- एफडी की अवधि: एफडी में निवेश करने से पहले उसकी अवधि को तय करना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अगर निवेशक परिपक्वता से पहले राशि को निकालते हैं तो उन्हें जुर्माने का भुगतान करना होता है।
- ब्याज दर: एफडी में पैसा लगाते समय उस पर मिलने वाली ब्याज दर को भी देखना बहुत जरूरी है। बैंक अपने मुताबिक अलग-अलग ब्याज दरें पेश करते हैं। इसलिए अलग-अलग बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दर में अंतर होता है। एफडी में निवेश करने से पहले इनकी तुलना कर लेनी चाहिए।
- टैक्स छूट: एफडी पर होने वाली ब्याज आय पर टैक्स लगता है। अगर एफडी पर कमाया गया ब्याज एक वित्तीय वर्ष में 10 हजार रुपये से ऊपर होता है, तो उस ब्याज पर टीडीएस कटता है। वहीं, पांच साल के एफडी पर आपको धारा 80सी के तहत 1.5 लाख की छूट मिलती है।
- ब्याज की निकासी: एफडी में बैंक तिमाही और सालाना आधार पर ब्याज निकासी का विकल्प देते हैं। अब कुछ बैंक में मासिक निकासी की भी सुविधा दे रहे हैं।
|FD Full Form| फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) क्या है- अवधि, इंट्रेस्ट कैलकुलेटर व एफडी ब्याज दरे जाने हिंदी में
आज के महंगाई के समय में हर कोई पैसे की बचत करना चाहता है लेकिन पैसों की बचत करने के लिए हमें याद तो बैंक में पैसों का निवेश करना पड़ता है या फिर कोई स्कीम वगैरा या शेयर बाजार में पैसे को जमा करना पड़ता है उसके बाद ही हमारे पैसों की बचत होती है। दोस्तों आप बैंक में एफडी स्कीम लेकर भी पैसों की बचत कर सकते हैं लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जिन्हें बैंक में फिक्स डिपाजिट स्कीम लेने से पहले बहुत सारी बातें उनके मन में चलती हैं जैसे कि क्या यह सुरक्षित है या नहीं? कितना रिटर्न मिलेगा? कितना ब्याज है फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? आदि। तो आज हम आपको अपने इस पोस्ट के माध्यम से फिक्स डिपाजिट से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं |
Table of Contents
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) क्या है
एफडी की फुलफॉर्म फिक्स्ड डिपॉजिट होता है। बहुत ही सरल और आसान भाषा में एफडी का मतलब अपने पैसों को एक निश्चित फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? समय के लिए बैंक में जमा कराने होते हैं जिसके बाद बैंक आपको पूर्व-निर्धारित समय पूरा होने पर, आपका डिपॉजिट तय ब्याज़ दर पर, चुनी गई अवधि के दौरान ब्याज़ देना शुरू कर देता है। एक बार जब आपकी इन्वेस्टमेंट प्लान को किसी विशिष्ट ब्याज़ दर पर लॉक-इन कर दिया जाता है, तो वह ब्याज़ दर या मार्केट के उतार-चढ़ाव में कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
अगर आपको अपने भविष्य में कभी पैसों की आवश्यकता आन पड़ती है तो आप एफडी प्लान ले सकते हैं जिससे आपकी भविष्य में आने वाली परेशानियां जरूरत के समय वह रकम काम आ सकती हैं। इस स्कीम में सेविंग अकाउंट से ज़्यादा लाभ होता है। यह स्कीम बैंक और एनबीएफसी (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां) द्वारा प्रदान किए जाने वाला इन्वेस्टमेंट है जो पैसों की बचत करने का सबसे ज्यादा सिक्योर और बेहतर तरीका है। इस तरह से आप अपनी Fixed Deposit पर गारंटीड रिटर्न आसानी से प्राप्त कर सकते हैं और इसके अलावा आप समय-समय पर अपने ब्याज प्राप्त करने का ऑप्शन भी सिलेक्ट कर सकते हैं। अगर आप समय से पहले अपने एफबी से पैसे लेना चाहते हैं तो उसके लिए आपको जुर्माने का भुगतान करना होता है जिसके बाद आपको वह रकम दे दी जाती हैं।
Benefits Of Fixed Deposit
- बैंक में निर्धारित समय के लिए अपनी रकम जमा करने से आपके पैसों की बचत होती है।
- यदि आपको किसी प्रकार की परेशानी या कोई विपदा आने पर आप अपनी Fixed Deposit तोड़कर समय से पहले भी पैसे निकाल सकते हैं।
- एफडी पर आपको सेविंग अकाउंट से ज्यादा अधिक ब्याज दिया जाता है।
- पैसों की बचत और निवेश करने का सबसे सुरक्षित और बेहतरीन तरीका है।
- एफडी कराने के बाद लोगों को काफी अच्छा ब्याज पूरी गारंटी के साथ दिया जाता है।
- आप एफडी अपनी सहुलत के हिसाब से कर सकते हैं। काम से काम 7 दिन और ज़्यादा से ज़्यादा आप 10 साल के लिए निवेश कर सकते है।
- समय पूरा होने के बाद आप इसको renew करा कर ज्यादा लाभ ले सकते है।
- एफडी कराने के बाद आपको अपने महीने के खर्चों को चलाने के लिए समय-समय पर भुगतान का ऑप्शन दिया जाता है।
- इसके अलावा Fixed Deposit पर फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता।
- आवश्यकता पढ़ने पर आप अपनी एफडी पर लोन भी ले सकते हैं।
- एफडी कराने से सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको आपके द्वारा किए गए निवेश की रकम डूबने का कोई खतरा नहीं रहता।
- आयकर अधिनियम, 1961 के अनुसार, फिक्स्ड डिपॉजिट पर अर्जित ब्याज़ पर टैक्स मूल राशि के आधार काटा जाता है।
एफडी में कितना ब्याज मिलता है ?
दोस्तों आपके लिए जाना बेहद जरूरी है कि आपको एफडी पर कितना ब्याज दिया जाता है क्योंकि सभी बैंकों की ब्याज दर अलग-अलग निर्धारित की जाती हैं अलग-अलग फैन का रेट ऑफ इंटरेस्ट अलग होता है लेकिन मिनिमम अगर माने तो 6% से 9% तक एनुअल होता है। आप जब भी एफबी कराएं तो उस बैंक से ब्याज दर के बारे में जरूर जानकारी प्राप्त करें। बैंक सीनियर सिटीजन को एफडी पर ज्यादा ब्याज दर भी देते हैं। इसलिए अगर आप या आपके परिवार में कोई सीनियर सिटीजन है, तो उसे एफडी में निवेश करने पर अतिरिक्त फायदा मिलेगा। आरबीआई ने इसे लेकर गाइडलाइंस जारी करता है।
Fixed Deposit टैक्स में फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? कितनी छूट मिलती हैं ?
दोस्तो अगर 5 साल के लिए एफडी स्कीम लेते हैं तो आपको टैक्स में छूट की सुविधा मिल जाती है जिसमें आपके द्वारा जमा की गई रकम के साथ ही ब्याज पर भी कोई टैक्स नहीं देना होता। लेकिन अगर आपके द्वारा एफडी पर किसी 1 वर्ष में 10000 रुपए से ज्यादा ब्याज कमाया है तो उसपर 10% के हिसाब से टैक्स जमा करना होगा और अगर आपने उस पर अपने पैन प्रोवाइडर नहीं किया है तो आपको 20% के हिसाब से टैक्स देना होगा। अगर आपकी प्रति महीने की इनकम टैक्सेबल रेंज से कम है तो आप अपनी एफबी पर टीडीएस डिडक्शन नहीं होने देने के लिए बैंक को फॉर्म 15G और फॉर्म 15H सब्मिट कर सकते हैं।
एसबीआई, पीएनबी समेत टॉप-10 बैंकों फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? में से FD पर कौन दे रहा ज्यादा ब्याज, देखें यहां
फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो लगातार ब्याज दरों की गारंटी देता है। इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों को विशेष ब्याज दर का फायदा मिलता है। बता दें स्टेट बैंक, आईसीआईआई बैंक,एक्सिस बैंक.
फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो लगातार ब्याज दरों की गारंटी देता है। इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों को विशेष ब्याज दर का फायदा मिलता है। बता दें स्टेट बैंक, आईसीआईआई बैंक,एक्सिस बैंक, एचडीएफसी समेत कई बैंक सात दिन से 10 साल तक की जमा अवधि के लिए फिक्स डिपॉजिट पर 7 से 7.5% तक ब्याज दे रहे हैं। 7 दिनों से 10 वर्ष तक के कार्यकाल के लिए शीर्ष बैंकों की नवीनतम ब्याज दरें नीचे दी गई हैं।
शीर्ष 10 बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट ब्याज दरें (2 करोड़ रुपये से कम जमा पर)
वरिष्ठ नागरिक (ब्याज दर वार्षिक)
स्रोत: बैंक बाजार डॉट कॉम
अन्य बैंकों की बात करें तो एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज इंडसइंड बैंक दे रहा है। इंडसइंड बैंक द्वारा आम जनता के लिए 7 दिनों से लेकर 10 वर्ष तक की अवधि के लिए फिक्स डिपॉजिट पर 7.00% सालाना दर से ब्याज दिया जा रहा है। वहीं बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 7.50% दे रहा है।
अन्य बैंकों का रेट
वरिष्ठ नागरिक (ब्याज दर वार्षिक)
स्रोत: बैंक बाजार डॉट कॉम
एफडी में इन चार बातों का जरूर रखें ध्यान
- एफडी की अवधि: एफडी में निवेश करने से पहले उसकी अवधि को तय करना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अगर निवेशक परिपक्वता से पहले राशि को निकालते हैं तो उन्हें जुर्माने का भुगतान करना होता है।
- ब्याज दर: एफडी में पैसा लगाते समय उस पर मिलने वाली ब्याज दर को भी देखना बहुत जरूरी है। बैंक अपने मुताबिक अलग-अलग ब्याज दरें पेश करते हैं। इसलिए अलग-अलग बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दर में अंतर होता है। एफडी में निवेश करने से पहले इनकी तुलना कर लेनी चाहिए।
- टैक्स छूट: एफडी पर होने वाली ब्याज आय पर टैक्स लगता है। अगर एफडी पर कमाया गया ब्याज एक वित्तीय वर्ष में 10 हजार रुपये से ऊपर होता है, तो उस ब्याज पर टीडीएस कटता है। वहीं, पांच साल के एफडी पर आपको धारा 80सी के तहत 1.5 लाख की छूट मिलती है।
- ब्याज की निकासी: फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? एफडी में बैंक तिमाही और सालाना आधार पर ब्याज निकासी का विकल्प देते हैं। अब कुछ बैंक में मासिक निकासी की भी सुविधा दे रहे हैं।
Fixed Deposit Rate: ये 4 सरकारी बैंक दे रहे हैं 7% से ज्यादा ब्याज, मोटी कमाई का अच्छा मौका
Fixed Deposit Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लगातार रेपो दर में बढ़ोतरी के बाद ज्यादातर सभी बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं
BoB vs BOI vs UBI vs Canera Bank Fixed Deposit Rate of 7 percent: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लगातार रेपो दर में बढ़ोतरी के बाद ज्यादातर सभी बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं। अभी तक जिन बैंकों ने FD पर ब्याज दरों को बढ़ाया है उसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), आईसीआईसीआई बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक शामिल हैं। यहां आपको 4 बैंकों के बारे में बता रहे हैं जो 7 फीसदी से अधिक ब्याज दे रहे हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा FD दरें
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने 1 नवंबर 2022 से 399 दिनों के लिए 7.50% प्रति वर्ष की सालाना ब्याज दरों के साथ "बड़ौदा तिरंगा प्लस जमा योजना" शुरू की है। इसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए 0.50% प्रति वर्ष का एक्स्ट्रा ब्याज और अलग 0.25% का ब्याज भी शामिल है। बैंक ऑफ बड़ौदा 399 दिनों की तिरंगा प्लस जमा योजना पर आम जनता को 6.75% की ब्याज दर ऑफर कर रहा है। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को 7.25% का ब्याज मिल रहा है। एनआरई, एनआरओ को 7% का ब्याज और वरिष्ठ नागरिकों को 7.50% का ब्याज मिल रहा है।
FD Rules: RBI ने एफडी के नियम में कर दिया है बदलाव! जान लीजिए वरना झेलना पड़ेगा बड़ा नुकसान
FD Rules Changed: आरबीआई ने एफडी को लेकर नियमों में बदलाव कर दिया है. इस फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? बदलाव के बाद अगर आप की एफडी मैच्योर होने के बाद भी क्लेम नहीं होती है और पैसा बैंक के पास पड़ा रहता है तो आपको FD पर ब्याज का नुकसान उठाना पड़ सकता है.
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FD Rules Changed: अगर आप भी फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसा फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? डालते हैं तो आपके लिए काम की खबर है. आरबीआई (RBI) ने एफडी से जुड़े नियमों में बदलाव कर दिया है. नए नियम प्रभावी भी हो चुके हैं. पिछले कुछ दिनों से कई सरकारी और गैर सरकारी बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरें बधाई हैं. इसलिए एफडी कराने से पहले थोड़ी समझदारी से काम लीजिए. अगर आपको ये नियम नहीं पता है तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है.
FD की मैच्योरिटी पर बदले नियम
दरअसल, RBI ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के नियम में एक बड़ा बदलाव ये किया है कि अब मैच्योरिटी पूरी होने के बाद अगर आप राशि को क्लेम नहीं करते हैं तो आपको इस पर कम ब्याज मिलेगा. ये ब्याज सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज के बराबर होगा. अभी आमतौर पर बैंक्स 5 से 10 साल की लंबी अवधि वाले FD पर 5 परसेंट से ज्यादा ब्याज देते हैं. जबकि सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरें 3 परसेंट से 4 परसेंट के आस-पास होती हैं.
RBI ने जारी किया ये आदेश
RBI की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, अगर फिक्स्ड डिपॉजिट मैच्योर होता है और राशि का भुगतान नहीं हो पाता है या इस पर दावा नहीं किया जाता है तो उस पर ब्याज दर सेविंग्स अकाउंट के हिसाब से या मैच्योर्ड FD पर निर्धारित ब्याज दर, जो भी कम हो वो दी जाएगी. ये नया नियम सभी कमर्शियल बैंकों, स्मॉल फाइनेंस बैंक, सहकारी बैंक, स्थानीय क्षेत्रीय बैंकों में जमा पर लागू होंगे.
जानें क्या कहते हैं नियम
इसको ऐसे समझें कि, मान लीजिए आपने 5 साल की मैच्योरिटी वाला FD करवाया है, जो आज मैच्योर हुआ है, लेकिन आप ये पैसा नहीं निकाल रहे हैं तो इस पर दो परिस्थितियां होंगी. अगर FD पर मिल रहा ब्याज उस बैंक के सेविंग अकाउंट पर मिल रहे ब्याज से कम है, तो आपको FD वाला ब्याज ही मिलता रहेगा. अगर FD पर मिल रहा ब्याज सेविंग अकाउंट पर मिल रहे ब्याज से ज्यादा है, तो आपको सेविंग अकाउंट पर मिल रहा ब्याज मैच्योपरिटी के बाद मिलेगा.
क्या था पुराना नियम?
पहले जब आपकी FD मैच्योर हो जाती थी और अगर आप इसका पैसा नहीं निकालते हैं या इस पर दावा नहीं करते हैं तो बैंक आपकी FD को उसी अवधि के लिए आगे बढ़ा देता था जिसके लिए आपने पहले FD की थी. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. लेकिन अब मैच्योरिटी पर पैसा नहीं निकालने पर उस पर FD का ब्याज नहीं मिलेगा. इसलिए बेहतर होगा कि आप मैच्योरिटी के बाद तुरंत ही पैसा निकाल लें.फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है?
PNB, SBI और Axis Bank ने बढ़ाया फिक्स डिपॉजिट रेट ! जानिए निवेश करने पर कितना मिलेगा रिटर्न
पंजाब नेशनल बैंक PNB, भारतीय स्टेट बैंक SBI और एक्सिस बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट बढ़ा दिया है. जिसके बढ़ने पर इनमे इन्वेस्ट करने वालों को पहले के मुकाबले ज्यादा ब्याज दर मिलेगा.
Fixed Deposit
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 17 जुलाई 2022,
- (Updated 18 जुलाई 2022, 12:49 AM IST)
PNB में बढ़ा 6 प्रतिशत से 7.25 प्रतिशत ब्याज दर
SBI में फिक्स्ड डिपॉजिट पर 20 बेसिस पॉइंट तक बढ़ोतरी
पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और एक्सिस बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है? इंट्रेस्ट रेट को बढ़ाया है. जिसके चलते इन बैंक के ग्राहकों को काफी लाभ होने वाला है. फिक्स्ड डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट बढ़ने पर अब बढ़ा हुआ रिटर्न मिलेगा. हम यहां बता रहे हैं कि इन बैंक में कितना फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर बढ़ने पर आपको कितना फायदा होगा.
पीएनबी में इतना बढ़ा एफडी ब्याज दर
पीएनबी हाउसिंग में जमा अवधि के आधार पर एफडी ब्याज दरों में वृद्धि की है. पीएनबी ने ब्याज दरों में 10 बीपीएस से 25 बीपीएस की वृद्धि की है. ये दरे 15 जून से प्रभावी होंगी. जिसके चलते एफडी करने वालों को 6 प्रतिशत से 7.25 प्रतिशत तक का रिटर्न मिल सकता है. वहीं वरिष्ठ नागरिकों के लिए 0.25 प्रतिशत अधिक रिटर्न को बढ़ाया है.
एसबीआई में इतना बढ़ा एफडी ब्याज दर
पीएनबी की तरह ही एसबीआई ने भी फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दरों पर बढ़ोतरी की है. भारतीय स्टेट बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर रिटर्न में 20 बेसिस पॉइंट तक की बढ़ोतरी की है, लेकिन फिक्स्ड डिपॉजिट पर बढ़ा हुआ ब्याज दर जमा करने की अवधि पर निर्भर करता है. वहीं यह नई दरें 2 करोड़ रुए से कम जमा करने पर लागू किया गया है.
एक्सिस बैंक में इतना बढ़ा एफडी पर ब्याज दर
पीएनबी और एसबीआई की तरह ही एक्सिस बैंक ने भी फिक्स्ड डिपॉजिट के साथ ही बचत खातों पर भी ब्याज दरें बढ़ाई है. एक्सिस बैंक ने 50 लाख रुपये से कम बैलेंस वाले बचत खातों पर ब्याज दरों को बढ़कर 3 फीसदी सालाना कर दिया है. इसके साथ ही एक्सिस बैंक 50 लाख रुपये और 800 करोड़ रुपये से काम खतों वाले बचत बैंक ग्राहकों को 3.50 प्रतिशत सालाना की दर से रिटर्न दे रहा है.
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