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फिसलन का कारण क्या हो सकता है?

नीचे दिए गए प्रत्येक प्रकथन को .

नीचे दिए गए प्रत्येक प्रकथन को ध्यानपूर्वक पढिये तथा कारण सहित उत्तर दीजिए कि इनमें से कौन-सा सत्य है और कौन –सा असत्य है? a. लोटनिक गति करते समय घर्षण बल उसी दिशा में कार्यरत होता है जिस दिशा में पिण्ड का द्रव्यमान-केंद्र गति करता है।
b. लोटनिक गति करते समय सम्पर्क बिंदु की तात्ष् णिक चाल शून्य होती है।
c. लोटनिक गति करते समय सम्पर्क बिंदु का तात्क्षणिक त्वरण शून्य होता है।
d. परिशुद्ध लोटनिक गति के लिए घर्षण के विरूद्ध किया गया कार्य शून्य होता है।
e. किसी पूर्णतः घर्षणरहित आनत समतल पर नीचे की ओर गति करते पहिए की गति फिसलन गति (लोटनिक गति नहीं) होगी।

Updated On: 27-06-2022

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Solution : फिसलन का कारण क्या हो सकता है? a. सत्यः जब वस्तु लुढ़कती है तो पृष्ठ के सम्पर्क वाले बिंदुओं का वेग द्रव्यमान केंद्र के वेग की विपरीत दिशा में होता है, चूंकि गति का विरोध करता है अतः घर्षण बल द्रव्यमान केंद्र की गति की दिशा में कार्य करेगा।
b. सत्यः परिशुद्ध लुढ़कन में वस्तु के निम्नतम बिंदु (पृष्ठ के सम्पर्क वाले बिंदु) का वेग शून्य होता है अतः पृष्ठ के सम्पर्क बिंदु की तात्क्षणिक चाल शून्य होती है।
c. असत्यः लुढ़कने की अवधि में पृष्ठ के सम्पर्क बिंदु के वेग की दिशा बदलती है अतः पृष्ठ के सम्पर्क बिंदु का तात्क्षणिक त्वरण शून्य नहीं होता है।
d. सत्यः परिशुद्ध लु्ढ़कन गति में घर्षण बल शून्य है अतः घर्षण के विरूद्ध कृत कार्य शून्य होता है।
e. सत्यः घर्षण बल के कारण ही लुढ़कन गति के लिए बल-आघूर्ण प्राप्त होता है । पहिया, भार के घटक `(Mg sin theta)` जो आनत समतल के अनुदिश है के कारण ही फिसलन गति प्रारम्भ करेगा।

अपने वाहन की जांच करें:

बाहर जाने से पहले, सुनिश्चित करें कि बाइक या कार अच्छी तरह से काम कर रही है और सही स्थिति में है। यहां तक ​​कि छोटी से छोटी तकनीकी खामी भी मानसून के दौरान आपकी सड़क सुरक्षा को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। कीचड़ भरी सड़कों पर फंसने से बचें और सुनिश्चित करें कि टायर, विंडशील्ड वाइपर, हेडलाइट, टेल लाइट, ब्रेक, टायर ट्रेड आदि सभी अच्छी फिसलन का कारण क्या हो सकता है? स्थिति में हैं। इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि आपके वाहन के टायरों में पर्याप्त हवा भरी हुई है।

गीली सड़कें अत्यधिक फिसलन भरी होती हैं, जिससे दुर्घटना होने का खतरा रहता है। बारिश के मौसम में कार चलाने के कुछ खतरों में मिट्टी से ढकी फिसलन भरी सड़कें और भारी बारिश के कारण दृश्यता कम होना शामिल है। नतीजतन, धीरे-धीरे और लगातार ड्राइव करना सबसे अच्छा है। तेजी से ब्रेक लगाने, तेज करने या तेजी से मुड़ने से बचें। अचानक ब्रेक लगाने से वाहन फिसल सकता है और दुर्घटना हो सकती है।

अन्य वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें:

अन्य वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखना सभी वाहन चालकों के लिए एक सामान्य मानसून सड़क सुरक्षा दिशानिर्देश है। खराब दृश्यता के कारण फिसलन का कारण क्या हो सकता है? मानसून के मौसम में यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। बरसात के दिनों में वाहन चलाते समय सामने वाले वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें क्योंकि गीली सड़कों पर अपने वाहन को रोकना कठिन हो जाता है।

कई दोपहिया वाहन सवार सवारी करते समय खुद को छाते से ढक लेते हैं। यह काफी खतरनाक हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप दुर्घटना हो सकती है, और पिछली सीट पर बैठे व्यक्ति के पास से गुजरने वाले वाहनों के कुचले जाने का जोखिम होता है। सवार और पीछे बैठने वाले दोनों के लिए छाता ले जाने के बजाय रेनकोट पहनना बेहतर होता है।

बाढ़ वाली सड़कों पर गाड़ी चलाने से बचें:

बाढ़ वाली सड़कों से बचें क्योंकि वाहन में पानी और कीचड़ का रिसाव हो सकता है और बिजली के टूटने का कारण बन सकता है। बाढ़ के पानी के नीचे मैनहोल हो सकता है, जिससे कार उसमें फंस सकती है, जिससे आप ऐसी स्थितियों में असहाय हो सकते हैं।

यदि आप चौपहिया वाहन चला रहे हैं तो अपनी सीट बेल्ट बांधें और कार में अन्य यात्रियों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें। दुपहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनना जरूरी है। फिर भी, मानसून के मौसम में किसी भी सिर की चोट को रोकने के लिए प्राथमिकता बन जाती है क्योंकि सड़कें फिसलन भरी होती हैं और वाहन आसानी से फिसल सकते हैं।

चलने से पहले फ्यूल-अप करें:

कल्पना करें कि बरसात के दिनों में आप किसी ऐसे स्थान पर फंस गए हैं जहाँ आपके वाहन में पेट्रोल नहीं है और आस-पास कोई फिलिंग स्टेशन नहीं है। क्या यह डरावना नहीं है? सुनिश्चित करें कि आप अपनी कार को सड़क के बीच में खराब होने से बचाने के लिए भरते हैं।

गर्मियों में सामान्य रास्ते से हटना सुखद हो सकता है, लेकिन मानसून के दौरान, विशेष रूप से हाइलैंड्स में, यह केवल आपके लिए दुख का कारण बन सकता है। पहाड़ों में वाहन चलाते समय निम्नलिखित मानसून सड़क सुरक्षा सलाह को याद रखें: जहां तक ​​संभव हो अच्छी तरह से पक्की सड़क पर रहें और फिसलने या उसमें फंसने से बचने के लिए ढीली गंदगी, कीचड़ वाली सड़कों और पैच पर वाहन चलाने से बचें।

अग्निवीर सेना भर्ती : मैदान में फिसलन होने पर नंगे पैर दौड़े युवा

अग्निवीर सेना भर्ती : मैदान में फिसलन होने पर नंगे पैर दौड़े युवा

गुरुवार को मुजफ्फरनगर की अग्निवीर सेना भर्ती हुई है। रात्रि में बारिश होने के कारण मैदान में फिसलन हो गई। जिस कारण मुजफ्फरनगर के सदर और खतौली तहसील के युवा नंगे पैर मैदान में दौड़े। दोनों तहसील से करीब 65 प्रतिशत युवाओं ने 1600 मीटर की दौड़ में प्रतिभाग किया है। दौड़ में पास हुए युवाओं का शारीरिक दक्षता परीक्षण कराया गया है।

बुधवार की रात्रि में ही मुजफ्फरनगर की तहसील सदर और खतौली क्षेत्र के युवा नुमाईश मैदान में पहुंच गए। यहां पर सेना के द्वारा इन युवाओं की लाइन लगवाई गई। देर रात्रि करीब डेढ़ बजे मौसम अधिक खराब हो गया और झमाझम बारिश शुरू हो गई। बारिश के कारण मैदान में काफी फिसलन हो गई। बारिश बंद होने के बाद सेना के जवानों ने मैदान को दुरुस्त किया। अग्निवीर सेना भर्ती के लिए करीब नौ हजार युवाओं ने रजिस्ट्रेशन किया हुआ था, लेकिन 65 प्रतिशत ने ही प्रतिभाग किया। सुबह करीब छह बजे फिसलन के बावजूद युवाओं ने पूरे जोश और उत्साह के साथ 1600 मीटर की दौड़ लगाई।

फिसलन भरी रोड पर कार चलाते समय रखें यह सावधानियां, नहीं होगी कोई मुश्किल

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 11 Oct 2020 09:59 AM (IST)

सर्दियों का मौसम शुरू होने वाला है. कुछ ही दिनों में पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो जाएगी. अक्सर बर्फबारी की वजह से सड़क हादसों में इजाफा होता है. सर्दियों के मौसम में बर्फबारी के चलते फिसलन भरी सड़कें जानलेवा साबित हो सकती है इसलिए बर्फबारी के बाद फिसलन भरी सड़कों पर गाड़ी चलाते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं.

गाड़ी की गति को कम रखें

गाड़ी चलाते हुए स्पीड को कम रखें. गर्मी के दिनों में मौसम साफ होता है और आप दूर तक देख भी सकते हैं. ऐसा सर्दियों के मौसम में नहीं होता. बर्फ के अलावा कुहासा भी दुर्घटना के जिम्मेदार होता है. इसलिए तेज ड्राइविंग आपके लिए कहीं से भी सही नहीं है. गीली सड़कों पर गति कम रखने से जोखिम कम हो जाता है. इसके अलावा सड़क के दोनों और बर्फ जमने से सड़क ट्रैफिक के लिए काफी कम रह जाती है. ऐसे में यदि आप तेज गति से वाहन चलाएंगे तो दुर्घटना कि सम्भावना बढ़ जाती है.

कोरोना वायरस : बढ़ते संक्रमण के खतरे से तेल में फिसलन, बाजार में चिंता बढ़ी

अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी संगठन रॉयटर (Reuters) की टोक्यो (TOKYO) से जारी रिपोर्ट में चिंता जताई गई है कि, महामारी को रोकने के लिए मजबूत उपायों से आर्थिक गतिविधि प्रभावित होगी, साथ ही क्रूड सरीखे कच्चे माल जैसी वस्तुओं की मांग में भी इजाफा होगा।

सोमवार को कीमत -

भारत में सोमवार को तेल की कीमत में कमी देखी गई। जानकारों ने इसकी वजह भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का बढ़ता खतरा बताया।

ब्रेंट क्रूड में इतनी गिरावट -

पिछले हफ्ते 6% की बढ़ोतरी के बाद ब्रेंट क्रूड 17 सेंट्स या 0.3% की गिरावट के साथ 66.60 डॉलर प्रति बैरल पर था।

डब्ल्यूटीआई की स्थिति -

वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई/WTI) अमेरिकी तेल (U.S. oil)10 सेंट या 0.2% नीचे 63.03 डॉलर प्रति बैरल था। पिछले हफ्ते इसने 6.4% की बढ़त हासिल की थी।

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