अगर शेयर मार्केट में हम अपनी संपूर्ण पूंजी खो देते हैं तो हम कभी भी अपने नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएंगे। हमें अपनी पूंजी बचाने के लिए हमेशा स्टॉप लॉस और ट्रेलिंग स्टॉप लॉस का पालन करना चाहिए। ट्रेलिंग स्टॉप लॉस से सुनिश्चित होता है कि एक बार मुनाफे में आने के पश्चात हम कभी भी नुकसान लेकर मार्केट से बाहर नहीं जाएंगे।

how can put a stop loss on existing shares ?

stock market me trading tips स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग टिप्स

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने में अधिकांश लोग अपना रुपया गंवा बैठते हैं, बाद में वह यह सोचते हैं कि किस जगह कमी हुई होगी। नुकसान होने के पश्चात लोग अपना आत्मविश्वास खो देते हैं तथा हमेशा के लिए शेयर मार्केट से विदा ले लेते हैं।

जब बार-बार लोग ट्रेडिंग में असफल होते हैं तो वह सोचते हैं उनके टेक्निकल एनालिसिस में कुछ कमी होगी।

नए निवेशक और ट्रेडर्स जब शेयर बाजार में आते हैं, तो उन्हें सही समय में सही सलाह नहीं मिलती तथा वे खुद की कमियों से सीखते हैं। किंतु तब तक ज़्यादातर निवेशक अपना मूलधन गंवा बैठते हैं।

मैं ट्रेडिंग को ज्यादा महत्व नहीं देता किंतु जो भी लोग ट्रेडिंग करना चाहते हैं वह मेरे द्वारा बताए गए टिप्सों पर अनुशासन के साथ कार्य करेंगे तो उनके नुकसान होने का चांस कम हो जाएगा।

शेयर मार्केट के बड़े से बड़े ट्रेडर तथा निवेशक अपने अपने सिद्धांतों के आधार पर ट्रेड करते हैं तथा अधिकांश हर दिग्गज के सिद्धांत अलग-अलग होते हैं। यहां पर उन सब के ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए कुछ टिप्स आपको बताने की कोशिश कर रहा हूं। golden trading tips

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

what is stop loss in share market ? शेयर बाजार में स्टॉप लॉस क्या है


share market me stop loss kya hota hai

अपने मूवी में सुना होगा रिस्क है तो इश्क है लेकिन रिस्क लेने की कैपेसिटी हर आदमी की अपनी अपनी होती है ।आपकी रिस्क लेने की कैपेसिटी कितनी है लेकिन रिस्क कितना लिया जाए शेयर मार्केट में इसकी कोई लिमिट नहीं है आप कभी हीरो कभी जीरो होते हैं ।और अधिकतर देखा गया है जब ट्रेडिंग में लोग अपने पैसे को जीरो जरूर कर लेते हैं यहां पर आपकी रिस्क को कम करने के लिए स्टॉप लॉस का यूज किया जाता है।

जब आप का खरीदा हुआ स्टॉक प्राइस गिरता है तो उसको कब तक गिरने देना है कहां पर स्टॉप करना है यह स्टॉप लॉस के जरिए किया जा सकता है ।चलिए हम जानते हैं कि स्टॉपलॉस क्या होता है।

What is stop loss ?| स्टॉप लॉस क्या होता है ?

शेयर मार्केट में आपके रिस्क को कम करने की एक डिजिटल ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? विधि है stop loss एक आर्डर की तरह काम करता है जिसे आप अपनी ब्रोकर के ऐप में या ऑनलाइन डिजिटल के रूप में लगाते हैं उदाहरण के लिए मान लीजिए आपने रिलायंस का कोई शेयर ₹2600 के भाव पर खरीदा है लेकिन आपको लग रहा है कि यह नीचे भी आ सकता है आप अपने इस डर को कम करने के लिए स्टॉपलॉस का यूज कर सकते हैं।

मान लीजिए आप इस शेयर पर ₹200 तक का नुकसान सहन कर सकते हैं उससे ज्यादा नुकसान आप नहीं उठाना चाहते इस स्थिति में आप दो काम कर सकते हैं या तो आप रेगुलर ली स्टॉक को देखते रहिए जैसे ही वह गिरता है तो आप सेल कर सकते हैं या फिर आप ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? पहले से ही एक स्टॉपलॉस लगा सकते हैं जो ₹2400 के भाव पर लगेगा जिसमें आपको रेगुलर देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी जैसे ही ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? भाव ₹200 गिरता है आपका stock सेल हो जाएगा

Types of stop loss | स्टॉप लॉस के प्रकार

सेल स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग लॉन्ग पोजीशन ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? को प्रोटेक्ट करने के लिए किया जाता है आपने किसी शेयर में लॉन्ग पोजीशन बना रखी है वहां पर आप सेल स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग करते हैं उदाहरण के लिए आपने किसी कंपनी का शेयर ₹100 में खरीदा है आपके प्रोडक्शन के हिसाब से यह शेयर ₹150 जाएगा इस पोजीशन को हम लोग पोजीशन कहते हैं इस पोजीशन को प्रोटेक्ट करने के लिए आप सेल स्टॉपलॉस आर्डर लगा सकते हैं

2. Buy-Stop Orders

Buy-Stop Orders वैचारिक रूप से सेल-स्टॉप ऑर्डर के समान हैं। हालांकि, उनका उपयोग शॉर्ट पोजीशन की सुरक्षा के लिए किया जाता है। एक खरीद-स्टॉप ऑर्डर की कीमत मौजूदा बाजार मूल्य से ऊपर होगी और अगर कीमत उस स्तर से ऊपर उठती है तो ट्रिगर होगी

On which position to put stop loss? |स्टॉप लॉस किस पोजीशन पर लगाये ?

Technical analysis उन स्तरों को निर्धारित करने के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है जिन पर stop loss सेट किया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, एक long term के लिए, स्टॉक के लिए प्रमुख समर्थन स्तरों का पता लगाना नकारात्मक जोखिम का अनुमान लगाने के लिए उपयोगी हो सकता है। यहां आधार यह है कि एक बार एक प्रमुख समर्थन स्तर के टूटने के बाद, यह स्टॉक के लिए अतिरिक्त नुकसान का संकेत दे सकता है। हालाँकि, झूठे ब्रेकआउट से सावधान रहें। सुनिश्चित करें कि आप अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में प्रवेश करने से पहले तकनीकी विश्लेषण और अन्य उपकरणों का उपयोग करते हुए, स्टॉप-लॉस स्तरों पर लगन से शोध करते हैं।

यदि आपने पहले कोई शेयर खरीद रखा है .आप उस शेयर पर स्टॉप लॉस लगा सकते है .इसके लिए आपको अपने एप्प के शेयर सेल्ल ऑप्शन पर जाकर सेल स्टॉप लोस्स आर्डर लगाना पड़ेगा

Share Market me trading kaise kare in hindi

नमस्कार दोस्तों आज हम बहुत ही सरल भाषा में जानेंगे Share Market me trading kaise kare in hindi जिससे आप Intraday trading में अच्छा कमाई कर पाओगे। और साथ ही कुछ एसी टिप्स बताएँगे जिसको फॉलो करोगे तो आप जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।

बहुत सारे लोग शेयर मार्केट में ट्रेडिंग तो करते है लेकिन प्रॉपर नॉलेज ना होने के कारण अपने पैसे को डूबा देते हैं। फिर पैसा डूब जाने के बाद सीखना पसंद करते हैं। इसलिए आपको ट्रेडिंग करने से पहले इसका नॉलेज होना बहुत जरुरी हैं। जिससे आपको नुकशान होने की संभाबना कम से कम हो। आप सभी को पता है शेयर मार्केट में रिस्क हैं। लेकिन इसको समझके करोगे तो आप नुकशान को कम करके अच्छा मुनाफा कमाई कर सकते हैं।

Table of Contents

Share Market me trading kaise kare in hindi

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले Demat और Trading अकाउंट की जरुरत पड़ेगी। इससे आप बाज़ार से शेयर खरीद भी सकते हो और बेच भी सकते हो. Demat और ट्रेडिंग अकाउंट आप ऑनलाइन ब्रोकर के साथ आसानी से एक साथ ही खोल सकते। अगर आपको जानना है तो कैसे खोले इसे जरुर पढ़े।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए Intraday Trading को ही ज्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं। इसमें आप एक दिन में शेयर को खरीद लेते हो और उसी दिन ही आप उसको बेच देते हो इसी को कहते है Intraday Trading। लेकिन इसका कुछ Advantage भी होता और Disadvantage भी होता हैं। दोनों को जानना बहुत बहुत जरुरी हैं।

Intraday Trading के फ़ायदे (Advantage)

Margin मिलता है:- Intraday trading में Margin बहुत ज्यादा मिलता हैं। मार्जिन का मतलब कोई शेयर 300 का है लेकिन उसको आप 40 या उसके आसपास में ही intraday में खरीद सकते हो. ये मार्जिन आपको ब्रोकर देते है। जिससे आप कम पैसो से ज्यादा मात्रा में शेयर्स को खरीद सकते हैं।

Share Market में ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए

स्टॉक Selection:- शेयर मार्केट में ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए सबसे पहले अच्छा स्टॉक का Selection करना बहत जरुरी हैं। आपको एसी स्टॉक में ट्रेडिंग करना है जिसमे ज्यादा खरीद बेच होते रहते हैं। इससे शेयर ऊपर नीचे होते रहेंगे और आपको जब मुनाफा होगा तब जल्दी से निकल पाओगे।

समय का ध्यान:- आपको बाज़ार में बहुत समय तक ट्रेड नहीं करना है। सुबह जब बाज़ार आरम्भ होता है तब आपको पहले देखना चाहिए बाज़ार किस तरफ जाते नजर आ रहा हैं। उसके बाद 10 से 2 बजे तक ही आपको ट्रेडिंग करना हैं।

बाज़ार के साथ चलना चाहिए:- हमेसा ट्रेडिंग के समय मार्केट जिस तरफ जा रहा उसी दिशा में आपको ट्रेड लेना चाहिए। इसके बिपरीत दिशा में ट्रेडिंग करोगे तो हो चकता है एक बार प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादा नुकशान होने की संभावना बहुत हैं। इसलिए आपको बाज़ार के हिसाब से चलना चाहिए।

ट्रेडिंग कैसे शुरू करें How to start Trading in Hindi

आजकल ट्रेडिंग करने के लिए कई सारे App उपलब्ध है जैसे expert option , IQ Option , Olymp Trade , Binomo Trading App etc. लेकिन अगर आपको एक सफल ट्रेडर बनना है तो आपको Share Market में ट्रेडिंग करना चाहिए।

इसके लिए सबसे पहले आपको किसी Broker के माध्यम से Demat Account खुलवाना है और उस Demat Account में आपको अपने Bank Account से Money Add करके ट्रेडिंग करनी है.

शेयर बाजार में आप दो तरह से ट्रेडिंग कर सकते हैं पहला Stocks को sell/buy कर सकते है दूसरा आप Future And Options ( F&O ) में ट्रेडिंग कर सकते हैं. Future and Options को Derivative trading कहा जाता हैं।

चूकि F&O में Trade करना High Risk हो सकता हैं इसलिए आपको पहले Stocks में Trading करके बाजार को समझना है। बाजार में निवेश की शुरआत से पहले आपको Market को अच्छे से विश्लेषण करना है ताकि आपका पैसा सुरक्षित रहें।

Demat Account कैसे ओपन करें

तो यह सब करने के बाद हम आ जाते हैं अपने Demat Account पर। Account Opening के लिए आपको ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? एक अच्छे और low brokerage वाले broker को चुनना है जिसका कोई hidden charge ना हो।

Account Opening के लिए आपके पास Aadhaar Card , Pan Card , 6 Month की Bank Statement होनी चाहिए 10,000 रुपये की क्लोजिंग के साथ ( F&O में Trade के लिए ). नीचे कुछ पॉपुलर Broker के नाम दिए गए हैं जिनसे आप Account खुलवा सकते हैं –

Upstox , Groww , Paytm Money , Zerodha , Kotak Securities , Angel One , Samco Trading , HDFC Securities

लेकिन अगर आप beginner हैं stock market में तो आपको Groww से Demat Account खुलवाना चाहिए क्योंकि इसका Dashboard समझना काफी आसान है और इसमें कोई hidden charge नहीं है और इसके करीब 40 million users हैं.

नीचे Groww Android App का लिंक दिया हुआ है जिस पर क्लिक करके आप डाउनलोड कर सकते हैं. इसके साथ ही यह iOS पर भी उपलब्ध है।

Option Trading in hindi

Option Trading एक ऐसा सिस्टम है शेयर मार्किट में जिससे 1000 से भी 10,000 या उससे ज्यादा भी कमा सकते हैं सिर्फ एक दिन या कुछ ही घंटों में. अगर आप Stop Loss लगाकर ट्रेडिंग करते हैं तो Loss आपका limited ही रहेगा लेकिन Profit की इसमें कोई लिमिट है.

जैसा की हमने ऊपर जाना था Option Trading में High Risk होता है लेकिन फिर भी अगर आप मार्किट की अच्छी समझ रखते हैं और risk management करना जानते हैं इस Stock Market की इस segment में Profit की कोई सीमा नहीं है।

इसमें NSE ( National Stock Exchange ) की Indexes जैसे NIFTY 50 , NIFTY BANK , NIFTY MID CAP आदि में इनकी Price पर पैसा लगता है कि इनके दाम बढ़ेंगे या फिर घटेंगे। अगर लगता है Market Increase होगा तो Call buy करना है और अगर decrease होगा तो Put buy करना है।

इसके अलावा आप डायरेक्ट कम्पनी में भी ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं जैसे Reliance , TCS , HDFC Bank etc. आइये अब step by step देखते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे की जाती है.

Option Trading कैसे ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? शुरू करें

सबसे पहले आपको जिस भी Indices या Share में ऑप्शन ट्रेड करना है , उसका Option Chain समझना होगा जैसे किस Date की ऑप्शन खरीदनी या बेचनी है , Strike Price कितना है , LTP कितना है , OI कितना है आदि।

इसके बाद अगर आपको लगता है Market Up होगा तो आपको Call Option Buy करना है या अगर Market Down तो Put Option Buy करना है। Option Weekly और Monthly Expire होता है इसलिए Buy करते वक्त आपको Date चुननी है।

जैसे NIFTY 50 का ऑप्शन खरीदना है तो सबसे पहले ये तय करना आप किस Strike Price पर खरीदना चाहते हैं जैसे 17500 , 17800, 17900 , 18000, 18200 . इसके बाद Call/Put Price देखना है जो Strike Price के बाएं और दाएं लिखी होती है और यह मात्र कुछ पैसो से लेकर हजार से भी ऊपर की हो सकती है.

अगर आपको अच्छे से समझ नहीं आ रहा है तो चिंता मत कीजिये क्योंकि Youtube पर कई ऐसे Stock Trader हैं जिनसे आप Trading और Option Trading दोनों आसानी से सीख सकते हैं।

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