राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने दावा किया कि अक्टूबर महीने में औद्योगिक उत्पादन चार प्रतिशत गिर गया जो 26 महीनों के न्यूनतम स्तर पर है।

वित्त मंत्री का विपक्ष पर तंज- अर्थव्यवस्था बढ़ रही है तो जलन नहीं, गर्व करें

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में कुछ विपक्षी सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जब देश की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है तो उस पर जलन नहीं करना चाहिए और मजाक नहीं बनाना चाहिए, बल्कि गर्व करना चाहिए। उन्होंने सदन में प्रश्नकाल के दौरान यह भी कहा कि ‘2014 से पहले सिर्फ रुपया आईसीयू में नहीं था, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था ही आईसीयू में थी।'

कांग्रेस सांसद ए. रेवंत रेड्डी ने पूरक प्रश्न पूछते हुए डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए सवाल किया कि आज रुपया 83 के पार चला गया है तो सरकार इसे ‘आईसीयू' से बाहर निकालने के लिए क्या कर रही है। इस पर जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी जब (गुजरात के) मुख्यमंत्री थे तो उस वक्त के उनके बयान पर सवाल पूछ रहे हैं। अगर सदस्य उस जमाने की (2014 विदेशी मुद्रा संकेतकों से पहले की) अर्थव्यवस्था के दूसरे संकेतकों को याद विदेशी मुद्रा संकेतकों दिलाते तो ठीक रहता। उस समय पूरी अर्थव्यवस्था ही आईसीयू में थी। सिर्फ रुपया आईसीयू में नहीं था।'

अर्थव्यवस्था बढ़ रही है सभी गर्व करें : निर्मला सीतारमण

दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है। कहा कि 2014 से पहले सिर्फ रुपया आईसीयू में नहीं था, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था ही आईसीयू में थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। जब देश की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है तो उस पर विपक्ष को जलन नहीं करना चाहिए और मजाक नहीं बनाना चाहिए, बल्कि गर्व करना चाहिए।

दरअसल कांग्रेस सांसद ए. रेवंत रेड्डी ने सदन में पूरक प्रश्न पूछते हुए डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए सवाल किया कि आज रुपया 83 के पार चला गया है तो सरकार इसे ‘आईसीयू’ से बाहर निकालने के लिए क्या कर रही है। इस पर जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उस वक्त के उनके बयान पर सवाल पूछ रहे हैं। अगर सदस्य उस जमाने की (2014 से पहले की) अर्थव्यवस्था के दूसरे संकेतकों को याद दिलाते तो ठीक रहता।

अर्थव्यवस्था पर महुआ मोइत्रा का तंज, 'अब बताओ असली पप्पू कौन है'

तृणमूल कांग्रेस विदेशी मुद्रा संकेतकों की सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में अर्थव्यवस्था पर सरकार को घेरा. उन्होंने कई आंकड़ों के आधार पर बार-बार तंज कसा कि अब बताइए असली 'पप्पू' कौन है.

नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने आर्थिक संकेतकों और अर्थव्यवस्था को संभालने के सरकार के तौर-तरीकों को लेकर मंगलवार को उस पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि अब 'असली पप्पू' कौन है. लोकसभा में 2022-23 के लिये अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच और 2019-20 के लिए अनुदान की अतिरिक्त मांगों पर सोमवार को अधूरी रही चर्चा को आगे बढ़ाते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा, ''किसी को नीचा दिखाने के लिए 'पप्पू' शब्दावली का इस्तेमाल किया गया. आंकड़ों के जरिये पता चलता है कि 'असली पप्पू' कौन है?''

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों विदेशी मुद्रा संकेतकों का हवाला देते हुए उन्होंने दावा किया कि अक्टूबर विदेशी मुद्रा संकेतकों महीने में औद्योगिक उत्पादन चार प्रतिशत गिर गया जो 26 महीनों के न्यूनतम स्तर पर है. उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार में एक साल के भीतर 72 अरब डॉलर की कमी आई है. उन्होंने कहा कि विदेश राज्य मंत्री ने सदन में बताया कि पिछले नौ वर्षों में लाखों लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ दी. मोइत्रा ने कहा कि विदेशी मुद्रा संकेतकों विदेशी मुद्रा संकेतकों ऐसा क्यों हो रहा है कि लोग नागरिकता छोड़ रहे हैं.

अर्थव्यवस्था की हालत पर महुआ मोइत्रा ने मोदी सरकार से पूछा- अब 'असली पप्पू' कौन है

Updated Dec 13, 2022 | 11:56 PM IST

Mahua Moitra

टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा

नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने आर्थिक संकेतकों और अर्थव्यवस्था को संभालने के सरकार के तौर-तरीकों को लेकर विदेशी मुद्रा संकेतकों मंगलवार को उस पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि अब ‘असली पप्पू’ कौन है। लोकसभा में 2022-23 के लिये अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच और 2019-20 के लिए अनुदान की अतिरिक्त मांगों पर सोमवार को अधूरी रही चर्चा को आगे बढ़ाते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि किसी को नीचा दिखाने के लिए ‘पप्पू’ शब्दावली का इस्तेमाल किया गया। आंकड़ों के जरिये पता चलता है कि ‘असली विदेशी मुद्रा संकेतकों पप्पू’ कौन है?

ताजा खबरें | अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर महुआ ने सरकार से पूछा: अब विदेशी मुद्रा संकेतकों ‘असली पप्पू’ कौन है

ताजा खबरें | अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर महुआ ने सरकार से पूछा: अब ‘असली पप्पू’ कौन है

नयी दिल्ली, 13 दिसंबर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने आर्थिक संकेतकों और अर्थव्यवस्था को संभालने के सरकार के तौर-तरीकों को लेकर मंगलवार को उस पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि अब ‘असली पप्पू’ कौन है।

लोकसभा में 2022-23 के लिये अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच और 2019-20 के लिए अनुदान की अतिरिक्त मांगों पर सोमवार को अधूरी रही चर्चा को आगे बढ़ाते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘‘किसी को नीचा दिखाने के लिए ‘पप्पू’ शब्दावली का इस्तेमाल किया गया। आंकड़ों के जरिये पता चलता है कि ‘असली पप्पू’ कौन है?’’

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