्स दिए हैं.

क्यों डूब सकता है बिटकॉइन में लगा आपका पैसा, ये हैं वजहें

बिटकॉइन में निवेश जोखिम से भरा हुआ है. 1 सितंबर को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 3.50 लाख रुपये थी जो अब घटकर करीब 2.70 लाख रुपये रह गई है.

क्यों डूब सकता है बिटकॉइन में लगा आपका पैसा, ये हैं वजहें

पेठे ने बताया कि जब मैंने कंपनी को कई बार फोन और दूसरे तरीके से संपर्क साधा तो अंत में तीन महीने बाद उनके अकाउंट में पैसा आया. पेठे का कहना है कि अब मुझे इस बात का डर लगने लगा है कि इस क्रिप्टोकरेंसी की स्कीम में मेरा किया हुआ निवेश डूबेगा तो नहीं. इसे देखकर पेठे जल्द से जल्द अपना पैसा निकालना चाहते हैं. और भविष्य में वह इस तरह के निवेश से बचना चाहते हैं.

Bitcoins

Bitcoin is a cryptocurrency, or a digital currency, that uses rules of cryptography for regulation and generation of units of currency.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के मुताबिक भारत में रोजाना करीब 2500 नए ग्राहक इसमें पैसा लगा रहे हैं. पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसीडेंट गोपाल जीवराजका के मुताबिक बिटकॉइन में निवेश जोखिम से भरा हुआ है और इसमें कोई फिजिकल एसेट नहीं हैं. इसके बावजूद बिटकॉइन में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जोकि काफी चिंता का विषय है.

itsblockchain.com के संस्थापक और बिटकॉइन एक्सपर्ट हितेश मालवीय का कहना है कि दूसरे किसी भी निवेश के साधन में इतने कम समय में इतना तगड़ा रिटर्न नहीं मिला है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने के लिए बड़ी संख्या में निवेशक इसमें पैसा लगा रहे हैं. हालांकि अब लग रहा है कि भारतीय निवेशकों का इस क्रिप्टोकरेंसी से पैसा कमाने का समय खत्म हो चुका है. इस साल जनवरी से सितंबर के बीच ही बिटकॉइन की कीमतें 5 गुना उछली हैं.

अब बिटकॉइन में भारी गिरावट का दौर देखने को मिल रहा है. 1 सितंबर को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 3.5 लाख रुपये पर पहुंच गई थी. 14 सितंबर को भाव गिरकर 2.4 लाख रुपये पर आ गया. यानी महज दो हफ्ते में 31 फीसदी की भारी गिरावट. चीन में ऑनलाइन टोकन (इनीशियल कॉइन ऑफरिंग) पर रोक के बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है.

एक साल में 750% चढ़ी बिटकॉइन की कीमतें
पिछले एक साल में बिटकॉइन की कीमतें 750 फीसदी चढ़ी है लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में इसका दाम 30 फीसदी लुढ़का है. 20 सितंबर 2016 को एक बिटकॉइन का भाव 41,455 रुपये था. एक सितंबर को करीब 3.54 लाख रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद 26 सितंबर को भाव 2.68 लाख पर आ गया. बिटकॉइन में आई यह गिरावट क्या निवेश का सुनहरा मौका है? हालांकि एक्सपर्ट अब बिटकाइन में निवेश से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. ये हैं 7 वजहें क्यों बिटकॉइन या दूसरी वर्चुअल करेंसी में निवेश नहीं करना चाहिए.

bitcoin

Investments in the digital currency have been rewarding for investors.

1- भारी उतार-चढ़ाव
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बहुत जोखिम भरा है क्योंकि इस वर्चुअल करेंसी में उतार-चढ़ाव बहुत ज्यादा है. रेगुलेशन न होने से इसमें बहुत ज्यादा उठापटक देखने को मिलती है.

2- न ये कमोडिटी है न ही करेंसी
पुराने जमाने में सोने-चांदी जैसी धातुओं के सिक्के चलते थे. इसके बाद सरकार द्वारा या आरबीआई की ओर से चलाए गए सिक्के आए. इन्हें फिएट करेंसी बोला जाता था. जबकि बिटकॉइन अब तक न करेंसी की कैटेगरी में न ही कमोडिटी है.

3-अगर आप वर्चुअल करेंसी के बारे में नहीं जानते तो इससे दूर रहें
दुनियाभर के कई बड़े बैंकों और जानकारों ने इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से दूर रहने की सलाह दी है. उनकी नजर में बिटकॉइन का बुलबुला कभी भी फूट सकता है. दुनिया के बड़े बैंकों में से एक जेपी मॉर्गेन के सीईओ जैमी डिमॉन का तो यहां तक कहना है कि यह छुईमई के पौधे से भी ज्यादा संवेदनशील है.

4- अब तक कोई रेगुलेटर नहीं
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को नियंत्रण करने के लिए अब तक कोई रेगुलेटर नहीं हैं. न इस पर सरकार का नियंत्रण है और न ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया . इसके अलावा इस पर सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) का भी कोई कंट्रोल नहीं Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए है.

5- कानून की नजर से कितनी सही है क्रिप्टोकरेंसी
भारत में जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं उनके लिए सबसे बड़ी रुकावट है कि इसको लेकर कोई स्पष्ट कानून नहीं हैं. रिजर्व बैंक ने इसे न कानूनी घोषित किया है न ही गैरकानूनी. आरबीआई ने 2013 में एक प्रेस रिलीज के जरिये कहा था कि जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड कर रहे हैं वो अपने रिस्क पर इसमें निवेश करें. इसी साल फरवरी 2017 में बैंक ने फिर रिलीज जारी कर कहा कि आरबीआई ने किसी बैंक या संस्था को बिटकॉइन में कारोबार के लिए लाइसेंस जारी नहीं किया है.

bitcoin

A federal government panel is examining options such as banning, regulating or limited intervention for virtual currencies in India.

6- पोंजी स्कीम का रैकेट
क्रिप्टोकरेंसी में सिर्फ ऑपरेशनल खतरे ही नहीं बल्कि इसमें दूसरे जोखिम भी हैं. ठगी के लिए पोंजी स्कीम लॉन्च की जा रही हैं. ये निवेशकों से गारंटीड रिटर्न का वादा कर रहे हैं. आईएफआईएम में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन बैकिंग के प्रोफेसर एवं चेयरमैन राजेन्द्र के सिन्हा का कहना है कि कुछ कंपनियां कम समय में दोगुना रिटर्न के वादा कर रही हैं . निवेशकों को इनसे बचना चाहिए क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी के भाव में बहुत उतार-चढ़ाव रहता है.

7- गैर कानूनी धंधों में इस्तेमाल
सरकार के नियंत्रण से बाहर होने से आतंकवादी, माफिया और हैकर्स बिटकॉइन का इस्तेमाल गैर कानूनी धंधों में कर रहे हैं. इसमें लेनदेन में पहचान छुपी रहती है. इसलिए सरकार की पकड़ में ऐसे लोग नहीं आ पाते हैं. हैकर भी फिरौती के लिए बिटकॉइन को माध्यम बना रहे हैं. हाल ही रैनसममवेयर के हैकर ने बिटकॉइन में फिरौती मांगी थी.

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