छुट्टा सांडों का आंतक
हर्रैया, बस्तीः छुट्टा जानवर और बंदरों का आतंक कायम है। दुबौलया थाना क्षेत्र में अशोकपुर बिचलापुरवा निवासी 30 वर्षीय धीरेन्द्र पर हमला कर सांड ने घायल कर दिया। वे खेत में गुरूवार को प्रातः धान की रोपाई कर रहे थे। आस-पास के लोग दौडे तो साड़ भाग गया लेकिन तब तक वे गंभीर रूप से घायल हो गये थे। परिजन उन्हें जिला चिकित्सालय बस्ती ले गए जहां इलाज चल रहा है।
बंदरो के हमले से छह घायल
वहीं नियामतपुर गांव में बंदरो के आंतक से लोग परेशान है। अब तक लगभग छह लोगो को बंदर हमला कर घायल कर चुके है। ग्रामवासियों ने वन विभाग के अधिकारियों से बंदरो को पकड़वाने की मांग किया है। जानकारी के अनुसार विगत एक माह से नियामतपुर गांव में बंदरो का आंतक इस कदर हो गया है कि लोग घरो से छुट्टा सांडों का आंतक निकलना मुनासिब नही समझते। लोग हाथ में लाठी डण्ड़ा लेने के बाद ही बाहर निकलते है।
इतना ही नही बच्चे अकेले स्कूल छुट्टा सांडों का आंतक नही जा पा रहे है। बंद अब तक आठ वर्षीय आशिब, 11 वर्षीय नसीम, 14 वर्षीय शिवा गुप्ता, 19 वर्षीय अमित गुप्ता, 16 वर्षीया शाबीना तथा 50 वर्षीया केवल को हमलाकर घायल कर चुके है। ग्रामवासियों ने कई बार वन विभाग छुट्टा सांडों का आंतक के अधिकारियों को सूचना भी दिया लेकिन बंदरो को पकड़ा नही गया। बंदरो के आंतक से लोग भयभीत है। मुंशीलाल, राम प्रसाद, शिवपूजन, आलम शेख, नियाज अहमद, पीर अली, पांचू, झुरई सहित तमाम लोगो ने अतिशीघ्र बंदर पकड़वाने की मांग किया है।
बच्चों का पार्क, छुट्टा जानवरों के हवाले
शहर की कॉलोनियों में पार्क तो हैं, लेकिन देखरेख न होने के कारण पार्क बदहाल हैं। कहीं छुट्टा जानवरों ने पार्क में अड्डा बना रखा है तो किसी पार्क को स्थानीय लोगों ने ही कू्ड़ा डालकर डलावघर बना दिया है। ऐसे में कॉलोनी के बच्चे पार्को में खेलने नहीं जाते हैं। कई पार्क तो ऐसे हैं, जहां छुट्टा जानवर, जैसे सांड, गाय, घोड़ा और कुत्तों का आतंक है। इसके कारण पार्क में बच्चे खेलने के लिए ही नहीं जा पाते हैं। कुछ पार्क ऐसे भी हैं जिन्हें कॉलोनी के निवासियों ने ही डलावघर बना दिया है। वह अपने घरों का कूड़ा-कचरा पार्क में डाल देते हैं। इससे बच्चों को खेलने के लिए जगह ही नहीं मिलती है। परेशान बच्चे घर में मोबाइल और टीवी देखकर देखकर समय काटते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शहर के पार्को को बचाने का कैंपेन शुरू किया है। इसमें राजेन्द्र नगर के आचार्य नरेन्द्र देव पार्क और जनकपुरी के रानी लक्ष्मीबाई पार्क की कहानी बता रहे हैं
आचार्य नरेन्द्र देव पार्क-राजेन्द्रनगर
-पार्क में पोल पर दो लाइट पहले की लगी हैं और 23 लाइट एलईडी लाइट नई लगाई गई थी, लेकिन सभी लाइट खराब हैं
-मेन एंट्री गेट एक साल पहले टूट गया, जिसे एक किनारे रख दिया गया, नहीं हुआ ठीक
-पार्क में छुट्टा जानवरों का आतंक, पार्क में खेलने वाले बच्चों पर अक्सर कर देते हैं हमला, इससे बच्चे खेलने के लिए नहीं आते हैं
-कई लोग सांड के हमले से घायल हो चुके हैं, लोग अकेले घरों के बाहर निकलने से भी डरते हैं
-पार्क में ग्रीनरी भी पानी न लगने से हो रही खराब
-ग्रीनरी को ठीक करने के लिए नहीं आता है कोई माली
-कुत्तों ने पार्क में कर रखी है गंदगी इसीलिए आती है दुर्गंध
-बच्चों को खेलने के लिए सिर्फ दो ही झूले लगे हैं
-पार्क के एक कॉर्नर पर बिजली का ट्रांसफार्मर लगा है उसकी भी बाउंड्री और बैरिकेडिंग तक नहीं की गई है। इससे करंट लगने डर लगा रहता है
रानी लक्ष्मी बाई पार्क-विवेक विहार जनकपुरी
-पार्क को स्थानीय निवासियों ने बना दिया दिया डलावघर, छुट्टा सांडों का आंतक घर से कूड़ा निकालकर पार्क में फेंकते हैं, घर के कांच के बर्तन आदि को भी फेंका
-पार्क के झूले के नाम पर सिर्फ दो झूले हैं
-गंदगी के चलते बच्चे पार्क में नहीं आते हैं खेलने के लिए
-पार्क में माली नहीं आता छुट्टा सांडों का आंतक है, इससे सूख रही ग्रीनरी
-पार्क में बनी बैंच को भी खुराफातियों ने तोड़ दिया
-पार्क में दर्जनभर लाइट लेकिन सिर्फ दो ही लाइटें ठीक हैं
-पार्क में रात को अंधेरा होने से आसपास के निवासियों को भी लगता है डर
-पार्क में लगे इंडिया मार्का हैंडपंप भी खराब, पानी तक की नहीं व्यवस्था
-पार्क में टूटा पड़ा पेड़ अभी तक नहीं हटाया गया
-कॉलोनी में पार्क तो हैं लेकिन इसमें खेलने के लिए मौका ही नहीं मिलता है। पार्क में कुत्ते गंदगी फैला देते हैं और सफाई कर्मचारी पार्क को साफ करने के लिए आता नहीं है। इसीलिए पार्क बदहाल होता जा रहा।
कॉलोनी के पार्क में रातभर अंधेरा रहता है। पार्क में दर्जनों लाइट लगी है। लेकिन जलती एक भी नहीं है। इससे पार्क के आसपास रहने वालों को भी डर लगता है। क्योंकि एक छुट्टा सांड कई लोगों पर हमला कर चुका और कुत्तो को भी आंतक है।
स्कूल से आने के बाद बच्चे घर में बैठकर समय नहीं काट पाते हैं। पार्क में जानवर घूमते रहते हैं इसीलिए बच्चे रोड पर ही खेलते हैं। जब तक बच्चे खेलते हैं तब तक बाहर ही बैठना पड़ता है, क्योंकि कॉलोनी में सांडों को भी आतंक है। बच्चे घर से बाहर न निककं तो मोबाइल पर गेम ख्ोलते हैं।
पार्क की सफाई और लाइट ठीक कराने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा है। जल्द ही पार्क ठीक करा दिया जाएगा। पार्क की समय-समय पर सफाई कराई जाती है। अब पार्क में गदंगी हो गई है तो उसे फिर से साफ करा दिया जाएगा।
आरेन्द्र अरोरा कुक्की, पार्षद वार्ड-50 जनकपुरी
-पार्को को ठीक कराने के लिए काम शुरू कराया जाएगा। पार्को में लाइट लगाई गई, लेकिन खुराफातियों ने उन्हें भी तोड़ दिया। अब उन्हें दोबारा ठीक कराया जाएगा। सफाई और ग्रीनरी भी ठीक करा दी जाएगी।
Aligarh News: अलीगढ़ में आवारा सांडों का आतंक, एक सप्ताह में दो किसानों को उतारा मौत के घाट
अलीगढ़ में आवारा सांडों ने एक सप्ताह में दो ग्रामीणों की जान ले ली। आवारा सांडों के आतंक से इलाके में दहशत का माहौल है।
आवारा सांड (Photo- Social Media)
अलीगढ़ : अलीगढ़ में आवारा सांड का आतंक बढ़ गया है। आवारा सांडों ने एक सप्ताह में दो ग्रामीणों की जान ले छुट्टा सांडों का आंतक ली। आवारा सांडों के आतंक से इलाके में दहशत का माहौल है। रविवार को बुजुर्ग महावीर सिंह शौच करने घर से जंगल जा रहे थे। इसी बीच रास्ते मे सांड के प्रहार से बुजुर्ग की मौत हो गई। इस घटना से गांव के लोग दहशत में है। वहीं बुजुर्ग की मौत से परिजनों का रो-रो कर बुला हाल है। घटना थाना गौंडा के गांव लधौली का है।
ग्रामीणों को बना रहा निशाना
इससे पहले 18 जुलाई को थाना गंगीरी के गांव रतरोई निवासी 32 वर्षीय किसान कर्णपाल सिंह घर से खेत में पानी लगाने के लिये गया था। तभी रास्ते में गांव के ही एक व्यक्ति के जुते पड़े खेत में आवारा सांड ने किसान कर्णपाल सिंह को घेर लिया और पटक-पटक कर किसान कर्णपाल सिंह को मौत के घाट उतार दिया। किसान की छाती, पेट व पैरों में अपने सींग घुसा कर मार डालने के बाद सांड रातभर मरे पड़े किसान के पास ही बैठा रहा। सुबह होते ही सांड वहां से चला गया जब सुबह शौच को जाने वाले लोगों ने देखा तो परिजनों को बताया। किसान कर्णपाल की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। किसान कर्णपाल ने अपने पीछे एक बेटा व एक बेटी व विधवा मां को रोते बिलखते छोड़ा है।
गौशाला में सरकारी व्यवस्था हवा-हवाई
अलीगढ़ में छुट्टे सांड़ का आतंक जारी है। कई इलाके में ग्रामीणों को सांड़ निशाना बना रहे हैं। छुट्टा मवेशी एक तरफ गांव में खेतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ अब ग्रामीणों की जान भी ले रहे हैं। छुट्टा मवेशियों को रखने के लिए गांवों में गौशाला बनाई गई है, लेकिन लचर व्यवस्था के चलते छुट्टा मवेशी किसानों की परेशानी की सबब बने हुए हैं। भारतीय किसान यूनियन के जिला महासचिव नवाब सिंह ने बताया कि आवारा पशुओं के हमले में किसानों की जान जा रही है.आवारा पशु जंगली, खतरनाक और ताकतवर होता है, जो किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ ग्रामीणों की जान भी ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि योगी सरकार आवारा पशुओं के संरक्षण के लिए गौशाला बनवाई है, लेकिन सब व्यवस्था हवा-हवाई है. किसानों को उसके रहमोकरम पर ही छोड़ दिया है।
पूरे उत्तर प्रदेश में आवारा सांडों का आतंक जारी, अब अमरोहा में सांड ने किसान को मार डाला
अमरोहा. अमरोहा ढवारसी में खेत पर गए एक किसान पर सांड ने हमला कर दिया जिससे किसान की मौत हो गई. पूरे उत्तरप्रदेश में लगातार आवारा सांडों का आतंक जारी है. जिससे लोगों की जान जा रही है. अब अमरोहा के ढवारसी में आवारा सांडों ने किसान की जान ले ली. किसान की मौत के बाद परिवार के लोगों में कोहराम मच गया.
जानकारी के अनुसार ढवारसी निवासी 60 वर्षीय भूरे सैफी पुत्र मुरादी शनिवार शाम खेत पर गए थे. इस दौरान उन पर आवारा सांड ने हमला बोल दिया. भूरे की मौके पर मौत हो गई. देर शाम तक भी वह घर नहीं लौटे तो छोटा बेटा उस्मान उन्हें देखने के लिए खेत पर गया. मौके पर जाकर देखा तो उसकी चीख निकल गई. शरीर पर जगह-जगह सांड के सींग के घाव थे. उसने फोन पर घटना की जानकारी दी. ग्रामीणों की भीड़ मौके पर एकत्र हो गई। भूरे पर चार बेटे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र में आवारा सांड आए दिन किसानों पर हमला बोलते रहते हैं. कई किसान घायल हो चुके हैं. किसानों के पशुओं को भी सांड घायल कर देते हैं. अफसरों से सांड पकड़वाने की गुहार लगाई गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
धनारी में एक युवक और महिला पर सांड ने किया हमला
धनारी थाना क्षेत्र के गांव में पशुओं को चारा लेकर आ रहे एक युवक व महिला पर सांड ने हमला कर दिया. जिससे वह घायल हो गए. सूचना पर पहुंचे परिजन घायलों को उपचार के लिए निजी चिकित्सक के पास ले गए. थाना क्षेत्र के गांव बगढेर निवासी सुनीता अपने परिवार के ही युवक ऋषिपाल के साथ पशुओं को चारा लेने के लिए गुरुवार को खेत पर गई थी. चारा लेकर दोनों घर को वापस आ रहे थे. रास्ते में आवारा सांड ने उन्हें घेर लिया. सांड ने आगे चल रही महिला पर हमला कर दिया. जिससे वह गिर पड़ी. जब ऋषिपाल ने सुनीता पर हमला होते देखा. तब वह उसे बचाने के लिए दौड़ा. सांड उस पर भी हमलावर हो गया. दोनों की चीख पुकार की आवाज सुन आसपास के खेतों में काम कर रहे किसान दौड़े और उन्होंने लाठी-डंडे फटकार कर सांड को भगाया. सांड के हमले से दोनों घायल हो गए. किसानों ने हादसे की सूचना घायलों के परिजनों को दी. सूचना पर पहुंचे परिजन घायलों को उपचार के लिए नजदीकी निजी चिकित्सक के पास ले गए.
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अतिक्रमण हटाने गए आरक्षक को सांड ने फुटबॉल की तरह उड़ाया, गंभीर घायल
शिवपुरी। अभी-अभी खबर छुट्टा सांडों का आंतक आ रही है कि शहर के सिटी कोतवाली क्षेत्र के सबसे व्यस्तम माने जाने बाले कोर्ट रोड़ पर गोयल मेडीकल के सामने ठेले वालों को हटा रहे एक आरक्षक पर सांड़ ने हमला बोल दिया। सांड ने उक्त आरक्षक को फुटबॉल की तरह फैक दिया। जिससे आरक्षक के गुंप्तांग में गंभीर चोट आई है। इस आरक्षक को उपचार के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार आरक्षक बीरेन्द्र सिंह बेच नंबर 974 जो कि शिवपुरी पुलिस लाईन में पदस्थ है आज गणेशोत्सव ड्यूटी के दौरान रोड़ पर लगे ठेलों को हटवा रहा था। इन ठेलों को हटाते हुए बीरेन्द्र सिंह गोयल मेडीकल के सामने पहुंचा। तभी एक सांड ने आरक्षक पर हमला बोल दिया। और आरक्षक को उठाकर पटक दिया।
इस घटना में आरक्षक के गुप्तांग में चोट आई है। इस आरक्षक की गंभीर हालात को देखते हुए तत्काल जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। विदित हो कि शहर में आए दिन इन सांडों का आंतक बना हुआ है। जिसके चलते आए दिन हादसे होते रहे है। इन छुट्टा सांडों को लेकर नपा महज खानापूर्ति के लिए मुहिम तो चलाता है पर आज तक इन सांडों से शिवपुरी वासियों को छुटकारा नहीं दिला पाए है। नपा प्रशासन किसी बड़े हादसे के इंतजार में दिखाई दे रहा है।
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