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शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग सेटअप (Trading Setup) के बारे में जानकारी होना बहोत ही जरुरी है | कोई भी ट्रेडिंग सेटअप बिना जानकारी पूरा नहीं जो सकता | इस आर्टिकल में आप एक ऐसे ट्रेडिंग सेटअप (Trading Setup) के बारे में जानेंगे जो आपकी शेयर मार्किट ट्रेडिंग को आसान बना देगा |हर किसी को पता है की शेयर मार्किट में बिना जानकारी हासिल किये ट्रेड करना मतलब अपने पैसे का नुकसान करना |अगर हम सहीसे अध्ययन करके ट्रेडिंग करे तो किसी भी नुकसान की संभावना कम रहती है |
आज हम स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे एक ऐसे ही ट्रेडिंग सेटअप (Trading Setup monitors) के बारे में बात करेंगे जिसकी वजह से आप अगले दिन की ट्रेडिंग दिन के लिए बिलकुल तैयार रहेंगे |आपको कुछ चींजो का ख्याल रखना होगा ताकि आपको अगले दिन की मार्किट का हालचाल का अंदाजा आ जाये |इस ट्रेडिंग सेटअप को हम दिन का ट्रेडिंग सेटअप (Day Trading Setup) भी कह सकते है|
ग्लोबल मार्किट सेनारिओ (Global Market Scenario for Trading Setup)
आपको पता होगा की ग्लोबल मार्किट का बहुत बड़ा असर हमरे इंडियन मार्किट पे पड़ता है | इसीलिए हमें ग्लोबल मार्किट की हलचल के बारे में पता होना चाहिए | हमें ग्लोबल मार्किट के तरफ हमेशा नज़र रखनी चाहिए की वहा पे बड़ी हलचल या कोई नया समाचार तो नहीं है | इससे हमें थोड़ा सा अंदाजा आजाता है की इंडियन शेयर मार्किट की कल की ओपनिंग किस तरफ होने वाली है और फिर हम उसी तरह के शेयर्स अगले दिन के अगले दिन के ट्रेडिंग सेटअप (Trading Setup) के लिए चुन सकते है|
दोस्तों हमारा मार्किट हर दिन ३.३० मिनट में बंद हो जाता है | उसी दिन शाम को ७.३० मिनट पर अमेरिका और बाकी मार्किट चालू हो जाते है | तभी हमें ग्लोबल मार्किट की हालचाल पर नज़र रखनी है | हमें ध्यान रखना है की ग्लोबल मार्किट का प्रारम्भ सकारात्मक है या नकारात्मक | हमें शाम के ९.३० मिनट पर ग्लोबल मार्किट सेनारिओ की जाँच करनी है ताकि हमें ग्लोबल मार्किट की दिशा पता चले | अगर दोस्तों ९.३० मिनट पर ग्लोबल मार्किट सकारात्मक है तो हमारा कल का मार्किट भी सकारात्मक हो सकता है, और अगर ग्लोबल मार्किट नकारात्मक है तो इंडियन मार्किट भी कल नकारात्मक हो सकता है|
स्टॉक्स का चुनाव (Stock Selection)
आपको हर दिन मार्किट बंद होने के बाद End Of The Day Study करनी होगी स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे | आपको शेयर के बारे में जानना होगा | कुछ शेयर आपको चुनने होंगे जो आपको कल की ट्रेडिंग में सकारात्मक मूवमेंट दे | कल के दिन ट्रेडिंग करने के लिए अपने पास शेयर की जानकारी पहले से ही होंनी चाहिए | आपके सारे शेयर की सूचि आपके पास तैयार होनी चाहिए ताकि कल जब मार्किट चालू हो तो आप अच्छेसे ट्रेडिंग कर सके |
शेयर का चुनाव एक बहुत ही जरुरी बिंदु है ट्रेडिंग में | आप की ग्लोबल मार्किट की अभ्यास के बाद आप अपने शेयर का चुनाव करके रखे,उन शेयर की सपोर्ट और रेसिस्टेन्स लेवल आपके पास होनी चाहिए ताकि आप उन शेयर में सही टाइम पे प्रवेश या निकास ले सके और स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे मुनाफा कमा सके |
आप इस बात का ध्यान रखे की अगले दिन हमें उन्ही शेयर में ट्रेडिंग करना है जो आपने चुने हुवे है ताकि ट्रेडिंग लाभदायक हो | कोई भी बिना जानकारी वाला ट्रेड न ले जिसके बारे में पता नहीं है , नहीं तो वो ट्रेड नुकसान दिला सकता है |
बाजार का रुख (Market Trend) :
काफी सरे लोग है जो मार्किट के खिलाफ ट्रेड करते है और नुकसान उठाते रहते है | ये एक सरल सी बात है और हर कोई जनता है की अगर मार्किट ऊपर जा रहा है तो हमें BUY करना चाहिए और जब मार्किट निचे जा रहा है तो हमें SELL करना चाहिए | मगर ये एक मनोवैज्ञानिक समस्या बन जाती है की मै तो मार्किट में SELL ही करूँगा और मार्किट ऊपर जाते हुवे भी वो लोग SELL करने लगते है और भारी नुकसान उठाते है |
दोस्तों इस समस्या से बाहर आईये और मार्किट ट्रेंड के साथ ट्रेड कीजिये ताकि मार्किट में आपका नुकसान ना हो, अगर आप मार्किट में ट्रेंड के साथ चलोगे तो आपको मार्किट में मुनाफा कमाने से कोई नहीं रोक सकता !
शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या है?
स्विंग ट्रेडिंग एक प्रकार की ट्रेडिंग शैली है जहां ट्रेडर किसी भी स्टॉक में अपनी पोजीशन ले कर उसको कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक होल्ड रखता है। स्विंग ट्रेडिंग का लक्ष्य उस समय सीमा के दौरान स्टॉक की कीमत में बदलाव से लाभ कमाना है।
सबसे अच्छाएंट्री और एग्जिट पॉइंट चुनने के लिए अधिकांश स्विंग ट्रेडर डेली चार्ट, 60 मिनट, 24 घंटे, 48 घंटे, आदि का उपयोग करते हैं। हालांकि, आप कम समय सीमा चार्ट का उपयोग भी कर सकते हैं, जैसे कि 4-घंटे या 1 घंटा चार्ट।
स्विंग ट्रेडर किसी भी स्टॉक में पोजीशन लेने से पहले उस स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस करता है और ये पता लगाने की कोशिश करता है कि किस स्टॉक में ट्रेंड की शुरुआत हो रही है जिससे कि वह शुरुआती ट्रेंड में ट्रेड ले और जब तक बना रहे जब तक की उस स्टॉक में ट्रेंड बदल न जाए, जिससे कि वह अच्छा प्रॉफिट कर सके।
स्विंग ट्रेडिंग कैसे काम करती है?
सबसे पहले, स्विंग ट्रेडिंग करते समय एक ट्रेडर को आमतौर पर मार्केट ट्रेंड और पैटर्नों को देखना होता है ताकि स्विंग ट्रेडर्स को डाउन ट्रेंड या अपट्रेंड वाले स्टॉक खोजने में मदद मिल सके।
स्विंग ट्रेडिंग में अगर ट्रेडर को लगता है कि कोई स्टॉक अगले कुछ दिनों या हफ्तों में अच्छी मूवमेंट करने वाला है, तो वे स्टॉक खरीद लेंगे और कीमत फिर से गिरने से पहले उसे बेच देंगे। वही दूसरी तरफ अगर उन्हें लगता है कि कोई स्टॉक अगले कुछ दिनों या हफ्तों में नीचे जाने वाला है, तो वे उस स्टॉक को “शॉर्ट” करेंगे।
ज्यादातर समय, स्विंग ट्रेडर्स यह तय करने में लगाते हैं कि संभावित ट्रेड में जोखिम और अधिकतम लाभ को देखते हुए ट्रेड करना है या नहीं।
उदाहरण के लिए, यदि एक स्विंग ट्रेडर का मानना है कि अगले सप्ताह में किसी स्टॉक की कीमत बहुत तेजी से बढ़ सकती है, तो वह ट्रेडर उस जोखिम को लेने और कुछ शेयर खरीदने के लिए इच्छुक हो सकता हैं। क्योंकि वहां उसको कम जोखिम के साथ अच्छा प्रॉफिट करने का मौका मिल रहा है।
स्विंग ट्रेडिंग कैसे करते हैं?
स्विंग ट्रेडिंग करने ट्रेडर को रूप में आपको टेक्निकल एनालिसिस की चाहिए, जिससे कि ऐसे स्टॉक्स को खोजने में सक्षम हो सके छोटी अवधि में अच्छा रिटर्न दे सके। इसलिए अगर आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही स्टॉक की तलाश करना चाहते है तो पहले टेक्निकल एनालिसिस सीखे, उसके उपरान्त डेली एंव साप्ताहिक चार्ट पर ऐसे स्टॉक को ढूढ़े जो किसी सपोर्ट को तोड़ कर ऊपर निकल रहे हो। ऐसे स्टॉक छोटी अवधि में अच्छा पैसा कमा कर देते है।
स्विंग ट्रेडिंग का उद्देश्य क्या है?
स्विंग ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग शैली है जिसका मुख्य उद्देश्य एक छोटी अवधि के भीतर स्टॉक खरीदना या बेचना शामिल है, जिससे की वह स्टॉक में होने वाले मूवमेंट से प्रॉफिट कर सके। एक स्विंग ट्रेडर आमतौर पर कुछ मूवमेंट दिखाने वाले शेयरों को खोजने की कोशिश करता है और ट्रेंड की शुरुआत में ट्रेड में प्रवेश करता है। ज्यादातर मामलों में, एक स्विंग ट्रेडर ट्रेंड खत्म होने से पहले ट्रेड से बाहर निकलने का प्रयास करता है।
स्विंग ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को 2 दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक बनाए रखना चाहते हैं, जिससे स्विंग ट्रेडिंग ट्रेड का अच्छे से फायदा लिया जा सके, स्विंग ट्रेड दो प्रकार के होते हैं:स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे
1) काउंटर ट्रेंड स्विंग ट्रेड – स्टॉक के ट्रेंड की दिशा में रेजिस्टेंस या सपोर्ट एरिया में बेचना या खरीदना (उदाहरण के लिए, अपट्रेंड के दौरान रेजिस्टेंस में बेचना या डाउनट्रेंड के सपोर्ट पर खरीदना)।
Swing Trading strategy kaise banae
जब भी आप अपने पैसे Swing Trading me invest करते हो तो सबसे पहले आपको अपनी एक strategy जरुर बना लेनी चाहिये की आप कितना Loss झेल सकते है और स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे कितना नही । ऐसे में यदि आप बिना strategy के Trading करते है तो आप अपना सारा पैसा एक झटके में खो सकते है । इसलिए आपको ऐसे Shares Choose करना चाहिये जिसमे लगातार उतार चढाव आते रहे, क्युकी यदि महीनो महीनो शेयर में कोई उतार चढाव ही नही आएगा तो आप अपने लिए Profit कैसे कमायेगे ।
इसलिए आपको सहीStock को चुनना होगा, शेयर को चुनने के पश्च्यात आपको Every Day Share Price पर नजर रखनी होगी और इसके साथ ही साथ आपको रोजानाStock related news के साथ update रहना होगा । जिससे की आपको आसानी से पता लग जाये की आपके ख़रीदे हुए Share Prices बढ़ रहे है या घट रहे है ।
Best Swing Trade Stock Screener
मैं आशा करता हूँ, आप सभी को Swing Trading क्या है और Swing Trading का मतलब क्या है अच्छे से समझ आया होगा । यदि अभी भी आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप हमें comments में जरुर बता सकते है । हमें आपके सभी सवालों का जवाब देते हुए बहुत ख़ुशी होती है । इसी प्रकार की Share Trading related jankari , Day Trading, Swing Trading, difference between Day Trading and Swing Trading, what is Day Trading, what is Swing Trading,Stock Trading method,Stock Trading pattern अदि के बारे में अगले आने वाले articles में बताएगे। हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे Social media पर फॉलो करे। धन्यावाद।
Syan Gyan काफी समय से Money Investment , Money Management , Finacial , Share market , Mutual Fund रिलेटेड जानकारी के लिए बुक्स स्टडी कर रहे है और Finance related आर्टिकल लिख रहे है। यह हमारा मकसद आसान भाषा में Share market , Finace रेलतद जानकारी देना है। धन्यावाद।
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यदि आप शेयर मार्किट में कुछ महीने या फिर कुछ साल से जुड़े है तो , निश्चित ही स्विंग ट्रेडिंग का नाम जरूर जानते होंगे स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे यदि आप नए नए शेयर मार्किट में आये है तो मैं आपसे वायदा करता हूँ की एक बार इस बुक को पढ़ने के बाद आप शेयर मार्किट के साथ - साथ स्विंग ट्रडिंग के बारे में भी आसानी से समझ जायेंगे।
यदि स्विंग ट्रेडिंग के बारे में थोड़ा विस्तार से जाने तो यह एक छोटी अवधि का ट्रेडिंग होता है जिसमे इन्वेस्टर कुछ घंटे या फिर एक हफ्ते अंदर किसी स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे चुने हुए शेयर को खरीदकर होल्ड करते है और फिर मुनाफा होने के बाद बेच देते हैं।
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ट्रेडिंग क्या है? | Trading in Hindi
ट्रेडिंग का अर्थ होता है व्यापार। दो व्यक्ति या संस्था के बीच वस्तु और सेवाओं का आदान प्रदान इसी को ट्रेडिंग यानी व्यापार कहते है। बहुत पुराने समय से दुनिया में ट्रेडिंग यानी व्यापार होता आ रहा है। पुराने समय में लोग एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु देते थे। उसके बाद वस्तु के बदले पैसे देने लगे।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का अर्थ होता है शेयर की खरीदी और बिक्री। जैसे कि हम किसी वस्तु की खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं वैसे ही शेयर मार्केट में कंपनियों के शेयर कि खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाया जाता है।
ट्रेडिंग करने में बहुत जोखिम होता है ऐसा कहा जाता है क्योंकि इसमें यह कोई नहीं जानता कि भविष्य में कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या मूवमेंट आयेगा। अक्सर ऐसा होता कि अगर शेयर से जुड़ी कोई अच्छी न्यूज़ आती है तो शेयर के भाव में तेजी दिखाई देती है। और अगर शेयर से जुड़ी कुछ बुरी न्यूज़ आती है तो शेयर के भाव में गिरावट देखने को मिल सकती है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है? | Online Trading in Hindi
इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के मदत से शेयर को खरीदने और बेचने की सुविधा को ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading in Hindi) कहा जाता है। शेयर के अलावा आप मच्यूल फंड, करेंसी,कमोडिटी और अन्य वित्तीय सिक्योरिटीज को आप ऑनलाइन खरीद सकते है।
किसी भी ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर के साथ घर बैठे अकाउंट खुलवाकर आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? | Types of Trading in Hindi
ट्रेडिंग के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग, पोजिशनल,स्विंग ट्रेडिंग। आइए सबसे पहले जानते है इंत्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग | Intraday Trading in Hindi
बहुत से लोग शेयर मार्केट में कम समय में मुनाफा कमाना चाहते है। उनके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
एक ही दिन के अंदर शेयर खरीदकर बेचना इसी को इंट्राडे ट्रेडिंग कहता है।शेयर मार्केट सुबह 9:15 को खुलता है और 3:30 को बंद होता है। उसी समय के बीच में अगर आप शेयर खरीद कर बीच देते है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। अगर आप अच्छे से इंट्राडे ट्रेडिंग सीख गए तो आप दिन के हजारों रुपए कमा सकत है। लेकिन इसमें नुकसान होने की भी पूरी संभावना होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में रहने वाली जोखिमों से अज्ञात होते हुए कई बार ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग में भारी नुक्सान कर बैठते है।
ट्रेडिंग कैसे सीखे | How to Learn Trading in Hindi
आपने ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ये बाते तो जान ली आइए अब जानते जानते है कि ट्रेडिंग कैसे सीखे(How to Learn Trading in Hindi)
यूटयूब एक ऐसा जरिया है जहां से आप ट्रेडिंग सीख सकते है।आपको यूट्यूब के ऊपर बहुत सारे चैनल मिलेंगे जहां से आप फ्री में ट्रेडिंग सीख सकते है। गूगल पर भी ऐसी बहुत वेबसाइट उपलब्ध है जहां से आप ट्रेडिंग के बारे में जानकारी ले सकते है।
ट्रेडिंग सीखनी के लिए आप किसी अच्छी किताब को पढ़ सकते है।दोस्तों अगर आपको किताबे पढ़ना पसंद है तो आप किताब से भी ट्रेडिंग सीख सकते हो।आप ऐसे लोगों की किताब पढ़े जिन्होंने ट्रेडिंग में सफल होकर अच्छा पैसा स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे कमाया है।आपको इंटरनेट पर ट्रेडिंग के ऊपर बहुत सारे ई-बुक भी मिल जाएंगे जिन्हें आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर पढ़ सकते है।
दोस्तों आपको शेयर मार्केट के बारे ऑनलाइन और ऑफलाइन बहुत सारे फ्री और पेड कोर्सेस मिल जाएंगे।इन कोर्सेस कि मदद से आप ट्रेडिंग सीख सकते हो।
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