कैसे काम करती है बिटकॉइन?
आप बिटकॉइन को अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर बिटकॉइन वॉलेट के रूप में इंस्टॉल कर सकते हैं. इससे आपका पहला बिटकॉइन एड्रेस बनेगा और जरूरत पड़ने पर आप एक से ज्यादा एड्रेस भी बना सकते हैं. अब आप अपने मित्रों को अपना बिटकॉइन एड्रेस दे सकते हैं. इसके बाद आप उनसे भुगतान ले या उन्हें भुगतान कर भी सकते हैं.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Top 5 Crypto Currencies: जानिए किस-किस क्रिप्टो करेंसी की बाजार में है धूम जिसमें बढ़ा निवेशकों का रुझान

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 06 Aug 2021 11:51 AM (IST)

क्रिप्टो मार्केट में लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है इसके साथ ही इसमें निवेशकों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. मौजूदा दौर में मार्केट में कई क्रिप्टोकरेंसी धूम मचा रही हैं, लेकिन कुछ ही क्रिप्टोकरेंसी ऐसी हैं जो ज्यादा पॉपुलर हैं. ऐसे में आज यहां मार्केट कैपेटिलाइजेशन के लिहाज से टॉप-5 क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बताने जा रहे हैं. जिनमें इन्वेस्टर्स का काफी ज्यादा निवेश देखने को मिल रहा है. साथ ही इनकी कीमत और मार्केट कैप के बारे में भी आपको जानकारी देंगे

ये है टॉप पर
इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर है बिटकॉइन. पिछले साल दुनियां में कितने प्रकार की Cryptocurrency चल रही है? से ही बिटकॉइन में जबरदस्त तेजी देखी गई है. इसका मार्केट कैप करीब 752,811,299,581 डॉलर है. फिलहाल एक बिटकॉइन की कीमत करीब 40,452.10 अमेरिकी डॉलर है. क्रिप्टोकरेंसी में बिटकॉइन सबसे ज्यादा महंगी और सबसे ज्यादा पॉपुलर है. इसमें अब बहुत से लोग निवेश करने लगे हैं.

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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?

इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.

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कौन कर सकता है ट्रेडिंग?

ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों दुनियां में कितने प्रकार की Cryptocurrency चल रही है? से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.

यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन दुनियां में कितने प्रकार की Cryptocurrency चल रही है? में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.

Cryptocurrency : कैसे काम करता है ब्लॉकचेन नेटवर्क और क्या होते हैं Blockchain Nodes, समझें

Cryptocurrency : कैसे काम करता है ब्लॉकचेन नेटवर्क और क्या होते हैं Blockchain Nodes, समझें

Blockchain Technology में नोड होता है, जो बहुत अहम हिस्सा होता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में ब्लॉकचेन नोड (blockchain node) क्या होता है, इसका काम क्या होता है, इसपर बात करने से पहले यह बता दें कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (blockchain technology) क्या होती है. सीधे-सीधे शब्दों में ब्लॉकचेन एक डिसेंट्रलाइज्ड लेज़र यानी कि एक विकेंद्रित, बिना किसी एक नियंत्रण वाला, सार्वजनिक बहीखाता या नेटवर्क है, जिसपर क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन दर्ज होते हैं. क्रिप्टोकरेंसी इको सिस्टम में ब्लॉकचेन नोड एक अहम हिस्सा है. क्रिप्टो कॉइन्स के फंक्शन में इसकी अहम भूमिका होती है. क्रिप्टो मार्केट में लगातार नए लोग जुड़ रहे हैं और उनके बीच सिस्टम को समझने की जिज्ञासा है. हां, ये जरूरी नहीं है कि बिटकॉइन में निवेश करने के लिए आपको सारे टेक्निकल टर्म के बारे में पता हो, लेकिन इन टर्म्स की बेसिक जानकारी होना अच्छी बात है.

ब्लॉकचेन में नोड क्या होता है?

हम बता चुके हैं कि ब्लॉकचेन एक तरीके का ऑनलाइन सार्वजनिक बहीखाता होता है, जिसपर क्रिप्टो ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड होते हैं. ब्लॉकचेन ये रिकॉर्डेड डेटा खुद से कनेक्टेड डिवाइस के जरिए इन्फॉर्मेशन साझा करते हैं. इसका मतलब है कि हर ट्रांजैक्शन क्रोनोलॉजिकली रिकॉर्ड होते हैं और फिर ब्लॉकचेन उनकी जानकारी खुद से जुड़े हुए डिवाइसेज़ में बांट देता है. इन डिवाइस को ही नोड्स कहते हैं. ये नोड्स नेटवर्क में आपस में ही कम्युनिकेट करते रहते हैं और ट्रांजैक्शन और नए ब्लॉक्स की जानकारी एक-दूसरे को साझा करते रहते हैं.

ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर में यह बहुत ही अहम हिस्सा है. इससे नेटवर्क की सुरक्षा बनाए रखने में मदद मिलती है. ब्लॉकचेन नोड का का मुख्य उद्देश्य नेटवर्क पर हो रहे ट्रांजैक्शन के हर दुनियां में कितने प्रकार की Cryptocurrency चल रही है? बैच यानी ब्लॉक को वेरिफाई करना है. हर नोड की एक अलग यूनीक आइडी होती है, जिससे इनकी पहचान की जाती है.

नोड्स कितने प्रकार के होते हैं?

नोड्स सामान्यत: दो प्रकार के होते है- फुल नोड्स और लाइटवेट नोड्स.

- फुल नोड्स नेटवर्क को सपोर्ट और सिक्योरिटी देते हैं. ये नोड किसी ब्लॉकचेन की पूरी हिस्ट्री डाउनलोड करके उसके नियमों को समझते और फिर लागू करते हैं.

- लाइटवेट नोड नेटवर्क में हर यूजर को कहते हैं. लाइटवेट नोड को फंक्शन करने के लिए किसी फुल नोड की जरूरत पड़ती है.

माइनर नोड

एक तीसरे तरह का नोड भी होता है- माइनर नोड. 'बिटकॉइन माइनर्स' टर्म अब तो काफी जाना-पहचाना हो गया है. इन माइनर्स को नोड्स की कैटेगरी में रखते हैं. माइनर्स अकेले भी काम कर सकते हैं (solo miner) और ग्रुप में भी (pool miner) काम कर सकते हैं. एक माइनिंग पूल में बस उसका एडमिनिस्ट्रेटर ही फुल नोड यूज़ कर सकता है, इसे पूल माइनर्स फुल नोड कह सकते हैं.

बिटकॉइन में 100 रुपये का निवेश आपको बना सकता था 7.5 करोड़ का मालिक

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क्या है बिटकॉइन ?
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी हैं . यह अन्य मुद्राओं की तरह जैसे डॉलर, रुपये या पाउन्ड की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और अन्य मुद्राओं में भी एक्सचेंज किया जा सकता है. यह करेंसी बिटकॉइन के रूप में साल 2009 में चलन दुनियां में कितने प्रकार की Cryptocurrency चल रही है? में आई थी. आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है. बिटकाइन की ख़रीद और बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं. दुनियाभर के दुनियां में कितने प्रकार की Cryptocurrency चल रही है? बड़े बिजनेसमैन और कई बड़ी कंपनियां वित्तीय लेनदेन में

Cryptocurrency की दुनिया में नहीं भरना होता है tax या GST : जानिए कैसे करते हैं इस्तेमाल

Cryptocurrency world

नई दिल्ली: सोचिए, अगर ऐसी कोई दुनिया (world) हो जहां आपके सारे पैसों (Rupee)के मालिक सिर्फ आप हो,ना कोई tax देना हो, ना किसी बैंक (Bank) का दखल हो, जिसकी शर्तों पर आपकों अपना पैसा इस्तेमाल करना पड़ता है. क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) वही दुनिया है, जो आपके और आपकी रकम के बीच बैंकों की भूमिका को खत्म करती है.जिसमें सारा पैसा आपके हाथ में होता है.जिसे आप जैसे चाहे शॉपिंग, ट्रेडिंग ,फूड डिलीवरी में इस्तेमाल कर सकते है वो भी बिना किसी टैक्स (tax) या जीएसटी (GST)का भुगतान करें.

क्या है Cryptocurrency?

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