पियाजियो ने कमर्शियल व्हीकल के लिए लॉन्च किया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म।

ई कॉमर्स की शुरुआत कब कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना हुई?

इसे सुनेंरोकेंभारत में ई-कॉमर्स ई-कॉमर्स के पहले एक इलेक्ट्रॉनिक डाटा इंटरचेंज (ईडीआई) मूल्य वर्धित नेटवर्क पर (वैन) के माध्यम से 1960 के दशक में शुरू की गई थी| मध्यम इंटरनेट का उपयोग की वृद्धि की उपलब्धता और 1990 के दशक और 2000 के दशक में लोकप्रिय ऑनलाइन विक्रेताओं के आगमन के साथ हुई।

माल और सेवा को ऑनलाइन बढ़ावा देने के लिए सबसे अच्छा प्लेटफार्म कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंयदि आप चाहते हैं एक ऑनलाइन दुकान शुरू करोआपकी पहली सूची कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना पर पहली बात है ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना. एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म केवल एक विशेष प्रकार की वेबसाइट है जो लोगों को आपके उत्पादों या सेवाओं को आपके छोटे व्यवसाय से खरीदने की अनुमति देता है। इस उपकरण के साथ, लोग आपकी साइट को छोड़े बिना अपनी खरीदारी पूरी कर सकते हैं।

ई कॉमर्स का सही मायने में अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजानें कि ई कॉमर्स का क्या मतलब है और ईकॉमर्स व्यवसाय कैसे शुरू करें। संक्षेप में, ई-कॉमर्स इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे कि मोबाइल एप्लिकेशन और इंटरनेट द्वारा उपज खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है। ईकॉमर्स ऑनलाइन रिटेल और ऑनलाइन शॉपिंग दोनों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन को संदर्भित करता है।

ई कॉमर्स का भविष्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइसे सरल भाषा में कहें तो ई-कॉमर्स का अर्थ है इलेक्ट्रॉनिक संचार माध्यमों के जरिए व्यवसाय को संचालित करना। ई-कॉमर्स से समय या दूरी की बाधाओं के बगैर कारोबार करने का अवसर मिलता है। इससे कारोबार की लागत न्यूनतम होती है। भारत का ई-कॉमर्स बाजार 2020 तक 100 अरब डॉलर से ऊपर पहुंच जाएगा।

ई कॉमर्स क्या है ई कॉमर्स के फ्रेमवर्क का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंE-commerce, जिसे इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स भी कहते है, इंटरनेट तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना से उत्पाद, और सेवाएं खरिदना-बेचना तथा ऑनलाइन मनी ट्रांसफर करना एवं डेटा शेयर करने की प्रक्रिया है. ई-कॉमर्स में फिजिकल प्रोडक्ट्स के अलावा इलेक्ट्रॉनिक ग़ुड्स तथा सेवाओं का व्यापार भी होता है.

पूर्ति से आपका क्या आशय है यह कैसे अन्तर करेंगे कि किसी पूर्ति में माल की पूर्ति या सेवाओं की पूर्ति निहित है?

इसे सुनेंरोकेंउत्पादक, वितरक, थोक व्यापारी फुटकर व्यापारी आदि पूर्तिकताओं द्वारा की जाती है। इनके द्वारा पूर्ति के सम्बन्ध में बीजक (Invoice) जारी किया जाता है। पूर्ति का व्यवहार मूल्य माना जाएगा, क्योंकि यह बीजक मूल्य है। पूर्ति किये गये माल या सेवा का करयोग्य मूल्य उसका व्यवहार मूल्य (Transaction Value) होगा।

ई कॉमर्स की व्यवसाय के लिए क्या उपयोगिता है?

इसे सुनेंरोकेंई-कॉमर्स का सबसे बड़ा लाभ इंटरनेट के माध्यम से सुरक्षित खरीद लेनदेन प्रदान करने की क्षमता है और साथ में लगभग तात्कालिक सत्यापन और क्रेडिट कार्ड लेनदेन का सत्यापन है। इस महत्वपूर्ण प्रभाव के कारण ग्राहकों की अधिक संख्या में इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स के विभिन्न क्षेत्रों में उनके लाभों के लिए शोषण हुआ है।

ई कॉमर्स के फायदे एवं नुकसान क्या है?

ई-कॉमर्स के फायदे और नुकसान

  • ऑनलाइन कैटलॉग के साथ वेबसाइटों पर वर्चुअल शोकेस का विवरण प्रदान करें।
  • प्रतियोगिताओं (कूपन और ऑफ़र) के कारण कीमतों में कमी।
  • 24 घंटे पहुंच और सुविधा।
  • उत्पाद की खरीद या बिक्री के लिए वैश्विक बाजार।
  • सुरक्षित व्यापार लेनदेन प्रदान करें
  • अन्य प्रीमियम ब्रांडों के साथ कीमतों की तुलना करना आसान है

ई कॉमर्स के विकास की विवेचना कीजिए ई कॉमर्स के फायदे एवं नुकसान क्या है?

इसे सुनेंरोकेंईकॉमर्स के लाभ सभी उत्पाद इंटरनेट के माध्यम कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना से आसानी से सुलभ हैं; आपको बस एक खोज इंजन का उपयोग करके उन्हें खोजना है। दूसरे शब्दों में, उत्पादों या सेवाओं को खरीदने के लिए घर छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। समय की बचत। ईकॉमर्स का यह भी फायदा है कि ग्राहक गलियारों के बीच या तीसरी मंजिल तक जाने में समय बर्बाद नहीं करते हैं।

इसे सुनेंरोकेंसं 1999 मैं fabmart नाम की कंपनी भारत की पहली e कॉमर्स कंपनी मानी जाती है।

ग्रामीण क्षेत्र में ई कॉमर्स कितना उपयोगी है?

इसे सुनेंरोकेंइन 200 उत्पादों में फोल्डर्स, पेन होल्डर्स जैसे स्टेशनरी प्रॉडक्ट्स और गिफ्ट आइटम्स शामिल हो सकते हैं, जिन्हें स्थानीय कारीगर अपने कौशल से बनाते हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना पहल से ग्रामीण कारीगरों को कानूनी तौर पर ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्मों पर प्रॉडक्ट बेचने और काफी बड़े मार्केट तक पहुंच बनाने में आसानी होगी।

घर बैठे खरीदिए कमर्शियल व्हीकल, इस कंपनी ने लॉन्च किया देश का पहला ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म

इटली की कंपनी पियाजियो (Piaggio) ने अपने वाणिज्यिक वाहनों के लिए भारत में एक नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पेश किया है। इस प्लेटफॉर्म पर ग्राहक उत्पाद के फीचर्स और तकनीकी जानकारी भी देख सकते हैं और केवल 1000 रू. का भुगतान कर ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।

पियाजियो ने कमर्शियल व्हीकल के लिए लॉन्च किया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म।

पियाजियो ने कमर्शियल व्हीकल के लिए लॉन्च किया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म।

हाइलाइट्स

  • पियाजियो ने कमर्शियल व्हीकल के लिए लॉन्च किया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म
  • घर बैठे खरीदिए कमर्शियल वाहन, नहीं जाना होगा शोरूम
  • मिलेंगे फाइनेंस ऑफर्स और होम डिलीवरी
  • अतिरिक्त लाभ के तौर पर 2000 रुपये का खास इंट्रोडक्ट्री ऑनलाइन बुकिंग ऑफर

इससे पहले पियाजियो ने 10 जून, 2020 को अपनी टू-व्‍हीलर रेंज के लिये ई-कॉमर्स वेबसाइट लॉन्च की थी। अब वाणिज्यिक वाहन ब्राण्ड ‘एप’ के लिए एक नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लॉन्च किया जा रहा है। यह कदम वाणिज्यिक वाहनों के ग्राहकों की जरूरत को ध्यान में रखकर उठाया गया है। यह नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लोकल कनेक्ट और उन्नत आपूर्ति अनुभव के लिये भारत में पियाजियो के सभी वाणिज्यिक वाहन डीलरशिप्स को एक साथ लाता है।

शोरूम जाने की जरूरत नहीं
कंपनी का कहना है कि यह नई पहल एक अलग मूल्‍य प्रस्‍ताव देते हुए ग्राहक अनुभव को समृद्ध बनाने का एक प्रयास है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में ग्राहक वेबसाइट www.apeautomall.com के विभिन्न सेक्शंस पर सरलता से नैविगेट कर सकता है। ग्राहक द्वारा शहर को सिलेक्ट करने के बाद उस बाजार में उपलब्ध मॉडल्स डिस्प्ले होंगे जिनमें से वह अपनी पसंद का मॉडल चुन सकता है। इस प्लेटफॉर्म पर ग्राहक उत्पाद के फीचर्स और तकनीकी जानकारी भी देख सकते हैं।

ग्राहक अपने शहर के लिए एक्स शोरूम और ऑन रोड प्राइज देख सकते हैं, ईएमआई की गणना कर सकते हैं, अपने पसंदीदा फाइनेंसियर से लोन का आवेदन कर सकते हैं और केवल 1000 रू. का भुगतान कर ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। बुकिंग की राशि का भुगतान ग्राहक की पसंद के अनुसार विभिन्न विकल्पों के माध्यम से सुरक्षित ढंग से किया जा सकता है, जैसे पे वॉलट्स, नेट-बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड। पियाजियो ने ग्राहकों के लिये फाइनेंस के विभिन्न विकल्प प्रदान किए हैं और ग्राहक इस प्लेटफॉर्म पर ही लोन की आवश्यक राशि के लिए आवेदन कर सकते हैं। जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत करने और अंतिम भुगतान के बाद चयनित वाहन ग्राहक के घर पर डीलरशिप के प्रशिक्षित कर्मचारी द्वारा सुरक्षा के सभी उपायों का ध्यान रखते हुए पहुँचा दिया जाएगा।

घर बैठे बुक कीजिए पसंदीदा मॉडल
पियाजियो के चेयरमैन और एमडी डियेगो ग्राफी ने कहा, ‘पियाजियो थ्री-व्‍हीलर कार्गो कैटेगरी और छोटे वाणिज्यिक वाहनों का अग्रणी ब्राण्ड है। यह ब्राण्ड खरीदारी के बदलते तरीकों के अनुसार अपने ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ सेवा और समाधान प्रदान करने में विश्वास रखता है। कमर्शियल व्हीकल स्पेस में इस अनूठे प्लेटफॉर्म के लॉन्च से हमारे ग्राहक अपना पसंदीदा मॉडल अपने घर से बुक कर सकेंगे, उन्‍हें शोरूम पर आने की कोई जरूरत नहीं होगी। हमें लगता है कि यह भारतीय कमर्शियल व्हीकल के स्पेस में अपनी तरह की पहली पेशकश कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना है, जो हमारे ग्राहकों को कई तरीकों से लाभ देगी। हम बदलते समय की जरूरतों को पूरा करने के लिये अपने उत्पादों और प्रक्रियाओं में लगातार इनोवेशन कर रहे हैं। हमारे पास अपने ग्राहकों के लिये निकट भविष्य में कई और पहलों की योजना है।’

कंपनी ने कहा कि सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखते हुए और विनियमों का पालन करते हुए, देश भर में डीलरशिप्स दोबारा खुलने लगी हैं। वर्तमान में, अधिकांश पीवीपीएल डीलरशिप्स चालू हैं और इस बात का पूरा ध्‍यान रख रही हैं कि ग्राहकों को निशुल्क सेवा और वारंटी एक्सटेंशन मिले। इसकी शुरूआत कंपनी ने कोविड-19 संकट के आरंभ में की थी।

सरकार का महत्वाकांक्षी ओएनडीसी प्लेटफॉर्म बेंगलुरु में लॉन्च किया गया


डिजिटल कॉमर्स के लिए भारत सरकार की महत्वाकांक्षी ‘डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क’ (ओएनडीसी) ने 30 सितंबर 2022 को बेंगलुरु, कर्नाटक में 16 पिनकोड पर अपना लाइव बीटा परीक्षण शुरू किया। इसी साल अप्रैल में, सरकार ने पांच शहरों - दिल्ली, बेंगलुरु, भोपाल, शिलांग और कोयंबटूर में ‘डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क’ के पायलट चरण की शुरुआत की है।

ओएनडीसी को बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स दिग्गज अमेज़न और फ्लिपकार्टको टक्कर देने के लिए लॉन्च किया जा रहा है, जो भारतीय ई-कॉमर्स बाजार के लगभग 60% को नियंत्रित करते हैं।

डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क (कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना ओएनडीसी)

यह भारत सरकार द्वारा बनाया गया एक ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म है जो छोटे किराना स्टोर्स को उन प्रक्रियाओं और तकनीकों तक पहुंचने में सक्षम बनाता है जो आम तौर पर अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट जैसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म द्वारा तैनात किए जाते हैं।अमेज़ॅन या फ्लिपकार्ट के विपरीत, जो एक बंद प्रणाली है, ओएनडीसी इंटरऑपरेबिलिटी के साथ एक खुली प्रणाली है।

ओएनडीसी की स्थापना किसने की है?

ओएनडीसी, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा स्थापित एक निजी गैर-लाभकारी कंपनी है। इसकी स्थापना अप्रैल 2022 में हुई थी।

माइक्रोसॉफ्ट, पेटीएम, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, फोन पे और अन्य कई कंपनियों ने इस परियोजना में निवेश किया है।

ओएनडीसी का लक्ष्य

सरकार अगले 2 वर्षों में देश में ई-कॉमर्स की पहुंच को वर्तमान में 8% की तुलना में 25% आबादी तक बढ़ाना चाहती है। ओएनडीसी इस लक्ष्य को हासिल करने में अहम भूमिका निभाएगा।

ओएनडीसी , अगले 5 वर्षों के भीतर, 900 मिलियन खरीदारों को और 12 लाख विक्रेताओं को इस साझा नेटवर्क पर लाना चाहता है और उसने 48 बिलियन डॉलर के व्यापार का लक्ष्य रखा है ।

फुल फॉर्म

ओएनडीसी /ONDC: ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स( Open Network for Digital Commerce)

डीपीआईआईटी/ DPIIT: डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ़ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (Department for Promotion of Industry and Internal Trade)

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