शेयर बाजार में भी गिरावट
इस हफ्ते शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली. निफ्टी इस हफ्ते अपने 52 सप्ताह के लो पर पहुंच गया. शुक्रवार को निफ्टी 15,293 के स्तर पर बंद हुआ. बीते लगभग 15 दिनों में निफ्टी 1000 अंकों की गिरावट देखने को मिली है. शेयर बाजारों में पिछले छह दिनों से जारी गिरावट के कारण निवेशकों को 18.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वैश्विक स्तर पर कई केंद्रीय बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में वृद्धि, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की घरेलू शेयर बाजारों से लगातार पूंजी निकासी से स्थानीय शेयर बाजारों में पूरे सप्ताह गिरावट रही.

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Forex Reserve: विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते 3 हफ्ते में 11 शेयर बाजार और विदेशी मुद्रा अरब डॉलर घटा विदेशी मुद्रा भंडार

By: ABP Live | Updated at : 24 Jun 2022 08:07 PM (IST)

Foreign Exchange Reserves: विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. वैश्विक कारणों ( Global Factors) के चलते भारतीय शेयर बाजार ( Indian Stock Market) में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बिकवाली के चलते 17 जून को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में 5.87 अरब डॉलर की कमी आई है. ये लगातार तीसरा हफ्ता है जब विदेशी मुद्रा भंडार घटा है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने आंकड़े जारी कर इस बारे में जानकारी दी है. 3 सितंबर 2021 को भारत ने सबसे ज्यादा 642.45 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार देखा था.

बीते तीन हफ्ते शेयर बाजार और विदेशी मुद्रा में विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है. इन तीन हफ्तों में विदेशी मुद्रा भंडार 10.785 बिलियन डॉलर घटकर 601.363 से 590.588 अरब डॉलर रह गया है. जानकारों के मुताबिक 2022-23 के अंत तक ग्लोबल कारणों के विदेशी निवेशकों द्वारा अपना निवेश वापस लेने के चलते विदेशी मुद्रा भंडार 565 अरब डॉलर रहने का अनुमान है. साल 2022 में 22 जून तक विदेशी निवेशकों ने 28.5 अरब डॉलर का निवेश भारत से वापस निकाल लिया है. अक्टूबर 2021 के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में 40 अरब डॉलर की कमी आई है.

चार सप्ताह बाद विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा में इजाफा, जानें कितना है स्वर्ण भंडार

मुंबई: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने एक बार फिर से भारतीय बाजार का शेयर बाजार और विदेशी मुद्रा रूख किया है। इसका असर देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर भी दिखा। 29 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.4 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। इससे पहले लगातार चार सप्ताह तक इसमें कमी हुई थी।

चार सप्ताह बाद आई यह खबर

29 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान शेयर बाजार में लगभग हर रोज तेजी रही। उस सप्ताह फॉरेन पोर्टफोलियो इंस्वेस्टर्स (FII) नेट इनवेस्टर (Net Investor) थे। रिजर्व बैंक से मिली सूचना के अनुसार 29 जुलाई 2022 को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 573.875 अरब डॉलर पर पहुंच गया। बीते 15 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान अपना विदेशी मुद्रा भंडार 7.541 अरब डॉलर घटा था। यदि 22 जुलाई को समाप्त सप्ताह की बात करें तो यह 571.5 अरब डॉलर पर था। आठ जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार 8.062 अरब डॉलर घटकर 580.252 अरब डॉलर रह गया था। इसी महीने एक जुलाई को भी विदेशी मुद्रा भंडार 5.008 अरब डॉलर घटा था। उस समय अपना विदेशी मुद्रा भंडार 588.314 अरब डॉलर पर था।

29 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में जो बढ़ोतरी हुई, उसमें फॉरेन करेंसी असेट का बढ़ना भी शामिल है। यह कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा स्वर्ण आरक्षित भंडार बढ़ने से भी विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी किये गये भारत के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (FCA) 1.121 अरब डॉलर बढ़ कर 511.257 अरब डॉलर पर पहुंच। बीते 22 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान इसमें 1.426 अरब डॉलर में कमी हुई थी। अमेरिकी डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।

स्वर्ण भंडार में भी इ़़जाफा

आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 1.140 अरब डॉलर बढ़ कर 39.642 अरब डॉलर पर पहुंच गया। समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (SDR) भी 2.2 करोड़ डॉलर बढ कर 17.985 अरब डॉलर पर चला गया। आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 3.1 करोड़ डॉलर बढ़ कर 4.991 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

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मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक से पहले विदेशी मुद्रा भंडार में आया बड़ा उछाल, आंकड़ा फिर से हुआ 600 बिलियन डॉलर के पार

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अगले सप्ताह रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (RBI MPC Meeting) की अहम बैठक होने वाली है. उससे पहले 27 मई को समाप्त सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign exchange reserves) में 3.854 बिलियन डॉलर की तेजी दर्ज की गई जिसकी मदद से यह फिर से 601.363 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. RBI के आंकड़ों के अनुसार यह वृद्धि विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (foreign currency assets) में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है. इससे पिछले सप्ताह, विदेशी मुद्रा भंडार 4.230 बिलियन डॉलर बढ़कर 597.509 बिलियन डॉलर हो गया था. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि होना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है. आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.61 बिलियन डॉलर बढ़कर 536.988 बिलियन डॉलर हो गई.

डॉलर के मुकाबले रुपया फिसला

इधर स्थानीय शेयर बाजारों में कमजोर रुख के बीच शुक्रवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया छह पैसे की गिरावट के साथ 77.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी मुद्रा बाजार से निरंतर विदेशी कोषों की धन निकासी तथा बढ़ते व्यापार घाटे के कारण रुपया नीचे आया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपए में एक सीमित दायरे में कारोबार हुआ. डॉलर के मुकाबले रुपया 77.47 पर खुला. दिन के कारोबार में नीचे में 77.66 और ऊंचे में 77.47 तक गया. अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की गिरावट के साथ 77.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. गुरुवार को रुपया 77.60 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, शेयर बाजार में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती के कारण रुपए का आरंभिक लाभ कायम नहीं रह पाया. विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी और व्यापार घाटा बढ़ने के कारण रुपए की धारणा प्रभावित हुई.

मई में गुड्स एक्सपोर्ट 37.29 बिलियन डॉलर

गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मई में भारत का वस्तु निर्यात 15.46 फीसदी बढ़कर 37.29 बिलियन डॉलर हो गया जो पिछले 15 महीनों में सबसे धीमी वृद्धि है. जबकि देश का व्यापार घाटा बढ़कर 23.33 बिलियन डॉलर का हो गया.

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 फीसदी घटकर 101.79 रह गया. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.47 फीसदी घटकर 117.06 डॉलर प्रति बैरल रह गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे. उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 3,770.51 करोड़ रुपए के शेयर बेचे.

बाजार में लबालब नकदी: 600 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार, देगा घरेलू शेयर बाजार को मजबूती

देश का विदेशी मुद्रा भंडार संभवत: 600 अरब डॉलर का लेवल पार कर गया है। यह घरेलू शेयर बाजारों के लिए फायदेमंद हो सकता है। जानकारों के मुताबिक, देश-विदेश के पूंजी बाजारों में भरपूर नकदी होने से घरेलू शेयर बाजार में तेजी जारी रह सकती है। उन्होंने बताया कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 105 अरब डॉलर की बढ़ोतरी इसी साल हुई है।

पिछले महीने NSE में रोजाना औसतन 79,000 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था

मई में देश के सबसे बड़े शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE में रोजाना औसतन 79,000 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था। उससे एक साल पहले यानी 2020 में NSE में रोजाना का औसत कारोबार 65,000 करोड़ रुपए रहा था। 2019 में एक्सचेंज का डेली ट्रेडिंग एवरेज लगभग 36,000 करोड़ रुपए का था।

10 जून, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.599 अरब डॉलर घटकर 596.458 अरब डॉलर रह गया. वहीं, बीते सप्ताह . अधिक पढ़ें

  • पीटीआई
  • Last Updated : June 18, 2022, 07:38 IST

नई दिल्ली. देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves/Forex Reserves) में फिर गिरावट आई है. 10 जून, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में यह 4.599 अरब डॉलर घटकर 596.458 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार इससे पिछले सप्ताह, विदेशी मुद्रा भंडार 30.6 करोड़ डॉलर घटकर 601.057 अरब डॉलर रह गया था.

दस जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का कारण फॉरेन करेंसी एसेट यानी एफसीए (Foreign Currency Assets) में आई गिरावट है. आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में एफसीए 4.535 अरब डॉलर घटकर 532.244 अरब डॉलर रह गयी. कुछ सप्ताह पहले विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार गया था. 27 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर पहुंच गया था.

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